RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
मैं थोड़ा परेशान हो गया ,,,,वो नंगे बदन रोते हुए बेड पर बैठकर मेरे गले लगी हुई थी और रोती जा रही
थी,,,उसने मुझे बाहों मे भर लिया और मैने भी अपने हाथों को उसकी पीठ पर रखा लेकिन मस्ती से नही
प्यार से,,,मैने प्यार से उसके सर पर हाथ रखा और बड़े प्यार से हाथ को उसके सर पर फिराते हुए उस से बात
करने लगा,,,,उस से उसके रोने की वजह पूछने लगा,,,,
क्या हुआ कविता,,,,,,तुम एक दम से इतना रोने क्यूँ लगी,,,क्या मुझसे कोई ग़लती हो गई,,,,,
वो कुछ नही बोली बस रोती रही,,,,उसका रोने अब और भी ज़्यादा हो गया था,,,वो बिलख-बिलख कर फुट -फुट कर
रोने लगी थी,,,,मुझे उसको संभालना मुश्किल हो रहा था,,,,,
मैने फिर बड़े प्यार से उसके सर पर हाथ फिराते हुए उस से पूछा,,,,,,,,क्या हुआ कविता ,,कुछ तो बोलो,,
क्या मेरे से कोई ग़लती हो गई,,,,बोलो ना,,प्ल्ज़्ज़ ऐसे रोओ मत तुम,,,,अगर मेरे से कोई ग़लती हुई तो बता दो मैं
चला जाता हूँ यहाँ से,,,,,
तभी उसने अपने सर को मेरे शोल्डर से उठाकर थोड़ा पीछे किया और मेरी तरफ देखते हुए मुझे किस करने
लगी,,,,,,,,,,,नही सन्नी तुम्हारी कोई ग़लती नही है,,,ग़लती तो मेरी है,,,,,इतना बोलकर वो फिर रोने लगी,,,
क्या हुआ कुछ तो बोलो ना,,,तुम्हारी क्या ग़लती कुछ तो बोलो,,,
तभी उसने मेरे मुँह पर हाथ रखा और बोली,,,,,,,अब कुछ मत बोलो सन्नी,,बस मुझे प्यार करो,,मुझे अपनी
बाहों मे भरके बस मुझे प्यार करो सन्नी,,,इतना प्यार करो कि मैं सब कुछ भूल जाउ,,,बस खो जाउ
तुम्हारी बाहों मे ,,,,मुझे प्यार करो सन्नी मुझे प्यार करो सन्नी प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़ ,,प्ल्ज़्ज़ सन्नी ,,वो यही बोलती
जा रही थी और मेरे लिप्स पर हल्की हल्की किस करती जा रही थी,,,,
मैने उसके सर को अपने हाथों मे पकड़ा तो उसने रोते हुए नज़रे झुका ली लेकिन उसकी आँखों से आँसू अभी
भी बह रहे थे,,,,,उसका मासूम चेहरा किसी डर से किसी शरम झुका हुआ था,,,,लेकिन फिर भी वो झुके
चेहरे से नम आँखों से धीर धीरे बोलती जा रही थी,,,मुझे प्यार करो सन्नी,,,मुझे प्यार करो सन्नी,
मैं उसकी मुँह से ये अल्फ़ाज़ सुनके थोड़ा खुश हो गया और थोड़ा बेचैन भी,,,मैने उसके सर को पकड़ा हुआ था
दोनो हाथों से फिर मैने उसके चेहरे को थोड़ा उपर किया ताकि उसकी आँखों मे देख सकू लेकिन जैसे ही
मैने उसके चेहरे को उपर किया उसने अपनी नमी से भरी हुई आँखों को थोड़ा और झुका लिया और मेरे से
डरने लगी शरमाने लगी,,,लेकिन नम आँखों से आँसू रुकने का नाम नही ले रहे थे,,,,मैने आगे बढ़ कर
अपने लिप्स को उसकी एक आँख पर रखा और हल्की किस करदी,,,फिर दूसरी आँख पर भी किस करदी किस करने के बाद
उसकी आँखे बंद हो गई लेकिन बंद आँखों से भी पानी की धारा निकलती जा रही थी,,,,मैने अपनी ज़ुबान को
उसकी चिन पर रखा और आँखों से निकलने वाली आँसू को चिन से चाट-ता हुआ उसकी आँख की तरफ बढ़ने लगा ,
ऐसे ही मैने चिन से होते हुए दोनो तरफ की आँखों से बहने वाले आँसुओं को चाट कर सॉफ कर दिया और फिर
से एक बार उसकी आँखों पर किस करदी,,,,
आँसू पीने के बाद आँखों पर किस की तो उसने दोनो आँखों को खोला और मुझे गौर से बड़े प्यार से देखने
लगी,,,,,,,,
मैं काफ़ी टाइम तक उसके फेस को हाथों मे पकड़ कर उसकी तरफ देखता रहा,,,उसकी आँखों से आँसू अब रुक गये
थे और वो बड़े प्यार से मुझे देख रही थी,,,,,,,,,,,,,कुछ टाइम रूम मे सन्नाटा रहा फिर धीरे से बड़े
प्यार से कविता बोली,,,,,
ऐसे क्या देख रहे हो सन्नी,,ऐसे मत देखो मुझे शरम आ रही थी,,,
मैं कुछ नही बोला बस उसकी तरफ देखता रहा,,,
क्या हुआ सन्नी बोलो ना,,,सन्नी ,,,बोलो ना क्या हुआ,,,,वो बड़े प्यार से बोल रही थी,,
कुछ नही कविता,,,,सोच रहा हूँ तेरे नमकीन आँसू भी मैं किसी मीठे शरबत की तरह पी गया अब
तुझे चाहूं तो कैसे चाहूं किस क़दर चाहूं ,,,,,कैसे प्यार करूँ ,,,
तभी उसने हंस कर शरमा कर मुझे देखा और बड़े प्यार से आगे बढ़ कर मेरे लिप्स पर हल्की किस करदी और बोली,,,,
ऐसे,,,,,ऐसे प्यार करो मुझे सन्नी,,,इतना प्यार करो कि मैं खुशी से पागल हो जाउ,,,,
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