RE: Incest Porn Kahani अनौखा रिश्ता
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नीतू ने रूम का दरवाज़ा खटखटाते हुए रीत को आवाज़ दी.
नीतू-रीत दीदी प्लीज़ दरवाज़ा खोलो और खाना खा लो.
अंदर से कोई आवाज़ नही आई.
नीतू-प्लीज़ दीदी मैने तो आपको कुछ नही कहा मेरी बात भी नही मानेगी अब आप.
आख़िरकार रीत ने उठ कर दरवाज़ा खोल दिया. नीतू ने देखा कि रीत ने रो रो कर अपना बुरा हाल कर रखा था.
नीतू-रीत दीदी ये क्या हाल बना रखा है जल्दी से मूह धोकर आओ और फिर खाना खाते हैं.
रीत ने रूठे हुए स्वर में कहा.
रीत-मुझे नही खाना कुछ भी नीतू.
नीतू आँखें दिखाते हुए बोली.
नीतू-अब इस खाने ने तो आपको कुछ नही कहा ना इस से क्या गुस्सा है चुप चाप खाना खा लो.
रीत को पता नही क्या हुया वो फिरसे नीतू के गले लगकर रोने लगी.
नीतू ने प्लेट को साइड पे रखा और रीत को तस्सली देते हुए उसकी आँखों में से आँसू सॉफ करते हुए कहा.
नीतू-मेरी बहादुर दीदी को आज हो क्या गया है.
इतने में करुणा भी वहाँ आ गई और रीत के गले में पीछे से बाहें डालती हुई बोली.
करुणा-सॉरी मेरी स्वीट दीदी सारी ग़लती हमारी ही थी बस आपका रेहान तो लाखों में एक है. प्लीज़ आप ऐसे रूठ कर मत बैठो इधर आप रूठ कर बैठी हैं उधर कूटी कब की रो रही है. अगर आप दोनो ऐसा बिहेव करोगी तो हमारा दिल कैसे लगेगा.
रीत-अब क्या हुआ तुम तो रेहान को बहुत कुछ बोल रही थी.
करुणा-ओह हो अब गुस्सा छोड़ भी दो रीत जो हुआ सो हुआ आप प्लीज़ खाना खाओ.
रीत-ओके मगर कूटी क्यूँ रो रही है.
करुणा-आप ने इतनी खरी खरी जो सुना दी उस बेचारी को. आप को पता है ना कि उसकी शरारत की आदत है वो तो आप से शरारत कर रही थी मगर आप ने पता नही क्या क्या बोल दिया उस बेचारी को.
करुणा ने झूठ बोल दिया क्यूंकी वो कैसे भी करके माहौल को पहले जैसा बनाना चाहती थी.
रीत चौंकते हुए.
रीत-क्या सचमुच तुम दोनो मेरे साथ शरारत कर रही थी.
करुणा-यस मेडम.
रीत-ओह माइ गॉड. सॉरी करू मैने पता नही क्या क्या बोल दिया आप दोनो को. अब बताओ कूटी कहाँ है.
रीत, करू न्ड नीतू कूटी के पास पॉंच गई.
कूटी बेड के उपर दीवार से टेक लगाकर बैठी थी. रीत को देख ते ही उसने अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमा लिया. रीत उसके साथ वैसे ही टेक लगाकर बैठ गई और उसके गले में बाहें डालती हुई बोली.
रीत-सॉरी मेरी कूटी मुझे माफ़ कर दे प्लीज़ मैने पता नही तुम्हे क्या क्या बोल दिया.
मगर कूटी ने ना तो अपना चेहरा घुमाया और ना ही कुछ बोली.
रीत ने अपने हाथ से उसका चेहरा अपनी तरफ किया और कहा.
रीत-अपनी दीदी को माफ़ भी नही करेगी अब तू. मुझे पता तू उपर उपर से नाटक कर रही है हम दोनो एकदुसरे के बिना एक पल भी नही रह सकती.
कहते हुए रीत ने कूटी के गालों को चूम लिया.
कूटी फिरसे उसी तरह बैठी थी. रीत अपनी जगह से उठी और उसके सामने खड़ी होकर अपने कान पकड़ती हुई बोली.
रीत-ये देख कूटी तेरी दीदी कैसे तुझ से माफी माँग रही है.
और रीत कान पकड़ कर उठक बैठक लगाने लगी. कूटी को रीत को ऐसे करते देख हसी आ गई और वो बोली.
प्राची-दीदी ऐसे टाँगें खोल कर उठक बैठक मत करो कुछ तो आपकी रेहान ने फाड़ दी होगी जो बची है वो ऐसा करने से फट जाएगी.
सब उसकी बात पे हस पड़े और रीत ने तकिया उठाया और बेड पे चढ़ कर कूटी को मारने लगी. कूटी ने नीचे होते हुए रीत को कमर से पकड़ की बेड पे गिरा दिया और खुद उसके उपर लेट गई. उसने करुणा न्ड नीतू को रीत के हाथ पकड़ने को कहा. करुणा न्ड नीतू ने बेड के दोनो और जाकर रीत के हाथ पकड़ लिए और कूटी नीचे आकर रीत की जांघों पे बैठ गई और बोली.
प्राची-अब तेरा क्या होगा जानेमन.
और उसने रीत की चुरिदार का नाडा हाथ में पकड़ लिया.
कूटी को ऐसा करता देख रीत नीचे पड़ी तड़पने लगी और अपने आप को छुड़ाने लगी. मगर सब ने उसे मज़बूती से पकड़ रखा था. वो कूटी को बोल रही थी.
रीत-देख कूटी अगर तूने आगे कुछ किया तो मैं तेरी जान ले लूँगी.
प्राची-ओह हो मेरी स्वीट दीदी मैं कहाँ कुछ कर सकती हूँ आपके साथ मैं तो सिर्फ़ इतना देखना चाहती हूँ कि रेहान ने आपकी रानी का क्या हाल किया है आज.
और कूटी ने नाडा खोल दिया और उसका चुरिदार पकड़ कर नीचे खींच दिया.
रीत अपनी टाँगें इधर उधर करती रही मगर जब उसे लगा कि कोई फ़ायदा नही होने वाला तो उसने खुद को ढीला छोड़ दिया.
रीत की गोरी गोरी जंघें को बिल्कुल सॉफ देखकर कूटी बोली.
प्राची-करू दीदी लगता है दीदी की रानी के कातिल ने सारे सबूत मिटा दिए है यहाँ तो कोई खून का निशान भी नही मिल रहा.
करू-कूटी तू केस की जड़ तक तो जा फिर तुझे ज़रूर सबूत मिलेगा देखना.
रीत मुस्कुराते हुए.
रीत-करुउुुुउउ
करू-कॉन करू यहाँ पे कोई करू नही है जानेमन. यहाँ तो हम तीन हवस के दरिंदे है और एक बेचारी अबला नारी रीत है.
प्राची ने रीत की पैंटी भी पकड़ कर नीचे सरका दी और सब के सामने रीत की चूत आ गई. जिसके उपर हल्के हल्के बाल थे. रेहान के द्वारा इतनी बेरेहमी से सेक्स करने की वजह से रीत की चूत फूली हुई थी.
प्राची-करू दीदी देखो कितनी बेरेहमी से मारा है बेचारी दीदी की रानी को.
रीत आँखें बंद करके पड़ी थी और मुस्कुरा रही थी.
कुछ देर और रीत का टॉर्चर करने के बाद उन्होने रीत को छोड़ दिया. जैसे ही रीत को छोड़ कर वो अपने अपने बिस्तेर पे पहुचि तो करुणा का फोन बज उठा.
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