Porn Hindi Kahani रश्मि एक सेक्स मशीन
12-10-2018, 02:02 PM,
#11
RE: Porn Hindi Kahani रश्मि एक सेक्स मशीन
रश्मि एक सेक्स मशीन पार्ट -10
गतान्क से आगे....


कुच्छ देर बाद मुकेश मेरे पीठ से सॅट गया. म्यूज़िक पर हम तीनो थिरक रहे थे. वो दोनो मुझे सॅंडविच की तरह आगे और पीछे से फँसा रखे थे. दोनो डॅन्स क्या कर रहे थे मेरे बदन से अपने बदन रगड़ रहे थे. एक मुझे सामने से रगड़ रहा था तो दूसरा मेरे पीछे से सटा हुया था. एक के खड़े होते लिंग का अहसास मेरी योनि पर लगातार पड़ रही ठिकार से हो रहा था तो दूसरे का लिंग मेरे नितंबों के बीच अपना रास्ता बनाता जा रहा था. दोनो अब मेरे बदन के नाज़ुक हिस्सों को मसल्ने लगे थे.



बाकी लोग हम तीनो की हरकतें देख देख कर तालियाँ बजा रहे थे. मैं भी उस नशीले वातावरण मे झूमने लगी थी.



एक का हाथ मेरे नितंबों पर फिर रहे थे तो दूसरे के हाथ मेरे स्तनो को मसल रहे थे. हम इसी तरह काफ़ी देर तक डॅन्स करते रहे. मगर उन्हों ने इससे ज़्यादा कुच्छ नही किया. डॅन्स ख़तम होने के बाद जब हम वापस टेबल पर पहुँचे तो राकेश ने मुकेश से कहा,



“भाई इसको नये असाइनमेंट पर अगले महीने निकलना है.” मुकेश उसकी बात सुन कर मुस्कुरा दिया.



“असाइनमेंट? कौन सा असाइनमेंट?” मैं बिल्कुल अंजान थी उनके इरादों से.



“तुम्हे एक नये असाइनमेंट पर अगले महीने रवाना होना है. अपना पासपोर्ट वीसा तैयार करवा लेना. तुम्हे फ्रॅन्स जाना है.”



“मुझे? मुझे वहाँ करना क्या है?” मैने फिर उनसे पूछा.



“कुच्छ नही….वहाँ हफ्ते भर छुट्टियाँ मनाना. घूमना फिरना और ऐश करना. सब कुच्छ हमारी तरफ से. कंपनी बेर करेगी सब खर्चा.” मुकेश ने कहा.



“म्‍म्म्ममम हॉलिडेज़ इन पॅरिस?” मैं तो उनकी बात सुन कर झूम गयी.



“ हां…….वहाँ सूट हम बुक करवा देंगे. और हम भी एक आध दिन बाद पहुँच जाएँगे. तीनो एक हफ्ते भीड़ भाड़ से दूर एंजाय करेंगे.”



उनके इस कथन से मुझे किसी साद्यंत्रा की बू आने लगी. मैने उनसे कुरेद कर पूच्छना चाहा. मगर दोनो ने ज़्यादा कुच्छ बताने से साफ मना कर दिया.



रात डेढ़ बजे के बाद ही हम वापस लौटे थे उस पार्टी से. उस पार्टी मे पहली बार मैने इस तरह का उन्मुक्त महॉल देखा. वैसे अक्सर हमारे प्रेस की पार्टीस मे हम औरतें इन्वाइट नही होती थी. ज़रूर उन पार्टीस मे इसी तरह का उधम मचाया जाता होगा. तभी उन पार्टीस मे औरतों को इन्वाइट नही किया जाता था. आज की पार्टी मे भी मैं अकेली औरत थी क्योंकि मेरे लिए ही पार्टी अरेंज की गयी थी. लेकिन उतने सारे मर्दों के बीच मैं अकेली. बड़ी मुश्किल से मेरी योनि कोरी बची रही.



महीने भर बाद मैं हफ्ते भर के लिए कंपनी की तरफ से पॅरिस के लिए रवाना हुई. असाइनमेंट का तो सिर्फ़ बहाना था. दोनो बुद्धों की उस पार्टी वाले दिन से ही मुझ पर लार टपक रही थी. अब मैं सेक्स के मामले मे काफ़ी अड्वान्स हो गयी थी. तंगराजन के साथ गुज़रे उन लम्हो ने मेरी जिंदगी को ही बदल दी थी. अब तो किसी पराए मर्द के साथ संपर्क की सोच कर ही बदन के रोएँ खड़े हो जाते थे.



मेरा होटेल पहले से ही बुक था. मैं एरपोर्ट से सीधी होटेल पहुँची. सारा प्रोग्राम पहले से ही तय था. उस दिन मैं वहाँ अकेली ही रही. पूरा पॅरिस सहर उस दिन मैने घूम कर देखा.



