RE: Antarvasna kahani हर ख्वाहिश पूरी की भाभी �...
हम दोनों हसने लगे... भाभी के मन में भी वही चल रहा था जो मेरे मन में... हम दोनों ने ये खुलकर बात की... पर साला डर लग रहा था... एकदूसरे को बताने को, के दोनों रेड़ी है....
भाभी ने मुझे कंडोम दिया और रात को इसमें वीर्य निकाल ने को बोला... मैंने भी हा बोल दी... पर चूत, गांड और मुह का स्वाद चखने के बाद अब लौड़े को कंडोम से कैसे पठाउ? पर मैंने ले लिया... अब रात को वो पिने आएगी तब उसे देख लूंगा... पर रात को मुझे जल्द नींद आ गई... कब सो चूका पता नहीं चला... लौड़ा दुःख भी रहा था... तो कब सुबह पड़ी नहीं पता चला... भाभी का एक गिफ्ट था जो बाकी था... जो सरप्राइज़ सरप्राइज़ कर रही थी... वो तो पता नहीं पर अगले दिन भाभी मुझे कुछ इस हाल में उठाने आई....
मैं: वाह मेरी रांड... पर मैं दारु नहीं पिता..
भाभी: और दारु है भी नहीं इसमें, ये है सिर्फ सादा पानी... ये नास्ता तो कर सकते हो...
मैं: ह्म्म्म्म पर तू नास्ता करेगी ना साथ....
भाभी: मुझे भी तो स्पेशियल ब्रेकफास्ट लगेगा... तेरा वीर्य...
वो मेरे पास बैठी पर मुझे मुह धोने जाने को बोला... मैं नाह के भी आ गया... देखा तो भाभी नंगी पड़ी थी... और भाभी के ऊपर पोटेटो फिंगर्स यहाँ तहा पड़े थे... बूब्स को बर्गर से ढक दिया था... नजदीक आया तो देखा... के चूत में दस बार पोटेटो फिंगर्स घुसा के रख्खा था... क्या ब्रेकफास्ट है... मज़ा आया...
मैं: क्या नाश्ता मिला है...
भाभी: पर तूने कल कंडोम में वीर्य भर के नहीं रख्खा?
मैं: अरे तू अभी ले लेना... वेस्ट नहीं जाएगा...
भाभी: नहीं मुझे तो अब तू नास्ता कर ले... मैं तेरा वीर्य अब मेरे बर्गर पर लगा कर लूंगा...
मैं: बहोत बड़ी मादरचोद रांड है तू...
भाभी: चल चल अब नाश्ता कर...
मैंने सब से पहले चूत में फसे खाने को खाया... हाथ तो मैं लगाऊ ही क्यों? पैरो पर जाके सीधा चूत में से मुह से फिंगर्स निकाले वह तो और भी लज़ीज़ लगा... धीरे धीरे उसके सारे बदन पर पड़े फिंगर्स खाये... एक दो बार तो मैंने चटनी के तौर पर चूत में दाल के खा रहा था... फिर बर्गर को खाने के टाइम पर मैंने सौस भी देखा... वो सारे बदन पर लगा के उसे शरीर पर चटनी के जैसे खाने लगा... दोनों मम्मे को मैंने सौस से रगड़ रगड़ कर डाला... और फिर जब बर्गर ख़तम हुआ मैंने पूरा शारीर से सौस को चाट चाट के साफ़ किया... पुरे बदन को मैंने मस्त के नाश्ता किया...
मैं: चल रंडी कर ले तेरा नाश्ता...
भाभी: तू सोयेगा?
मैं: माँ चुदवाने जा... मुझे इन मम्मो के साथ खेलना है... तू क्या करवाना चाहती है?
भाभी: मैं चाहती हु के तू मास्टरबेट ही बर्गर से करे...
मैं: भोसडीकि... वो खाएगी?
भाभी: हा.... तू करेगा?
मैं: चल जैसे तेरी मरजी...
मैंने अपना ट्रैक पेंट निकाल के भाभी की और अपना लण्ड धर दिया... मैंने भाभी के बर्गर को भाभी के हाथ मैं दिया...
भाभी: अरे पहले तू मास्टरबेट तो कर...
मैं: अरे तेरे होते हुए मैं क्यों करू रंडी? मैंने बोलाना के मैं तेरे मम्मे से खेलूंगा...
भाभी: ह्म्म्म ओके ओके...
पहली बार बर्गर पे मैं अपना मास्टरबेट करवाने जा रहा था... पर वीर्य और बर्गर को भाभी खाते हुए देखना था... भाभी ने बर्गर के बिच मेरा लौड़ा रखा और फिर दबाया.... भाभी को नंगी देख ये लौड़ा वैसे भी टाइट तो हो ही गया था... एकाद मिनिट घिसा फिर... भाभी से रहा नही गया और लपक के मुह में ले लिया... मैं मुह को चोदने लगा... दस मिनिट तक मुह को चोदा और जैसे मेरा होने वाला था के...
मैं: हाय मादरचोद चल मेरा निकल ने वाला है... ला चल बर्गर ला...
