RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
शमित: “चलो मम्मी अब आप घोड़ी बन जाओ”
ज्योति अपने घुटनो और हाथ के पंजो के बल बैठ कर घोड़ी बन गयी. ज्योति के बड़े बूब्स उसकी छाती से लटक गये. शमित पास मे आया और अपनी उंगलिया ज्योति की नंगे बदन पर फेरने लगा.
फिर अपनी उंगलिया ज्योति की गान्ड की दरार मे फेरने लगा और गान्ड के गाल भी थोड़ा दबा कर देखने लगा. दूसरे हाथ से ज्योति के लटके बोबोस को दबाने और दबोचने लगा.
शमित ने अपनी एक उंगली अचानक से ज्योति की गान्ड के छेद मे उतार दी और ज्योति की एक आ निकल गयी. यह देखकर डॉली भी थोड़ा ऊच्छल पड़ी. शमित ने अपनी उंगली को ज्योति की गान्ड मे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया. ज्योति भी गुदगुदी के मारे हल्की सिसकी मार रही थी.
शमित: “क्या हुआ मम्मी, कभी अपनी गान्ड मे उंगली नही करवाई क्या!”
शमित ने एक हाथ से ज्योति के बूब्स को दबाना अभी भी जारी रखा था. फिर अपनी उंगली ज्योति की गान्ड से बाहर निकाली और घोड़ी बनी हुई ज्योति के सामने पैर चौड़े कर लेट गया.
शमित: “चलो मम्मी, अब मेरी गोटिया को चाटो”
शमित ने अपने पाव खोल कर अपने लंड को ज्योति की चूत के सामने कर दिया. डॉली अपन सर ना मे हिला रही थी. ज्योति ने सर नीचे करते हुए अपनी ज़ुबान बाहर निकाली और शम्मित की गोटियो को चाटना शुरू कर दिया.
शमित का लंड फिर से कड़क होने लगा और गोटिया भी कड़ी होती रही. शमित “आ, अया, मज़ा आ रहा हैं मम्मी, करते रहो “ बोलता रहा. ज्योति कुच्छ देर तक शमित की गोटियों को चाटती रही.
शमित ने ज्योति को फिर वहाँ पड़े सोफे पर उपर टांगे कर बैठा दिया. दोनो पाव चौड़े हो गये और ज्योति की बालो भारी चूत खुल गयी. शमित ने अपनी ज़ुबान बाहर निकाली और चूत की दरार मे नीचे से उपर की तरफ एक बार चाटा.
ज्योति ने एक गहरी साँस ली और उसकी आवाज़ सबको सुनाई दी. शमित ने अपनी उंगली से ज्योति की चूत के बाहरी हिस्से को रगड़ा.
शमित: “चूत पर बाल बहुत हैं आपके मम्मी. लगता हैं आपको कोई रेग्युलर्ली चोदता नही हैं. डॉली तुम अपनी चूत दिखाओ”
डॉली ने थोड़ी हिचकिचाहट के साथ अपनी लेगिंग नीचे की और अपनी चूत दिखाई जो सफाचट थी.
शमित: “देखो मम्मी, तुम्हारी बेटी ने चूत कैसी सॉफ रखी हुई हैं”
डॉली ने अपनी लेगिंग फिर से उपर कर दी. शमित ने थोड़ी देर और ज्योति की बालो भरी चूत पर हाथ रगड़ते हुए सहलाया. फिर अपनी उंगली थोड़ी से चूत के छेद मे उतार कर हल्का सा अंदर बाहर किया.
ज्योति की चूत गीली हो चुकी थी और उसकी आहें निकलने लगी. शमित ने फिर अपनी उंगली पूरी जितना चूत के अंदर उतार सकता था उतनी अंदर उतार दी. ज्योति की आँख बंद हो गयी और गहरी साँस लेने लगी.
शमित: “मम्मी, मज़ा आ रहा हैं ना!”
मगर ज्योति ने कोई जवाब नही दिया क्यू की सारे जवाब ज्योति की आहों से आ रहे थे. शमित ने अपनी पूरी उंगली को ज्योति की चूत मे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया तो ज्योति की लगातार आआहएं बढ़ने लगी.
शमित: “देखो तो मम्मी के मम्मे कितने टाइट हो गये हैं और रोंगटे खड़े हो गये हैं. डॉली इसका क्या मतलब हैं ज़रा बताओ तो?”
डॉली थोड़ा सकुचा सी गयी. मगर शमित ने उसको फिर से पूछा तो डॉली को जवाब देना पड़ा.
डॉली: “मम्मी की चुदने की इक्षा हो रही हैं”
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