RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
मैं अंदर जा रही हूँ तुम यहीं बैठकर स्टडी करो,,जब तक मैं लंच नही बना लेती तब तक अंदर नही
आना तुम,,,,इतना बोलके वो अंदर चली गई और दरवाजा बंद कर लिया,,,,,उसके जाते ही मैं सर पकड़ कर घास
पर लेट गया,,,,
साला ये तो पंगा है,,,,दूर रहना मुश्किल है सोनिया से लेकिन पास जाना और भी ज़्यादा मुश्किल है,,,करूँ भी
तो क्या करूँ मैं,,,,कुछ समझ नही आ रहा था,,,लेकिन एक बात अच्छी हो गई थी,,मैं खुद उस से दूर
होने की या उसको दूर करने की कोशिश कर रहा था और अब वो खुद ही मेरे से दूर चली गई थी,,,,अब
लंच टाइम तक कोई टेन्षन नही थी,,,,क्यूकी तब तक मैं भी बाहर ही बैठने वाला था या बोलो तो सोने
वाला था,,,,मौसम बहुत अच्छा था मैने बुक साइड पर रखी और सोनिया के बारे मे सोचता हुआ ,,उसके मासूम
चेहरे के बारे मे सोचता हुआ नींद के आगोश मे चला गया,,,,,
नींद मे भी मैं सोनिया के सपने देख रहा था
लेकिन जल्दी ही मेरे सपने मे वो रात आ गई जब मैं कविता के साथ था नंगे जिस्म एक ही बेड पर ,,,
तभी कुछ देर बाद मुझे सोनिया की आवाज़ सुनाई दी,,,,
बस यही आता है तुम्हें या टीवी देखना या सोना,,,,और कुछ नही कर सकता तू,,,सोनिया घर के दरवाजे से बाहर
आते हुए गुस्से से मुझे बोल रही थी,,,,
मैं आँखें मल्ता हुआ उठा और बोला,,,,मैं सो नही रहा था बस बुक रीड करते करते आँखें दुखने लगी
थी इसलिए आँखों को आराम देने क लिए कुछ देर आँखें बंद करके लेट गया था,,,,,
हां हां बुक रीड करते ही तेरी आँखें थकती है,,,अभी तुझे तेरा लॅपटॉप लाके दे दूँ तो उसमे 24 अवर्स
बिना थके गेम खेलता रहेगा टाइम पास करता रहेगा ,कभी नही थकेगा तू और ना तेरी ये आँखें ,,
मैं उसकी बात का कोई जवाब नही दे पाया बस चुप चाप उठके खड़ा हो गया,,,
अब चुप क्यूँ है ,,,,कुछ बोलता क्यूँ नही,,,,वो गुस्से से फिर से बोली,,,,
बोला ना बाबा मैं सो नही रहा था बस थक गया था इसलिए लेट गया,,,,तू बिना वजह क्यूँ गुस्सा करती रहती है
मैं बिना वजह गुस्सा नही करती ,,,तू ही हर बार मुझे गुस्सा दिलवाता है,,,वो फिर से गुस्से से बोली
अब मैने क्या कर दिया,,,,थक गया था तो लेट गया था इसमे तुझे गुस्सा दिवाले वाली क्या बात थी,,,,
तू तो कुछ करता ही नही सन्नी,,,बस गेम खेलता है,,,सोता रहता है,,,टीवी देखता रहता है या अपनी बेहूदा
और घटिया हरकते करता रहता है,,,
मैं सोनिया की बात समझ गया उसका इशारा उस हरकत की तरफ था जब वो मेरे पास घास पर लेटी हुई थी और
उसका टॉप उसकी कमर से उपर उठा हुआ था और मैं उसकी नंगी कमर को देख रहा था,,,,
मुझे कोई बात नही सूझ रही थी इसलिए मैने उसको लंच के बारे मे पूछ लिया,,,,लंच बन गया क्या,,
हां बन गया तभी तुझे बुलाने आई थी,,,,चल आजा अंदर,,,,
मैने सोचा अच्छा हुआ लंच की बात करदी वर्ना पता नही क्या क्या सुनाती रहती ये हिट्लर मुझको,,,,
मैं जल्दी से उसके पास से गुजर कर घर के अंदर चला गया जबकि वो मुझे घुरती रही,,,,
अंदर जाके मैं सीधा माँ के रूम मे गया और मुँह हाथ धो कर बाहर डाइनिंग टेबल पर बैठ गया,,,तब
तक सोनिया ने खाना लगा दिया था,,,,मैने चुप चाप बैठकर खाना ख़तम किया ,,,मैने उसकी तरफ ध्यान
भी नही दिया क्यूकी मुझे पता था वो गुस्से मे है,,,अगर उसकी तरफ देख लेता तो खाना चबाना भी मुश्किल
होता और उसको गले से नीचे निगलना भी ,,,
खाना ख़तम करके मैं सोफे पर जाके लेट गया,,,,और टीवी देखने लगा,,,,
तू फिर से लेट गया,,,अभी सोके थका नही क्या तू सन्नी,,,सोनिया बर्तन किचन मे रखके मेरे पास आके बोली,
अरे मेरी माँ अभी तो लंच किया और अभी फिर से स्टडी शुरू कर दूं क्या,,,कुछ देर तो आराम से टीवी देखने
दो,,,मैने इतनी बात हाथ जोड़कर बोली थी सोनिया से,,,
सोनिया मेरी तरफ देखकर हँसने लगी,,,ठीक है ठीक है,,,,,कुछ देर आराम कर्लो और टीवी देख लो,,,बाद मे मैं
