RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
अब मैंने हल्के से दबाकर सुपाड़ा अंदर कर दिया, और कुँवारी चूत फट गयी और नेहा की चीख़ निकल गयी।
उसकी चीख़ की परवाह ना करते हुए मैंने अब ज़रा ज़ोर का धक्का मारा और लौड़ा आधा तो पेल ही दिया।अब उसके आँसू निकल आए थे। मैंने उसके आँसू पोछते हुए उसके होंठ चूसने लगा। फिर उसकी चूचियाँ दबाते हुए चूस चूस कर उसको मस्त कर दिया।अब उसकी दर्द मेंकमी आयी देखकर मैंने अपना पूरा लौड़ा अगले ही धक्के मेंपूरा अंदर कर दिया। नेहा फिर से सिहर उठी और बोली:पापा प्लीज़ छोड़ दो आऽऽऽहहहह दुखताआऽऽऽऽऽ है नाऽऽऽऽऽऽऽ ।
मैंने उसके होंठों और छातियों पर अपने होंठों का हमला जारी रखा और जल्द ही वो हायुय्य्य्य्य हाय्य्य्य्य्य करने लगी। अब मैंने उसको चोदना शुरू किया और जल्द ही वो भी मेरा साथ देने लगी। मैंने अपने मुँह का थूक उसके मुँह में डाला जिसको उसने थोड़ी हैरानी के साथ अपने मुँह मेंनिगल लिया। मैंने उसको अपनी जीभ निकालने को कहा। उसकी जीभ बाहर आते ही मैंने अपने मुँह मेंलेकर उसकी जीभ चूसने लगा। अब मेरी चुदायी की गति बहुत बढ़ गयी थी। और वो हाय्य्य्य्य्यू मरीइइइइइइइइ करके झड़ने लगी। मैं भी अब तेज़ धक्कों के साथ झड़ गया।
मैंने देखा कि मेरा लंड थोड़े से ख़ून से भी सना था। बिटिया की सील जो टूट गयी थी।मैंने लंड को पोंछ कर सफ़ किया।
नेहा झड़कर बिलकुल तृप्त होकर आँखें बंद करके पड़ी हुई थी, वो बहुत ही प्यारी लग रही थी। मैंने झुककर उसके गाल चूमे और बोला: बेटा मज़ा आया ना? बहुत चिल्ला चिल्ला कर मज़ा ले रही थी?
नेहा: हाँ पापा बहुत मज़ा आया , पर शुरू में बहुत दुखा था, मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि आपका इतना बड़ा मेरे अंदर घुसा कैसे?
मैंने उसकी जाँघों पर हाथ फेरते हुए कहा: अरे बेटा इसमें तो इससेभी बड़ा घुस जाएगा। मैंने अपने लंड की तरफ़ इशारा करते हुए कहा।
उसने हाथ बढ़ा कर मेरे नरम लंड को प्यार से पकड़ा और बोली: पापा देखिए कैसे मुँह लटकाए पड़ा है जैसे इसकी कोई ग़लती ही नहीं, और इसने मेरी चूत फाड़ दी है।
उसके मुँह से चूतशब्द सुनकर मैं मस्त होकर उसको चूमने लगा और बोला: चलो बेटा अब फ़्रेश हो जाओ , आज थोड़ी जलन रहेगी तुम्हारी चूतमें ।कल से सब ठीक हो जाएगा। और हाँ पहली चुदायी की बहुत बहुत बधाई।
वो हँसते हुए मेरी बाहो मेंसमा गयी।
ये कहते हु राजेश ने अपनी और अपनी बेटी नेहा की पहली चुदायी का क़िस्सा ख़त्म किया।राज अब खुले आम अपना लंड दबा रहा था, राजेश की कहानी सुनकर, उसका लंड पत्थर के माफ़िक़ कड़ा हो गया था।
राजेश: वाह भाई लगता है, कि नेहा की चूत के लिए अपना लंड मसल रहे हो?
राज: यार तुम्हारी कहानी थी ही इतनी मस्त कि कोई भी पागल हो जाए। बस अब जल्दी से नेहा को मुझसे चुदवा दो , अब नहीं रहा जाता।
राजेश: यार मैं भी तो यही चाहता हूँ, चलो आज का ही प्रोग्राम बना लो, वो कॉलेज से आ गयी होगी, चलो अभी चल के चोद कर उसको मस्त कर दो।
राज: तुम्हें भी तो शालू को चोदने का मन है ना, तो ऐसा करते हैं किशालू को भी अभी तुम्हारे घर चलने को बोलते हैं। वहाँ तुम भी उसको चोद लेना।
राजेश: नहीं यार, असल में मुझे एक और शौक़ लग गया है, अब तुमको कैसे बताऊँ?
