RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
सरिता ने आकर अंदर झाँका और सोची कि क्या मस्त नज़ारा था बाप बेटा दोनों एक मासूम सी दिखने वाली बच्ची का दूध चूस रहे थे।उसे अपना समय याद आ गया जब उसके बाबूजी और तायाजी ने ऐसे ही उसकी चूचियाँ चूसी थीं, उस समय वो भी शालू की उम्र की ही रही होगी।सरिता की चूत गीली होने लगी। अब वो दूसरे कमरे मेंराज और रवीना को देखने गयी।
इधर शालू बहुत ज़्यादा गरम हो गयी थी और वो बोली: हाय्य्य्य्य फूफाजी और मत तड़पाओ अब मुझे चोदो ना प्लीज़ नहीं तो में मर जाऊँगी।
श्याम: चलो राहुल तुम नीचे लेट जाओ और शालू को अपने ऊपर ले कर उसकी चूत चोदो।मैं पीछे से गाँड़ मारूँगा।
राहुल जाकर बिस्तर पर लेट गया और उसका लंड उत्तेजना से बुरी तरह हिल रहा था। शालू उसके ऊपर उसकी जाँघों पर बैठ गई और उसका लंड अपने हाथ से पकड़कर अपनी गीली चूत में डालने लगी और कमर दबाकर धीरे से उसका जवान लंड अंदर कर ली और फिर नीचे दबाकर पूरा लंड निगल गई अपनी चूतमें।अब राहुल ने उसकी छातियों को मसलना शुरू किया और नीचे से धक्के मारने लगा और शालू भी अपनी गाँड़ उछालकर चुदायी का मज़ा लेते हुए हाऽऽऽऽऽय्यय भाइइइइइइइ चिल्लायी। उधर श्याम उनकी चुदायी का आनंद लेते हुए उसकी चूतरोंको खोल कर उसकी गाँड़ में क्रीम लगाकर एक उँगली डाल दिया। अब जब एक उँगली आराम से अंदर बाहर कर रहे थे।फिर उसने दो उँगलियाँ उसकी गाँड़ मेंडाला और अब वो ये भी अंदर ले पा रही थी। अब उसने अपने लंड में भी क्रीम लगाया और उसके हिलते चूतरों को दबाकर रोका और उसके गाँड़ की छेद में अपना लंड धीरे से डालने लगा। राहुल ने भी धक्का मारना बंद कर दिया था। श्याम का आधा लंड पहले ही धक्के मेंआधा घुस गया। अब शालू भी हाऽऽय्य्य्य्य कहकर चिल्लायी। तभी उसने एक धक्का मारा और उसका लंड पूरा गाँड़ मेंसमा गया।
अब श्याम बोला: चलो बेटा अब चुदायी चालू करो , मेरा लंड तो इसकी गाँड़ मेंजैसे फँस ही गया है।
राहुल बोला: हाँ मुझे भी आपके लंड से मेरा लंड रगड़ता हुआ महसूस हो रहा है। ऐसा बोलते हुए उसने नीचे से धक्के मारना चालू किया। अब शालू भी अपनी कमर उछाल कर दोनों छेदों में लंडों का मज़ा लेने लगी। जब वो नीचे बैठती तो राहुल का लंड उसकी चूतमें घुस जाता और जब वो ऊपर को होती तो श्याम का लंड उसकी गाँड़ की अंदर तक समा जाता। शालू के लिए एक ज़बरदस्त अहसास था।वह अब बहुत उत्तेजित हो कर उछलकर चुदायी का मज़ा ले रही थी।अब राहुल उसकी चूचियाँ चूसने लगा और उसके धक्कों की गति भी अब बहुत तेज़ हो गयी थी, उधर श्याम भी शालू की बहुत तंग गाँड़ मेंपूरी ताक़त से धक्के लगा रह था। अब शालू चिल्लाने लगी: हाऽऽयय्यय भाअअअअअइइइइ चोओओओओओओओदोओओओओओ आऽऽहहहह फाऽऽड़ दोओओओओओओ नाऽऽऽ आऽऽऽऽऽऽहहहह मेरीइइइइइइ गाँड़ भी फ़ॉआऽऽऽऽऽऽऽऽड़ दो ना प्लीज़।
अब तो श्याम भी आऽऽहहहह और ह्म्म्म्म्म्म करके झड़ने लगा और उधर शालू भी मैं तो गाइइइइइइइइइइइइ कहकर झड़ने लगी। अब राहुल ने नीचे से ज़ोर के धक्के लगाए और वो भी झड़ गया।