स्टडी करवाउंगी तुझे,,,,फिर कोई बहाना नही चलना तेरा,,,,कि मैं थक गया हूँ ,,आँखें दुखने लगी
है ,,,,
ओके अम्मा जी ,,,अब तो टीवी देखने दो बाद मे जितनी स्टडी करवानी होगी करवा लेना,,,बस कुछ देर आराम करने
दो,,,
ठीक है,,,इतना बोलकर हंसते हुए वो दूसरे सोफे पर जाके बैठ गई और जाते जाते मेरे हाथ से रिमोट छीन कर
ले गई,,,,और फिर अपनी पसंद का एक बोरिंग सा प्रोग्राम लगा लिया वही सास बहू वाला,,,,मैने सोचा कोई बात
नही इसको टीवी देखने दो और अपुन आराम करता है और वैसे भी ऐसा प्रोग्राम देखकर अक्सर नींद अच्छी आने लगती
है,,,,,,,,,,,,
वो बड़े ध्यान से टीवी देख रही थी जैसे टीवी मे खो ही गई थी,,,और मैं उसको देखने लगा था, जैसे वो टीवी मे खो गई थी मैं भी उस मे खो सा गया था,,,
तभी उसकी ज़ुल्फो की एक लट जो उसके चेहरे पर आ गई थी उसने अपनी ज़ुल्फो की उस लट को अपनी उंगली से अपने कान के पीछे करते हुए मेरी तरफ देख लिया और तभी मेरा ध्यान उसकी तरफ ही था,,,,
क्या देख रहे हो सन्नी,,,,उसकी आवाज़ से मैं एक दम चौंक गया,,,
कुछ नही,,मैं तो ये वो,,,ये बोरिंग शो देख रहा हूँ,,,मैने टीवी की तरफ इशारा करते हुए बोला
आए ब्लॅकी इसको बौरिंग मत बोल ये मेरा सबसे अच्छा शो है,,मुझे बहुत अच्छा लगता है ये शो
तुझे अच्छा लगता है तो क्या ये अच्छा हो जाएगा,,,मुझे तो बौरिंग लगता है ,,,इतना ज़्यादा बौरिंग कि मुझे तो
नींद भी आने लगी है ये शो देखकर,,,
वो थोड़ा चिडते हुए,,,बोला ना इसको बौरिंग मत बोल,,,ये मेरा सबसे पसंदीदा शो है,,,ये बात वो थोड़ी
इतराते हुए बोली,,,
हां हां जानता हूँ जैसी तू बौरिंग वैसे तेरे पसंदीदा शो भी बौरिंग,,,,और वैसा ही था तेरा खाना ,,,
इतना सड़ा हुआ खाना आज तक नही खाया मैने,,,
वो थोड़ा गुस्से से बोली,,,,चल चल चुप कर,,मैं तो बहुत अच्छा खाना बनाती हूँ,,,और आज भी इतना अच्छा बनाया
था कि पेट भरके खाया मैने,,,
अपने खाने की तारीफ तू खुद ही कर सकती है मैं नही,,,मैने तो इतना सड़ा हुआ,,इतना फीका खाना आज तक
नही खाया,,,ना मिर्च थी उसमे ना न्नमक था और ना ही कोई मसाला,,,,तेरी तरह बोरिंग है तेरे शो और तेरी
तरह फीका और बिना स्वाद का है तेरा खाना,,,,
ओई ब्लॅकी बोला ना मेरे शो को बौरिंग मत बोल और मेरा खाना तो बहुत अच्छा था ,,बिल्कुल मेरे जैसा
तीखा ,,,मैं भी तो तीखी मिर्च हूँ और मेरा खाना भी तीखा था एक दम स्पाइसी,,,
अच्छा तू तीखी मिर्च है क्या,,,सच मे,,,
हां हूँ,,तुझे कोई शक है,,,वो फिर से इतराते हुए बोली,,,
अच्छा अगर तू तीखी मिर्च है तो मुझे तीखा खाना बहुत पस्संद है,,,मैने इतना बोला और हँसने लगा,,,
लेकिन वो मेरी बात से शरमा भी गई,,फिर एक दम से बोली,,,,अपनी बकवास बंद करले वर्ना मारूँगी तुझे,,
तू मारेगी मुझे,,मैने हंसते हुए उसको चिड़ाते हुए बोला,,,,
हां मारूँगी,,,,और वो भी इस रिमोट से,,,,उसने रिमोट को हवा मे उठा लिया और मेरी तरफ करके मुझे
दिखाने लगी,,,,
चल चल साइड हो,,,बड़ी आई रिमोट मारने वाली,,,खाना तो ठीक से बनाया नही जाता और रिमोट से मारने चली
है मुझे,,,,मैं उसको जान बूझ कर तंग कर रहा था ताकि वो हर्ट हो जाए अपने खाने की बेज़्ज़ती सुनकर और
गुस्से मे वहाँ से चली जाए,,,
मैं उसको हर्ट करने की कोशिश मे था लेकिन गुस्से मे उसने कुछ ऐसा किया जिस से मैं हर्ट हो गया,,उसने
मज़ाक मज़ाक मे रिमोट को मेरी तरफ फेंका और रिमोट सीधा आके मेरी लेफ्ट आँख के बिल्कुल पास आके लगा,,,
उसने तो मज़ाक मज़ाक मे धीरे से मारा था लेकिन रिमोट की एक कॉर्नर काफ़ी ज़ोर से मेरी लेफ्ट आँख के पास
लगी और मुझे बहुत हर्ट हुआ,,,मुझे थोड़ा सा दर्द हुआ और दर्द के मारे मेरे मुँह से अह्ह्ह्ह निकल गई और जल्दी
ही मेरा हाथ मेरी लेफ्ट आँख के उपर चला गया,,मैने हाथ से अपनी आँख को दबा लिया,,,,
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