RE: Chudai Story अजब प्रेम की गजब कहानी
गुस्सा तो ऐसा आ रहा है की जाकर एक थप्पड़ कस कर गाल पर जमा दू, बेशरम कही का,
अवी- बैठा-बैठा सोचता है, लगता है दीदी मुझ से नाराज़ हो गई है पर मैं भी क्या करू कहा तक मैं छुपाऊ की मैं उसे
कितना चाहता हू वह तो ऐसे समझने को तैयार ही नही है, अब कुछ भी हो जाए मैं दीदी को अपनी बाँहो मे लेकर रहूँगा
मैं उसके बिना नही रह सकता, वह चाहे बुरा माने या अच्छा मैं उससे अपने प्यार का एहसास करा कर रहूँगा, मैं उससे
अभी जाकर साफ कह देता हू कि मैं उससे बहुत प्यार करता हू और मैं उसे अपनी बाँहो मे भर कर बहुत-बहुत प्यार करना
चाहता हू, उसने मुझे पागल कर दिया है, वह दिन रात मेरे दिल को तड़पाती रहती है, उसे क्या पता कि मैं उसको अपनी बाँहो
मे भर कर उसे उपर से नीचे तक चूमने के लिए कितना तड़प रहा हू, फिर वह अपने मन मे सोचता है, नही-नही
मुझे इतनी जल्दिबाजी नही करना चाहिए कही वह मुझसे ज़्यादा नाराज़ हो गई तो मैं उसके बिना कैसे रह पाउन्गा, मैं उसे
नाराज़ नही करना चाहता,
कुछ देर तक अवी वही बैठा रहता है जब उससे नही रहा जाता तो वह उठ कर डिंपल के पास रूम मे आ जाता है और
डिंपल छत की ओर आँखे खोले देखती रहती है और अवी को देख कर अपने मूह को दूसरी ओर घुमा कर करवट ले लेती है
अवी- तोड़ा घबराते हुए, दीदी क्या हुआ तुम ऐसे अचानक क्यो चली आई
डिंपल- उसकी बातो का कोई जवाब नही देती है
अवी- दीदी कुछ बोलती क्यो नही
डिंपल- पलट कर उसकी आँखो मे देख कर क्या है, क्या काम है तुझे मुझसे
अवी- काम तो कुछ भी नही है, पर क्या मैं भी तुम्हारे पास लेट जाउ
डिंपल- उसकी बात सुन कर दूसरी ओर सरक जाती है और अवी मुस्कुराता हुआ उसके पास लेट जाता है और अपना मूह डिंपल की ओर
करके करवट ले लेता है, डिंपल फॅन की ओर देखती हुई सीधी लेटी रहती है
अवी- दीदी इतनी चुप-चुप क्यो हो
डिंपल- उपर देखते हुए, ऐसे ही
अवी- डिंपल का हाथ पकड़ कर इधर देख कर बात करो ना
डिंपल- अपना हाथ छुड़ाते हुए उसकी और गुस्से से देखती हुई बिना छुए बात नही कर सकता क्या
अवी- बिल्कुल मासूम बन कर मैने तो आज पहली बार तुम्हे छुआ है
डिंपल- उसको देख कर थोड़ा मुस्कुराते हुए अवी तू बहुत शैतान हो गया है
अवी- अपनी दीदी को मुस्कुराते देख कर फिर से आत्मविश्वास से भर जाता है और, दीदी एक बात कहु तुम जब मुस्कुराती हो तो
बहुत खूबसूरत लगती हो
डिंपल- मुस्कुरकर उसे देखती हुई, अच्छा
अवी- दीदी एक और बात कहु,
डिंपल- क्या
अवी-दीदी जब तुम गुस्से मे होती हो तो मुझे सबसे ज़्यादा खूबसूरत लगने लग जाती हो, तुम जब गुस्से से देखती हो तो मेरा
दिल करता है कि
डिंपल की हसी अवी की बात सुन कर एक दम से गायब हो जाती है और
डिंपल- उसकी आँखो मे देख कर क्या दिल करता है तेरा
