RE: बीबी का नौवा महीना - साली ने आग लगाई
सुरेश उसके गालों से खेलते हुए बोला, "ऐसी चुदाई और ऐसे पास-पास बैठने का मज़ा कुच्छ और ही है."
रवि बनावटी गुस्से के साथ बोला, "मेरी साली से दूर रहो."
सुरेश ने पलट कर कहा, "तुम्हारी साली है तो अब यह हमारी भीसाली भी हो गयी."
सब एक साथ हंस कर वापस शो को देखने लगे.
अपने लंड को हाथ मे लेकर गोरा पहलवान अपनी चाँदी को तोड़ा आगेपिच्चे कर अपने लंड को हिलाया फिर गोरी हसीना के पेट पर हाथरखकर उसे डॉग्गी स्टाइल मे कर दिया. अब हसीना की चूत उसके लंड केएकद्ूम सामने थी. उसने अपने लंड को उसकी चूत से जा सताया और चूतके जूस से अपने लंड को तोड़ा चिकना किया. फिर गुपप्प से अपने लंडके सुपरे को उसकी चूत मे तेल दिया. लंड का घुसना था और गोरी केमुहन से हबसी का लंड निकल गया. खाली मुहन से एक बड़ी सिसकारीनिकली. "एस्स.... "
फिर गोरे पहलवान ने अपने लंड को पूरा का पूरा गोरी हसीना कीरसीली चूत मे पेल दिया. अपने धक्को की स्पीड उसने स्लो रखी. गोरीहसीना अपने मुहन मे हबसी के लंड को बड़े मादक ढंग से चूस रहीथी. कभी अपने दंटो के बीच ले कर, कभी जीभ पूरी बहार निकलकर लंड को छत-छत कर हॉल मे बैठे दर्शको को दीखा रही थी.
थोड़ी देर बाद गोरा पहलवान ज़मीन पर चिट लेट गया. गोरी हसीनाने अपने मुहन से उसके लंड को चूसा और फिर उसके लंड को अपनी चूतमे डाल कर उसपर सॉवॅर हो गयी. कला हबसी अपने लंड को हाथ मेलेकर खड़ा हो गया और दर्शको के सामने अपने हाथ से हिला रहा था.हसीना उच्छल-उच्छल कर अपनी चूत को छुड़वा रही थी. उसकी चूतका दाना उसकी लंड की जड़ से रग़ाद खा रहा था. इसके कारण गोरीहसीना बहुत ही ज़्यादा मस्त हो गयी. उसके मुहन से सिसकारी निकालनेलगी, ""गोद, ई आम रियली हॉट. युवर कॉक इस सो हार्ड. युवर बॉल्स अरे सोटाइट. योउ'वे मेड मी पुसी सो, सो वेट!"
गोरा पहलवान बड़े आराम से चिट लेता हुवा हसीना को चुड़वते हुएदेख रहा था. अपने हाथ से उसके मुममे को सहलाता हुवा उसके निपल कोखींच रहा था. अपनी हथेली से उसके बूब्स को दबाता और छ्चोड़देता. उच्छलते हुए उसके बूब्स कयामत ढा रहे दा. गोरी हसीनाचुदाई मे मस्त हो कर ज़ोर ज़ोर से उच्छल उच्छल कर छुड़वा रही थी.साथ ही उसकी सिसकारियाँ भी बढ़ती जा रही थी, ""ऑश, तट फील्स सोगुड! ऑश एस! फक -- उन्ह -- फक मे! ऑश गोद एस! फक मेहार्ड, बेबी! एस! दो इट! ओह एस! एस! ऑश गोद एस! ओह, ई थिंकयोउ हॅव दा बिग्गेस्ट, स्वीटेस्ट कॉक इन दा होल वर्ल्ड!"
