Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस
06-02-2019, 01:33 PM,
RE: Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस
मेरा नाग अब बुरी तरह से फुफ्कार रहा था, सो मेने उसके सर को परे धकेल कर लंड उसके मुँह से बाहर खींच लिया…

उसके चेहरे पर ऐसे भाव आ गये, जैसे किसी बच्चे से उसका मन पसंद खिलौना छीन लिया हो, और आश्चर्य से मेरे चेहरे को देखने लगी…!

मे उसके मन की बात समझते हुए बोला – अब रानी, ये अपने सही बिल में घुसने के लिए तैयार है, ये कह कर मेने उसे उठाकर सोफे पर लिटा दिया, और उसकी तर हो चुकी पैंटी उतारकर फेंक दी…

आहह….. क्या चिकनी चूत थी उसकी, बिल्कुल अधखिली बच्ची के जैसी… थोड़ी सी उभरी हुई, अपना आधे से भी कम मुँह खोले हुए… मानो वो मंद – 2 मुस्करा रही हो…

मे – वाह रानी…! बिल्कुल चिकनी चमेली बन कर आई हो… लगता है, आज ही सफाई की है क्या…

उसने हामी भरते हुए कहा – जीजी ने कहा था, कि आपको सफाई अच्छी लगती है इसलिए आने से पहले ही सॉफ की थी…

तुम्हारी जीजी को कितनी परवाह है.. है ना ! इतना कह कर मेने उसकी पतली – 2 टाँगों को अपने कंधों पर रख लिया… और एक बार उसकी चिकनी चमेली को अपने हाथ से सहला कर मेने उसे चूम लिया….

सस्सिईईईईईईईईईईईई……आहह…..मॉरीइ…माइईईई….उउउफफफफफफफ्फ़…. मेरे चूमते ही उसे मानो 440 व का करेंट लगा हो, फिर मेने जैसे ही अपनी जीभ निकाल कर उसकी मुनिया को चाटा….

गजब ही हो गया…. श्यामा की पतली सी कमर उपर को उठती चली गयी…वो बुरी तरह सिसकने लगी…

मेने उसके भज्नासा को जो थोड़ा सा बाहर को आकर मुँह चमकने लगा था, अपने अंगूठे और उंगली के बीच लेकर मसल दिया…

आआईयईईईईईईईईईईईई…………..नहियीईईईईईई….उूउउफफफफ्फ़…..राजाजीीइई….प्लीज़ अब डाल दो…. हाए…मारीईईईईईई….रीि…अब सहन नही हो रहााआअ….

मेने अपने मूसल पर थूक लगाया, और उसे एक दो बार अपने हाथ से सहला कर अपना सुपाडा उसकी मुनिया के छोटे से छेद पर टीका दिया…

उसके होठों को चूमकर बोला – तैयार हो ना….

उसने हूंम्म्मम… करके हामी भारी…….

फिर मेने उसकी कमर को अपने दोनो हाथों में जकड़ा, और उसे उपर को उठा लिया, साथ ही एक करारा धक्का अपनी कमर में भी लगा दिया…….

नीचे से उसकी कमर का उठना, उपर से मेरी कमर का झटका…. नतीजा….मेरा सख़्त डंडे जैसा लंड उसकी छोटी सी चूत को उधेड़ता हुआ, तीन चौथाई अंदर तक चला गया….

अरईईईईईईई……मैय्ाआआअ….मॉरीईईईईई…….मररर्र्ररर….गाइिईईईईईईईई….. बुरी तरह चीखती हुई श्यामा का सर सोफे से उपर को उठा और वो मेरे सीने से लिपट गयी…

अपने दर्द को पीने के लिए उसने मेरे कंधे पर ज़ोर से काट लिया….और सुबक्ते हुए बोली – पंडित जी छोड़ो मुझे… मर जाउन्गि… जीजी… कहाँ हो..?... बचाओ मुझे….