अवी- इधर उधर नज़रे नचाते हुए, कुछ नही
डिंपल- अभी तो तू कुछ कह रहा था
अवी- रहने दो तुम फिर नाराज़ हो जाओगी
डिंपल- ऐसा क्या कहने वाला था तू कि मैं नाराज़ हो जाउ
अवी- अब छोड़ो भी दीदी
डिंपल- कुछ सीरीयस होकर अवी तू जानता है ना कि मैं तेरी बहन हू
अवी- तो
डिंपल- तो तू यह भी जानता होगा कि अपनी बहन के प्रति तुझे कैसा रवैया रखना चाहिए
अवी- दीदी तुम कहना क्या चाहती हो
डिंपल- मैं जो कहना चाहती हू वह तू अच्छी तरह समझ रहा है
अवी- दीदी जब तुम खुद नही समझ पा रही हो कि मैं क्या चाहता हू तो फिर मैं कैसे समझ जाउ कि तुम क्या कहना चाहती
हो
डिंपल- क्या चाहता है तू
अवी- कुछ नही
डिंपल- साफ-साफ बात क्यो नही करता है तू, और अभी क्या कह रहा था कि गुस्से मे मैं बहुत खूबसूरत लगती हू और तेरा दिल
क्या करता है, कही तू अपनी दीदी के बारे मे कुछ ग़लत तो नही सोचता है, और अगर सोचता है तो यह बहुत ग़लत बात है
और तुझे आगे से इन बातो का ध्यान रखना चाहिए
अवी- गुस्सा करते हुए, दीदी मैं तुम्हारा भासन सुनने नही आया हू और एक बात मेरी भी कान खोल कर सुन लो, आगे से
मुझे समझाने की कोशिश मत करना,
डिंपल- गुस्सा करती हुई अब तू इतना बड़ा हो गया कि अपनी दीदी से बहस करने लगा है,
अवी- बेड से खड़ा होकर, डिंपल को देखता हुआ, कोई इतनी बड़ी भी नही हो मुझसे की मुझे जब देखो भाषण देने लगो,
सिर्फ़ एक ही साल बड़ी हो मुझसे और कोई भी देखेगा तो यही कहेगा कि मैं ही तुमसे बड़ा दिखता हू
अवी की बाते सुन कर डिंपल का मूह खुला का खुला रह जाता है और अवी वहाँ से पेर पटकता हुआ बाहर निकल जाता है और
गुस्से मे अपने जूते पहन कर घर से बाहर निकल जाता है, कुछ देर तक डिंपल बेड पर लेटी हुई अवी के बारे मे सोचती
रहती है और फिर सोचती है कि अवी भी अब जवान हो गया है इसलिए उसने गुस्से मे सब बाते कह दी,
लेकिन अवी मे इन दो दिनो
मे बहुत बदलाव आ गया है, कही उसके बदलने का कारण मैं ही तो नही, क्या अवी को मैं, उफ्फ मैं भी क्या-क्या सोचने लग
जाती हू, अभी जाकर उसे मना लेती हू और फिर डिंपल उठ कर बाहर जाती है और अवी को ना पाकर घर के बाहर तक उसे देखने की कोशिश करती है पर अवी नज़र नही आता है और फिर वह वापस कुछ सोचते हुए वापस बेड पर आकर पेट के बल लेट जाती है और उसकी नज़र दूर अलमारी मे रखी हुई अवी की तस्वीर पर पड़ती है और उसके कानो मे स्वीटी की बाते
गूंजने लगती है "डिंपल तेरा भाई तो बहुत हॅंडसम है- और चिकना भी कितना है जब यह हमारे कॉलेज मे आएगा तो
देखना लड़कियो की लाइन लग जाएगी उसे फसाने के लिए"
डिंपल स्वीटी की बात याद करते हुए अवी की तस्वीर देख कर मंद-मंद मुस्कुराने लगती है और फिर वही लेटे-लेटे उसकी
नींद लग जाती है,
क्रमशः........
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