RE: Hindi Sex Kahaniya प्यास बुझती ही नही
रश्मि, राज और स्मृति तीनो नंगे ही बेडरूम मे आ गये....रश्मि ने झुक कर राज के लंड को अपने होंठो से किस किया फिर चूसने लगा....राज स्मृति की चुचियो को दबाने लगा....साथ ही उन्हे चूसने चाटने लगा.......लंड एक दम रोड बन चुका था.........राज पागल सा हो गया....वो ज़ोर ज़ोर से हान्फ्ते हुए स्मृति को चूसने, चाटने लगा....रश्मि ने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी..ये उसका 1स्ट टाइम ब्लो जॉब था...इससे पहले कभी नही किया था..लंड की मुटाई और लंबाई उसके कंठ तक आ रही थी...कभी कभी जब राज जोश मे आ जाता था तो ज़ोर से लंड घुसा देता था...लंड उसके कंठ तक आ जाता था...जिससे कि वो खांसने लगती पर वो उसके लंड को नही निकालती..................यही प्रक्रिया करीब 30 मीं तक चली.....फिर रश्मि ने उसे छोड़ दिया और स्मृति की गांद और चूत को पकड़ कर कर चाटने लगी....स्मृति की गाड़ और चूत गीली थी क्यो की एक तो नहा कर आई थी दूसरे जम कर चुदाई हुई थी...अभी भी राज का वीर्य उसके आस-होल पर था....चूत और अशोल को चाटने लगी..............................स्मृति जोस मे आ गयी......अब उसने राज को धक्का मारा.....राज बेड पर पीठ के बल सो गया...और स्मृति उसके उपर....
राज लंड ने को अपने हाथो मे लिया और स्मृति की चूत मे डाल दिया और चोद्ने लगा...रश्मि भी वही पर सब कुच्छ देख रही थी....एक हाथ से रश्मि की चुचियो को दबाते हुए स्मृति को चोदे जा रहा था....आज रश्मि को लाइव टेलिकास्ट देखने को मिल रहा था...उसने कभी भी किसी को यू चोद्ते हुए नही देखा था.........और वो भी उसकी सग़ी बड़ी बहन..............हां कभी कभी उसके मा-पापा की चुदाई देख चुकी थी जब वो छ्होटी थी................
स्मृति ने राज के कान मे कहा....सिर्फ़ मुझे ही करोगे या रश्मि को भी...................
मे तो तैयार हू...पर रश्मि ने कहा है कि आज मेरी बहन की सुहागरात है....तुम उसे ही चोदो...मे सिर्फ़ साथ दूँगी............
स्मृति कुच्छ नही बोली...सिर्फ़ चुदति रही......फिर करीब 15 मीं मे ही दोनो ढेर हो गये..............
इसी तरह स्मृति की चुदाई पूरे 1 वीक चली…इस 1 वीक मे स्मृति और रश्मि ने जम कर चुदाई कराई…..स्मृति की चुचिया और चूत काफ़ी बड़ी हो गयी….गांद का तो क्या कहने…उसकी पँतिया छ्होटी होने लगी थी….और ब्रा भी…….पूरा रूम चुदाई का अखाड़ा बन चुक्का था….जब राज घर मे होता …सर्फ चुदाई ही होती रहती…बेडरूम मे, किचन मे, टाय्लेट मे और यान्हा तक की पूजा घर मे भी ये लोग चुदाई कर देते थे……………स्मृति को जम कर चुदाई करना और सेक्सी बाते करने बहुत अच्छा लगता था….तभी उसकी मा का कॉल आ गया…कि तुम वापस आ जाओ……..स्मृति, रश्मि & राज भी नाराज़ हो गये…..पर हर किसी को एक दिन तो जाना होता ही है…इसमे दुख किस बात का……यही सोचकर राज ने कहा…ठीक है साली साहिबा….तुम जाओ…मे फिर आउन्गा जल्द ही…और जम कर तुम्हारी मा के सामने ही चोदुन्गा…..हमे उस पल का इंतजार होगा….स्मृति ने कहा……स्मृति को बस बैठा दिया…और फिर अपने काम पे चला गया……………………………………………………………………………………..
क्रमशः...............................
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