RE: Maa ki chudai मॉं की मस्ती
अब दोनो मा बेटे सोफे पर साथ-2 बैठ कर फोटुस देखने लगे,वो इतनी चतुराई से खींची गयी थी कि उन फोटुस मे आरती अपने कम कपड़ों से भी और कम मे नज़र आ रही थी.
ये देख कर आरती शरमा रही थी,वो बोली कि मनु अब बस करो.
मनु बोला क्या मा आप इतनी सुन्दर हो ये तो मुझे रमण भैया की फोटोग्रफी से ही पता चला.आप तो बिकुल हेरोइन की तरह लग रही हो.आप को देख कर मेरा भी दिल आप पर आ रहा है.
आरती बोली धत ,कुछ तो शरम करो,मैं तुम्हारी मा हूँ.
मनु-ये ही तो पंगा है,कि आप मेरी मा हो.
वो दोनो जने इन बातों मे लगे हुए थे कि दरवाजे की घंटी बजी,मनु बोला लगता है कि रमण भैया आ गये हैं.
आरती ने कहा कि तुम गेट खोलो मैं आती हूँ.
मनु ने कहा कि मम्मी आप ही खोलो ना आप को इस ड्रेस मे देख कर रमण भैया भी खुस होंगे.
आरती ने जा कर गेट खोला,तो गेट पर ही रमण का तो मूह खुल का खुल रह गया आरती लग ही ऐसी रही थी.
आरती ने कहा कि अब अंदर नही आना क्या?
रमण को जैसे एकदम से होश आया,और वो अंदर आ गया.मनु रमण की शकल देखे जा रहा था,वो बोला कि भैया क्या हुआ आपको?
रमण उसके पास गया और धीरे से बोला कि यार मनु ये आज तुम्हारी मम्मी को क्या हुआ है,कहींजा रही है क्या?
मनु ने कहा कि आपको भी शॉक लगा ना,ऐसे ही मुझे लगा था,जब मे स्कूल से आया,मैने पूछा तो बोली कि तुम ही लोग कहते हो कि ऐसे बनके रहने पर मैं अच्छी लगती हूँ,इसलिए मैं तो तुम्हे खुस करने के लिए ये कपड़े पहन कर तैयार हुई थी.
रमण ने कहा वो तो बहुत बढ़िया बात है.
तभी आरती नाश्ता ले कर आ गयी,और बोली कि रमण कैसे हो?
रमण ने कहा कि भाभी जी मेरे पर तो आज बिजली ही गिर गयी है,अब मैं कैसा हो सकता हूँ.
ये सुन कर आरती हँसने लगी और बोली कि अब बस भी करो ऐसी तो मैं कुछ खास भी नही लग रही.
रमण ने कहा कि ये तो देखने वाले से पूछो कि आप क्या लग रही हो.क्यों मनु?
मनु कुछ नही बोला
फिर उन लोगों ने नाश्ता किया और फिर मनु और रमण मनु के रूम मे पढ़ाई के लिए आ गये.
रूम मे आ कर रमण ने मनु से कहा कि तुम्हारी माँ तो बहुत चेंज हो गयी है.
मनु बोला कि हां भैया मुझे भी ऐसा ही लग रहा है,कि वो आपमे इंटरेस्ट ले रही हैं,पर मेरे सामने शायद कुछ नही बोल पा रही.
रमण ने कहा कि तुम्हे मेरी मैनल मिल गयी थी क्या?
मनु ने कहा कि वो तो कल ही मिल गयी थी,मे अभी वो फोटुस ही अपनी मम्मी को दिखा रहा था.
रमण ने कहा कि सारी दिखा दी क्या ?
मनु-अर्रे नही भैया मुझे भी पता है कि क्या दिखना है और क्या छुपाना है.
रमण ने कहा कि फिर भाभी जी ने क्या कहा .
मनु-वो तो कुछ नही बोली पर चहरे से लग रहा था कि वो फोटुस उनको भी बहुत पसंद आई हैं.
रमण ने कहा तो फिर ठीक है,अब मैं अपनी फ्रेंडशिप वाली बात तुम्हारी माँ से कर सकता हूँ.
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