राज: अरे अब क्या झिझक रहे हो, बोलो ना यार!
राजेश: असल में मुझे नेहा को किसी और से चुदते देखने मेंबहुत मज़ा आता है। एक बार मेरे बॉस ने उसको मेरे सामने चोदा था, तबसे उसको जब कोई मेरे सामने चोदता है तो मैं बहुत उत्तेजित हो जाता हूँ।
राज: ओह, चलो कोई बात नहीं, आज तुम्हारी ये इच्छा भी पूरी कर देते हैं। चलो शालू को किसी और दिन चोदलेना।
ये कहते हुए राज सरिता को फ़ोन करता है किशालू को बोल देना कि मैं देर से घर आऊँगा और वो अपना लंच कर ले।फिर राज और राजेश उसके घर की ओर कार से चल पड़े।
राज ने पूछा: यार ये तो बताओ की नेहा को कितनो से अब तक चुदवा चुके हो?
राजेश हँसते हुए बोला: ज़्यादा नहीं, बस यही कोई ५/६, पर साली पूरी रँडी बन चुकी है, एकदम साली मज़े से कमर उछालकर चुदाती है, तुमको तो मज़ा ही आ जाएगा। और ऐसा कहते हुए अपना लौड़ा दबाने लगा।
राज: तुम्हारे बॉस की उम्र क्या है?
राजेश: अरे वो तो बस सिर्फ़ २८ साल का है। नेहा उसको फ़ंसा रही है, किवो उससे शादी करले ताकि उसका पैसा भी ये उड़ाएगी और मेरे से भी चुदवा सकेगी। क्योंकि बॉस के साथ मिलकर मैंने भी उसकी डबल चुदायी की है।
राज: अरे इस छोटी सी उम्र में वो काफ़ी अनुभवी हो गयी है। हाँ वैसे अब शालू भी मज़े से चुदाती है बहुत मज़ा लेती है वो भी।
तभी वो दोनों राजेश के फ़्लैट पर पहुँचे। ताला खोलकर राजेश और राज अंदर आए, नेहा अभी आयी नहीं थी।
राजेश ने बीयर की बोतलें खोलीं और दोनों पीने बैठ गए। क़रीब आधे घंटे बाद कॉल बेल बजी। राजेश उठते हुए बोला: नेहा आ गयी।
दरवाज़ा खोलकर उसने नेहा को अंदर आने दिया और फिर दरवाज़ा बंद कर दिया। नेहा अपने पापा से लिपट गयी और बोली: सॉरी पापा देर हो गयी। तभी उसने राज को देखा तो सकपका कर उससे अलग हो गयी और उसको नमस्ते की। राज मुस्कुराते हुए उसको बोला: अरे बेटा मैं तुम्हारी सहेली शालू का पापा हूँ।
वो चौंक कर बोली: अच्छा, पर आप तो परसों का आने का बोले थे ना? शालू भी आने वाली थी।
राज हँसते हुए बोला: अरे बेटी वो तो अदला बदली का प्रोग्राम है ना, वो तो परसों कर लेंगे। पर आज तो तुमको मिलने के लिए आया हूँ।
वो शर्माकर बोली: जी ठीक है और वो फ्रिज से पानी की बोतल निकालने लगी। अब राज ने ध्यान से देखा किसच में वो एक शानदार जवान माल थी। उसने टॉप पहना था जिसमें से उसकी मोटी मोटी चूचियाँ जो शायद ३६ से कम साइज़ की नहीं थीं, मचल रहीं थीं।
और जींस में से उसकी गदरायी जाँघे और मोटे उभरे हुए चूतर ग़ज़ब ढा रहे थे। पेट नंगा गोरा और सपाट था, जैसे की छोटी उम्र की लड़कियों का होता है। उसके झुकने से उसकी जींस नीचे खिसक गयी थीं और उसके मोटे चूतरोंकी दरार का ऊपरी हिस्सा दिख रहा था,जिसे देखकर राज अपना लौड़ा अजस्ट करने लगा, उसे ऐसा करते देखकर राजेश बहुत उत्तेजित हो गया।
नेहा पानी पीकर आकर अपने पापा के साथ सोफ़े पर बैठ गयी, राज सामने बैठा था।
राजेश: और बेटा कॉलेज कैसा रहा? शालू ठीक तो हैं ना?
