RE: Desi Sex Kahani पहली नज़र की प्यास
इसी बहाने एक और नंगी लड़की भी तो देखने को मिल रही थी..और उसमे होने वाली संभावनाओं को सोचकर वो मन ही मन खुश होने लगा.
इस बात का ख़याल आते ही उसका ध्यान रजनी की तरफ गया जो इस वक़्त पूरी नंगी थी...
और वो अपनी फेली हुई गांड उठा कर किसी बकरी की तरह कामिनी की चूत की घांस खा रही थी..
कुणाल को एक और शॉक तब लगा जब उसने टेबल पर ताश के पत्ते बिखरे देखे..
जिससे सॉफ जाहिर था की वहां कोई गेम भी चल रही थी...
और फिर कुणाल का दिमाग़ ठनका ...
कही ये सब भी कामिनी गेम की खातिर तो नही कर रही ...
जैसा की उसने कल पब में किया था और हारने के बाद अपनी चूत मरवा बैठी थी...
ऐसा ही कोई खेल शायद अभी कुछ देर पहले उनके बीच चल रहा था...
एक लड़की को ताश के खेल के ज़रिए मस्ती लूटने का इतना चस्का हो सकता है ये कुणाल को आज ही पता चला..
कुणाल चुपचाप बैठकर उनका खेल देखने लगा और इस बार उसका सारा ध्यान रजनी की तरफ था...
जो अपनी पहाड़ी गांड मटका कर उसकी गर्लफ्रेंड का दूध पी रही थी....
दूध पीने के बाद उसने कामिनी के हाथ और आँखो की पट्टी खोल दी और फिर वो दोनो एक गहरी स्मूच में डूब गयी...
कामिनी के मुक़ाबले रजनी के बूब्स थोड़े छोटे थे...
होंठ एकदम रसीले..जैसे ज़्यादातर नॉर्थ ईस्ट की लड़कियो के होते है...
बदन पूरा कसावट लिए हुए था उसका और चूत एकदम सफाचत और कड़क..
कुणाल उसे देखकर ये जानने की कोशिश करने लगा की ये चुदी हुई है या नही...
पर बेचारा ये नही जानता था की दुनिया का ऐसा कोई भी इंसान या मशीन नही है जो ये बता सके की ये चूत पहले चुद चुकी है या नही..
कुणाल को रजनी की तरफ़ घूरता हुआ देखकर कामिनी बोली : "तुम्हे ये पसंद आ रही है तो आ जाओ...थोड़ा एंजाय कर लोगे तो मुझे बुरा नही लगेगा...''
बात तो उसने बड़ी लुभावनी की थी पर उसे डर लग रहा था की कहीं ये उसको परखने की चाल ना हो...
इसलिए वो कुछ नही बोला और अपनी नज़रें कामिनी पर लगाकर उसे ताड़ने लगा...
उसे देखते-2 कुणाल ने अपने लंड को मसलना शुरू कर दिया और जल्द ही वो पूरा अकड़ कर खड़ा हो गया...
पेंट में रखने में जब उसे दिक्कत हुई तो उसने जीप खोलकर उसे बाहर निकाल लिया..
इसी बीच रजनी ने अपनी चूत को कामिनी के मुँह पर रखकर उसपर कूदना शुरू कर दिया था...
और कामिनी की नुकीली जीभ का ही कमाल था की वो जल्द ही झड़ने के कगार पर पहुँच गयी..
और ज़ोर-2 से चिल्लाते हुए उसके चेहरे पर अपनी चूत से निकली क्रीम निकाल दी.
और एक तरफ लुढ़क कर गहरी साँसे लेने लगी..
कामिनी ने इशारा करके कुणाल को उपर बुलाया...
वो तो कब से इसी पल का इंतजार कर रहा था...
उसने तुरंत अपने कपड़े उतारे और नंगा होकर पलंग पर कूद गया...
कुणाल की नज़रें रजनी के चेहरे पर भी थी जो उसके लंड को देखकर अपने होंठो पर जीभ फेर रही थी..
कामिनी के रसीले होंठो को उसने ज़ोर-2 से चूसना शुरू कर दिया, उसके होंठ और चेहरे पर रजनी की चूत का रस अभी तक लगा हुआ था, जिसे चाटने में उसे एक अलग ही तरह का रोमांच महसूस हो रहा था...
कुणाल ने उसे उपर से नीचे तक चूस डाला...
ख़ासकर उसकी चूत को, जिसमें अपना लंड पेलकर उसने पहले के मुक़ाबले थोड़ा ढीला कर दिया था....
उसे देखते ही एक बार फिर से उसका लंड ज़ोर मारने लगा और कुणाल ने उसे घोड़ी बनाकर अपना लंड उसकी चूत पर टीका दिया...
वो अपना लंड अंदर डालने ही वाला था की लगभग तभी रजनी उठकर बैठी और उसने कुणाल का लंड अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया...
ये उसके लिए जितना हैरानी भरा था कामिनी के लिए नही था..
शायद दोनो में पहले से ही डिसाईड हो चुका था की वो भी इस खेल का हिस्सा बनेगी...
एक सहेली अपने बाय्फ्रेंड को उसके साथ बाँटे तो इससे अच्छी बात भला और क्या हो सकती है...
यानी कुछ देर पहले जो कामिनी ने रजनी के साथ मज़े लेने की बात कही थी वो उसके बारे में सीरियस थी....
वो बेकार में लल्लू की तरह इतनी देर तक ऐसे ही बैठा रहा..
|