RE: Muslim Sex Stories खाला के घर में
मैं बेताबी से कामी के होंटो को चूसने लगी. पहले शायद कामी को मज़ा नही आया था फिर उसको मज़ा आने लगा और उसका लंड अकड़ गया और वो मेरे पेट मे चुभने लगा. अब कामी ने भी मुझे लिपटा लिया और वो भी बड़ी बेताबी से मेरे रसीले होंटो को चूसने लगा. अब कामी को सेक्स का माज़ा आरहा था और फिर उसने खुद ही सब काम करना शुरू कर दिया, पहले वो मेरे होंटो को चूमता हुआ मेरी गर्दन तक आया और वो मेरी गर्दन को चूमने लगा, फिर वो और नीचे आया, अब वो मेरे बड़े बड़े बूब्स पर था, जब कामी ने पहली बार मेरे दोनो बूब्स को दबाया तो मेरी ऐक लज़्ज़त भरी सिसकारी निकल गई, और मैं बोली आआआआआआआअहह कामी अब इन्है दबा दबा कर चूसो, मेरे मम्मो मे बोहत रस है तुम्हे बोहत मज़ा आए गा. कामी ने झट से मेरे बूब्स को खूब दबाना शुरू कर दिया, मुझे बोहत मज़ा आरहा था पर मुझ से भी ज़ियादा मज़ा कामी को आरहा था और वो पूरे जोश के साथ मेरे बूब्स को दबा रहा था, फिर उसने मेरे बूब्स को चूमना और चाटना शुरू कर दिया, काफ़ी दिनो बाद किसी के हाथ मेरे बूब्स को लगे थे और मैं इसका पूरा मज़ा लेरही थी. 20 मिनिट तक कामी ने मेरे बूब्स को चूमा और चॅटा, और फिर से मेरे जिस्म को चूमता हुआ नीचे जाने लगा, वो मेरे पेट से होता हुआ मेरी माखन जेसी मुलायम चूत पर आगेया, कामी मेरी चूत को सूंघ कर बोला, गाज़ल बाजी इस मे से तो बोहत अछी खुसबू आराही है, जेसे माखन की होती है, मैं सिसकारी ले कर बोली आआआआआहह कामी ये माखन तुम्हारे लिए ही तो है, अब देर ना करो और मेरी चूत का सारा माखन खा जाओ. मेरी बात सुनकर कामी मेरी चूत पर ज़बान फेरने लगा, कामी के ज़बान फेरने से मेरी चूत मे गुदगुदी सी होने लगी और मेरे पूरे जिस्म मे जेसे करेंट सा दौड़ने लगा. फिर वो अपनी ज़बान से शापाड़ शापाड़ मेरी चूत को चाटने लगा. मेरी मुँह से तेज़ सिसकारियाँ निकलने लगी थी, मुझे डर हुआ के कही मेरी सिसकारियाँ अब्बू या नरेन तक ना पोहुन्च जाए इसी लिए मैं ने पास ही पड़ा हुआ अपना ब्रेज़र उठाया और अपने मुँह मे ठूंस लिया.
क्रमशः.......
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