नेहा: ठीक रहा पापा, शालू ठीक है और अपने घर चली गयी थी।
राज: अरे बेटी, ये तो बताओ कि तुम दोनों को कॉलेज में लड़के तंग तो नहीं करते? तुम दोनों इतनी सुंदर और जवान हो।
नेहा: अंकल सच मेंबहुत तंग करते हैं पर हम किसी को घास नहीं डालते।
राजेश: बेटी, ये राज तुमको चोदने के लिए मारा जा रहा है, चलो ज़रा इसको मज़ा दे दो ना।
नेहा: पापा आप भी ना, कुछ भी बोल देते हो।
राजेश: अरे बेटी, सच कह रहा हूँ, ये आज तुमको चोदने ही आया है यहाँ। जाओ इसकी गोद में बैठ जाओ और अंकल से मज़े से चुदायी कराओ।
नेहा शर्म से अपनी नज़रें झुका लीं और अपनी जगह से नहीं हिली। अब राजेश खड़ा हुआ और नेहा का हाथ पकड़कर उसको उठाया और नेहा को खींचकर राज की गोद मेंबिठा दिया। नेहा के मोटे मोटे चूतरोंको जैसे ही राज के खड़े लौड़े का स्पर्श मिला, वो सिहर उठी।
राज तो उसके गद्देदार चूतरों के स्पर्श से ही मस्त हो गया और उसने नेहा को अपनी बाहों में भींच लिया और नीचे की ओर अपने लौड़े पर दबाने लगा।
राजेश अपनी बेटी की ओर देखते हुए अपना लंड मसल रहा था।
अब राज ने नेहा को अपनी ओर घुमाकर उसके होंठ चूसना शुरू किया। वो भी मस्ती से होंठ चूसवा रही थी। राज के हाथ उसकी टॉप के ऊपर से उसकी छातियों पर आ गए और वो उनको दबाकर उसकी कड़ी और मोटी चूचियाँ का मज़ा लेने लगा।
नेहा भी गरम होकर अपनी गाँड़ को उसके लौड़े पर रगड़ने लगी।
अब राज ने उसकी टॉप को उठा दिया और उसके चिकने पेट को सहलाने लगा, और उसकी नाभि मेंऊँगली घुसाने लगा। फिर उसने टॉप के नीचे से ब्रा के ऊपर से उसकी चूचियाँ दबाने लगा। उसने उसके होंठ को चूसना जारी रखा।
फिर उसने नेहा का टॉप उतार दिया और उसके ब्रा में चमकते हुए गोरे गोरे मोटे मोटे दूध देखकर वो मस्त हो गया और उनको ब्रा के ऊपर से ही चूमने और चाटने लगा। फिर उसने नेहा की बाहों को ऊपर किया और उसकी बग़लों को सूँघने लगा और फिर जीभ से चाटने लगा। अभी वो बाहर से आयी थी, इसलिए हल्के पसीने की ख़ुशबू जैसे राज को दीवाना बना रही थी।
अब राजेश भी उठकर इन दोनों के पास आकर बैठ गया, उसकी पैंट मेंभी तंबू तना हुआ था। राज ने राजेश को कहा: यार ज़रा ब्रा का हुक खोल दो ना ।
राजेश ने ब्रा का हुक खोल और ब्रा को निकाल कर अपनी बेटी की छातियाँ नंगी कर दीं। नेहा के मोटे मोटे बब्बे देखकर राज मस्त हो गया और बोला: यार क्या मस्त चूचियाँ हैं, शालू की अभी बहुत छोटी हैं इसके सामने। फिर उसकी चुचि दबाते हुए मस्त होकर एक चुचि चूसने लगा। राजेश भी उसकी दूसरी चुचि दबाने लगा। फिर राज ने राजेश को भी चुचिचूसने को कहा। अब दोनों उस हसीन लड़की की बड़ी बड़ी चूचियाँ पो रहे थे। अब नहा मस्ती से भर कर दोनों के सर को अपने सीने पर दबा रही थी और उसकी चूतबहने लगी थी।
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