RE: Antarvasnax शीतल का समर्पण
उसने पैंटी को रख दिया और ब्रा को उठा लिया और सूंघने चाटने लगी। वो वसीम के वीर्य लगें पैंटी को अपनी चूत पे रगड़ने लगी और उंगली अंदर-बाहर करने लगी। वो पागलों की तरह अपनी कमर उछालने लगी जैसे वो चुद रही हो। उसने बा के कप को अपने मैंह पर रख लिया और हाथ के सहारे अपने जिस्म को ऊपर उठाई और कमर उठाकर चुदवाने जैसी उंगली अंदर-बाहर करते हुए कमर ऊपर-नीचे करने लगी। उसकी चूत में पानी का फवारा छोड़ दिया और शीतल हाँफती हुई सोफे में पर गई। पहली बार से ज्यादा हॉफ नहीं थी शीतल और पहली बार से ज्यादा मजा आया था उसे।
शीतल हॉफ्ती हुई सोफे पेही पर गई। उसकी आँखें बंद थी और चेहरे पे असीम स्कूल था। जिएम मशीने से भीग गया था। हवा उसके जिम को ठंडक पहुँचा रही थी। उसकी आँख लग गई। वो इसी तरह नंगी ही सोफे में सो गई थी।
जब से शीतल बड़ी हुई थी ये पहली बार हुआ था की वो इस तरह घर में नंगी हुई थी और नंगी साई थी। यहाँ तक की शादी के बाद भी विकास से चुदवाने के बाद भी वो कपड़े पहनकर ही गम से बाहर निकलती थी और बाथरूम या किचेन जाती थी।
विकास ने कहा भी था की यहाँ कौन है जो कपड़े पहन लेती हो, नंगी ही हो आओ बाथरूम से या नंगी हो सो जाओ। लेकिन शर्म की बजह से शीतल ऐसा कर नहीं पाती थी। चुदाई के बाद वो तुरंत ही कपड़े पहन लेती थी।
लेकिन आज वो अपने मन से घर में नंगी हो गई थी और एक के बाद एक और बार चूत में उंगली डालकर पानी निकाली थी।
लगभग 5:00 बजे शीतल की नींद खुली तो उसे खुद पे शर्म भी आई और आश्चर्य भी हआ की ये क्या हो गया है आज उसे? वो बाथरूम जाकर नहा ली और फिर फ्रेश होकर विकास के आने का इंतजार करने लगी।
आज रात को खाना खाते वक़्त शीतल विकास से बसीम चाचा के बड़े में पूरी की "वसीम चाचा अकॅलें क्यों रहते हैं, इनकी परिवार कहाँ गई?"
विकास को भी ज्यादा कुछ पता था नहीं तो जो मोटा मोटी पता था उसने बताया की- "काफी साल पहले एक आक्सिडेंट में इनकी बीवी की मौत हो गई थी और इसमें दूसरी शादी नहीं की और बच्चे बाहर रहते हैं."
शीतल को अपने स्वाभाव के अनुसार वसीम खान पे उसे दया आने लगी की एक इंसान इतने साल अकेले कैसे गुजार रहा है और ऐसे में अगर कोई मेरी जैसी लड़की उसके सामने रहेंगी तो वो भला खुद को कैसे रोक पाएगा? पुरुष के जिश्म की जरूरतें होती हैं और वसीम चाचा ने इतने सालों पे अगर खुद पे काबू किया हुआ है तो ये तो बहुत बड़ी बात है। ये तो सरासर मेरी गलती है की मैं ही इनकी परेशानी का सबब हूँ..."
शीतल फिर विकास से पूछी- "इन्होंने दूसरी शादी क्यों नहीं की। मुसलमान लोगों में तो 4 शादियां जायज हैं तो इन्होंने पहली पत्नी के मर जाने के बाद भी दूसरी शादी नहीं की..."
विकास हँसते हुए बोला- "मुझे क्या पता जान की इन्होंने दूसरी शादी क्यों नहीं की? लेकिन नहीं की और अकेले ही अपनी जिंदगी गुजर रहे हैं..."
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