RE: Antarvasnax शीतल का समर्पण
शीतल ने अपनी पैटी और ब्रा से वसीम का वीर्य सूँघा और चाटा ये कहानी है शीतल की। शीतल के समर्पण की। मात्र 23 साल की शीतल अपनी कमसिन काया से किसी भी मर्द के जिम में उबाल ला सकती थी। अमीर और बड़े घर में पली बढ़ी शीतल की नई-नई शादी हुई थी। अभी वो मात्र 23 साल की थी और अपने जवान जिस्म और मन में ढेरों अरमान लिए वो अपने पति के घर आई थी।
उसका पति विकास भी एक बैंक में काम करता था। शीतल बेहद खूबसूरत और मासूम चेहरे वाली लड़की थी जिसका कमसिन जिश्म कातिल अंदाज का था। 32-26-34 के फिगर के साथ वो किसी का भी मदमस्त कर सकती थी। शीतल एक बेहद ही शरीफ लड़की थी और यकीन मानिए की उसका कभी किसी के साथ कोई चक्कर नहीं रहा। बचपन से वो लड़कों को अपनी तरफ आकर्षित होता देखती आई है और इसे बहुत ही सलीके से वा इग्नोर करती आई है।
शीपल ऐसे साफ महाल में पली बदी, जहाँ लोगों की मदद करना, शिष्टाचार से रहना सीखी थी। शीतल की शादी के अभी तीन महीने ही हुए थे की उसके पति का ट्रांसफर एक दूसरे शहर में हो गया। शीतल अपने जिंदगी में पूरी तरह खुश थी और उसे अपने जीवन में कोई समस्या नहीं थी। ये तीन महीने बड़े ही मजे से गुजरे थे शीतल के। पति के साथ एक शानदार हनीमून मनाकर लौटी थी शीतल। एक लड़की को जो जो चाहिए था सब मिला था उसे। बिकास हैंडसम था और बहुत केयरिंग था। वो भी शीतल जैसी हसीन बीवी पाकर बहुत खुश था और दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे।
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विकास नये शहर में जोयिन तो कर चुका था, लेकिन सही घर ना मिल पाने की वजह से वो शीतल को अपने साथ नहीं ला पाया था। दोनों के दिन और रात बड़ी बैचैनी से कर रहे थे। किसी तरह विकास ने एक सप्ताह गजारा और एक घर किराये में ले लिया। हड़बड़ी में विकास को कोई घर मिल नहीं रहा था तो उसके बैंक के चपरासी मकसूद ने उसे एक घर बताया जिसे विकास ने आनन-फानन में देखकर पसंद भी कर लिया और एडवांस देकर किराये में ले लिया।
विकास ने जो घर किराये में लिया था बा एक मुस्लिम का घर था। एक 50 साल का मुस्लिम मर्द वसीम खान जो अकेला रहता था। उसका घर बहुत बड़ा सा था और उसने विकास को अपने घर का पूरा ग्राउंड फ्लोर किराये में दे दिया था। ऊपर आधे छत पे दो बेडरूम हाल किचेन था जिसमें वसीम खुद अकेला रहता था। बाकी आधी छत खाली थी। सीढ़ी से चढ़ते ही लेफ्ट साइड में एक छोटा सा रूम था जिसमें बस कचरा भरा हुआ था। उसके बाद खाली जगह थी जहाँ कपड़े सुखाने की जगह थी और उसके बाद वसीम का रूम था।
पूरे छत पे 4' फुट की बाउंड्री की हुई थी। नीचे का पूरा ग्राउंड फ्लोर विकास और शीतल को मिल गया था। 4 बेडरूम, बड़ा सा डाइनिंग हाल, किचेन सब मिल गया था विकास को और बो भी बहुत कम किराये पे।
शीतल भी विकास के साथ नये शहर और नये घर में शिफ्ट हो गई। शीतल बहुत खुश थी। उसके सास, ससुर, ननद विनीता और मम्मी, पापा और बहन संजना भी यहाँ आकर कुछ दिन रहकर गये। सबको घर बहुत अच्छा लगा लेकिन सबको एक ही प्राब्लम थी की ये मुस्लिम का घर है, लेकिन विकास सबको समझा लिया था।
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