श्याम ने अपने नरम हो रहे लंड को शालू की गाँड़ से निकाला और वहीं बिस्तर पर बैठ गया। तभी उसकी नज़र राहुल के लंड पर पड़ी जो तेज़ी से धक्के मारते हुए झड़ रहा था फिर उसने देखा कि उसका लंड भी पानी छोड़कर बाहर आ गया था। अब शालू के दोनों छेद पूरे खुले हुए दिख रहे थे और उनमें से वीर्य बाहर की ओर बह रहा था।श्याम ये सब देख कर मस्ती से भर गया।उधर राहुल अपनी फूफेरि बहन के होंठ चूस रहा था।अब श्याम उठकर बाथरूम गया और राहुल ने शालू को उठने को कहा और बाद में वो भी फ़्रेश हो गए।
उधर रवीना और राज भी कमरे मेंआकर एक दूसरे को चूमने लगे।
फिर राज ने उसको पेट के बल लिटाकर उसके चूतरों को उठाकर उसकी गाँड़ चाटने लगा और जीभ से छेद को कुरेदने लगा। अब क्रीम लगाकर उसकी गाँड़ में उँगली डाला और समझ गया कि हे छेद कई बार लंड खा चुका है। फिर उसने अपने लंड पर क्रीम लगाकर उसने उसकी गाँड़ में अपना सुपाड़ा पेल दिया। रवीना भी आह्ह्ह्ह्ह्ह करके अपनी मस्ती जतायी और अपना पिछवाड़ा उसकी ओर दबाया।
अब वह और ज़ोर से धक्का लगाकर अपना लंड उसके अंदर कर दिया। फिर वह रवीना की गाँड़ की ज़बरदस्त चुदायी करने लगा।
अब रवीना भी आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह माऽऽऽऽऽरो ना हाऽऽऽय्यय और माऽऽऽऽऽऽरो ।फिर राज ने अपना हाथ उसकी लटकी हुई बड़ी बड़ी चूचियाँ पर रखा और उनको दबाने लगा , फिर एक हाथ उसने उसकी चूत पर रखा और उसके दाने को छेड़ने लगा। अब रवीना की हाऽऽऽय्यय सीइइइइइइ करके झड़ने लगी और राज भी उसकी गाँड़ मेंझड़ने लगा।
तभी सरिता उसके कमरे में आकर झाँकी और उनको झड़ते हुए देखकर अंदर आयी और तभी सरिता को देखकर राज ने अपना लंड चूसने का इशारा किया और वो राज के लंड को मुँह मैं लेकर चूसने लगी और उससे निकलता हुआ वीर्य पी लिया।
अब सरिता बोली: रवीना मज़ा आया ?
रवीना: अरे दीदी इस काम में तो मज़ा आता ही है।
अब वो दोनों हँसने लगीं।
थोड़ी देर बाद सब हॉल मेंनंगे ही आ गए और सरिता ने सबको केसर वाला दूध दिया। सब बातें करते हुए दूध पीने लगे।
अगले दो दिनों तक सब पार्ट्नर बदल बदल कर मज़े ले रहे थे।शालू सबकी ज़्यादा ही चहेती थी तीनों मर्दों की।राज भी उसके लिए तड़प उठा था जब उसकी बेटी एक दिन उसको चोदने को नहीं मिली क्योंकि बाप बेटा दोनों उसके ही पीछे पड़े थे।सरिता और रवीना की भी लगातार चुदायी होती ही रही। फिर दो दिन बाद राज की रानी बहना का फ़ोन आया कि वो दुबई से १० बजे सुबह पहुँच रही है।उसे लेने ऐयरपोर्ट राज और श्याम पहुँचे।
जब रानी ऐयरपोर्ट से बाहर आयी तो राज तो अपनी बहन को देखते ही रह गया।लगभग ४१ साल की भरपूर औरत जो किसी का भी लंड खड़ा कर दे।बहुत गोरी और ५-५ इंच लम्बी महिला जिसके बड़े बड़े दूध जो की टॉप के ऊपर से मचल रहे थे,और उसकी जींस में कसा शरीर उसके उभारों को मस्ती से उजागर कर रहा था।राज ने अपना लंड अजस्ट किया जिसको देखकर श्याम हँसते हुए बोला: क्या यार बहन को देखकर लंड खड़ा हो गया क्या?
