RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
एग्ज़ॅम का आज 2न्ड लास्ट डे था राज समयनुसार रश्मि को लेकर कॉलेज चल दिया…तभी उसे एक उक्ति सूझी….उसने प्लान बनाया….आज वो चाह रहा था कि अपना जलवा रश्मि को दिखा दे……लेकिन समय पर कॉलेज भी पहुँचना था….तभी उसने मन बनाया कि शाम को लौटते वक़्त वो ऐसा करेगा…….दो तीन बार वो हार्ड ब्रेक मारा…..रश्मि की चुचिया….राज ने अपनी पीठ पर महसूस की और रश्मि ने भी अपने हाथो से पॅंट के उप्पर राज के लंड का अनुभव किया पर वो उस जगह पर अपना हाथ ना रख कर उसके पेट को पकड़े हुए थी………..रश्मि राज की सारी चालाकी समझ चुकी थी पर वो कुच्छ बोल नही रही थी………शायद उसे भी उनका फ्लर्ट करना अच्छा लग रहा था…..उसकी लाज और शर्म करीब करीब ख़तम हो चुकी थी…..क्योकि बाथरूम मे जिस तरह राज को देखा था और उसे लिपट कर किस दिया ……उससे वो काफ़ी खुल चुकी थी…अब वो उससे भी आगे बढ़ना चाह रही थी…पर एक संकोच था वो ये कि आगे कौन बढ़े…..राज या रश्मि? राज उसका जेठ था…अगर देवेर होता तो शायद वो ऐसा एक्सपेक्ट कर सकती थी…वो जेठ था…..इसलिए रश्मि को पहले पहल करनी चाहिए…ये रश्मि भी समझ चुकी थी…पर उसके मन मे अभी भी एक संकोच था वो ये कि कही राज नाराज़ ना हो जाए….कही उसे चरित्र हीन ना समझ ले………
रश्मि एक बहुत ही खूबसूरत, आग्याकारी और सुशील लड़की थी….हन ये बात और है कि उसे मर्दो का अट्रॅक्षन काफ़ी परभावित करता था…विशेष कर राज…….उसकी एक वजह राजेश ही था क्योकि वो उसे ज़्यादा समय नही दे पा रहा था……और दूसरी तरफ राज किसी ना किसी बहाने हमेशा रश्मि के पास ही रहता था………….दूसरे तरफ राजेश का अफेर रंभा के साथ चल रहा था जो कि वो जानती थी..पर उसने कभी नाराज़गी व्यक्त नही की…..वो ये समझती थी कि ये उसके हज़्बेंड का अपना निज़ी मामला है…..और फिर उसका जॉब भी तो ऐसा था…..ज़्यादा तर वो विज़िट पर ही रहता है……..रंभा उसकी सेक्रेटरी थी…2 बार रश्मि भी रंभा से मिल चुकी थी…रंभा के साउत इंडियन लड़की थी…जो कि पिच्छले महीने राजेश के ऑफीस मे जाय्न कि थी,,,, उसके मा बाप पिछले महीने ही गुजर गये थे..उसके अंत्येष्टि मे राजेश और रश्मि उसके घर पर गये थे…संवेदना व्यक्त की थी…….तभी से राजेश और रंभा के बीच संबंध स्थापित हुए………रश्मि को ये बात तब पता चली जब राजेश की शर्ट के पॉकेट मे रंभा का एक रुमाल मिला जिसमे रंभा लिखा था…….पुच्छने पर राजेश ने सब सच बता दिया ….उसने तो यहाँ तक बता दिया कि उसके साथ शारीरिक संबंध भी हो चुके है………ये सुनकर शायद दुनिया की कोई भी औरत चिल्लाएगी नही…ऐसा नही हो सकता…..पर ये रश्मि ही थी कि उसने सिचुयेशन को कंट्रोल मे रखा….अपने आप को संभाला और कहा……
रश्मि: राजेश….तुम जो भी कर रहे हो वो ग़लत है…..कम से कम अपने घर-गृहस्ती देखो…..
राजेश: मुझे पता है पर मे क्या करता…..मुंबई मे तुम थी नही…..और फिर शराब और शबाब का ऐसा जस्न चला कि मे रंभा के साथ बह गया….शायद तुम रहती तो ऐसा नही होता
रश्मि: तभी मे कहती हू कि शराब से दूर रहो…….क्योकि शराब इंसान नही पीता…बल्कि शराब ही इंसान को पीती है…..
राजेश: सॉरी डार्लिंग…. मे तुम्हारा गुनह-गार हू. जो सज़ा देना हो दे दो पर मेरे से बात ज़रूर करो
रश्मि: कभी सोचा है…अगर एड्स जैसी बीमारी हो गयी तो? मे तो गयी काम से ना
राजेश: रंभा ऐसी लड़की नही है….शी ईज़ वर्जिन लेडी
रश्मि: तुम्हे कैसे पता?
