Antarvasnax मेरी कामुकता का सफ़र
12-27-2021, 01:02 PM,
#28
RE: Antarvasnax मेरी कामुकता का सफ़र
मैंने अब अपने एक हाथ से दोनों वक्षो को कवर किया और दूसरे हाथ को फ्री करते हुए उसके उस हाथ की तरफ बढ़ाया जो मेरा लहंगा खोलने वाला था। नाडा लहंगे के बाहर था बस खींचने की देर थी पर मैंने उसके हाथ को झटका दिया और अपना नाडा कस कर पकड़ लिया।

अपने सीने को एक्सपोज़ होने से तो नहीं बचा पायी थी पर अब नीचे के अंग को तो बचाना ही था। मेरे जिस हाथ में नाडा था उसने वो कलाई पकड़ी और तेजी से हाथ ऊपर किया। मेरे हाथ में जो कस के नाडा पकड़ा था मेरे हाथ के ऊपर जाते ही झटके के कारण खिंच गया और उसकी गांठ खुल गयी। मेरा हाथ इतना ऊपर गया कि ऊपर जाते ही नाडा भी छूट गया और मेरा लहंगा धड़ाम से नीचे जमीन पे जा गिरा।

उसका हाथ अब मेरी पैंटी की तरफ बढ़ा। मैं अपना हाथ तुरंत नीचे ले जाकर अपनी पैंटी को टाइट पकड़ कर ऊपर की खिंचने लगी। वो उसे नीचे खिंच रहा था और मैं ऊपर की तरफ।

थोड़ी देर के संघर्ष के बाद उसने पैंटी छोड़ कर अपने दोनों हाथ कमर से शुरू करते हुए धीरे धीर ऊपर उठाते हुए वक्षो की तरफ बढ़ने लगा।

मेरे दोनों हाथ एक-एक किला संभाले हुए थे। मगर उसके दोनों हाथ अब एक तरफ आक्रमण को बढ़ रहे थे। उसने अपने दोनों हाथों से फिर मेरे वक्षो को ढके हाथ को धकेलते हुए ऊपर के किले पर कब्ज़ा कर लिया। पहले की तरह एक बार फिर वो उनको दबा कर मसलने लगा।

मैंने भी अब अपनी पैंटी छोड़ी और दोनों हाथों से अपने वक्षो को छुड़ाने का प्रयास करने लगी। उसको मौका हाथ लगा और तेजी से वक्षों को छोड़ते हुए अपने दोनों हाथों से मेरी पैंटी पकड़ कर एक झटके में नीचे उतार दी।

मुझे अपनी हार का अहसास हुआ। उसने अपना एक हाथ दोनों टांगो के बीच ले जाते हुए मेरी चूत पर रख दिया और हाथ फिराने लगा।

मुझ एक आनंद की अनुभूति हुई और अपने शरीर को कड़ा कर लिया। उसने अपनी ऊँगली मेरी चूत में डाल कर चलानी शुरू कर दी। मेरी तो सिसकीया निकलने लगी। मेरा सारा विरोध क्षीण पड़ने लगा।

मैंने आत्मसमर्पण करते हुए अपने वक्षो को छोड़ दिया और एक हाथ उसकी गर्दन के पीछे ले जाकर पकड़ लिया। उसने अब अपने दूसरे हाथ से मेरे वक्षो को मलना शुरू कर दिया। उसका दोनों किलो पर कब्ज़ा हो चूका था और रानी को जीत चूका था।

थोड़ी देर ऐसे ही मजा दिलाने से मेरे अंदर गीला होने लगा और मूड बनने लगा। वह अब मुझे धकेलते हुए बिस्तर के पास ले आया और लेटा दिया। उसने अपना शर्ट और पैंट निकाल दिया। जैसे ही उसने अपना अंडरवियर निकाला उसका नाग झूमते हुए बाहर आया।

अब वो बिस्तर पर आया और अपनी दोनों टाँगे मेरे चेहरे के दोनों तरफ करते हुए अपना लंड मेरे मुँह के पास ले आया और झुककर अपना मुँह मेरी चूत के पास ले आया। अब हम 69 पोजीशन में थे।

उसने मेरी चूत चाटनी शुरू कर दी। अपनी जीभ मेरे चूत के दोनों होठों के बीच ले जाकर रगड़ने लगा। उसका लंड मेरे मुँह और होठों को छू रहा था पर मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी उसको चूसने की।

वो बड़े प्यार से मेरी चूत को अपनी जबान से रगड़ रगड़ कर साफ़ कर रहा था। इतना आनंद तो मुझे पहले कभी नहीं आया था।

मुझसे भी अब रहा नहीं गया और उसके लंड को अपने होठों से पकड़ लिया। धीरे धीरे करके उसको पूरा अपने मुँह में उतार लिया।

अंदर जाते ही उसको मजा आने लगा और वो मुँह में ही झटके मारने लगा, जिससे वो मेरे मुँह के काफी अंदर तक उतर गया। मैं भी अपनी जबान से उसके लंड की चमड़ी को रगड़ने लगी।

उसको ओर भी मजा आने लगा और उसने अपनी जबान मेरी चूत के छेद में डाल दी और अंदर बाहर करने लगा।

मेरी तो जान निकलने लगी। अब हम दोनों ही अगले कुछ मिनटों तक एक दूसरे को ऐसे ही असीम आनंद दिलाते रहे, जब तक कि हम दोनों को पानी निकलने लगा। हम दोनों ने ही एक दूसरे के पानी का स्वाद चखा और आनंद के मारे मैंने थोड़ा पी भी लिया था।

