RE: Antarvasnax काला साया – रात का सूपर हीरो
(UPDATE-24)
कुटुम्ब उत्त्के अपने सारी का पेटीकोट और ब्लाउज उतार देती है…और फिर काला साया के लंड को झुककर चूसने लगती है…काला साया उसके छातियो को बराबर दबाने लगता है और उसके सख्त निपल्स को भी मसलता है….कुटुम्ब बड़ी बड़ी ज़ोर से लंड की मूठ मारने लगती है और उसे मुँह में भरके चूसने लगती है कुटुम्ब फिर अपने हलक से लंड निकलती है और फिर अपने पेटीकोट का नारा खोलने लगती है…काल साया कुटुम्ब के पेंट पे मुँह रखकर उसे चूमने लगता है और उसे स्ट्रेच मार्क्स के ऊपर के मोटे तोंद निकलकर नाभी के भाग को मुँह में भर लेता है उसके नाभी में जुबान डालता है कुटुम्ब सिसक रही थी…आहें भर रही थी….नीचे पति घोड़े बेचके सो रहा था…और ऊपर पत्नी किसी गैर्ड मर्द की घोधी बनकर चुदाया रही थी….कुटुम्ब धीरे से अपने पूरे शरीर का बाहर काल साया के गोद पे बैठकर देने लगती है….नीचे से काला साया धक्के पेलने लगता है
कुटुम्ब की झाँटो भारी चुत में लंड बारे अच्छे से अंदर बाहर होने लगता है….कुटुम्ब उहह आहह करके करके आवाज़ करने लगती है…वो धीमें से कर रही थी ताकि उसके पति को ना सुनाई दे ने लगे….और काला साया भी चुस्ती से कुटुम्ब के चुत में लंड पेलता रहता है….फिर कुटुम्ब खुद ही उछाल उछाल के काला साया के लंड के ऊपर कूदने लगती है..क्ाअल साया उसे तुरंत उठा देता है और उसे गाय बनकर उसके पीछे कहरा होकर गान्ड में ही लंड घुसा देता है गान्ड का छेद घपप से लंड को अपने अंदर स्माआ लेता है
और फिर काला साया बारे ही काश क़ास्सके कुटुम्ब को चोदता है….कुटुम्ब ज़ोर से सिसकने लगती है….उसे बर्दाश्त नहीं हो पा रहा था उसके जिंदगी में किसी मर्द ने उसे इतना ज़ोर से चोदा नहीं था…काला साया गुस्से में उसे बारे ही करार धक्के पेलने लगता है और कुछ ही देर में जब उसके अंदर काबू नहीं रही पाता…वो वैसे ही हालत में कुछ धक्के लगाए कुटुम्ब की गान्ड से लंड को बाहर खींच लेता है “झुक जा”…कुटुम्ब वैसे ही करती है….और काला साया उसके होठों पे लंड मसलने लगता है और फिर मुठीी मरते हुए उसके मुँह में ही लंड का पानी चोद देता है चेहरा पूरा लंड के रस भीग जाता है बाल में भी लग जाता है कुटुम्ब बस रोई सूरत बनकर सुबकने लगती है उसे इम्तहान गीन आ रही थी इसमें कोई शक नहीं था….
कुछ देर बाद काला साया अपने आपे में नाके जल्दी से अपने कपड़ों को पहन लेता है और कुउतुंब को उठाकर उसे भीगे लंबो को चुम्म लेता है म्म्म्ममम अब बॅस करो….कुटुम्ब थोड़ा विरोध करती है…क्ाअला साया उसे अनके मर के किसी तरह चाट पे फहांडते हुए दूसरे गली में कूदके अपनी बाइक स्टार्ट के वहां से निकल जाता है…कुटुम्ब के जान में जान आती है और वॉ फौरन शीशे में खुद को नंगी और वीर्य से भीगी देखकर फ़ौरान्न्न् खिजलके चीख उठती है उसे ऊस सर्द रात को भी नहाना पढ़ता है ठंडे पानी से और फिर खुद को साफ सुथरा करके वो अपने कमरे में घुस्सके दरवाजा बंद कर लेती है