तभी कला हबसी अपना हाथ उसके उच्छल रहे चूतड़ पर फेरना लगा.अपने हाथ से उसके गोल गोल नितंब पर थपथपा रहा था. फिर अपनी एकअंगूली उसके गांद के च्छेद के पास लेजा कर उसे कुरेदने लगा. गांदपर अंगूली के आते ही गोरी हसीना ज़ोर से सिसकारी लेते हुएबोली, "ओह फक, तट फील्स सो गुड! युवर फिंगर इन मी आस फील्स सोफक्किंग फॅंटॅस्टिक! फक मे इन मी आस. ई वॉंट युवर कॉक उप मी आस!गिव इट तो मे नाउ! एस, एस, ई वॉंट तट बिग फक्किंग कॉक; फक मीआस होल वित युवर बिग कॉक!"
कला हबसी पास पड़े चड्डी की जेब मे से एक क्रीम निकल कर अपने लंडपर लगा लिया. स्टेज पर उसका लंड चमक उठा. फिर अपने लंड केसुपरे को उसकी गांद के च्छेद पर टीका दिया. "टके इट बेबी," कहतेहुए अपने लंड को गांद मे दिया. गोरी हसीना "उूुउउइइ" कहते हुएउसके लंड का गांद मे स्वागत करने लगी. लंड तोड़ा ही अंदर गयाथा. उसे पूरा बहार नही निकलते हुए एक ज़ोर का धक्का मारा. लंडआधा उसकी गांद मे चला गया.
"फक मे... स्क्रू मे... रिप मे! गॉड्डॅम योउ मोतेरफुक्क्िंग बॅस्टर्ड्स...बुल मे! राम मे! टियर... म्य..ऽस्स... अपार्ट!" यह कहकर गोरी हसीनाकाले हबसी को अपनी गांद ज़ोर-ज़ोर से मरने के लिए कहने लगी. कलाहबसी अपने चूतड़ उठा-उठा कर अपना लंड उसकी गांद मे पेल रहा था.गोरा पहलवान अपना लंड उसकी चूत मे होल-होल अंदर बहार करतेहुए नीचे चिट लेता हुवा था. उसके बदन पर 2-2 जिस्म का बोझ थालेकिन परवाह किसे थी.
काले हबसी ने गोरी हसीना की गांद की अच्च्ची धुनाई करने के बादअपने लंड को बहार निकल लिया. वा ज़ोर ज़ोर से हंप रहा था. ऐसा लगरहा था की अगर वा थोड़ी देर और अपने लंड को उसकी गांद मे रखतातो लंड का पानी निकल जाता.
गोरी हसीना को कोई परवाह नही थी. गोरे पहलवान ने पोज़िशनबदलते हुए अब गोरी हसीना को चिट लेता दिया और अपने लंड कोसुर्र्रर-से उसकी चूत मे पेल दिया. फिर चालू हुई तूफान मैल कीस्पीड. अपने चूतड़ को ज़ोर से उठता और उसी स्पीड मे वापस नीचे लेआता. उसका लंड दान-दान करता बहार आता और दान-दान करता अंदरउसकी चूत मे चला जाता. उसकी जोरदार चुदाई ने गोरी हसीना कीभूख को और बढ़ा दिया. ज़ोर ज़ोर से सिसकारी लेते हुए उसने पुरहॉल को गूंजा दिया, ""ऊवू, इट'स सूऊ गुड! ओह! फक! ओह! फक!डॉन'त स्टॉप! डॉन'त स्टॉप! ओह एस, फक मे, फक मे! ई लोवे युवर जाइयंटकॉक इनसाइड मे. ओह! गोद! इट फील्स सो गुड! राम इट इंटो मी कंटहार्डर! ओह फक मे, फिल मे! ओह गोद! युवर थिक कॉक फील्स सो बिग!ओह! मी गोद! ई कॅन फील युवर कोकख़हेाद रब्बिंग ओं दा वॉल्स ऑफ मी कंट!ई लोवे युवर कॉक. प्लीज़ फक मे मोरे."
