RE: Hindi Antarvasna - एक कायर भाई
यह बात तो जुनैद की माननी पड़ेगी,, नंबरी चुदक्क्ड़ थे और गांड मारने में तो एकदम एक्सपर्ट , ... इंच क्या एक सूत भी लंड टस से मस नहीं हुआ मेरी प्रियंका दीदी की गांड में से..
पूरा का पूरा लंड गांड में और मेरी प्रियंका दीदी को निहुरा के उसने अब जो मेरी दीदी की री गांड मराई शुरू हुयी बस लग रहा था , अब तक जो था वो सिर्फ ट्रेलर था।
हाय मम्मी हाय दैया हाय मर गई रे.... हा ... धीरे ...अह्ह्ह्हह्हह ई मां... मेरी प्रियंका दीदी चीखने लगी..
पर जुनैद के ऊपर कोई असर नहीं... वह अपनी पूरी ताकत से लगे पड़े थे... मेरी दीदी का बुरा हाल हो गया था...
हाय राम धीरे-धीरे चोदिए ना...उईईईईई माँ कितना मोटा लंड है .. मेरी ... अह्ह्ह्हह्हह उह्ह्हह्ह... मेरी दीदी बिलबिला रही थी..
हां तेरे सैयां जी का लोड़ा है बहन चोद रंडी... अब मैं नहीं रुकने वाला.... देख बहन के लोड़े देख साले .... तेरी दीदी की गांड पेल रहा हूं.... जुनेद मेरी तरफ भी देख रहा था... मेरी सिट्टी पिट्टी गुम हो चुकी थी देखकर फिर भी मेरा लौड़ा तना हुआ था... अपनी सगी बहन को ही देखकर....
खूब दर्द , खूब मजा... मेरी प्रियंका दीदी की गांड में..
मेरी नाजुक प्रियंका दीदी की आधी देह बिस्तर पे थी , पेट के बल. गोल गोल ,पथराई चूचियाँ बिस्तर से रगड़ती, चूतड़ हवा उठा हुआ ,
और जुनैद मेरी बहन की दोनों चूतड़ों को अपने दोनों हाथों में संभाले हुए पागलों की तरह ... दीदी के पैर मुश्किल से जमीन पर छू रहे थे..
धकाधक सटासट पेलम पेल मचा दी थी मेरी बहन की गांड में उस गुंडे ने जो मुझे अपना जीजा समझ रहा था...
असलम ने मेरी रूपाली दीदी की गांड मराई बंद कर दी थी... वह दोनों भी चुपचाप इस दृश्य को देख रहे थे...
एक बात और , रात में तो चारो और सन्नाटा था ,घुप्प अँधेरा था ,कमरे में मुश्किल से लालटेन को रौशनी में कुछ झिलमिल झिलमिल सा दिखता था,लेकिन इस समय तो दिन चढ़ आया था। सुनहली धूप खिड़की से हो के पूरे कमरे में पसरी थी , बाहर टटकी धुली अमराई , गन्ने और धान के खेत दिख रहे थे , धान के खेतों से रोपनी वालियों के गाने की मीठी मीठी आवाजें सुनाई दे रही थी।
लेकिन मेरी प्रियंका दीदी को न कुछ सुनाई दे रहा था ,न दिखाई दे रहा था न महसूस हो रहा था , सिवाय कसी कच्ची गांड में जड़ तक घुसा हुआ , गांड फाडू , जुनैद का मोटा लंबा लण्ड। मेरी प्यारी दीदी दीदी की गांड भी जोर से से परपरा रही थी , फटी पड़ रही थी , की बस ,...
और जुनैद को भी मेरी प्रियंका दीदी की 24 साल की कच्ची कुंवारी गांड के म झटका मारने के अलावा कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.
हाय रे जालिम... फट गई मेरी... थोड़ा धीरे धीरे कीजिए ना... सैंया जी.... मां मर गई रे...आईईईई उउउउउउउ... मेरी दीदी तो लगभग रोने लगी थी... पर फिर भी अपनी गांड उठा उठा कर दे रही थी..
मेरी बहन की छोटी सी प्यारी मासूम गांड जो अब तक कुंवारी थी जुनैद के रहमों करम पर थी..
जुनैद ने मेरी प्रियंका दीदी की गांड को जोर से पकड़ लिया और तेजी से पेलने लगा…
उसने मेरी दीदी को डॉगी पोज में सेट किया...डॉगी पोज में भी पूरा रगड़ते दरेरते अंदर तक जाता है।
एक बार डॉगी पोज सेट करने के बाद ,उसने मेरी बहन को लगाने शुरू किये और अब मेरी प्रियंका दीदी की गांड को भी उनके लण्ड की आदत पड़ती जा रही थी। उनके हर धक्के का जवाब मेरी कमसिन दीदी कभी धक्के से तो कभी गांड को सिकोड के कभी निचोड़ के , उनके लण्ड को दबोच के देती थी।
पर अचानक जुनैद को क्या हुआ.. उसने मेरी दीदी के चूतडों को हवा में जोर से उठाया , पूरे ऊपर तक , लण्ड को आलमोस्ट सुपाड़ा तक बाहर निकाला और फिर एक धक्के में ही,... पूरा जड़ तक ,
मेरी प्रियंका दीदी की बस जान नहीं निकली। हाँ चीख निकल गयी, बहुत जोर से , ...
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