RE: Kamukta Kahani अनौखा इंतकाम
वो आज पूरा दिन हॉस्पिटल में बहुत ही बिजी रही थी.
और फिर शाम को दूसरी सर्जरी में कॉंप्लिकेशन्स की वजह से रूबीना को हॉस्पिटल में काफ़ी देर हो गई थी और रूबीना को ऐसे लग रहा था कि वो आज रात अपने घर नही जा पाएगी...इतनी रात....इतनी रात.....
अचानक रूबीना के दिमाग़ ने झटका खाया और वो नीद से पूरी तरह जाग गई.
उफ्फ रात को तो में बहुत लेट हो गयी थी और फिर मेने घर फोन किया था कि में घर नही आ पाऊँगी......फिर में अपने भाई के फ्लॅट पर.... सोते सोते ये सोच कर ही अचानक रूबीना के पूरे जिस्म में एक झुरझरी सी दौड़ गई......
“में अपने शोहर के साथ नही.... बल्कि मे अपने सगे भाई.....
नही नही नही.....नही....................” सर्दी की ठंडी रात में भी रूबीना का बदन पसीने से तरबतर हो गया.
“ये हुआ कैसे” रूबीना सोच रही थी.
जब वो रमीज़ के फ्लॅट में आई थी तो उस का भाई सोया हुया था.
फ्लॅट की एक चाभी रूबीना पास भी थी. रूबीना ने दरवाज़ा खोला और कपड़े चेंज किए बिना ही लेट गई और लेटते ही उसे नींद आ गई.
फ्लॅट में आते वक़्त रूबीना इतना थकि हुई थी. जिस की वजह से उसे डर था कि नींद के मारे वो कहीं रास्ते में ही ना गिर जाए.
तो फिर क्या रात में भाई ने. “नही, एसा नही हो सकता...मेरा भाई एसा नही है! तो फिर कैसे?”
रूबीना सोच रही थी...”कैसे मेरे हाथ में अपने भाई का लंड आ गया ... अगर उसने कोई ग़लत हरकत नही की”
रूबीना ने जब आँखे खोल कर गौर से देखा तो उसे अंदाज़ा हुआ कि रात को नींद की वजह से वो करवटें बदलते बदलते ना जाने किस तरह अपने भाई के बेड पर चली आई है.
हालाँकि दोनो बेड पूरे जुड़े हुए नही थे. लेकिन वो इतने करीब थे कि नींद में करवटें बदलते हुए इंसान एक बेड से दूसरे बेड पर ब आसानी जा सकता था.
“तो इसका मतलब में ही... अपने भाई के बेड पर....उसका लंड हाथ में लेकर....उफफफफफफफफ्फ़ नही...वो क्या सोचता होगा मेरे बारे में?....रूबीना अपनी नींद के खुमार में अपने आप से ही बातें किए जा रही थी.
रूबीना ने अपने भाई की तरफ से कोई हलचल महसूस नही की.लगता था शायद रमीज़ को अंदाज़ा हो गया था कि उस की बहन रूबीना अब शायद जाग गयी है और ये जो कुछ उन के बीच हुआ वो सब नींद में होने की वजह से हो गया था.
दोनो बहन भाई के बीच में मुश्किल से दो फीट का फासला होगा और वो दोनो चुप चाप लेटे हुए थे.
रूबीना की समझ में कुछ नही आ रहा था कि वो क्या करे. वो ये सोच कर शर्म से पानी पानी हो रही कि उस का भाई उस के बारे में क्या सोचेगा.
कमरे में बिल्कुल सन्नाटा था. रह रह का रूबीना अपने दिल-ओ-दिमाग़ में अपने आप को मालमत कर रही थी.
”ये तूने क्या कर दिया?अब रमीज़ क्या सोचता होगा? मेरी बड़ी बहन एसी है... अपने भाई के लंड को...?
रूबीना अभी इन ही सोचो में गुम थी कि उसे एक और झटका लगा.
रूबीना ने अभी भी अपने भाई का लंड पकड़ा हुआ था. जब कि उसे नींद से जागे हुए कोई पंद्रह मिनिट हो गये थे.
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