मेने उसे कसकर अपने बदन से चिपका लिया और उसकी पीठ सहलाते हुए कहा – बस मेरी सौनचिरैया बस… सब ठीक हो गया.. अब और कुछ नही होगा,…

उसे बातों से बहलाकर मेने उसके होठ चूस लिए और अपने हाथों से उसकी गान्ड सहलाते हुए एक उंगली उसकी गान्ड के छेद पर रख कर उसे सहलाने लगा…

इस सबसे उसे थोड़ी राहत मिली… और उसने चिल्लाना बंद कर दिया..

मेने फिर से उसे सोफे पर टीकाया, उसके नन्हे-मुन्ने अमरूदो को सहला कर उसकी कमर पकड़ कर एक और तगड़ा सा धक्का दे दिया…



अब मेरा पूरा लंड उसकी छोटी सी सकरी प्रेम गली में जाकर फँस गया…

वो फिरसे बुरी तरह रोने लगी और सोफे से उठकर मेरे कंधे से चिपक कर सुबकने लगी…

मेने उसकी गान्ड के नीचे हाथ लगाया, उसकी चूत में लंड डाले हुए ही उसे उठा लिया, और अपने बदन से चिपकाए हुए उसको अपने बेडरूम में ले आया…

लंड अपनी चूत में लिए हुए वो किसी छोटी बच्ची की तरह मेरी गोद में चिपकी हुई थी…

बेडरूम का नज़ारा देख कर मेरी आँखें चौड़ी हो गयी…बिस्तर पर दुलारी… मदरजात नंगी.. अपनी चूत में उंगली डाले पड़ी थी, और एक हाथ से अपनी चुचियों को मसल रही थी…

वो बंद आँखों से मज़े में डूबी हुई थी, मेने धीरे से श्यामा को उसके बगल में लिटाया… और धीरे – 2 अपना मूसल उसकी छोटी सी टाइट चूत से बाहर खींचा…

श्यामा के मुँह से कराह निकल पड़ी… दुलारी ने अपनी आँखें खोलकर देखा…और उसके सर को सहला कर बोली – बस एक बार इनके साथ चुदवा लेगी, तो फिर सब ठीक हो जाएगा…

मेरे लंड के साथ उसकी चूत की अन्द्रुनि दीवारें भी बाहर को खिंचने लगी, साथ ही मेरे लंड पर लाल रंग की रेखाएँ सी दिखाई दी…

इसका मतलब, आज सही मायने में उसकी सील टूटी थी…मेने आधा लंड बाहर निकाला और थोड़ा रुक कर फिर से अंदर कर दिया.. वो फिर से कराही लेकिन अब उसे पहले जितना दर्द नही हुआ…

दो चार बार धीरे – 2 अंदर बाहर होने से लंड ने अपना रास्ता बना लिया, अब वो थोड़ा आसानी से आ जा रहा था…

मेने दुलारी को अपनी चूत शयामा के मुँह पर रख कर बैठने को कहा, तो वो मेरी तरफ अपनी चौड़ी चकली गान्ड लेकर उसके मुँह पर अपनी चूत रख कर बैठ गयी…

मे धीरे – 2 अपने धक्कों को गति देने लगा…, दुलारी की चूत से दबे मुँह से अभी भी उसके मुँह से कराह निकल जाती थी..

मेरे सामने एक विशालकाय गान्ड जिसका छेद खुल बंद हो रहा था…

पूछो मत कितना मज़ा आरहा था, ये देख कर, एक नयी चूत जो सही से कुछ पल पहले फटी है, उसके उपर एक अधेड़ औरत अपनी चूत उसके मुँह पर रगड़ती हुई….
Reply


Messages In This Thread
RE: Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस - by sexstories - 06-02-2019, 01:33 PM
Nise story - by Ram kumar - 01-07-2020, 11:26 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,585,001 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 553,876 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,269,099 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 959,413 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,701,120 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,120,712 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,020,679 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,294,368 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,113,595 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 293,050 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 8 Guest(s)