अगली सुबह को दोनो भाई भी वहाँ पहुँच गये. फिर हम तीनो के बीच सारे पर्दे हटते चले गये. वहाँ उनके साथ मैने खूब मज़े किए.



होटेल पहुँचते ही दोनो बुड्ढे मुझ पर टूट पड़े. मानो बरसों के भूखे को छप्पन व्यंजन की थाली परोसी गयी हो. हम तीनो कुच्छ ही पलों मे बिकुल नंगी अवस्था मे थे. सबसे पहले दोनो ने मुझे किसी सेक्स की मशीन की तरह चोदा. कोई प्री एग्ज़ाइट्मेंट, सेडक्षन चूमा चॅटी कुच्छ नही. पहले दोनो ने एक एक करके मुझे जी भर कर चोदा. बुद्धों मे स्टॅमिना तो ज़्यादा था नही हां उच्छल कूद खूब करते थे. एक बार जो मैं गैर मर्द की बाहों मे गिरी तो बस गिरती ही चली गयी.

तंगराजन ने मेरी जिंदगी कई तरह से बदल दी थी. उस जैसे बलशाली और रोमॅंटिक मर्द के साथ तीन दिन गुजारने के बाद अब मेरी झिझक पूरी तरह ख़त्म हो गयी थी. मुझे ग्रूप सेक्स, ओरल सेक्स इन सब मे खूब मज़ा आने लगा था. घंटों तक जब कोई मेरे बदन को नोचता तो मेरे जिस्म की भूख तृप्त होती थी.



वहाँ पॅरिस के खुले महॉल मे किसी को क्या परवाह थी की कौन किसके साथ जा रहा है. क्या कर रहा है, कहाँ कर रहा है, किसके साथ सो रहा है. अगर कोई बीच सड़क पर भी किसी औरत को नंगी करके चोदने लगता तो भी किसी गुजरने वाले की भों तक नही उठती. शहर मे खुले आम हम दूसरों की तरह किस करते और एक दूसरे के बदन को मसल्ने लगते.



हफ्ते भर खूब एंजाय किया हमने. सबसे मज़ा तो वहाँ से कुच्छ दूर एक न्यूड बीच पर आया. वहाँ पर कपड़े पहन कर जाना अल्लोव नही था. वो दोनो तो नंगे हो गये. मुझे बहुत शर्म आ रही थी. इस तरह पब्लिक के बीच पूरी तरह नंगी होकर विचरण करना मेरे लिए एक नये अनुभव से कम नही था. वहाँ के महॉल मे मैने बिल्कुल शर्म ओ हया छ्चोड़ दी थी.



मैने भी अपने सारे कपड़े झिझकते हुए उतार दिए और नंगी हालत मे उन दोनो के साथ बीच पर गयी.



हम तीनो उधर दो घंटे रहे. वहाँ सारे ही हम जैसे थे. क्या औरत क्या मर्द और क्या बच्चे किसी के भी बदन पर कपड़े का एक कतरा तक नही था. सब ऐसे घूम रहे थे जैसे हम किसी पार्क मे पूरे कपड़ों मे घूमते हैं.



कुच्छ लोग तो वहाँ पर सेक्स मे भी लिप्त थे. मैं शर्म से पानी पानी हो रही थी. मगर कुच्छ देर वहाँ रहने के बाद मेरी झिझक काफ़ी कम हो गयी थी. ऐसा लग रहा था कि मैं इस धरती पर नही किसी और जहाँ मे पहुँच गयी हूँ. लोग इतने भी बेशर्म हो सकते हैं मैने पहली बार देखा. शायद सोच सोच का फ़र्क था. मेरी सोच तो कितनी भी खुली क्यों ना हो थी तो शुद्ध भारतीय.



हफ़्ता भर उनके साथ एंजाय करने के बाद हम अलग अलग वापस आए जिससे किसी को कुच्छ शक़ ना हो.



हमारे अख़बार मे सबसे पहले तंगराजन की तस्वीर छपी उसका इंटरव्यू छपा. उसके बारे मे एक एक सूचना छपी गयी. अख़बार की सेल रातों रात आसमान छूने लगी.



कुच्छ दिन बाद एक सूचना छपी जो सबके चेहरे पर रौनक ले आइ मगर मेरे दिल के एक कोने मे हल्की सी टीस दे गयी.



तंगराजन पोलीस मुठभेड़ मे मारा गया था. तंगराजन से दोबारा मिलने का सपना सिर्फ़ एक सपना बन कर मेरे दिल मे रह गया.



