Raj sharma stories चूतो का मेला
12-29-2018, 02:28 PM,
#14
RE: Raj sharma stories चूतो का मेला
अब मैं उलझा बिमला का भी करार था और इसका भी अब करू तो क्या करू जाऊ तो कहा जाऊ ऊपर से आज खेत में चाचा भी जाने वाले थे ये सारी मुसीबते मुझ पर ही आनी थी खाने के बाद मम्मी ने कहा की बिमला के घर जाके सो जयियो वो अकेली है तो मैंने हां कर दी पर मेरे दिमाग में पिस्ता ही घूम रही थी अपनी मजबुरिया भी अजीब थी इधर कुआ उधर खाई तो फिर हार कर चल दिया बिमला के घर पर वैसे भी खेत में जाने में रिस्क था चाचा देख ले तो फिर गांड कुटाई पक्की थी बिमला का दरवाजा खटखटाया मुझे देखते ही वो खुश हो गयी बच्चे सोये पड़े थे हम दोनों उसके कमरे में आ गए हम दोनों को पता था की अब सामने खुला मैदान पड़ा हैं अब मस्त औरत पास में थी तो मैं भी गरम हो ने लगा थोड़ी देर तक हम दोनों एक दुसरे की आँखों में देखते रहे वो थोडा और पास सरक आई, 

मैंने अपने हाथ को उसकी कड़क चूची पर रखा और दबाने लगा बिमला गहरी सांसे लेने लगी धीरे धीरे करके मैंने उसका ब्लाउस और ब्रा खोल दी उसके पुष्ट उभार कपड़ो की कैद से आजाद होते ही हवा में झूलने लगे कस कस कर के उसकी चूचियो को रगडा मैंने उसके काले निप्पल पूरी तरह से खड़े ह गए थे अब मैंने उसकी साडी को खोलना शुरू किया और जल्दी ही बिमला के पुरे बदन पर बस एक छोटी सी कच्ची ही थी जो उसके अनमोल खजाने को छुपाने की नाकाम कोशिश कर रही थी 
बिमला ने कहा मुझे तो नंगी कर दिया पर जरा अपने कपडे भी तो उतारो तो मैं भी फटा फट से नंगा हो गया मेरा लंड तो आज चूत में जाने के ख्याल से ही रोमांचीत हो रहा था लंड को आंखो के सामने देखते ही बिमला भी गरम होने लगी मैं बेड पर बैठा था वो मेरे पास ही चोपाया हो गयी और झुक कर मेरे लंड को अपने मुह में लेकर चूसने लगी औरत के होटो को महसूस करते ही लंड और झूलने लगा मैं बिमला की नंगी पीठ पर हाथ फिराने लगा 

उसकी लपलपाती जीभ से मुझे गुदगुदाता हुआ मजा आ रहा था अब मैं उसके कुलहो को सहलाने लगा था बिमला पूरी तरह बावली होकर मेरे लंड का रस निचोड़ने पर तुली हूँई थी कमरे में गर्मी कुछ ज्यादा ही बढ़ गयी थी उसके कुलहो को सहलाते हूँए मैंने उसकी कच्छी को घुटनों तक सरका दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा पूरी तरह से गीली चूत के कांपते होटो को महसूस किया बिमला ने अब मेरा पूरा लंड अपने मुह में भर लिया था उसके थूक से मेरा लंड बहुत चिकना हो गया था अब मुझसे भी नहीं रहा गया मैंने अपनी बीच वाली ऊँगली उसकी चूत में घुसा दी बिमला ने अपने चुतड भींच लिए और मेरे लंड पर अपने दांतों से काटने लगी 

हम दोनों की ही सांसे बुरी तरह से गरम हो गयी थी काफ़ी देर तक वो मेरा लंड चूसती रही और मैं उसकी चूत में ऊँगली करता रहा अब मुझसे रुका ही नहीं जा रहा था मैंने बिमला को बेड पर पटका और उसकी मांसल टांगो को फैला दिया काले झांटो में कैद उसकी चूत मेरा लंड लेने के लिए लालायित हो रही थी मैं उसकी टांगो के बीच आया और अपने लंड को चूत के मुहाने पर सटा दिया उसके जिस्म ने झुरझुरी ली मैं अपने सुपाडे को चूत की फांको पर रगड़ने लगा बिमला मेरी और देखने लगी मैं लंड को अन्दर घुसा नहीं रहा था बस ठिठोली कर रहा था बिमला की बेचैनी बढ़ी वो बोली- क्यों तदपा रहे हो डालते क्यों नहीं 

बेकरारी तो मुझे उस से ज्यादा थी अपने आप को सेट किया और लंड को चूत में घुसाने के लिए अब जो धक्का लगाया बिमला की चूत की पंखुडियो को चीरते हूँवे लंड आगे को सरकने लगा बिमला ने एक जोर से आह भरी और अगले धक्के के साथ पूरा लंड उसकी चूत में कैद हो गया चूत की गर्मी पाकर मैं तो निहाल हो गया मैंने अपने चेहरे को थोडा सा नीचे को झुकाया और बिमला ने अपने होठ आगे को बाधा दिए उसके रसीले होटो को पीते हूँए अब मैं पूरी तरह से उस पर चढ़ा हुआ था उसने अपनी बाहे मेरी पीठ पर कस दी और मुझे इशारा दिया मैंने लंड को बाहर तक खीचा और फिर पूरी ताकत लगते हूँए झटके से वापिस अन्दर की और ठेल दिया 

