RE: Muslim Sex Stories खाला के घर में
खलू को देख कर मैं मुस्करा दी, खाला फिर बोली, हा आओ आओ ऐक तुम्हारी ही कमी थी, ये मैं ने क्या सुना है, कल रात तुम ने कामी को साथ मिला कर गाज़ल की चुदाई करी है, खलू मुस्कराते हुए करीब आगाये और बोले, अरे बेगम तो इस मे बुराई किया है, मर्द का बच्चा अगर चुदाई ना करे गा तो क्या करे गा? ये कह कर खलू ने मुझे खाला से अलग किया और मुझे लिपटा कर खाला के सामने ही मुझे किस करने लगे, खाला गुस्से से बोली, नरेन के अब्बा कुछ तो शरम करो, कुछ मेरा ही लिहाज़ करो अभी मैं यहा मोजूद हूँ, खलू ने मेरे कंधों पर दबाब डालते हुए बोले, तो तुम क्यूँ यहा हो, तुम जाओ और बाकी लोगों का ध्यान रखो ज़रा मैं गाज़ल से दो दो हाथ कर लूँ, ये कह कर खलू ने मेरे कंधों पर दबाब डाल कर मुझे घोटनों के बल बिठा दिया. मैं खलू का मतलब समझ गई और मैं ने खलू की शलवार का अज़रबंद खोल दिया और उनका लंड बाहर निकाल लिया, फिर मैं ने उसे मुँह मे लिया और मज़े से कुलफी की तरहा चूसने लगी, खलू ऐक सिसकारी ले कर बोले, हमारा शेर कामी किधर है, खाला बड़बड़ाती होई बोली, वो बाथरूम मे छुपा हुआ है, आप लोगों ने तो बेशर्मी की हद करदी है, ये कह कर खाला बड़बड़ा कर कमरे से चली गई जब के खलू ने ने मुझे खड़ा किया और अपना लंड मेरी चूत मे डाल कर मुझे अपनी गौद मे उठा लिया, इतनी देर मे कामी ने बाथरूम से झाँका तो खलू हंस कर बोले, चल आजा गधे की ओलाद किया बाथरूम मे छुपा हुआ है, खलू की झाड़ सुनकर कामी ने अपने दाँत निकाल दिए. फिर वो भी बाथरूम से बाहर आगेया और उसने आकर पीछे से अपना लंड मेरी गंद मे डाला और फिर दोनो बाप बेटे ने मिल कर मेरी ज़बरदस्त तरीके से चुदाई शुरू करदी और कमरा मेरी लज़्ज़त भरी सिसकारियों से गूंजने लगा. हम तीनो कमरे से 40 मिनिट बाद निकले, अब्बू नाश्ते की टेबल पर कुछ दोसरे मेहमानों के साथ बैठे थे, हम तीनो भी उनके साथ शामिल होगये. आज वालिमा था इस लिए सब ही अपनी अपनी तय्यारियों मे लग गये. दिन भर खलू ने तो मेरे साथ कुछ नही किया अलबाता कामी को अब अपनी मा का डर नही था इस लिए वो जब भी मुझे अकेला देखता या फिर मैं अकेली खाला के साथ होती तो वो कभी मेरे बूब्स दबाता कभी मुझे किस कर लेता कभी मेरी चूत या गंद मे उंगली कर देता, जब भी कामी खाला के सामने कोई हरकत करता तो खाला सिर्फ़ मुँह बना कर रह जाती थी और मैं मुस्करा देती थी.
क्रमशः.......
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