RE: Maa ki chudai मॉं की मस्ती
आरती ये सब सुन कर वहाँ से जल्दी से बाहर आ गयी,आरती के कमरे से बाहर जाने से मनु के लंड को थोड़ा सा सुकून मिला,तब रमण ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यार मनु मैं सच कह रहा था ना उस दिन तुम्हारी मम्मी उस साड़ी मे गज़्जब की सेक्सी लग रही थी,ये शब्द सुन कर एक बार को तो मनु को गंदा सा फील हुआ और झटका लगा ,पर तुरंत ही रमन समझ गया और उसने बात आगे संभालते हुए कहा कि यार तुम्हारी मा सच मे बहुत ही सुन्दर है,पार्टी मे सब तुम्हारी मम्मी की तारीफ ही कर रहे थे,तब मनु के चेहरे के भाव कुछ ठीक हुए,
बाकी आज रमन ने मनु के दिल मे अपनी मा के प्रति सेक्स का बीज बो ही दिया था
अब रमन और मनु आपस मे खुल कर सेक्स की बाते करने लगे थे,रमन को पता तो था ही कि मनु प्रिया को चोदना चाह रहा है,पर उसको मौका और जगह की बहुत प्राब्लम होती थी,फिर भी वो कोशिस कर ही लेता था,पर मौका नही मिल रहा था,रमन जब भी प्रिया को चोदता था तो उससे पूछ ही लेता था कि अब मनु और उसके बीच मे कैसा चल रहा है,इधर अब आरती ने घर मे अपने आप को सेक्सी रखना शुरू कर दिया था ,वो अब नये से नये आउटफिट या नाइटी जिसमे शरीर का एक-2 कटाव नज़र आता था घर मे रमन के सामने पहन-ने लगी थी.
मनु ने भी ये नोट किया कि उसकी मा कितनी सेक्सी है,अब कभी-2 जब प्रिया को चोदे कई दिन हो जाते थे तब मनु का लंड अपनी मा के सेक्सी कटाव देख कर खड़ा हो जाता था,मनु को भी अपनी मा को ताड़ने मे मज़ा आता था,पर वो इस-से ज़्यादा कोई कोशिस नही करता था.
एक दिन जब मनु को प्रिया से मिले कई दिन हो गये तब रमन ने मनु से पूछा कि आज कल प्रिया और उसका अफेर कैसा चल रहा है और वो मज़े ले रहा है ना,मनु ने बहुत ही मायूस हो कर कहा कि रमन भैया क्या बताऊ आज कल प्रिया मिलती तो है पर उसकी चूत नही मिल पा रही,वो मारने के लिए जगह ही नही मिलती क्या करू?
रमन ने कहा हां यार ये तो तुम्हारे साथ प्राब्लम है,पर इस बारे मे मे तुम्हारी क्या मदद कर सकता हूँ,मनु ने कहा भैया आप ही कोई मदद करो ना,आपने ही तो प्रिया से मेरी फ्रेंडशिप करवाई है,अब आप ही कोई ऐसी जगह का इंतज़ाम बताओ जहा पर मैं और प्रिया मज़े कर सकें.
मनु की इस दशा पर रमन बहुत ही खुश हुआ पर अपनी खुशी को मन मे दबा कर उसने कहा कि मैं कोशिस करता हूँ किसी जगह के बारे मे,तब मनु ने कहा भैया आपको अपना वादा तो याद है ना?
रमन ने कहा ये भी कोई भूलने वाली बात है,पर ऐसा करते हैं कि कल शाम को कोई पिक्चर देखने साथ मे चलते हैं,जिस-से कि बात आगे बढ़ सके ,मनु ये सुन कर बहुत खुश हुआ,पर फिर रमन ने अपना पासा फेंका कि अगर उन दोनो के साथ रमन अकेले जाएगा तो वो ठीक नही रहेगा क्योंकि फिर वो दोनो उसकी मौजूदगी मे कुछ नही कर पाएँगे,पर प्रिया अकेले भी मनु के साथ जाने को राज़ी नही होगी,तब रमन ने कहा कि यार मनु तुम अपनी मम्मी को साथ मे क्यों नही ले लेते,इससे प्रिया को भी प्राब्लम नही होगी और मेरे को भी भाभी जी की कंपनी हो जाएगी,मनु ने कहा ये तो बहुत बढ़िया आइडिया है,मैं मम्मी से बात करता हूँ,मनु जल्दी से अपनी मम्मी के पास जाता है और उसको कल के मूवी के प्रोग्राम के बारे मे बताता है,पर आरती मूवी के लिए जाने से मना कर देती है,वो कहती है कि उसको जाना है तो वो चला जाए,पर वो नही जाना चाहती.
तब मनु रमन को जा कर ये बात बताता है और कहता है कि अगर वो जा कर उसकी मम्मी से चलने को कहेगा तो मम्मी चल सकती हैं,रमन कहता है कि वो कोशिस करेगा,इतने मे ही आरती उनके लिए नाश्ता ले कर आ जाती है और रख कर जाने लगती है,रमन कहता है कि क्या उससे कोई ग़लती हो गयी जिसकी वजह से आजकल आरती उनके पास बैठती भी नही,आरती कहती है ऐसी तो कोई बात नही है,फिर रमन कहता है तो फिर आप भी हमारे साथ बैठिए,आरती कहती है कि वो तो ये सोच कर नही रुकती थी कि उसके होने से उनको पढ़ाई मे डिसटरबन्स फील होती होगी,रमन कहता है कि भाभी जी आप ने ये क्या बात कह दी? अरे आप जहाँ पर भी होंगी वहाँ तो हर चीज़ बढ़िया ही होगी ना,फिर वो मनु से कहता है कि क्या उसको कोई प्राब्लम है अगर उसकी मम्मी यहाँ बैठे तो,मनु कहता है सर ऐसा हो ही नही सकता कि उसको मम्मी के पढ़ने से कोई प्राब्लम हो.
इन सब बातों के बीच मे आरती वहीं बैठ जाती है,आज आरती ने एक बढ़िया सा सूट डाला हुआ था जिसमे कि वो गुलाब के फूल की तरह से लग रही थी,फिर बातो का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए रमन ने कहा कि भाभी जी आपने कल की पिक्चर के लिए मना क्यों कर दिया,तब आरती ने कहा कि वो इस उमर मे उनके साथ चल कर क्या करेगी.
तो फिर रमन ने कहा कि क्या भाभी जी अभी आप की उमर ही क्या है,आप तो बहाने बना रही हो आप को देख कर कोई कह सकता है कि आप एक 18 साल के बच्चे की माँ हो,आप तो अभी बिल्कुल जवान हो,अगर आप को हमारे साथ चलने मे इसके अलावा कोई एतराज़ है तो वो बताओ,अरे आप साथ चलोगे तो मुझे ही कंपनी हो जाएगी ,कोई समझेगा कि मैं अपनी गर्लफ्रेंड को मूवी दिखाने लाया हूँ,आरती के गालो पर ये सुन कर लाली आ गयी और मन ही मन बहुत खुशी महसूस हुई,पर ऊपरी तौर पर उसने कहा कि आप तो मेरी खिंचाई कर रहे हो,रमन ने कहा कि ऐसी कोई बात नही है,मनु ने भी कहा चलो ना मम्मी अब तो सर भी कह रहे हैं,तो फिर आरती कल पिक्चर के लिए चलने को मान गयी.
अगले दिन पिक्चर देखने का प्रोग्राम प्रिया के साथ भी पक्का कर लिया गया.
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