RE: Nangi Sex Kahani अमेरिका रिटर्न बंदा
अमेरिका रिटर्न बंदा--3
गतान्क से आगे…………………………..
" क्या कर रहा है तू? अब तू इट'ना बिगड़ गया है कि यहाँ भी आ पहूंचा है. और वह सीधी होके बैठ गई . एक'बार तो पंकज बहुत घबरा गया लेकिन तुरंत बोल पड़ा,भाभी कल तो तू बिना दिखाए भाग गई थी पर आज देखे बिना नहीं छोड़ूँगा. कल ही आप दिखा देती तो यह नोबत ही नहीं आती. नीता कई देर खामोश रही. वह जान'ती थी कि डान्ट डपट से यहाँ काम चल'ने वाला नहीं है. आख़िर उस'ने मन ही मन कुच्छ निर्णय किया और खुद ही मुस्कुरा उठी और कहा. " अभी तू जवान हो गया है, मैं तेरे भैया से कह के तेरी शादी करा दूँगी. कोई लड़की देखी है के नहीं? पंकज ने कहा," में अनुभव लिए बगैर शादी नहीं करूँगा. मैने तो अभी कुच्छ भी अनुभव अप'ने देशी माल का लिया नहीं है'. भाभी ने कहा. मैं तेरे ही बारे में सोच'ती रही हूँ और तुम ऐसे ही मान'ने वाले भी नहीं हो. देख मेरी एक छोटी बहन है जो घर से आज से सात साल पह'ले 17 साल की उमर में ही भाग गई थी. इन 7 सालों में उस'ने क्या क्या पापड बेले होंगे यह तो मैं नहीं जान'ती पर आज वह एक फिल्म अभिनेत्री, चरुलाता है. अभी दो महीने पह'ले मेरा 17 साल का छोट भाई चिक्कू भी उस'के पास चला गया है. मैं तुम्हें उस'का मुंबई का पता ठिकाना दे देती हूँ और तुम अमेरिका रिटर्न बंदा हो, स्मार्ट हो. तुम उसे पटा लो और अप'नी बीवी बना लो. तुम कहो तो मैं उस'से फोन पर बात कर'के उसे तुम्हारे मुंबई आने की बात बता दूँ.
भाभी देखो दिखाने वाली बात को यूँ मत टालो नहीं तो..... पंकज ने नीता की एक चूची पर हाथ रख'ते हुए कहा.
ठीक है, यदि तुम्हें मेरी बात मंजूर है तो शनिवार तक जब तक तुम्हारे भैया यहाँ नहीं आ जाते मैं तुम्हारे लिए कुच्छ करूँगी. लेकिन उस'के बाद कभी नहीं. और हां दो दिन भैया के पास गुज़ार के तुम्हें सोमवार को मुंबई जाना है. भाभी ने कहा.यह सुन'ते ही पंकज शुरू हो गया. उस'ने भाभी के माथे पे चुम्मा किया, धीरे धीरे भाभी के गालों पर, भाभी के होन्ठो पर और फिर भाभी के गले पर. धीरे धीरे पंकज नीचे आया और भाभी का ब्लाउस खोला और चूचियों को चूसने लगा, चाट'ने लगा और काटने लगा. उस'ने एक हाथ भाभी की साऱी में डाला और भाभी की पैंटी में हाथ डाल कर भाभी की चूत तक ले गया और भाभी की चूत में उंगली डाल कर उसे सहलाने लगा. भाभी को भी अच्छा लग रहा था. उस के मूँ'ह से आवाज़े आ रही थी. एयेए.ऊओच...आ एयेए और्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर " उसकी साँसें बढ़'ने लगी और आवाज़े भी .
ऊऊऊ म्मा अहह. ईीइसस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स. आ भाभी, हाई. ऊओ अयू" अचानक वह बोली. आब्ब्ब्ब तो डालल्ल्ल्ल्ल ना रीईए आई"
लेकिन पंकज नहीं. मान रहा था. पंकज वही कर रहा था. उस वक़्त भाभी एक " कामदेवी" लग रही थी. पंकज भाभी के पास गया और उसको चूमने लगा और चाटने लगा. चूमते- चूमते पंकज नीचे आया और भाभी की नाभि ( नवल) चाटने लगा. पंकज फिर से खड़ा हुआ और भाभी के चूचियाँ दबाने लगा और एक हाथ भाभी के नीचे डालकर भाभी की बूर में उंगली डालने लगा, पहेले एक और बाद में दो और तीन उंगलियाँ उस'ने भाभी की चूत में डाली.
" आ उउउंमा बस कर. आ आब्ब्ब्ब चल लगा मुझे. आब्ब्ब्ब्बबब रहा नहिी जाताअ आईम्म" लेकिन पंकज नहीं मान रहा था. भाभी की चूत से पानी निकल रहा था. भाभी और भी तड़प'ने लगी, "आब्ब्ब्बब लगा रीए. "
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