RE: Sex Hindi Kahani गहरी चाल
"टोनी."
"ह्म्म.",सिगरेट जलते टोनी ने पलट के देखा तो मुकुल को खड़ा पाया.
"तुम..यहा..क्या काम है?",टोनी ने सुनसान सड़क की ओर इशारा किया,शाम के 8 बजे शत्रुजीत के बंगल के पीछे के रास्ते पे शायद ही कोई आता था.
"मुझे नही मेडम को काम है.",मुकुल ने पीछे खड़ी कामिनी की कार की ओर इशारा किया.
"जी,कहिए.",कामिनी ने कार का शीशा नीचे किया तो टोनी ने पुचछा.
"अंदर बैठो टोनी,तुम्हे कुच्छ दिखाना है.",कामिनी ड्राइविंग सीट पे बैठी थी & उसने बगल की सीट का दरवाजा खोल दिया.टोनी 1 बार तो हिचकिचाया मगर फिर बैठ गया,"दिखाइए."
"यह देखो..",कामिनी ने अपने फोन को ऑन कर ठुकराल & शॅरन की बातचीत की रेकॉर्डिंग प्ले कर दी.जैसे-2 क्लिप आगे बढ़ती गयी टोनी के चेहरे पे गुस्से,शर्म & दुख के मिले-जुले भाव गहरे होते गये.उसने कामिनी का फोन छीनना चाहा मगर कामिनी फुर्ती से उसे किनारे कर दिया.
"ये क्या बकवास है!",वो चिल्लाया,"..तुम मुझे बेवकूफ़ बना रही हो..ये सब झूठ है..हां!तुमने कंप्यूटर से ये नकली क्लिप बनाई है."
"अच्छा.",उसने टोनी के दरवाज़े के बाहर खड़े मुकुल को इशारा किया तो उसने पिच्छली सीट से लॅपटॉप उठाया & उसे ऑन करके टोनी & शॅरन के होटेल रूम की रेकॉर्डिंग दिखा दी,"अब इसे भी झूठ कह दो,टोनी."
"मुझे कुच्छ समझ मे नही आ रहा.",टोनी अपने हाथो मे अपना चेहरा च्छूपा के झुक गया.उसके हिलते बदन को देख कामिनी समझ गयी को वो रो रहा था.
"टोनी..",उसने उसकी पीठ पे हाथ रखा,"..मैं समझती हू तुम्हारे उपर क्या बीत रही है..यकीन मानो मुझे पता है बेवफ़ाई का दर्द क्या होता है..मगर शॅरन क्या करती?तुम्ही बताओ.."
"..1 औरत को अपने पति से क्या चाहिए होता है,टोनी..प्यार,इज़्ज़त?..हां..मगर इन सब से भी ज़्यादा ज़रूरी चीज़ है सुरक्षा..सेफ्टी..उसके आने वाले कल की उसके बच्चे की..तुमने उसे ये सुरक्षा दी थी ..कभी नही..क्या तुम 1 अच्छे बाप हो टोनी..नही..जब कमाया तो राजा की तरह जीने लगे नही तो फकीर से भी बदतर ज़िंदगी..ऐसे मे अगर शॅरन को उसके & तुम्हारे बेटे के लिए ठुकराल मे वो सेफ्टी नज़र आई तो इसमे उसकी क्या ग़लती है?"
"..मगर मैं भी तो ये सब उसी के लिए कर रहा हू..",टोनी ने अपने हाथ हटाए तो उसका आसुओं से भीगा चेज़रा नज़र आया.
"हां..मैं जानती हू मगर शॅरन को तुमपे भरोसा नही रह गया था & फिर तुम ठुकराल को नही जानते..वो बहुत चालक & शातिर इंसान है..तुम दोनो के भरोसे के साथ खेल अकर वो अपना मतलब निकाल रहा है."
"मैं क्या करू अब?..मेरी तो दुनिया लूट गयी."
"नही,अभी भी वक़्त है..मैं जैसा कहती हू वैसा करो..मैं शॅरन & ठुकराल के रिश्ते की बात किसी के सामने नही आने दूँगी..भरोसा रखो टोनी,ये राज़ सिर्फ़ हम तीनो के बीच ही रहेगा..केस ख़त्म होने के बाद मैं तुम दोनो & तुम्हारे बच्चे का सही बंदोबस्त कर दूँगी..तुम मुझे सब कुच्छ शुरू से बताओ."
"ठीक है."
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रात 11 बजे तक कामिनी ने दोनो केसस से जुड़े सारे सबूत इकट्ठा कर लिए थे & अब कल के लिए वो पूरी तरह से तैय्यार थी.अब बस सवेरे सुनवाई से पहले उसे शत्रुजीत से बात करनी थी,पिच्छले 1 हफ्ते तक वो उसके रवैय्ये के चलते काफ़ी परेशान रहा होगा मगर अगर कल सब कुच्छ ठीक रहा तो कल उसे भी सारी असलियत पता चल जाएगी.कल....बस अब कल का इंतेज़ार करना था और कुच्छ नही..!
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