वो दूसरों के लिए चाहे जितना भी खराब आदमी रहा हो. मगर किसी औरत को प्यार करने के मामले मे किसी कामदेव से कम नही था. वो तीन दिन मेरी जिंदगी के सबसे हसीन दिन थे. मैं रश्मि जो अच्छे अच्छो को अपना गुलाम बना कर नाक रगडवा लेती हूँ उन तीन दिन मैंकिसी की गुलाम बनी रही. जैसा उसने चाहा वैसा मैने किया. जितना उसने चाह उतना मुझे भोगा. और हां उसका वो घोड़े जैसा लंड मैं जिंदगी भर मिस करती रहूंगी. उन तीन दीनो की याद कर आज भी मेरी चूत गीली हो जाती है.



मुझे फील्ड वर्क मे ही मज़ा आता था. इस घटना के बाद कोई ज़रूरत नही रह गयी थी मुझे फील्ड मे जाने की मगर मेरा शौक़ मुझे बार बार लोगों के बीच जाने के लिए बाध्या करता था.



मुझे इस शौक़ की वजह से कई बार लोगों की हवस का भी शिकार बनना पड़ा. एक बार तो मैने कुच्छ बदमाशों के बारे मे अपने अख़बार मे एक रिपोर्ट छापी और उनको शाह देने के लिए पोलीस की खूब खिंचाई की. उन लोगों ने मुझे अपना दुश्मन बना लिया. उन्हों ने मुझे सबक सिखाने के लिए एक दिन जब मैं रात एक बजे के करीब प्रेस से वापस लौट रही थी मुझे चौराहे पर रोक कर मेरी कनपटी पर रेवोल्वेर रख दी.



मैं उन लोगों मे फँस गयी थी और दो दिन तक उन लोगों ने मुझे एक सीलन भरे कमरे मे नंगी कर के बिस्तर पर पटक दिया था. मेरे हाथ पैर बिस्तर के चारों पयों से बाँध दिए गये और फिर मेरा जम कर सामूहिक बलात्कार किया. मैं चीख भी नही पाती थी क्योंकि मेरे मुँह मे कपड़ा ठूंस दिया जाता था. रोज की दिनचर्या भी मुझे बेशरम हो कर सबके सामने ही करना पड़ता था. मैं समझ नही पा रही थी कि उनसे च्छुतकारा कैसे मिलेगा. मैं तो पता नही और कितने दिनो तक उनके चंगुल मे रहती अगर ना वहाँ के किसी पड़ोसी ने पोलीस मे शिकायत कर दी होती. अचानक एक दिन पोलीस की रेड हुई. बदमाश तो भनक लगते ही भाग खड़े हुए मैं बची रही नंगी उस बिस्तर पर टाँगे चौड़ी की हुई और हाथ पैर बँधे हुए.



अब हम वापस उस घटना पर लौट ते हैं जहाँ से कहानी शुरू हुई थी. एडिटर के कहने पर मैं वापस फील्ड वर्क के लिए तैयार हो गयी. मैं आश्रम मे जाने के लिए तैयार होने लगी. इसके लिए मैने एक काफ़ी लो कट टाइट टी-शर्ट पहनी और एक टाइट जीन्स. गर्मी का मौसम था इसलिए नीचे मैने ब्रा नही पहनी थी. मेरे निपल्स बड़े होने की वजह से बिना एरेक्षन के भी बाहर से सॉफ दिख रहे थे.

"कैसी लग रही हूँ?" मैने पूछा

"ह्म्‍म्म ऑल्वेज़ सेक्सी." जीवन ने आगे बढ़कर मुझे किस किया.

"अवी का ख्याल रखना हो सकता है लौटने मे देर हो जाए. मैं कार ले जा रही हूँ. मम्मी को बता दिया है. अगर ज़्यादा लेट हो गयी तो रात को रुकना भी पड़ सकता है."

मैं अपनी कार पर जगतपुरा के लिए निकल पड़ी. गर्मी का मौसम था. कुच्छ ही देर मे गर्म हवाएँ चलने लगी. मैं दस बजे तक जगतपुरा पहुँच गयी. स्वामी जी का आश्रम बहुत ही विशाल था. मेरा मुँह तो अंदर की साज सजावट देख कर खुला का खुला रह गया. काफ़ी बड़े एरिया मे आश्रम बना था. चारों ओर हारे भरे फल फूल के पेध पौधे देखते ही बनते थे. दोस्तो कहानी अभी बाकी है आपका दोस्त राज शर्मा 
क्रमशः....
Reply


Messages In This Thread
RE: Porn Hindi Kahani रश्मि एक सेक्स मशीन - by sexstories - 12-10-2018, 02:02 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,525,051 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 547,056 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,242,081 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 939,056 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,667,871 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,093,101 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,971,402 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,123,050 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,057,471 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 287,200 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 4 Guest(s)