RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
बुआ ऑर डॅड दोनो 10-15 मिनट बाद वहाँ से चले गये ऑर मैने पहले ही शिखा को कॉल
करके मेरे घर आने का बोल दिया था,,,,,बुआ ऑर डॅड के जाने के करीब 15 मिनट बाद बेल
बजी ,,मैने दरवाजा खोला ऑर फिर वापिस आके सोफे पर बैठ गया,,,करीब 20 मिनट बाद
फिर बेल बजी ऑर मैने दरवाजा खोला तो सामने शिखा दीदी खड़ी हुई थी,,,या अल्लाह क्या लग
रही थी वो ,,एक तो गोरा रंग उपर से काले रंग का तंग पयज़ामी ऑर कुरती वाला सूट जिसमे से
एक एक अंग का नाप लेना आसान हो जाता है ऑर उपर से दीदी का भरा हुआ बदन मैं तो एक
पल को बेहोश होने को था,,ऐसा नही था कि शिखा हो पहली बार देखा था लेकिन आज तो वो
कयामत ही लग रही थी,,,,,हो ना हो रास्ते मे आते टाइम जिस मर्द ने भी उसको एक नज़र देखा
होगा दुआ मे उसी को माँगा होगा चाहे एक रात के लिए ही सही लेकिन माँगा ज़रूर होगा,,सच
मे आज तो जान निकाल कर रख दी थी शिखा ने ,,,,,,,,,मैने दरवाजा खोला तो वो अंदर आ गई
अभी मैने पलट कर दरवाजा बंद भी नही किया था कि शिखा जल्दी से मेरे से लिपट गई,,
शिखा--ऊहह सन्नी तुझे नही पता मैं कितना तड़प रही थी तेरे बिना मेरी चूत को कितनी आग लगी हुई
थी तेरा लंड लेने की,,इतना बोलते ही दीदी ने मेरे लिप्स को कस्के अपने लिप्स मे जकड लिया ऑर तभी
अपने हाथ को मेरे लंड पर रखके कस्के दबा दिया ,,इस से पहले मैं कुछ कहता या बोलता
दीदी ने मुझे जबरदस्त तरीके से किस करना शुरू कर दिया,,,तभी मैने दीदी को पीछे
किया,,,,,,,,,,,
सन्नी--रूको दीदी पहले दरवाजा तो बंद करने दो ऑर ज़रा आराम से बोलो अगर किसी ने आपकी
आवाज़ सुन ली तो पंगा हो जाना है,,,,,,,,,,
शिखा--कॉन सुनेगा मेरी आवाज़ सन्नी घर पे कोई है क्या,,,,,,
मैं एक पल चुप रहा,,,,,,,,,,,,दीदी घर पे तो कोई नही है लेकिन फिर भी आप थोड़ा धीरे
बोलो प्ल्ज़्ज़ ,,,,,,,,,,,
शिखा--ओके बाबा अब जल्दी कुछ करो मेरे से रहा नही जाता,,,,,,,,,,
मैने दरवाजा बंद किया ऑर दीदी को अपने साथ माँ के रूम मे ले गया अभी मैं बेड पर
बैठा ही था कि दीदी ने रूम मे आते ही जल्दी से कपड़े निकालना शुरू कर दिया ऑर मेरे देखते
ही देखते दीदी एक दम नंगी हो गई,,,,,,,
सन्नी-लगता है कुछ ज़्यादा ही आग लगी है दीदी आपकी चूत मे ,,,,,,,,,,,,,,,,
शिखा--हाँ सन्नी तू नही जानता कितनी आग लगी हुई है मेरी चूत मे,,कब्से तड़प रही है मेरी
चूत तेरे लंड का पानी पीने के लिए ,,,,एक बार इसको अपने लंड का पानी पीला दे फिर इसकी आग
भुज जाएगी,,,,,,,,,,,,,इतना बोलते हुए दीदी खुद अपनी चूत मे उंगली करती हुई ऑर एक हाथ से
अपने बूब्स को मसल्ति हुई मेरे करीब आ गई,,,,
दीदी ने मेरे करीब आते ही अपनी चूत के पानी से सराबोर उंगलिया चूत से निकाली ऑर मेरे
लिप्स पर रख दी ,,,उंगलियों पर चूत का पानी लगा हुआ था उंगलियाँ मेरे लिप्स पर लगते ही
उसकी नमकीन ऑर मदहोश करने वाली खुसबू से ना जाने कब मेरे लिप्स खुल गये ऑर दीदी की
उंगलियाँ मेरे मुँह मे चली गई ऑर मुँह मे जाते ही मैने उग्लियों को चूसना शुरू कर दिया