राजेश: डार्लिंग…उसकी चूत की सील मेने ही तोड़ी है….शी वाज़ वर्जिन
रश्मि: ओह माइ गॉड…. बेशर्मी की हद हो गयी….ऐसे बात कर रहे जो जैसे किला फ़तेह कर लिया हो
राजेश: ये किला फ़तेह से कम थोड़े ही है….तुम्हारी भी सील तोड़ी है….तुम 2 दिन तक चल नही सकी थी
रश्मि: छियीयीयियी कैसे आदमी हो…..पब्लिक प्लेस पर ….ये सब….कोई सुनेगा तो क्या कहेगा
राजेश: क्या कहेगा….मे अपनी बीबी से बात कर रहा हू…किसी और से थोड़े ही ना………..थोड़ी देर खामोश रहने के बाद………………हिम्मत करके राजेश ने कहा….तो मे सोचु कि तुमने मुझे माफ़ कर दिया है
रश्मि: ये तुमने कैसे सोच लिया…घर चलो तो हम बताते है???? भैया और भाभी से कहूँगी… तुम्हारा लाड़ला क्या गुल खिला रहा है…….बाते करते करते घर भी आ गये….पर घर पर तो ताला लटका हुआ था……………………………………..लगता है ये भी कही रंग-रेलिया मना रहे है……………………..
राजेश : हस दिया………….
रश्मि: हसो मत….ताला तोड़ने का जुगाड़ करो
राजेश: ताला मे कैसे तोड़ सकता हू….बिना चाभी के ताला नही तोड़ा जा सकता…..ताला खराब हो जाएगा
रश्मि: मुझे मत सिख़ाओ…..ये लो पत्थर और तोडो…….औरतो की सील तोड़ सकते हो….ताला नही??? यही मर्दानगी है…..तुम्हारी?
राजेश: मर्दानगी की बात मत करो……नही तो बुरा होगा
रश्मि: क्या कर लोगे?
राजेश: मे अभी खड़े खड़े चोद दूँगा
रश्मि: तो चोद के बताओ?
राजेश: वो उसे बाँहो मे लेना चाहता था कि तभी एक बुड्ढ़ा वन्हा से गुजर रहा था….उसे देखकर दोनो नॉर्मल हो गये……..
राजेश ताले को गौर से देखने लगा….और फिर रश्मि से बोला…रश्मि अपना हेर पिन दो..रश्मि ने हेर पिन निकालकर उसे दिया…..और राजेश उसे गौर से देखने लगा….वाकई ये कमीना ताला खोलने मे माहिर है……..और तभी कट की आवाज़ के साथ ताला खुल गया…..राजेश ने हस्ते हुए रश्मि को कहा…लो खुल गया ताला….और बताओ और किसका ताला खोलना है…
रश्मि: वेरी क्लेवर………..अब चलो ….अंदर बताती हू और हस्ने लगी
राजेश ने जैसे ही रश्मि अंदर गयी उसे बाँहो मे ले लिया और उसके होंठो को ज़ोर से किस करने लगा…..होंठो को चूस्ते हुए उसे अपने गोद मे उठा कर अपने बेडरूम मे चला गया…..जहाँ पहले से ही बेड तैयार था….राजेश ने रश्मि को बेड पर पटक दिया और उसके उप्पर चढ़ गया….
रश्मि: अरे पहले फ्रेश तो हो लो…..आज रात को करना….जो करना हो
राजेश: नही अभी करने दो फिर नहाना……
रश्मि: मेरे भोले सनम……मेरे पूरे शरीर मे डस्ट लगी है..ऐसे मे सेक्स करना सही नही होगा…..चलो नहाते है…
राजेश: हां तो चलो……………………और दोनो बाथरूम मे चले गये…वही पर एक दूसरे के कपड़े उतारे…….रशमी सिर्फ़ ब्रा और पॅंटी मे थी और राजेश एक छोटे से ब्रीफ मे.
राजेश; मेरी जान इसे भी तो उतार दो….उसकी पॅंटी और ब्रा को देखते हुए कहा
रश्मि: नही………अभी नही….तुम बहक जाओगे…और मुझे यही खा जाओगे.
राजेश: अरे यार……मे रात से ही भूका हू…….और तुम हो कि
रश्मि: क्यो रात से क्यो….रंभा ने नही दी खाने को (रंभा का ताना दिया)
राजेश: अरे यार वो मेरी पी ए है और तुम मेरी बीबी…
रश्मि: यानी….मे घरवाली और वो बाहरवाली …क्या कॉंबिनेशन है
राजेश ने एक साबुन उठया और रश्मि के पूरे शरीर पर लगाने लगा….साबुन के फेन से सराबोर रश्मि ने भी मूड कर अपने पति के गले मे बाँहे डाल दी और उसे भी साबुन रगड़ने लगी. राजेश ने उसे किस करने के बाद उसके होंठो को चूसने लगा….रश्मि की आँखें बंद हो गयी…आज 3 दिन बाद राजेश आया था…..वो सेक्स से मरी जा रही थी वही दूसरी तरफ राजेश का हाल था….दोनो अब एक दूसरे को साबुन लगाने लगे…….और दूसरी तरफ होंठो को चूसने लगे……रश्मि पूर्ण रूप से नंगी हो चुकी थी….राजेश पहले से था ही नंगा…..अब रश्मि साबुन का फेन राजेश के लंड पर लगा रही थी…. लंड ज़रूरत से ज़्यादा एरॅक्ट था…..वैसे रश्मि बाथरूम मे कई दफ़ा चुदाई थी…पर आज कुच्छ ज़्यादा ही मज़ा आ रहा था…वो राजेश के कान मे बोली…..डार्लिंग…मुझे यही पर चोदो…..मे मरी जा रही हू….