राज: अरे देख ना यार क्या माल लग रही है हमारी बहना।
रानी ने अपने चेहरे पर धूप का काला चश्मा लगाया हुआ था और वह किसी हेरोइन की तरह ख़ूबसूरत लग रही थी।जब वह पास आयी तो राज ने उसके नंगे गोरे थोड़े से उभार लिए पेट को देखा और जिसमें से उसकी नाभि भी साफ़ दिख रही थी।वह आकर श्याम से लिपट गई और उन्होंने गाल पर चुम्बन लिया। अब वो राज के पास आकर उससे भी लिपट गई और उसके भी गाल चूम लिए। राज तो उसके भरे बदन के स्पर्श से ही उत्तेजित हो गया और उसको अपने से सटा कर बोला: बहना क्या मस्त दिख रही हो। जिज़ू सचमुच क़िस्मत वाला है।
रानी हँसते हुए बोली: अरे भाई अब तो तुम भी क़िस्मत वाले हो जाओगे क्योंकि तुम भी तो बहनचोद बनने के लिए मरे जा रहे हो। ऐसा बोलते हुए रानी ने उसके पैंट के उभार को हल्के से सहलाया जो कि श्याम भी नहीं देख पाया।
राज उसकी बोल्ड्नेस से सकपका गया की वह सबके सामने ऐसा ख़तरा उठा सकती है। फिर वो तीनों बाहर कार की ओर चल पड़े। राज उसके पीछे से जींस में फँसे उसके बड़े बड़े चूतरों के देख कर मस्त हो रहा था। उसके लंड ने तो अब बवाल ही मचा रखा था पैंट के अंदर।
बाहर आकर वो कार में बैठे, श्याम कार चला रहा था और भाई बहन पीछे एक साथ बैठे थे।राज ने रानी की जाँघ पर हाथ रखा और बोला: तो रानी सफ़र बढ़िया रहा? कोई परेशानी तो नहीं हुई?
रानी हँसते हुए बोली: मुझे तो नहीं हुई पर मेरे साथ बैठे हुए आदमी को बहुत परेशानी हुई।
श्याम बोला: तो फिर तुमने शरारत की हमेशा की तरह? इस बार कौन बेचारा फ़ंसा तुम्हारे चक्कर में?
रानी: मेरा क्या दोष है इसमें, वो हरामी ६५ साल का बुढ्ढा ही मेरे पीछे पड़ा था।
श्याम: क्या किया उस ग़रीब ने तुम्हारे साथ?
रानी: और क्या करता, पहले मेरी जाँघ सहलाया जैसे किमेरा भाई अभी सहला रहा है, फिर उसने मेरी छाती पर हाथ रखा। तब मैं उसको बोली कि अंकल अब आपने खेल शुरू किया है तो ख़त्म भी करना पड़ेगा।
राज उसकी जाँघ को दबाते हुए बोला: फिर क्या हुआ?
रानी: वह बोला किक्या मतलब? मैंने एक कम्बल मँगाया और उसको अपने और उसके ऊपर डाल ली,उस समय मैं खिड़की की सीट पर थी और उसके बग़ल की सीट ख़ाली थी।
श्याम: ओह मतलब मैदान साफ़ था?
रानी हँसते हुए बोली: हाँ बिलकुल, अब मैंने अपना टॉप ऊपर कर दिया और ब्रा के भी स्ट्रैप खोल दिया। और उसका हाथ पकड़कर अपनी छातियों पर रख दिया।वह भी मस्ती से दबाने लगा और मैंने हाथ डालकर उसका लंड चेक किया। हाय ये तो छुहारे जैसा था, मेरी क़िस्मत। मैंने कहा कि हरामी जब लंड में जान ही नहीं तो क्यों तंग कर रहा है?
श्याम: क्या बिलकुल छोटा सा लंड था?
रानी: और क्या, मैंने तो इतना छोटा लंड देखा ही नहीं कभी। ख़ैर अब मैंने अपनी पैंट भी खोल दी और उसको चड्डी समेत नीचे करके उसका हाथ अपनी चूत पर रख दिया और टाँगे उपरकर के फैला दीं। अब उसने मेरी चूतमें ऊँगली चलानी चालू की।ऊपर कंबल होने के कारण किसी को शक नहीं हो रहा था। अब मैं उत्तेजित हो गई थी सो मैंने उसका सर पकड़कर अपनी चूत पर दबा दिया। वो हरामी भी मज़े मेरी चूत चाटने लगा।
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