RE: Muslim Sex Stories मैं बाजी और बहुत कुछ
बाजी ऐसी कितनी ही बातें कह गई। । और जैसे वह अपने आप से भी यह सवाल पूछ रही हों कि क्या ऐसा संभव है। । अचानक बाजी ने कहा सलमान तुम्हें अब यह सब बातें अपने मन से निकालनी होंगी। । । यह कभी भी नहीं हो सकता। । अचानक से मेरे अंदर का वह पागल पन जाग उठा। जो होश में आने के बाद मुझे अब तक महसूस नहीं हो रहा था। (शायद मौत की सच्चाई को इतने करीब से देखने के बाद कुछ बदलाव आया था मेरे अंदर) मैंने तड़प के बाजी से कहा बाजी आई लव यू तुम मेरी पहली प्रेम हो तुम्हारे बिना मैं मर जाऊँगा। और आप मुझे न मिली तो मैं अपने आप को खत्म कर दूंगा। अपने शरीर पे अपनी आत्मा पे बस मैने आपका नाम लिख दिया है .
बाजी ने अचानक गुस्से से कहा सलमान बस। । । । । बाजी से मेरे हाथ से अपने हाथ हटा दिए। और सामने के सोफे पे जा के बैठ गई। और पता नहीं किन सोचों में गुम हो गई। । ।
में अस्पताल से वापस घर आ चुका था। और जिस दिन मैं होश में आया था बाजी उसी दिन हॉस्टल वापस जा चुकी थी। । । । जाते हुए बाजी के चेहरे पे बहुत उलझन और परेशानी देखी थी मैने । ।
घर आते साथ ही अम्मी ने कहा: आज के बाद तुम हमारे कमरे में ही सोया करोगे। । (अम्मी डर गई थीं कि कहीं फिर कुछ उल्टा सीधा नहीं कर दूं।।।। ऊपर से मैंने हाथ काटने की वजह अभी तक नहीं बताई थी) मैंने अम्मी को कहा कि आप चिंता न करें मैं फिर कुछ ऐसा वैसा नहीं करूँगा । । । आप मुझ पर विश्वास करें। । । खैर बहुत मुश्किल से अम्मी को मना पाया मैं। । । । । । । ।
बाजी एक बार फिर मुझसे मिलकर जा चुकी थी। अब तो मुझे बाजी का साफ साफ जवाब भी मिल चुका था कि ऐसा संभव नहीं जैसा जो मैं चाहता हूँ। । हां सही भी तो था। यह जरूरी तो नहीं कि जैसे मुझे बाजी से प्यार हो गया था वैसे ही बाजी को भी मुझसे हो जाता । । बाजी की थी भी तो बाकी लड़कियों से अलग सोच। सम्मान, हया, शालीनता को ही लड़की का गहना समझती थी। । ।
मेरे हाथ का घाव तोठीक हो चुका था पर बाजी के साफ इनकार के बाद मेरी आंतरिक हालत बुरी और बुरी होती जा रही थी। बहुत कमजोर हो गया था मेरी इस हालत को लेकर अम्मी बहुत परेशान थी। । । । । । ।
बाजी घर से फिर गए आज 13 दिन हो चुके थे। । । । । । । । । । । । ।
एक दिन मैं रात के खाने के समय नीचे गया तो अम्मी डाइनिंग टेबल पर अकेली बैठी थी और खाना भी लगा हुआ था। अबू वहां मौजूद नहीं थे। । मैं समझा कि अम्मी मेरा और अबू का वेट कर रही हैं। मैंने पूछा कि: अम्मी अब्बू कहाँ हैं। अम्मी ने जो जवाब दिया वह सुन के एक खुशी की लहर मेरे अंदर दौड़ गई और खुशी के साथ ही उदासी भी। । । ।
अम्मी ने कहा: अबू हिना को लेने गए हैं और अब बस पहुँचने वाले हैं। हिना के कॉलेज में गर्मियों की छुट्टियां हो गई हैं अब हिना एक महीने घर ही रहेगी। ।
खुशी इसलिए कि मेरा प्यार आ रही है। । अब यह दिन देखना तो नसीब होगा। । और उदासी इसलिए में अपनी इस प्यार को पा नहीं सका। । ।
थोड़ी देर तक अबू और हिना बाजी आ गए। । । अम्मी ने बाजी को साथ लगा लिया और प्यार किया। । बाजी ने मुझे सलाम किया। फिर हम सबने खाना खाया और मैं अपने कमरे में आ गया। । । ।
आज मेरा भी कॉलेज में लास्ट डे था। गर्मी बहुत बढ़ गई थी इसलिए हमारा कॉलेज भी आज बंद हो रहा था। । ।
कॉलेज से जब घर पहुंचा तो अम्मी और बाजी बातें कर रही थीं। मैं दोनों को सलाम किया और ऊपर कमरे में आ गया। रात रूम में लेटे में दैनिक दिनचर्या के अनुसार बाजी की वही शादीवाली तस्वीर देख रहा था (अम्मी को एल्बम वापस करने से पहले मैंने वह दोनों तस्वीरें एल्बम से चुरा लीं थीं) और तस्वीर से बातें कर रहा था। अपने प्यार को तो न पा सका। इसलिए ऐसे तस्वीर से बातें कर के कुछ पल का आराम मिल जाता था मुझे। । । । और जब मुठ मारनी होती थी तो बाजी की दूसरी वाली फोटो देख के मुठ मार लेता था। ।