राजेश मुस्कुराते हुए कहा….शुवर डार्लिंग…और वही कॉमोड पर बैठ गया और रश्मि को खींच कर अपने उप्पर बैठा लिया….दोनो कैची की तरह बन गये…. राजेश ने अपना लंड आगे बढ़ा कर उसकी चूत मे लड़ा दिया और धीरे से प्रेस किया….एक हल्की सी फॅक की आवाज़ के साथ लंड पूरा धँस गया…रश्मि स्वर्ग मे तैरने लगी….वो राजेश को अपनी बाँहो मे लेते हुए उसके चेहरे , होंठ और गालो पर किस करने लगी….दूसरी तरफ राजेश उसके हिप्स, गांद और चुचियो को दबा दबा कर धक्के लगाने लगा….रश्मि आज जी भर कर चुदवाने लगी…..वो उसके कान मे कुच्छ बोली……डार्लिंग…बोलो कौन अच्छी है..मे या रंभा
राजेश: डार्लिंग सच बोलू…..तुम
रश्मि: वो कैसे?
राजेश: तुम्हे चोद्ते हुए मुझे अद्भुत आनंद मिलता है
रश्मि: रंभा से क्यो नही?
राजेश: रंभा जल्दी जल्दी करती है…..जैसे कोई ट्रेन ना छूट जाय………… या किसी के आने का डर हो…. सेक्स का मज़ा तभी आता है जब प्यार हो और समर्पण हो
रश्मि: ठीक कहते हो…तभी तो मे पूरी समर्पित हू…मुझे कुच्छ नही चाहिए….तुम जिसके साथ सोवो, चोदो, मुझे कोई दिक्कत नही है…हां अपना ख्याल रखना…..कॉंडम का इस्तेमाल ज़रूर करना….
राजेश : जी मेडम………
रश्मि: जी मेडम….कभी कॉंडम का इस्तेमाल किए हो….??? जो जी मेडम बोल रहे हो….
राजेश: यार तुम जानती हो कि मुझे कॉंडम से नफ़रत है….मुझे मज़ा नही आता
और तुम ही बताओ….कॉंडम से तुम्हे भी तो आलर्जी है.
रश्मि: मुझे क्यो नही होगी…..मे तुम्हारी बीबी हू…मुझे कॉंडम की क्या ज़रूरत है…मुझे तो एक भी बच्चा नही हुआ है……और फिर मे कोई बाजारू थोड़े हू.
राजेश: तो क्या सिर्फ़ बाजारू औरते ही कॉंडम का इस्तेमाल करती है?
रश्मि: मे तुम्हे इस लिए बोल रही हू क़ि कॉंडम तुम्हे एड्स से बचाएगा बस
राजेश: ठीक है मेरी मा…आइन्दा से कॉंडम यूज़ करूँगा….बाहरवालीयो के साथ …अब खुस………………………
आज पहली बार कोई पत्नी अपने पति को बाहरवालीयो को चोद्ने को बोल रही हो.
रश्मि: ऐसा इसलिए कि मे समझ सकती हू कि बिना सेक्स के ईक दिन भी रहने कितना मुस्किल है…..तुम्हारे लिए….बिना चुदाई के रह सकते हो ….बोलो???
राजेश: ये तो सत्य है कि बिना चुदाई के ईक रात भी गुज़ारना मुस्किल है ….पर तुम बोलो तुम कैसे रहती हो?
रश्मि : मेरी बात छोड़ो…हम औरतो को भगवान ने बड़ा दिल दिया है…हम किसी भी दुख को आसानी से झेल सकते है
राजेश: पर तुम्हे भी तो इच्छा होती होगी …..दूसरे मर्द से चुद्वाने की….बोलो ना प्लीज़…..
रश्मि: यार बात को कहाँ से कहाँ ले गये…..अब चोदो और धक्का लगाओ…मुझे फ्रेश होकर खाना भी बनाना है………………….प्लीज़ हरी अप…..राजेश को भी समय गवाना व्यर्थ लगा और वो धक्के लगाने लगा……इस बार वो उसे अपनी बाँहो मे उठाए हुए पूरे लंड को उसके चूत मे डाले हुए खड़ा हो गया और चुदाई करने लगा…….करीब 5 मिनट चोद्ने के बाद वो झर गया…….जैसे ही उसके पिचकारी छूटी उसका पाँव फिसल गया और वही बाथरूम के फर्स पर रश्मि को लिए हुए गिर गया…पर लंड उसके चूत से नही निकला ….
राजेश: डार्लिंग..तुम ठीक हो…
क्रमशः.......................
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