बिमला ने भी अपने कुलहो को ऊपर की उचका कर मेरे धक्के का पूरा साथ दिया और हमारी चुदाई शुरू हो गयी हमारी साँसे एक दुसरे के मुह में कैद हो कर रह गयी थी उसके बोबो को दबाते हूँए मैं हूँमच हूँमच कर उसको चोद रहा था बिमला भी कम नहीं थी बिस्तर पर जैसे चुदाई ना होकर कोई मल्ल युद्ध सा छिड गया था मैं तो आज पहली बार चूत मार रहा था तो जोश भी कुछ ज्यादा ही हो रहा था और बिमला काफ़ी दिनों से चुदी नहीं थी तो दोनों अपनी अपनी आग बुझाने में लगे थे उसकी चिकनी चूत में मेरा लंड कभी दोड़े कभी फिसले उस रगड़ाई से बहुत आनंद आ रहा था बिमला ने अपनी टांगो को हवा में उठा लिया था 

थप्प थप्प की आवाज ही आ रही थी कमरे में मैं पूरी रफ़्तार से अब उसकी चूत मार रहा था बिमला की सांसे अजीब तरह हो गयी थी काफ़ी देर तक हम दोनों ऐसे ही एक दुसरे के जिस्मानी ताकत को तोलते रहे और फिर आआआआआआआ की तेज आवाज करते हूँए बिमला ने मेरे जिस्म को कसकर अपने में समेट लिया और मुझसे चिपकते हूँए झड़ने लगी उसकी चूत बुरी तरह से मेरे लंड पर कस गयी थी मेरा लंड उस दवाब को झेल नहीं पाया और उसने भी अपना पानी चूत में ही छोड़ दिया मैं उसके ऊपर ही ढेर हो गया 

आज लड़के से मर्द बन गया था मैं चूत मारने की ख़ुशी चेहरे से झलक रही थी पर दिल में कही ना कही एक चोर भी था इधर मैं अपने जिस्म के हाथो मजबूर था उधर पिस्ता मेरा इंतज़ार कर रही होगी पर य जो इंसान होता हैं न इसकी फितरत में ही लालच, होता है, मेरा दिल खेत में बैठी पिस्ता की तरफ भाग रहा था जबकि मेरे जिस्म पर बिमला की गरम सांसे अपनी एक इबारत लिख चुकी थी अब बिमला भी संयंत हो चुकी थी उसने अपने जिस्म पर चादर ओढ़ ली और मुझसे बोली- क्या हुआ किस सोच में पड़ गए क्या अच्छा नहीं लगा तुम्हे 

मैं-नहीं भाभी, बहुत मजा आया आपका अहसान मंद हूँ मैं जो आज मुझे पुरुष होने का अहसास आपकी बाँहों में मिला बिमला अपनी तारीफ सुनकर खुश हो गयी उसके चेहरे पर चमक सी आ गयी वो अपने पैर को मेरी जांघो पर रगड़ने लगी उसने कहा आज की रात तुम्हे दे दी हैं आज बदल बनकर मुझ पर बरस जाओ अपनी बाहों में पीस कर रख दो मुझे काफ़ी दिन बाद चुदी हूँ मैं पूरी थकान दूर कर दी तुमने और मुस्कुराने लगी मैंने अपना हाथ चादर के अन्दर सरका दिया और उसकी कमर को सहलाने लगा उसके चिकने बदन में कुछ तो बात थी 

मेरा लोडा इर से करंट मारने लगा और जल्दी ही फिर से तैयार ह गया अब मैंने उसके बदन से चादर खीच कर फेक दी और उसके नंगे जिस्म को निहारने लगा बिमला ने अपना हाथ मेरे लोडे पर रखा और उसको दबाने लगी मैं उसकी चूची और उसके पेट को सहलाने लगा उसका पतला पेट बुरी तरह से कांप रहा थो जो देखने में बड़ा सुन्दर लग रहा था बिमला बोली किस तो करो और खुद लेट ते हूँए मुझे अपने ऊपर ले लिया उसने अपने होटो पर जीभ फेर कर उनको गीला किया मैंने अपने होठ उनकी तरफ बढ़ाये और उनके नाजुक निचले होठ को अपने होटो के बीच दबा लिया 
कसम से किस करने का मजा ही आ गया सांसे जो सांसो में घुलने लगी उस किस में बड़ी तड़प थी जब मेरे दांतों ने बिमला के होठ पर अपने निशान छोड़े तो जो तड़प कर उसने मेरी गोटियो को मसला था दोनों के जिस्म धीरे धीरे करके फिर से सुलगने लगे थे उसकी टांगे मेरी टांगो में उलझने लगी थी होठो को चूमते हूँए बिमला ने अपने पैरो को थोडा सा फैलाया और मेरे चिकने सुपदे को अपनी योनी के छेद पर बड़े ही प्यार से हौले हौले रगड़ने लगी लंड अन्दर लेने की कोई जल्दी नहीं थी बस बड़े पयार से योनिमुख पर रगड़े जा रही थी 
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