अचानक मेरे रूम के दरवाजे पे दस्तक हुई मैं फोटो तकिए के नीचीरखे और गेट खोला तो सामने बाजी खड़ी थी। । । बाजी के हाथ में दूध का गिलास था। । बाजी ने आने का का पूछा तो मैं साइड मे हो गया। ।
बाजी जब अंदर आई तो मैने डोर बंद कर दिया। । बाजी के शरीर को एक निगाह में पीछे से देखा। । बाजी मेरे बेड पे जा के बैठ गई में भी चुप करके बाजी के साथ ही बेड पे बैठ गया। । । (नहीं चाहिए मुझे किसी का तरस किसी की सहानुभूति, न ही वह बहन भाई वाला पारंपरिक प्यार, अब मैंने अपनी ही एक दुनिया बनानी है। जिसमें मैं अपनी बाजी को प्यार करूं और उनकी पूजा करता रहूं) बाजी ने मुझे दूध का गिलास पकड़ा दिया। । ।
मैंने कहा: बाजी में दूध नहीं पीता होता। बाजी जैसे मेरी इसी बात का इंतजार कर रही थी। बाजी तुरंत से चिल्ला उठी: आखिर तुम चाहते क्या हो? क्या हालत बना ली है अपनी? ऐसे ही रहे तो एक दिन मर जाओगे? यह कहां की मानवता है? सारे घर को परेशान कर रखा है तुमने। । । अपनी माँ के हाल पे ही तरस खाओ। तुम्हें पता भी है कि कितने दिन से चैन की नींद नहीं सो सकी तुम्हारी वजह से। । बाजी कहती गई और मैं चुपचाप सुनता अचानक बाजी की नज़र मेरे तकिए पर पड़ी तो उन्हें उसके नीचे कोई तस्वीर पड़ी दिखी (मैं जल्दी में तस्वीर को सही से तकिए के नीचे नहीं रख पाया था जो बाजी को नजर आ गई) बाजी ने हाथ आगे बढ़ाया तोमैं नेतड़प के कहा नहीं बाजी प्लीज़ उसे वहीं रहने दें। बहुत देर हो चुकी थी .तस्वीर अब बाजी हाथ में थी। । । । । । । । । । । । । । । । । । । । । । । । । । । ।
मेरी दीवानगी ने बाजी के दिल पे आज एक वार और कर दिया। बाजी रो पड़ी। बाजी की आंखों से आंसू टिप टिप गिर रहे थे। । । बाजी को रोता देख भी रो पड़ा। । । बाजी ने रोते रोते मुझसे पूछा: सलमान क्यों? आखिर क्यों? (इस क्यों का जवाब तो इस दुनिया में किसी भी प्यार करने वाले के पास नहीं था। आज बाजी ने मेरे अंधे प्यार की एक और झलक देख ली थी।। जिसे बाजी सहन न सकी) में कुछ बोला नहीं बस रोता रहा
अचानक बाजी उठी और रूम केडोर की ओर बढ़ी तो मैंने आगे बढ़ बाजी हाथ पकड़ लिया और बाजी को अपनी तरफ किया और दूसरे हाथ से बाजी के बाल प्यार से पकड़ लिए और बाजी के गुलाबी गुलाबी होंठ अपने होंठों में ले लिए। । । ।
बाजी के आंसू थे जो रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। । । । और मेरे आँसू भी उनकी आँखों मे आँसू देख कर निकलना शुरू हो चुके थे वह भला कैसे मेरी आँखों में ठहर सकते थे। । । में बाजी के होठों को किस कर रहा था। कभी बाजी के नीचे वाले होंठ को अपने होंठों में डालता। कभी ऊपर वाले होंठ को अपने होंठों में। बाजी की आँखें बंद थीं और बाजी मेरे किसका कोई रेसपौंस नहीं दे रही थीं बस रोये जा रही थी ऐसे जैसे वह अपने होश में ना हों । । बाजी के आँसू मेरे मुंह में जा रहे थे और मेरे आँसू बाजी के मुंह में। अब मैं बाजी के गाल पर भी किस करने लगा। और बाजी के आँसुओं को पीने लगा। । बाजी के माथे चुंबन के बाद बाजी की प्यारी सी नाक को भी चूम लिया। अब मैंने अपने होंठ बाजी की बरसती आँखों पे रख दिए। और दोनों आंखों को भी बारी बारी चूमना शुरू कर दिया। । । मेरा एक हाथ जिससे मैंने बाजी हाथ पकड़ा था। अपने उस हाथ की उंगलियां मैंने बाजी के हाथ की बेजान उंगलियों में डाल दी और दूसरे हाथ की उंगलियां बाजी के बालों में फेरने लगा। । । अजीब ही आलम था। । । मेरे सपनों की रानी मेरे सपनों की वह देवी। । जिसकी आज तक तस्वीरों से ही मैंने प्यार किया था जिसे आज तक मैं छुप छुप के पूजता था। वह देवी वह रानी आज सीधे मेरे प्यार की चपेट में थी। । । और मैं उसके चेहरे के हर एक एक इंच को चूमे जा रहा था। ।
अचानक बाजी ने अपना हाथ मेरे से छुड़ाया और दोनों हाथों से मुझे पीछे किया आँखें खोल मुझ पे एक निगाह डाली। । । और ऐसे ही रोती हुई और मुझे भी रोता हुआ छोड़ रूम से बाहर निकल गई रो रो के मेरे आँसू भी खत्म हो चुके थे शायद। । । । ।
|