फिर गोरे पहलवान की कमर को जाकड़ लिया. खुद गोरे पहलवान केधक्के का जवाब अपने धक्के से देने लगी. उसका पानी निकल रहाथा. "ई'एम्म्म कुमिंगगगगगग... " यह कहकर अपनी अनंखे बंद बंद करकेअपनी टाँगे उसकी कमर पर लप्पेट ली और उसकी कमर के साथ झूलनेलगी.
थोड़ी देर बाद गोरी हसीना ने एक-एक करके गोरे पहलवान और कालेहबसी के लंड को मुहन से चूसने लगी. एक को चूसाती तथा दूसरेके लंड को हाथ से हिलती जाती. गोरे पहलवान के लंड का पानी पहलेआया. "एसस्स... तट'स रिघ्त, बेबी... एआट मी कॉक!" कहकर अपना लंडहसीना के मुहन से बहार निकाला और अपना पानी उसके बूब्स पर छ्चोड़दिया. उसका फव्वारा ज़ोर से निकला और उसके दोनो बूब्स को अपने गरम-गरम वीर्या से गीला कर दिया.
गोरी हसीना ने अपने मुहन मे गोरे पहलवान के लंड को लेकर उसकीआख़िरी बूँद को चूस लिया. फिर काले हबसी के लंड को अपने मुहन मेले लिया. मुहन मे लेने की देर ही थी. कला हबसी "यॅ, टके इट ऑल,"कहकर अपनी गरमा-गरम पिचकारी उसके मुहन, गॉल, और उसके बॉल परछ्चोड़ दी. पिचकारी इतनी लंबी थी की उसकी धार 5-6 फीट दूर स्टेजपर जा कर गिरी. पूरा रूस निकालने के बाद काले मोटे लंड को मुहन मेलेकर हबसी को और मज़ा दे दिया. काले हबसी ने उसको गौड़ मे उठालिया. गोरी हसीना उसकी गर्दन मे हाथ डाल कर झूल ली. फिर तीनोहॉल मे बैठे दर्शको को फ्लाइयिंग किस देते हुए अंदर चले गये.
पूरा शो जब ख़तम हुवा तो सबकी हालत खराब हो चुकी थी. सबकोवासना की आग जला रही थी. अगर हॉल नही होता तो अभी तक सब जानएक दूसरे के साथ लग जाते. बाहर आकर सभी खड़े हो गये. सुरेशबोला, "अब क्या प्रोग्राम?"
रवि ने कहा, "चलो मेरे घर चलो. वहीं आराम से मस्ती करेंगे."
सुरेश ने कहा, "नही यार मैं नही आ सकूँगा. कल मुझे एकपैंटिंग की प्रदर्शिनी करवानी है."
लीना, जो इसी काम से अपने जीजा के घर आई थी, ने पूचछा, "कैसीप्रदर्शिनी?"
सुरेश ने बताया, "नये टॅलेंटेड कलाकारो की है."
रवि बोला, "आरे यार, लीना भी बहुत अच्च्ची पेंटर है. तुम तोड़ाउसे गाइड कर दो."सुरेश बोला, "ठीक है. सुबह सात बजे मेरे घर पर लेकर आजना.फिर लीना को लेकर मैं इसे वहाँ ले कर चला जाऊँगा."
रवि ने कहा, "हमारे साथ रहेगी तो कल शाम को सात बजे हीआएगी. ऐसा का राइज़ अभी साथ ले जा."
सुरेश कहा, "कोई बात नही. चलो मेरी मल्लिका, लीना डार्लिंग."
बंशी ने कहा, "हॉल मे बैठा था तब तक रोमा अब लीना."
सुरेश ने हंसते हुए कहा, "भाई हमे भी रात गुजारनी है."
अतुल बोला, "ज़्यादा पैंटिंग नही करना रात भर. रात भर कहीं अपनीपिछपरी से रंग भरते रहे तो सुबह हो गया काम."
ऐसा कहके सब हंसते हुए बीड़ा हुए. रवि, रोमा, देवी, अतुल औरबंशी एक साथ चल पड़े और लीना सुरेश के साथ निकल गयी.
एंड ऑफ दा पार्ट --4
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