RE: Real Sex Story मीनाक्षी की कामवासना
दस मिनट की चुदाई के बाद ही मैं फिर से झड़ गयी। मेरे झड़ जाने के बाद मोनू ने मुझे बहुत ही बुरी तरह से चोदना शुरू कर दिया। वो इतनी जोर जोर के धक्के लगा रहा था कि मैं हर धक्के के साथ आगे की तरफ़ खिसक जा रही थी। मोनू ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाल लिया और मुझसे ज़मीन पर चलने को कहा। मैं ज़मीन पर आ गयी तो उसने मेरा सिर दीवार से सटा कर मुझे कुत्तिया की तरह बना दिया। उसके बाद उसने बहुत ही बुरी तरह से मेरी चुदाई शुरू कर दी। मेरा सिर दीवर से सटा हुआ था। मैं अब आगे नहीं खिसक पा रही थी इसलिए अब उसका हर धक्का मुझ पर भारी पड़ रहा था।
मैं भी पूरे जोश में आ चुकी थी और अपने चूत्तड़ आगे पीछे करते हुए उससे चुदवा रही थी। वो भी पूरी ताकत के साथ जोर जोर के धक्के लगाते हुए मेरी चुदाई कर रहा था। कमरे में धपधप और चप-चप की आवाज़ हो रही थी। मैं जोश में आ कर जोर जोर की सिसकारियाँ भर रही थी। सारा कमरा मेरी जोश भरी सिसकरियों से गूंज रहा था। मैं और तेज... और तेज...” करती हुई एक दम मस्त हो कर मोनू से चुदवा रही थी। आज मुझे मोनू से चुदवाने में जो मज़ा आ रहा था वो मज़ा मुझे शादी के बाद कुछ दिनों तक ही अपने पति से चुदवाने में मिला था। आज मैं अपनी जिंदगी में दूसरी बार सुहागरात का मज़ा ले रही थी क्योंकि मेरी चूत मोनू के लंड के लिए किसी कुंवारी चूत से कम नहीं थी।
मोनू ने मुझे इस बार लगभग ४५-५० मिनट तक बहुत ही बुरी तरह से चोदा। इस बार की चुदाई के दौरान मैं तीन बार झड़ चुकी थी। सारा वीर्य मेरी चूत में निकाल देने के बाद जब मोनू ने अपना लंड बाहर निकाला तो मैं अपने आप को रोक ना सकी और मैंने उसका लंड चाटना शुरू कर दिया।
वो मुझसे अपना लंड चटवा कर बहुत खुश हो रहा था। मैंने मोनू से पूरी मस्ती के साथ सारी रात खूब चुदवाया। सुबह हम दोनों नहाने के लिए एक साथ बाथरूम में गये। मोनू ने बाथरूम में भी बुरी तरह से मेरी चुदाई की। उसके बाद सारा दिन उसने मुझे कई तरह के स्टाईल में खूब चोदा।
रात के आठ बजे मैं मोनू के साथ डीनर के लिए एक होटल में गयी। होटल से लौट कर आने के बाद मोनू ने सारी रात मुझे बहुत ही अच्छी तरह से चोदा। उसने मुझे पूरी तरह से मस्त कर दिया था। तीसरे दिन सुबह के ८ बजे काल-बेल बजी तो मैंने मोनू से कहा, “जा कर देखो। शायद राज आया है।” मोनू ने एक टॉवल लपेट लिया और जा कर दरवाजा खोला तो राज ही था। मोनू राज के साथ मेरे पास आया। राज ने मोनू के सामने ही मुझसे पूछा, “कैसी रही चुदाई” तो मोनू समझ गया था कि राज को सब कुछ मालूम है।
मैंने कहा, “इतनी अच्छी कि मैं बता नहीं सकती।”
राज बोला, “मोनू का लंड पसंद आया?” तो मैंने कहा, "हाँ, बहुत पसंद आया।”
राज बोला, "कितनी बार चोदा मोनू ने।”
मैंने कहा, 'मैंने तो केवल पूरी मस्ती के साथ मोनू से खूब चुदवाया। मैं नहीं बता सकती कि इसने कितनी बार मेरी चुदाई की। तुम मोनू से पूछ लो, शायद ये बता सके।”
राज ने मोनू से पूछा तो उसने कहा, “बारह बार।”
राज ने कहा, “शाबाश मोनू, बस तुम इसी तरह मीना की चुदाई करते रहो। अभी तो तुम्हें मेरी बीवी की चुदाई भी करनी है। उसके बाद राज ने मुझसे पूछा, “मैं अपनी बीवी को कब ले आऊ?”
मैंने कहा, “मुझे कल तक खूब जम कर चुदवा लेने दो। कल शाम को तुम अपनी बीवी को ले आना।”
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