RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
लड़का ऑर लड़की मे मुझे कोई फ़र्क नही है सन्नी मैं तो ऐसा बदकिस्मत हूँ जो लड़का क्या लड़की भी पेदा नही कर सकता,,,, लड़का लड़की क्या मैं तो बच्चा ही पेदा नही कर सकता,,,,,सूरज आँखों मे नमी लाके हल्का उदास होके बोला,,,,
मैं उसकी बात सुनके थोड़ा हैरान हो गया,,,,क्या बोल रहे हो सूरज भाई,,,,आप बच्चा पेदा नही कर सकते,,
हाँ सन्नी मैं ठीक बोल रहा हूँ,,,,मैं बच्चा पेदा नही कर सकता,,इतना बोलकर सूरज ने अपने लंड को हाथ मे
पकड़ा ऑर मेरी तरफ करके मुझे दिखाने लगा,,,
मैं उसका लंड देख कर हैरान रह गया,,,लंड क्या वो तो एक छोटी सी नुन्नि थी,,जो उसके जिस्म से बाहर भी नही निकली
थी,,शायद आधा इंच की थी ,,,
क्यू हैरान हो गये ना सन्नी इसको देख कर,,इतना छोटा सा लंड आधे इंच से भी छोटा जो खड़ा होके भी 1 इंच से
हल्का सा बड़ा होता है बस,,,सूरज अभी भी हल्के उदास स्वर मे बोल रहा था,,,,
लेकिन सूरज भाई कामिनी भाभी तो अबॉर्षन करवा चुकी है फिर वो,,,,
तभी फिर से मेरी बात बीच मे टोक कर सूरज बोलने लगा,,,,,मुझे पता था तू यही बोलगा अब सन्नी,,,कामिनी ने
जब भी अबॉर्षन करवाया उसके पेट मे मेरा नही ,,,,,इतना बोलकर सूरज चुप हो गया ऑर कामिनी की तरफ़ देखने लगा,,
भाभी ने सूरज का हाथ अपने हाथ मे पकड़ लिया ऑर सूरज को आगे की बात बोलने की मंज़ूरी दे दी,,,,
वो बच्चा मेरा नही था सन्नी मेरे बाप का था,,,,
मैं सूरज की बात सुनके थोड़ा हैरान हो गया ऑर थोड़ा परेशान भी,,,,मेरे पैरो एक नीचे से ज़मीन निकलती हुई महसूस
हो रही थी मुझे,,,,,
ये क्या बोल रहे हो सूरज भाई,,,,,तुम्हारी बीवी के पेट मे तुम्हारे बाप का बच्चा था,,,,,
हाँ सन्नी मैं ठीक बोल रहा हूँ,,,,मेरी बीवी के पेट मे मेरे बाप का बच्चा था,,,,,
क्या ये बात तुम दोनो ही जानते हो,,,,मेरा मतलब शोभा ये बात जानती है क्या,,,,,ऑर तुम्हारे घरवाले,,,क्या उनको
ये बात पता है,,,,
नही सन्नी शोभा भी उतना ही जानती है जितना अब तक तुम जानते थे,,,लेकिन इसके बारे मे मेरी माँ सब कुछ जानती
है,,,
तो तुम्हारी माँ ने तुम्हारे बाप को रोका क्यूँ नही,,,,,
वो रोकना चाहती तो भी नही रोक पाती सन्नी,,,,क्यूकी मेरा बाप अपना वंश आगे बढ़ाना चाहता था ,,ऑर मेरी माँ भी
यही चाहती थी,,,हमारी शादी को काफ़ी टाइम हो गया था लेकिन बच्चा नही हो रहा था ऑर होता भी कैसे ,,मैं तो शुरू से
ऐसा हूँ कि बच्चा पेदा ही नही कर सकता ,,,ये बात मेरे घर वाले भी जानते थे ,,,,लेकिन लोगो की बातें सुनके मेरे
माँ बाप परेशान हो गये थे ,,,,,हर कोई यही पूछता था कि शादी को इतना टाइम हो गया है फिर भी बच्चा नही हो रहा
आपकी बहू ये बेटे मे कोई प्राब्लम है क्या,,,,,बस हर बार मेरे को या मेरी बीवी को निशाना बना लेते थे गली मुहल्ले
वाले ,,,मेरे माँ बाप इन सब से परेशान हो गये थे इसलिए मेरे बाप ने मेरी बीवी के साथ वो सब किया जो एक बच्चा
पेदा करने के लिए ज़रूरी था,,,
तुम्हारे बाप ने ऐसा किया तो तुमने उसको रोका क्यूँ नही,,क्या तुम्हारी भी रज़ामंदी थी उस सब मे,,,ऑर जब तुमको
पता था कि तुम बच्चा पेदा नही कर सकते तो तुमने शादी ही क्यूँ की थी कामिनी से ,,इसकी ज़िंदगी बर्बाद करने के लिए,,
नही सन्नी मैं इसकी ज़िंदगी बर्बाद नही करना चाहता था मैने तो अपने घर वालो को शादी के लिए सॉफ मना कर
दिया था लेकिन जब ज़्यादा ही ज़ोर डाला गया मेरे पर तो मैं कुछ नही कर सका ऑर शादी के लिए हां कर दी ,,ऑर उपर से कामिनी के पापा मेरे पापा के अच्छे दोस्त थे उन लोगो का ही विचार था दोस्ती को रिश्तेदारी मे बदलने का,,,,,
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