मेले के रंग सास, बहु, और ननद के संग
10-08-2018, 01:13 PM,
#58
RE: मेले के रंग सास, बहु, और ननद के संग
किशन पलंग के पास गया तो सासुमाँ ने उसके गोरे गालों पर हाथ फेरा और पूछा, "बता, अब तु क्या करना चाहता है?"
"माँ...मैं...वो..." किशन हकलाकर रुक गया.
"मुझे चोदना चाहता है?" सासुमाँ ने कुर्ते के ऊपर से उसके लौड़े को दबाकर पूछा.

किशन ने मस्ती मे आंखें बंद कर ली और हाँ मे सर हिलाया.

तुम्हारे बलराम भैया ने व्यंग करके पूछा, "तुझे चूत मारनी आती भी है?"

सासुमाँ ने किशन के पजामे का नाड़ा खोला और बोली, "बलराम, तु खुद को समझता क्या है रे? कितने दिन हो गये हैं किशन तेरी बीवी की चूत मार रहा है. तुझे कोई खबर है?"
"माँ! यह क्या कर रही हो तुम?" मेरे उन्होने चौंकर पूछा, "मीना अपने देवर से भी चुदवा रही है?"
"घर मे कोई है जिससे तेरी रंडी बीवी चुदी नही है?" सासुमाँ बोली, "और किशन गुलाबी को भी चोद रहा है. क्यों किशन, तु अभी खेत मे गुलाबी को चोद रहा था ना?"

किशन ने हाँ मे सर हिलाया.

सासुमाँ ने उसका पजामा खोल दिया और उसके 7 इंच के लन्ड को पकड़कर बोली, "हाय किशन, तु कितना बड़ा हो गया है रे! तभी बहु और गुलाबी तुझसे इतना मज़ा लेकर चुदवाती है! चल अपने सारे कपड़े उतार और पलंग पर आ जा. आज अपने दोनो बेटों से चुदकर अपने पाप का घड़ा भर लेती हूँ."

किशन ने कांपते हाथों से अपनी चड्डी उतारी, फिर अपना कुर्ता और बनियान उतारकर पूरा नंगा हो गया. फिर पलंग पर उठकर अपने माँ के पास बैठ गया.

सासुमाँ की आंखें हवस से लाल थी. उहोने किशन को बिस्तर पर लिटा दिया और उस पर चढ़ गयी. अपने चूचियों को किशन से सीने पर और अपनी मोटी बुर को उसके लौड़े पर रगड़ने लगी और उसके नर्म किशोर होठों को पीने लगी.

तुम्हारे भैया को अपनी माँ की यह घिनौनी हरकतें देखकर बहुत जोश आ गया. उन्होने अपने लौड़े पर से अपनी लुंगी हटायी और लन्ड को मुट्ठी मे लेकर हिलाने लगे.

मै इधर दरवाज़े के बाहर खड़ी अन्दर की नाजायज़ चुदाई देख रही थी. मैने सोचा अब ससुरजी को बुलाने का समय आ गया है.
मै ससुरजी के कमरे मे गयी तो देखी वह खिड़की के पास एक कुर्सी पर बैठकर अखबार पढ़ रहे हैं.

मुझे देखकर तुम्हारे मामाजी बोले, "क्या बहु, बलराम क्यों चिल्ला रहा था? तेरा कुछ काम बना?"
"हाँ बाबूजी, लगभग सब काम बन गया है." मैं उनके पास जाकर बोली.

उन्होने मेरे कमर मे हाथ डाला और खुद से चिपका लिया.

"पति के सामने गैर मर्द से चुदवाने की तेरी इच्छा पूरी हुई?" तुम्हारे मामाजी ने पूछा. वह एक हाथ से लुंगी मे अपने लौड़े को सहलाने लगे.
"हाँ, बाबूजी. मैं खटाल मे रामु से चुदवा रही थी, तब आपके बड़े बेटे आ गये. हमे देखकर बहुत चिल्लाये." मैने कहा, "पर सासुमाँ ने सब सम्भाल लिया. अब मैं जिससे चाहे उनके सामने चुदवा सकती हूँ."
"बहु, मुझे कौशल्या पर पूरा भरोसा था." ससुरजी बोले, "अब बता तुम दोनो सास-बहु की क्या योजना है?"
"एक योजना को तो सासुमाँ अभी अंजाम दे रही है." मैने मुस्कुराकर कहा.
"कौन सी योजना?" ससुरजी ने उत्सुक होकर पूछा.
"मेरे साथ चलिये तो दिखाती हूँ." मैने कहा और उनका हाथ पकड़कर उन्हे कुर्सी से उठाया.

लुंगी मे उनका लन्ड ठनक कर खड़ा था. उन्होने चड्डी नही पहनी थी.

तुम्हारे मामाजी और मैं कमरे से निकले और मेरे कमरे के पास आये. दरवाज़ा थोड़ा खुला था और अन्दर से मस्ती की "ऊह!! आह!! ऊंह!" कि आवाज़ आ रही थी.

ससुरजी ने अन्दर झाँका और मुझे धीरे से बोले, "तो यह कुकर्म कर रही है कौशल्या? साली पूरी की पूरी रंडी हो गयी है."

मैने अन्दर झाँका तो देखा किशन बिस्तर पर नंगा लेटा था और सासुमाँ उसका लन्ड मुंह मे लेकर चूस रही थी. उनके चूतड़ उठे हुए थे. मेरे पति अपनी माँ के कमर को पकड़कर उन्हे कुतिया बनाकर चोद रहे थे. उनके धक्कों से सासुमाँ का पूरा शरीर कांप रहा था और उनकी लटकती चूचियां झूल रही थी.

