RE: Nangi Sex Kahani नौकरी हो तो ऐसी
मेरा खाना ख़तम हो गया मैं मुँह हाथ धोके दीवान खाने मे आ गया…. थोड़ी देर सेठ जी से बात की और उनकेपास ही बैठा रहा…. फिर सब लोग सोने जाने लगे…. मैने देखा मालंबंती- कॉंट्रॅक्टर बाबू की छोटी लड़की और नसरीन- वकील बाबू की छोटी लड़की मेरे पास आई …. और बोलने लगी
मालंबंती – आज हमे कहानी सुनाएँगे ना
नसरीन – हन आज वो हमे ज़रूर कहानी सुनाएगे
मैं – आज अभी……
मालंबंती – हां आपने ही तो कल बोला था
नसरीन – हां हां अपने बोला था कल सुनाउन्गा कहके….
मैं – पर अभी बहुत ज़्यादा वक़्त हो गया है मैं कल संध्या को सुनाउन्गा तुम लोगो को
वहाँ बाजू मे सेठ जी भी बैठे थे, वो हमारी बातें सुन रहे थे, उनको देख के लड़किया बोलने लगी
मालंबंती – दादाजी इन्हे कहिए ना हमे कहानी सुनाए
नसरीन – हां हां दादाजी कहिए ना कहिए ना………… मैं सेठ जी की तरफ देखने लगा
सेठ जी – अरे तुम लोग अभी इतनी बड़ी हो गयी हो अच्छे कॉलेज मे जाती हो अभी क्या कहानी सुनोगी…
मैं – आपका कहना बिल्कुल उचित है सेठ जी
मालंबनती – क्यू नही सुन सकते दादाजी, नलिनी दीदी तो आज भी कहानी सुनती है
नसरीन – वो कुछ नही दादाजी हमे कहानी सुननी ही है….
सेठ जी – ठीक है पर उसे थोड़ा काम है… (और मेरी तरफ देख कर सेठ जी बोले)…. वो छोटी बहू को तुम्हारे पास कुछ काम है… उससे ज़रा मिलके आना…
नसरीन – फिर हमारी कहानी का क्या
सेठ जी – वो आ जाएगा तुम्हे कहानी सुनाने थोड़ी ही देर मे …जाओ तुम लोग तब तक जाके अपनी पढ़ाई करो….
मैं सेठ जी का आदेश लेके छोटी बहू के कमरे पे पहुचा दरवाजे पे थपथपाया… दरवाजा खुला… दरवाजा खोलने वाला और कोई नही सेठानी जी थी ...
मैं बोला – आप्प्प्प…..
सेठानी – अरे तुम्हारी चुदाई बहुत याद आ रही थी
छोटी बहू- हां इसलिए ये इंतज़ाम किया है
मैं – पर मैं यहाँ नही रुक सकता इधर का निपटा के मुझे सेठ जी ने लड़कियो को कहानी सुनाने के लिए कहा है
छोटी बहुत – वो बाद मे देखेंगे पहले तुम अंदर तो आओ
सेठानी और छोटी बहू मस्त दिख रही थी…. सेठानी के गाल और छाती मेरे लंड को आवाहन दे रही थी और छोटी बहू के वो बड़े बड़े ब्लाउस मे से दिखने वाले निपल मुझे चूसने के लिए आम्न्त्रित कर रहे थे…. सेठानी मेरे पास आई और मेरी जाँघो पे हाथ रख के सहलाने लगी… मेरा लंड मे तनतना शुरू हो गया… उधर छोटी बहू ने अपनी सारी और ब्लाउस उतार दी… और बाद मे पॅंटी भी उतार के पूरी नंगी हो गयी… और दीवान पे लेट गयी… और मुझे आँख मारने लगी…
मैने अपनी पॅंट उतार दी उधर सेठानी ने भी अपने सारी निकाल दी…. जैसे ही मैने पॅंट निकाला सेठानी ने मेरा लंड अपने मुँह घुसेड लिया और पच्चाआक पकचाककक पुच पुचह पचाककककक आआवाज़ निकाल के उसे चूसने लगी….. मैने उसके मुँहे से लंड निकाला और सेठानी को छोटी बहू की बुर को गीला करने को कहा
सेठानी ने पचाक से उसकी बुर पे थूक दिया और मस्त बुर और मस्त दिखने लगी मैने अपना सूपड़ा उस कोमल गुलाबी योनीप्रवेश द्वार पे रखा और अगली ही पल अपने गन्ने को बिल मे घुसा दिया…. आअहह आआहह मसत्थत्टटटटटटटटटतत्त………… चोदूऊऊऊऊऊऊ मुज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज ईईई ईईईईई…. .बहुउऊुुुुुउउत्त्त तदपि हहुउऊउ 2 डिन्नस्ीईई …तुम्हरीईई इस लुंदड़ड़ के लिए.ईईईईई मैं धक्के मारते रहा वो मुँह के उपर तकिया रख के आवाज़े निकालती रही….. उतने मे बाजू मे अपनी चूत फैला के सेठानी सो गयी… मैने अपना नाग बिल से निकाला और सेठानी के फूल मे अपना हथौड़ा घुसा दिया… सेठानी मदमस्त होने लगी….. माआआआआआररर्र्र्र्र्र्र्र्ररर मेररीइ….आअहह माआआआआअज़ाआाआआआ आआआआआ रहाआ हाइयाीइ…… ज़ॉर्सीई….. ज़ोर्से…
मेरा इतना बड़ा लंड अभी पूरा का पूरा सेठानी की बुर मे फसने लगा, और किसी के बुर मे मेरा पूरा लंड नही समा सकता था अलावा सेठानी के… सेठानी के चूतर जगह पे ही फैल रहे थे और जमे रहे थे … बहू ने सेठानी की चुचिया अपने मुँह मे भर के उनको मस्त चूसना शुरू किया था उसकी वजह से सेठानी के बूब एक दम कड़क और निपल एक दम सख़्त हो गये….
मैने अपना लंड बाहर निकाला…. छोटी बहू के मुँह मे दिया उसने मस्त थूक डाल के उसको मस्त चूसा और फिर अपनी बुर मे ले लिया बहू की दूध से भरी चुचिया घोड़ी अवस्था मे जबरदस्त हिल रही थी… मैने धक्को की गति को तीव्र किया…. उतने मे सेठानी ने आकर लंड बाहर निकाल के मुँह मे भर लिया…गोतिया मुँह मे भर के उनकी अपनी जीब से मस्त मालिश कर दी…
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