तभी दीदी ने जल्दी से अपनी उंगलिया वापिस खींच ली ऑर फिर से थूक से सराबोर उंगलिया
अपनी चूत मे घुसा दी ऑर वापिस चूत के पानी से भिगो कर उंगलियों को मेरे मुँह मे डाल
दिया,,,मैने जल्दी से दीदी को कमर से पकड़ा ऑर बेड पर अपनी तरफ खेंच लिया ऑर पलट कर
दीदी को बेड पर लेटा दिया ऑर खुद बेड से खड़ा हो गया ,,,अब दीदी बेड पर नंगी पीठ के
बल लेटी हुई थी ऑर मुझे देखते हुए अपनी चूत मे उंगलिया करते हुए अपने बूब्स को मसल
रही थी उसके चेहरे पर वासना ऑर सेक्स की तड़प सॉफ नज़र आ रही थी,,,मैं भी अब पूरी
मस्ती मे आ गया था ऑर अपने कपड़े निकालने मे लगा हुआ था,,,,कुछ पल मे ही मैं भी
नंगा हो गया मेरे नंगा होते ही दीदी जल्दी से उठी ऑर मेरे आधे खड़े लंड को जल्दी से
मुँह मे भर लिया ऑर खुद बेड पर झुक कर घुटने मोड़ कर कुतिया बन गई ऑर तेज़ी से मेरे
लंड को मुँह मे लेके अपने सर के साथ-साथ अपनी कमर ऑर बाकी जिस्म को भी तेज़ी से आगे पीछे
करने लगी,,,मेरा लंड जो अभी आधा ही खड़ा हुआ था दीदी के गम ऑर सॉफ्ट लिप्स ऑर थूक से
भीगी हुई ज़ुबान के संपर्क मे आके पूरी ओकात मे आ चुका था मेरे को कुछ ही पल मे
इतनी ज़्यादा मस्ती चढ़ने लगी थी कि ज़मीन पर खड़े हुए मेरी कमर भी आगे पीछे हिलने
लगी थी ऑर मैं भी अपनी कमर को हिला कर अपने लंड को दीदी के मुँह मे घुसाने मे लगा
हुआ था,,,अब तक दीदी काफ़ी ऐकसपर्ट हो चुकी थी मेरा लंड चूसने मे पहले पहले तो मेरा
मूसल आधा भी नही ले पाती थी लेकिन अब तो पूरा गले के अंदर तक लेके जाती थी फिर भी ऑर
ज़्यादा अंदर करने को बोलती थी,,,,दीदी घुटने मोड़ कर अपने हाथों को बेड पर टिका कर
कुतिया की तरह झुकी हुई थी मैं मैं ज़मीन पर खड़ा हुआ अपने लंड को दीदी के मुँह
मे तेज़ी से अंदर बाहर करते हुए उनकी कमर को कस्के पकड़ कर लंड से दीदी के मुँह की
चुदाई कर रहा था मेरा लंड पूरा दीदी के मुँह मे जा रहा था फिर भी वो अपनी ज़ुबान को
बाहर निकाल कर मेरे लंड के घुसने के लिए ऑर जगह बन रही थी अपने मुँह मे ,,,,मेरा
लंड दीदी के गले से नीचे उतर रहा था ऑर मुझे किसी टाइट गान्ड की चुदाई का मज़ा आ
रहा था,,,,मैं करीब 10 मिनट तक ऐसे ही दीदी के मुँह को चोदता रहा फिर दीदी के मुँह
मे ही झड गया जब तक मेरे लंड ने पानी की आखरी बूँद तक दीदी के मुँह मे नही निकाल
दी थी तब तक दीदी ने मेरे लंड को बाहर नही निकालने दिया अपने मुँह से ऑर जब लंड ने सारा
पानी निकाल दिया तो दीदी ने लंड को अच्छी तरह चाट कर सॉफ कर दिया ऑर अपने मुँह से निकाल
दिया ,,जो थोड़ा बहुत पानी दीदी के मुँह से निकल कर उनकी चिन पर आ गया था दीदी ने उसको भी
अपने हाथ से सॉफ किया फिर हाथ से भी मेरे पानी को ज़ुबान की मदद से चाट लिया ऑर फिर
खुद पलट कर चूत मेरे सामने करके लेट गई मैने भी दीदी का इशारा समझा ऑर जल्दी से
ज़मीन पर घुटने के बल बैठ गया ऑर अपने सर को दीदी की चूत की तरफ बढ़ा दिया फिर दोनो
हाथों से दीदी को टाँगों को पकड़ा ऑर अपनी तरफ खींच लिया ऑर जल्दी से मुँहको दीदी की
चूत पर लगा कर तेज़ी से चूत के लिप्स को मुँह मे भर लिया ऑर चूसने लगा,,,
|