RE: Incest Porn Kahani अनौखा रिश्ता
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करण बाइक लेकर हॉस्टिल के बाहर पहुच गया और उसने वहाँ पहुच कर नीतू को कॉल की और कुछ ही देर में नीतू उसे सामने से आती दिखाई दी. नीतू के मस्त हुस्न को एक ब्लॅक चुरिदार में फसा देख करण का लंड हरकत करने लगा. जैसे ही नीतू उसके पास आई तो वो बोला.
करण-हाए जानेमन आज तो मार ही डालोगी लगता है.
नीतू-बस बस ज़्यादा मत बोलो.
करण-सच में जानू आज तो तुम अप्सरा ही लग रही हो.
नीतू-ज़्यादा फ्लर्ट मत करो और चुप चाप चलो.
करण-ओके तो बैठो.
नीतू करण की बाइक की पीछे वाली सीट पे एक तरफ टाँगें करके बैठ गई और उसने लेफ्ट टाँग उठा कर दूसरी टाँग के उपर रख दी ताकि पीछे आने वालो को उसकी मस्त जंघें दिखती रहे. अक्सर लड़कियों को जानबूझ कर अपना शरीर मर्दों को दिखाकर उन्हे तड़पाने में बहुत मज़ा आता है.
नीतू-तो कहा जा रहे हैं हम.
करण-पहले तो मेरे फ्लॅट पे जाएँगे.
नीतू थोड़ी घबराकर.
नीतू-वहाँ क्या करना है.
करण-अरे तुम्हे अपना ग़रीब खाना दिखाना है जानू.
नीतू-ओके फिर ठीक है.
करण बाइक को अपने फ्लॅट के सामने लेजा कर रोक देता है और नीतू नीचे उतर जाती है और करण भी बाइक खड़ी कर नीचे उतर जाता है और वो दोनो अंदर की तरफ चल देते हैं.
अंदर पहले करण नीतू को अपना पूरा फ्लॅट घूमाकर दिखाता है फिर उसे एक रूम में लेजा कर बैठने को कहता है और खुद बाहर आ जाता है. कुछ देर नीतू रूम को निहारती रहती है. फिर दरवाज़ा खुलता है नीतू को जो कुछ सामने दिखाई देता है उसे देखकर नीतू का दिल ज़ोर से धड़कने लगता है. सामने करण सिर्फ़ एक अंडरवेर में खड़ा होता है वो दरवाज़े की कुण्डी लगाकर नीतू की तरफ बढ़ता है नीतू डर और शरम से लाल होकर सिकुड कर बैठ जाती है. करण उसके पास जाकर बेड पे बैठ जाता है और उसकी बाहों को पकड़ कर उसे अपनी तरफ खीचता है और उसके होंठों पे अपने होंठ टिका देता है कुछ देर तक नीतू अपने आप को छुड़ाती रहती है मगर थोड़ी ही देर में वो करण का साथ देने लगती है. कोई 5 मिनट तक वो एकदुसरे के होंठों का रस चूस्ते रहते हैं. जैसे ही करण उसके होंठ आज़ाद करता है तो वो कहती है.
नीतू-क्या यही सब करने के लिए मिलना चाहते थे.
करण-मेरी जान मैं तुमसे प्यार करता हूँ और इतना तो हक है ही मेरा वैसे मैं तुम्हारी मर्ज़ी के खिलाफ कुछ नही करूँगा.
इतना कहकर करण नीतू को बेड पे लिटा देता है और उसके उपर चढ़ जाता है और कमीज़ के उपर से ही वो नीतू के मम्मे चूसने लगता है. नीतू भी मदहोश हो जाती है और करण के बालों में हाथ घुमाने लगती है. करण उसका कमीज़ पकड़कर उसे नीतू के शरीर से उतार देता है और कमीज़ उतरते ही नीतू का गोरा बदन उसके सामने आ जाता है. अब उसके उपर वाले शरीर के उपर सिर्फ़ एक रेड कलर की ब्रा होती है. करण उसकी ब्रा के हुक्स भी खोल देता है और नीतू का मम्मे बिल्कुल नंगे करण के सामने होते हैं. करण उसके मम्मे चूसने लगता है वारी वारी वो उसके दोनो मम्मे बहुत प्यार से चूस्ता रहता है. नीतू की आँखें बंद हो जाती है और वो नीचे पड़ी आहें भरती रहती है. करण अपनी जीभ को नीचे की तरफ ले आता है और नीतू के चुरिदार का नाडा खोल देता है. नीतू थोड़ा विरोध करती है मगर करण उसकी बात ना सुनकर उसका चुरिदार खीच कर उसकी टाँगों में से निकाल देता है और फिर रेड पैंटी भी देखते ही देखते नीतू के जिस्म से अलग हो जाती है. अब नीतू पूरी नंगी करण के सामने लेटी हुई थी. करण ने अपना अंडरवेर भी उतार दिया. नीतू की नज़र एक पल के लिए उसके लंड पे पड़ी तो वो काँप उठी. करण का लंड उसके चेहरे की तरह एकदम गोरा था और उसकी लंबाई 7इंच के करीब थी. नीतू ने अपनी आँखें बंद की और करण थोड़ा उपर हुआ और नीतू के होंठों के उपर अपने होंठ टिका दिए. उसने नीचे हाथ लेजा कर अपना लंड नीतू की कुँवारी चूत पे सेट किया. नीतू का सारा शरीर आगे आने वाले पल को सोच कर काँप उठा. करण ने नीतू के होंठ आज़ाद किए और एक हल्का सा दवाब अपने लंड पे दिया मगर उसका लंड अंदर नही घुस पाया. फिर उसने एक बार नीतू की आँखों में देखा और जोरदार धक्का दिया. नीतू की चीख पूरे कमरे में गूँज उठी और करण का लंड आधा अंदर घुस गया. नीतू दर्द से कराहती रही जब उसकी दर्द भरी आहें कुछ कम हुई तो करण ने एक और धक्का मारा और लंड पूरा अंदर घुसा दिया. नीतू दर्द से चीखती रही करण धीरे धीरे लंड अंदर बाहर करने लगा. कुछ देर बाद नीतू की दर्द भरी चीखों की जगह आनंदमयी सिसकियों ने ले ली. और उसने करण को कस कर अपने से भींच लिया. करण ने भी नीतू की चूत में धक्को की बरसात तेज़ कर दी और हर धक्के का आनंद नीतू भी पूरे मज़े से लेने लगी. 10मिनट तक करण एक रफ़्तार से नीतू को चोदता रहा और फिर उसके धक्के आचनक तेज़ हो गये और उसके लंड से वीर्य की पिचकारी छूटी जिसने कि नीतू की चूत को भर दिया. वो नीतू के उपर ही गिर पड़ा और वो काफ़ी देर तक ऐसे ही पड़े रहे. फिर नीतू ने उसे अपने उपर से हटाया तो उसने देखा कि उसकी चूत से तोड़ा खून निकल कर उसकी जांघों पे लगा हुआ था और थोड़ा सा खून करण के गोरे लंड पे भी चमक रहा था और जब उसने बेड शीट देखी तो उसके उपर भी कुछ निशान थे. नीतू ने जल्दी से कपड़े पहने उसके पेट में काफ़ी दर्द हो रहा था. उसने करण को एक लीप किस की और फिर करण उसे उनके हॉस्टिल के पास छोड़ आया.
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