फिर बर्गर को मेरे लौड़े के टोपे से ढक दिया और दबाया... मैंने सारा वीर्य वहा निकाला... पर थोडा फर्श पर गिरा...
मैं: चल तेरा खाना रेड़ी...
भाभी: पहले मुझे फर्श से पड़ा खाना पड़ेगा...
भाभी हाथ की उंगलिओ से लेने जा रही थी... मैंने भाभी के मम्मो पर एक चपत मारी...
मैं: भोसडीकि बोला था न कुतिया के चाट के साफ़ करना पड़ेगा?
भाभी: हा तेरी कुतिया ही तो हूँ... चल चटवा मुझसे...
मैंने भाभी का सर पकड़ा और फर्श पर ले गया और भाभी ने ख़ुशी ख़ुशी मेरा साथ देते हुए फर्श पर पड़ा हुआ वीर्य चाट चाट के साफ़ किया...
मैं: चल अब बर्गर खा...
भाभीने बड़े मस्त सेक्सी अदा में मेरा पूरा वीर्य से लथपथ बर्गर खा लिया...
मैं: तुजे वीर्य पसंद आ गया है बहोत...
भाभी: मुजे लगता है की वीर्य का स्थान औरत के अंदर ही होना चाहिए...
मैं: तू सबसे बड़ी रांड बन सकती है...
भाभी: तू और तेरा भैया वही तो बुलाया करते हो..
हम दोनों हस पड़े पर अब वासना के कीड़ा ने करवट ली... मैं और भाभी अचानक एकदूसरे को एकदम से लिपट कर काफी इन्टेन्स हो गए और एकदूसरे को भीचने लगे... हम न बिना कुछ सोचे समजे बस किस किये जा रहे थे... एकदम इन्टेन्स बन चुके थे... भाभी मेरी गोदी में आके मेरे लण्ड को उकसा रही थी... पर मेरा तो अभी हुआ था तो भाभी मुझे उकसाने अपना बूब्स मुझे दे रही थी...
भाभी: आज दोनों पे मुझे तेरे प्यार की मुहर चाहिए...
मैं: उम्म्म्म्म आह्ह्ह भाभी भैया को क्या बोलेगे....
भाभी: आआआ....ह माँ चुदवाने गया तेरा भैया... तू तेरा देख पर आज तू अगर कायम का दे देगा मैं ले लुंगी...
मैं: मादरचोद भोसडीकि रंडी... चलना मैं अपने दोस्तों को बुला ही लेता हु... सब भड़वे खुश हो जाएगे तुज जैसी रण्डी पाकर... बुलाऊ क्या...
भाभी: आआआअ.. ह अभी तू चोद ले... चूत तैयार है... पेल दे...
मैं: मेरा लण्ड नही... तू तेरा सरप्राइज़ दे जो तू कल से बोल रही थी...
भाभी: पहले मेरे दोनों निप्पल को खीच...
वो थोडा दूर गई तो मैंने निप्पल को भीच कर खीच दिया अपनी और...
भाभी: आउच... आआआअ...ह चल घूम जा...
मैंने भाभी को गोदी से उतारा... मैं घूम के बोला...
मैं: मज़ा नही आया तो रंडी तुजे बहुत मारूँगा...
भाभी: चुप.. गांड दिखा अपनी...
मैं: सच मैं?
भाभी: हा... पर कितने बाल है...?गांड के बाल साफ़ नहीं करता...
मैं: भोसडीकि रण्डी हो के ये वो क्या करती है? जीभ अंदर तक जानी चाहिये... और गोटे भी उधर है... चल मुह चला जल्दी...
भाभी के दोनों सरप्राइज़ पता चल गए थे...
भाभी: पर एक बात सुन ले...
मैं: क्या मादरचोद?
भाभी: मेरे शरीर से आजतक मिलने वाला ये पहला सुख है... जो तुजे मैं देने जा रही हूँ...
मैं: हां वो मैं धन्यवाद बाद में करूँगा...
गांड पे बाल थे पर भाभी ने बहोत शिद्धत से मेरे गांड को चाट चाट के मज़ा करवाया... भाभी की मस्त जीभ मेरी गांड मार रही थी, बहोत अच्छा लग रहा था.. बहोत अंदर तक जीभ का गीलापन महसूस हुआ... फिर मैं बैठ गया...
मैं: चल अब गोटे चाट और लण्ड को तैयार कर... तुजे चोदना है...
भाभी, रंडी जो कहो पालन किये जा रही थी... गोटे को मुह में लेती लण्ड को लेती... मेरे हाथो को उनके स्तन पर रख्खा और खैलने दिया...
मैं: तुजे बाद मैं चोदुंगा मुझे तेरे रसीले आम चोदने है, तू मेरी गांड चाट और मैं तेरे मम्मे चोदुंगा...
भाभी: ऐसे कैसे...
मैंने भाभी को पलंग पर सुलाया... सीधा... भाभी को बोला जैसे मुँहमे लेने के लिए होती है वैसे ही तैयार हो जा... मैं तेरा मुह नहीं चोदुंगा... पर स्तन चोदुंगा... तू मेरी गांड चूस लेना...
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