RE: Behen ki Chudai बहन का दांव
''उम्म्म्ममममममममममम येस्स्स्स ............ ओह मोनू ...... बहुत अच्छा लग रहा है ............ हहsssssssssssssssssssssss ...क्या फीलिंग है .......... आई एम लविंग इट ................ उम्म्म्मममममममम .....करते रहो .... ऐसे ही ....''
पहली बार में ही जैसे रश्मी को चस्का लग गया चुदाई का...उसका मन कर रहा था की वो जिंदगी भर ऐसे ही लेटी रहे और मोनू पीछे से उसकी चूत मारता रहे... पर ऐसा हो सकता तो दुनिया के सारे लड़के-लड़कियाँ इसी काम मे लगे रहते...उपर वाले ने आख़िर झड़ने का भी रूल बनाया है...अगर सेक्स करने के बाद कोई झड़े नही तो कितने भी घंटे या दिनों तक लगे रहते ये कोई नही जानता... और इस समय अपने लंड पर झड़ने का दबाव मोनू महसूस कर रहा था...क्योंकि रश्मी की करारी चूत थी ही इतनी कसी हुई की वो उसके लंड को निचोड़ सा रही थी...
इसलिए वो हर एंगल से मज़े लेना चाहता था....उसने रश्मी की चूत से लंड बाहर खींच लिया...रश्मी को तो लगा जैसे किसी ने उसकी जान ही निकाल ली है...वो उसको वापिस अंदर लेने के लिए तड़प सी उठी... मोनू ने उसको पीठ के बल लिटा दिया और उसकी दोनो टांगे खोल दी...और अपने लंड को बीच मे रखकर उसके उपर झुक गया...मोनू का लंड एक बार फिर से सरसराता हुआ उसके अंदर प्रवेश कर गया...और आनंद मे भरकर रश्मी की आँखे अपने आप बंद हो गयी...उसने अपनी दोनो टांगे फेला दी..और अपने हाथ भी दोनो दिशा मे फेला कर अपने आप को मोनू के सामने पूरा खोल कर रख दिया..[url=http://rajsharmastories.com/memberlist.php?mode=viewprofile&u=32926][/url]
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