RE: Desi Sex Kahani एक नंबर के ठरकी
सबा ने अपने पेटीकोट का नाड़ा खोला और उसे नीचे गिरा दिया...उसका पेटीकोट क्या गिरा,कमरे में मोजूद हर आदमी ब्लॅड प्रेशर गिर गया ..
उसकी गोरी और चिकनी टाँगो को देखकर हर किसी के मुँह में पानी आ गया...इतनी मोटी जाँघे थी उसकी की हर किसी का मन कर रहा था की उसपर शहद लगाकर अपनी जीभ से चाट डाले..उसके माँस को अपने दांतो तले दबाकर उसका रस निचोड़कर पी जाए..वो मचलती रहे पर उसपर बिना दया किए सब उसे चूसते चले जाए...
पर अभी के लिए तो वो सिर्फ़ सोच ही सकते थे...पर गुप्ता तो वो काम कुछ देर में करने ही वाला था जो सब सोच रहे थे...
अब वो सिर्फ़ एक नन्ही सी ब्लेक कच्छी में सबके सामने खड़ी थी..
उसने अपने दोनो मम्मों को पकड़कर ज़ोर से दबाया और हाथ उपर करके अपनी कमर को लहरा कर अपना मांसल शरीर सभी को दिखाया.
उसके शरीर की लचक देखकर सब समझ गये की इसकी चुदाई करने में बहुत मज़ा आने वाला है..चुदाई के दौरान इसे जितना भी तोडो-मरोड़ो , ये सहन कर लेगी...आख़िर शरीर था ही उसका इतना लचीला..
और फिर उसने अपनी कच्छी में हाथ फँसा कर उसे भी नीचे खिसकाना शुरू कर दिया..
दीवानो के तो दिलों में छुरिया चल गयी जब उसके गांड के चाँद जैसे गोरे-2 कटोरे उस काले बदल से बाहर निकले.और अगले ही पल वो पूरी नंगी होकर सभी के सामने खड़ी थी.
उसकी गाँड , जिसके बारे में सोचकर गुप्ता और कपूर समेत सभी ठर्कियों ने ना जाने कितनी बार अपनी बिबीयों की चूत बजाई थी, वो अब सभी के सामने नग्न अवस्था में थी..
गुप्ता जो उसके बिल्कुल करीब खड़ा था , उससे तो सब्र ही नही हुआ, उसने अपने हाथ में पकड़ा शराब का ग्लास उसकी गांड पर उडेल दिया..
शराब में नहाकार सबा का शबाब और भी कातिलाना हो गया..
उसने अपनी मोटी और भरी हुई गांड पर हाथ रखकर उसे थिरकाया...और उसपर जमी हुई शराब की बूंदे झर-2 करके नीचे गिरने लगी..
ऐसी मस्त गांड आज तक किसी ने नही देखी थी...
कमरे में मोजूद औरतों ने भी उसकी उभरी हुई गांड की दिल से तारीफ की...पर साथ ही साथ वो उससे जल भी रही थी
एक तो पहले से ही सबा सबसे ज़्यादा खूबसूरत थी...सबसे छोटी उम्र भी उसी की थी...और शादी को कुछ टाइम ही हुआ था,इसकी वजह से जो उसके शरीर मे मादकता भरी थी, उसका तो जवाब ही नही था किसी के पास...
इसलिए उसके नंगे शरीर को देखकर मर्द तो मर्द, औरतें भी अपने होंठों पर जीभ फिरा रही थी..
पर सबसे ज़्यादा तो उसके नंगे शरीर और गीली गांड को देखकर मिसेस कपूर यानी नीरू सम्मोहित हुई थी...
वो एकटक उसके सुंदर और नंगे शरीर को देखे जा रही थी मानो आँखो ही आँखो में उसे खा जाएगी..
गुप्ता ने आख़िर वो कर दिया जो उसके मन में ना जाने कब से था...
वो आगे बड़ा और नीचे बैठकर उसने अपना मुँह सबा की गीली गांड के अंदर घुसा दिया...और उसके शरीर से टपक रही शराब की बूँदों को अपनी गर्म जीभ से चाट कर सॉफ करने लगा...
सबा तो खड़ी-2 पनिया गयी.
और उसकी पनियाई चूत से ढेर सारी देसी दारू निकलकर उस विदेशी शराब में घुल गयी, और नीचे कुत्ते की तरह अपनी जीभ निकाले उसकी जांघे चूस रहे गुप्ता ने वो भी पी डाली..
सबा को ऑर्गॅज़म बड़ी जल्दी-2 आते थे,इसलिए गुप्ता की गर्म जीभ की चुभन से ही वो झड़ गयी थी...
और झड़ने के बाद वो निढाल सी होकर वहीं ज़मीन पर बैठ गयी..
अपने बालों को उपर करके जब बढ़े ही कातिलाना अंदाज से उसने सभी को देखा तो पंटरों के लंड पूरी अकड़ के साथ उसको सलामी देने लगे..
उसके हुस्न ने उस कमरे में चार चाँद लगा दिए थे..असली दिवाली की जगमग तो अब हुई थी
गुप्ता भी उसके रसीले बदन को घूरता हुआ , धीरे-2 अपने कपड़े निकालने लगा..
और कुछ ही देर में वो सिर्फ़ अपने अंडरवीयर में खड़ा था.
सबा ने जब उसके कच्छे में खड़े सिपाही का आकार देखा तो वो सिसक उठी...और उसने मन ही मन सोच लिया की आज वो सबसे पहले इसी गुप्ता का बनियोटा लंड लेगी अपनी गर्म चूत में.
पर गुप्ता जी की विश के हिसाब से तो अभी उसे गेम की हद में रहते हुए सिर्फ़ मास्टरबेट ही करना था...
इसलिए उसने अपनी गोरी-2 उंगलियों को अपनी गीली-2 चूत के दरवाजे में रखकर ज़ोर से दबाया
और वो गोरी-2 उंगलिया,किचकिचाती हुई सी,उसके अंदर घुसती चली गयी..
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