मैने ससुरजी की लुंगी खोल दी और उनके खड़े लन्ड को पकड़कर हिलाने लगी. ससुरजी ने भी मेरी ब्लाउज़ उतार दी और मेरी ब्रा मे कसी चूचियों को दबाने लगे. उनकी सुविधा के लिये मैने अपनी ब्रा भी उतार दी.

अन्दर सासुमाँ छोटे बेटे का लन्ड चूस रही थी और बड़े बेटे से चुदवा रही थी. कुछ देर बाद वह बोली, "बस कर बलराम. अब ज़रा किशन को चोदने दे."

मेरे उन्होने अपनी माँ की बुर से अपना लन्ड निकाल लिया. सासुमाँ दरवाज़े की तरफ़ पाँव करके चित लेट गयी. अपने जांघों को चौड़ी कर के अपनी अभी अभी चुदी बुर किशन के आगे करके बोली, "आजा किशन. आ चोद ले अपनी माँ को. तु भी मादरचोद बन जा."

किशन एक मिनट की देर किये बिना अपनी माँ के जांघों के बीच बैठा गया और अपने खड़े लन्ड के सुपाड़े को अपनी माँ की चूत के दरार मे रगड़ने लगा.

"और तड़पा मत, किशन!" सासुमाँ अपनी कमर उचका कर बोली, "पेल दे मेरी चूत मे अपना लौड़ा!"

किशन ने कमर का धक्का लगाया तो उसका लन्ड पेलड़ तक सासुमाँ की गीली भोसड़ी मे घुस गया.

सासुमाँ जोर की आह भरकर बोली, "आह, बेटा! कितना मज़ा आ रहा है. अब धीरे धीरे चोद मुझे. जल्दी मत कर. मुझे तुम दोनो से अभी लंबी चुदाई करनी है!"
"ठीक है, माँ." किशन बोला और धीरे धेरे अपनी माँ की बुर मे लन्ड पेलने लगा.
"हाय, किशन! क्या मस्त चोद रहा रे तु!" सासुमाँ कमर उचका कर बोली, "लगता है बहु ने तुझे चुदाई का पूरा ज्ञान दिया है!"

इधर ससुरजी ने मेरी साड़ी भी उतार दी थी, मैं अब सिर्फ़ पेटीकोट मे थी और ऊपर से पूरी नंगी थी. ससुरजी ने सिर्फ़ एक बनियान पहनी हुई थी. मैं उनके लन्ड को हिला रही थी और वह मेरी नर्म, गोरी गोरी चूचियों को मसल रहे थे.

"बलराम, बेटा ज़रा मेरे मुंह को चोद दे!" सासुमाँ बोली.

तुम्हारे भैया ने अपने दोनो घुटने सासुमाँ के कंधों के दोनो तरफ़ रखा और अपना लौड़ा अपनी माँ के मुंह मे दे दिया.

सासुमाँ बड़े बेटे का लन्ड को चूसने लगी. मेरे वह अपनी कमर को चला कर अपनी माँ के मुंह को चोदने लगे. उनका भारी पेलड़ जाकर सासुमाँ के ठोड़ी से टकराने लगा. शायद उनका मोटा सुपाड़ा सासुमाँ के हलक मे उतर जा रहा था. सासुमाँ "उम्म! ऊंह!! ऊंघ!" की आवाज़ कर रही थी और कमर उठा उठाकर किशन का लन्ड ले रही थी.

"मज़ा आ रहा है, बाबूजी?" मैने ससुरजी से पूछा.
"बहुत मज़ा आ रहा है, बहु!" ससुरजी मेरी चूचियों को जोर से भींचकर बोले, "अपनी बीवी को अपने दो बेटों से चुदवाते देखने की मेरी बहुत इच्छा थी. तुने मेरा यह सपना पूरा कर दिया, बहु."
"हाय, बाबूजी. मैने तो यह सब अपने मज़े की लिये किया है!" मैने कहा, "अब जल्दी ही हम सोनपुर की तरह खुलकर आपस मे चुदाई कर सकेंगे. हाय कितना मज़ा आयेगा सामुहिक संभोग मे!"
"मेरी प्यारी सी चुदक्कड़ बहु!" ससुरजी मेरे गाल को चूमकर बोले, "यह सब देखकर अब रहा नही जा रहा. अब तुझे एक पानी चोदना ही पड़ेगा."
"चलिये न बाबूजी, अपने कमरे मे ले जाकर मुझे चोदिये." मैने कहा.
"मेरे कमरे मे जाने की क्या ज़रूरत है?" ससुरजी बोले, "अब जब सारे राज़ खुल ही रहे हैं, तो यह राज़ भी खुल जाये कि तु अपने ससुर से चुदवाती है!"
"मतलब आप मुझे उनके सामने..."
"हाँ बहु, तुझे मैं तेरे पति के सामने चोदना चाहता हूँ." ससुरजी बोले और उन्होने दरवाज़ा खट्खटाया.

"अन्दर आ जाओ मीना!" अन्दर से मेरे पति ने आवाज़ लगाई. "मै कुछ नही कहूंगा. तुम भी आकर हमारी चुदाई मे शामिल हो जाओ. मैं भी देखूं, मेरी बीवी कैसे अपने देवर से चुदती है."
Reply


Messages In This Thread
RE: मेले के रंग सास, बहु, और ननद के संग - by sexstories - 10-08-2018, 01:13 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,730,453 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 573,273 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,331,753 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,014,443 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,786,912 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,191,659 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,143,591 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,698,665 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,237,674 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 307,198 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 9 Guest(s)