काला साया ने कुटुम्ब को अब ऐसे ही अपनी रखैल बनान शुरू कर दिया….कभी उसे पुराने खेत कभी उसे उसी के घर में ँघुस्सके पति और बेटे के ना होने पे…कभी उसे गुसलखाने में ही चोदा…धीरे धीरे खुद कुटुम्ब क्ाअल साया की आदि होने लगी…..और वो जब कहता है तब वो एक इशारे पे ही फलाने ठिकाने एरिया में पहुंच जाती चुदवाने….अब जानती थी काला साया उसके जीवनकाल तक उसे चोदते रहेगा…ये बात वो अंजर को कह भी नहीं सकती थी….पहले शांतलाल और अब उसका भी बाप काला साया…कुटुम्ब ने दो बार तो ई पिल खाया जो सवाल उसके पति ने भी किया तो ऊसने कहा सोते वक्त वो खुद उसे चोदता है….अंजर हँसी में टाल देता…इधर काला साय ने चाल चलनी शुरू की
और फौरन ऊस रात…साहिल ब्रांडे में दारू पी रहा था आज उसे तारक महसूस हो रही थी बाप मां घर पे नहीं थे….वॉ कंप्यूटर ऑन करके ब्लू फिल्म क्लिप लगाने को हुआ तभी उसे ज़मीन पे एक सीडी मिलती है….साहिल उसे उठाने के लिए झुकता है और उसे लगता है “अरे वाह लगता है बाबा मां ब्लूएफील्म देखते है साले बताते नहीं बारे चालू”…..साहिल को लगा की ये सीडी उसके मां बाप देखते है जैसे ही वीडियो ऑन हुआ साहिल की मुस्कुराहट एक पल में गायब हो गयी और वॉ बहुत की तरह सफेद हो गया ऊस्की जुबान बाहर निकल गयी आँख बारे हो गये
कुटुम्ब शांतलाल के साथ चुदाया रही थी….दोनों आहह आहह करके आहें भर रहे थे…”यययय..कय्याअ बाबा का दुश्मंन मेरी मां के सतह”…..साहिल को कुछ समझ ना आया…और ऊसने क्लिप और आगे की…तभी उसे दिखता है की एक मुकोता पहना काला साया ऊस्की मां को चोरी छुपी उसी के ऊपर वाले गुसलखने में टॉयलेट में चोद रहा है दो तीन क्लिप्स को देखकर साहिल चिल्ल्ल उठा…”मां तुमने इतना बड़ा झूठ छुपाआ साली तू एक रंडी हाीइ अभी बाबा को बताता हूओ”….जैसे ही साहिल ने वो सीडी निकाली तभी उसके सर पे एक ज़ोर का वार हुआ उसके बाद वो कब बिस्तर पे ही देह गया पता नहीं
तभी किसी ने उसके मुँह पे काला काप्रा बँधा…और उसे पकड़कर सीडियो से घस्सिटता हुआ फौरन गाड़ी में लाके सवार कर देता है….चोट इतना गहरा था की साहिल पूरे दो घंटे तक बेहोश रहता है….जब ऊस्की आंखें खुलती है तो बल्ब की रोशनी से वो आँख ढक लेता है….और फिर तभी उसके सामने दिव्या खड़ी दिखती है गुस्से में एकदम लाल और ठीक उसके बगल में क्ाअल साया
साहिल अपने सर को झाधते हुए खुद के हाथ पाओ का बाँधा महसूस कर सकता था…ऊसने फौरन सामने दिव्या को खड़ा देखा मुस्कुराते हुए साहिल का पारा चढ़ गया
साहिल्ल : सालीइी मदारचोड़दड़ तूने मुझे ऐसे बाँधा कैसे????
साहिल की निगाह परछाई से सामने आते काला साए पे पड़ी वो थोड़ा घबरा गया मुक्के का दर्द का अहसास अब भी था…”सीसी…काला साया टीटी..तूमम दोनों”……साहिल घबराते हुए अपने रसियो बँधे हाथ को झधते हुए
काला साया : हाँ हम दोनों जिस लड़की के साथ तूने इतना नाइंसाफी किया जिसे मौत के कगार पे चोद दिया ऊस्की इज्जत आबरू सब छीन ली तूने और तेरे परिवार ने
साहिल्ल : देख काला साअया मैंने कोई गुणाहह नहीं कियाअ
काला साया : गुनाह करने वाला कभी गुनहगार खुद को नहीं कहता पर तू आज काला साया की साए में है और आज तुझपे मेरा मुक़दमा चलेगा
काला साया दिव्या के उबलते आँसुयो को देखता है….गुलाबी निगाहों से दिव्या काला साया की ओर देखती है…”मुक़दमा नंबर 1 एक मासूम लड़की जो ग़रेबे लाचार है उसे प्यार के जालने में फंसाया मुक़दमा नो.2 सेक्स सुअल हररासेमेंट यानि उसके साथ छेद चाढ़ मुक़दमा नो.3 बारे बारे वादे करके ऊसको जब चाहा तब फक किया मुक़दमा नो.4 जान से मारने की धमकी और मां का अत्याचार”…..साहिल झल्ला पारा
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