मेरे गले में उसका पानी उतरते ही मैंने उसका लंड अपने मुँह से बाहर निकाल दिया। उसने भी अब मुझे नीचे से चाटना बंद किया और सीधा होकर मेरी दोनों टांगो के बीच बैठ गया। अब वो आगे झुकते हुए मुझ पर लेट गया।

उसके सीने के नीचे मेरे वक्ष थोड़े दब से गए और उसका लंड मेरी चूत को छूने लगा। इसके पहले कि वो मेरे अंदर प्रवेश करता मुझे अपने पति की कही बात याद आयी।

मेरे माँ बनने के बाद हमने वादा किया था कि एक बच्चा ही काफी हैं। अगर मैं फिर गर्भवती हो गयी तो पति पकड़ लेंगे। वो अपना लंड पकड़ कर मेरी चूत के होठों के बीच रगड़ने लगा।

मैंने उसको पूछा क्या तुम्हारे पास प्रोटेक्शन हैं?

उसने कहा मुझे नहीं पता था कि ऐसा मौका भी मिलेगा वरना ले आता।

अगर अपने मेरी पिछली हिन्दी चुदाई की कहानी समझोता, साजिश और सेक्स को नहीं पढ़ा है, तो पढ़िए और उसका लुफ्त जरुर उठाइए।

मैंने उसको धक्का देते हुए अपने ऊपर से हटाया। मैंने उसको बताया कि मैं ये रिस्क नहीं ले सकती, कुछ हो गया तो मेरे पति को सब पता चल जायेगा।

उसने कहा एक बार करने से जरुरी नहीं कुछ हो ही जाये, और अगर हो भी गया तो अपने पति पर डाल देना इल्जाम। अब मैं उसको कैसे बताती अपनी पति की कमजोरी के बारे में ऊपर से वादा कर रखा था किसी को नहीं बताना हैं।

मैंने बहाना मार दिया पति हमेशा प्रोटेक्शन यूज़ करते हैं तो हम पकडे जायेंगे। वो निराश हो गया, इतना अच्छा हाथ आया मौका फिसलता हुआ नजर आया।

उसने भागते भूत की लंगोटी पकड़ना ही उचित समझा और बोला हम लोग ओरल सेक्स कर लेते हैं। मैं तो वैसे भी भरी बैठी थी तो हां कर दी।

लेडीज फर्स्ट के तहत अब उसने पहले मुझे मजा दिलाने की शुरुआत की। मैंने दोनों पैर चौड़े किये और उसने आगे झुककर अपने हाथ की बीच वाली लम्बी ऊँगली मेरी चूत पर फेरते हुए अंदर छेद में घुसा दी।

जितना अंदर वो ऊँगली डाल सकता था उतना ले जाकर उसको अंदर हिलाने लगा। मेरी सिसकिया निकलनी शुरू हो गयी। उसने अपने होठ मेरे पेट पर लगा कर चूमना शुरू कर दिया।

थोड़ी देर ऐसे ही मजे दिलाने के बाद उसने एक की बजाय दो उंगलिया अंदर घुसा दी। अब वो ओर भी जोर लगा कर उंगलिया ओर ज्यादा गहरी डालने की कोशिश करने लगा। मुझे डर लगा इतने जोर से कही वो अपना पूरा हाथ ही अंदर न घुसा दे।

थोड़ी देर में ही मेरे अंदर का पानी छूटने लगा और उसकी ऊँगली के रगड़ने से पानी की आवाज़े आने लगी। अपने चरम के नजदीक पहुंचते हुए मैं तेज आवाज़ में आ.. ऊ…. करते झड़ गयी। उसने अब अपनी उंगलिया बाहर निकली और सीधा लेट गया अपनी बारी के लिए।

मैं अब उठ कर बैठ गयी। एक हाथ से उसके लंड की चमड़ी नीचे करते हुए नीचे का आधा भाग पकड़ लिया और दूसरे हाथ से नीचे से ऊपर की तरफ उसकी लंड की टोपी पर रगड़ने लगी। ये मसाज की तकनीक मैंने सीखी थी और बड़ी प्रभावी थी।

अब सिसकिया निकालने की बारी उसकी थी। कुछ मिनटों बाद ही उसने मुझसे कहा कि मुझे अंदर डालने दो मैं कुछ नहीं होने दूंगा, पानी निकलने से पहले बाहर निकाल दूंगा।

मैंने मना किया, इसमें रिस्क हैं, अगर टाइम पर नहीं निकाल पाए तो मैं फंस जाउंगी।

उसने यकीन दिलाने की कोशिश की के उसे इस चीज़ का काफी अनुभव हैं और वो कुछ नहीं होने देगा। उसका आत्मविश्वास देख कर मैंने उसको एक मौका देने की सोची और हां बोल दिया। मैंने उसका लंड रगड़ना छोड़ा।

वो खुश होकर बैठ गया और मुझे एक बार फिर सीधी लेटा दिया। मेरी दोनों टाँगे चौड़ी करते हुए बीच में बैठ गया और आगे झुककर मुझ पर लेट गया। अब उसने अपना लंड पकड़ कर मेरे छेद में घुसा दिया।

इतनी देर उसकी ऊँगली से मजा लेने के बाद उसके मोटे लंड को अंदर लेने से मजा दोगुना हो गया था। वो जो इतनी देर से भरा बैठा था तो बिना समय गवाए तेजी से अंदर बाहर झटके मारते हुए आहें निकालने लगा।
Reply


Messages In This Thread
RE: Antarvasnax मेरी कामुकता का सफ़र - by desiaks - 12-27-2021, 01:02 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,483,646 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,476 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,224,873 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 926,415 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,643,961 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,072,228 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,936,711 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,010,161 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,014,193 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,183 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 7 Guest(s)