RE: bahan sex kahani बहन की कुँवारी चूत का उद्...
दोनो ने टी शर्ट और निक्कर पहनी हुई थी, काजल का तो पता नही पर पायल दी को मैने पहली बार निक्कर मे देखा था, वैसे तो उनका सब कुछ देख ही चुका था मैं पर इस ड्रेस मे उनका मादक जिस्म बड़ा ही सेक्सी लग रहा था.. ख़ासकर उनकी मोटी जांघे, जो पपीते के पेड़ के तने जैसी मोटी चिकनी थी, और काजल की तो बात ही ना पूछो, उसने जो शॉर्ट्स पहनी हुई थी, उसमे उसके कूल्हे ऐसे फँसे हुए थे जैसे तरबूज लगा कर आई हो पिछवाड़े मे.. उसकी उभरी हुई गान्ड बड़ी ही कमाल की लग रही थी.
मैं कभी पायल दीदी को देखता तो कभी काजल को, जय भैया का भी यही हाल था, उन्हे देख कर सॉफ पता चल रहा था कि अपनी बहन के कपड़ो पर उन्हे गुस्सा तो आ रहा था पर पायल दीदी के कपड़े देख कर वो कुछ बोल ही नही पा रहे थे.
पायल : “क्या हो गया है तुम दोनो को, कभी लड़किया देखी नही है क्या, ”
जय और मैने झेन्पते हुए अपना चेहरा घुमा लिया..
पायल : “ओके, मेरे दिमाग़ मे एक प्लान है कल के लिए, कल हम सभी माल जाएँगे.. वहाँ मूवी देखेंगे, बाद मे वॉटर पार्क जाएँगे, और रात को केक लाकर घर मे जबरदस्त पार्टी करेंगे,”
वो ये सब एक ही साँस मे बोलती चली गयी, उसकी बातों से उसकी एग्ज़ाइट्मेंट का सॉफ पता चल रहा था..
मैं तो इस बात पर भी हैरान हो रहा था कि वो अब मुझपर गुस्सा भी नही थी, मैने उनकी आँखो मे देख कर ये जानना चाहा पर ऐसा कुछ दिखा ही नही, मैं समझ गया कि मेरे बर्तडे की वजह से शायद मुझे ये जीवनदान मिला है उनकी तरफ से.
वही दूसरी तरफ काजल भी पहले जैसी चाहक रही थी, उसकी आँखो की चमक बता रही थी कि मुझे देख कर उसके दिल मे क्या हो रहा होगा इस वक़्त, वो मंद-2 मुस्कुरा रही थी, आँखो मे एक नशीलापन भी था जब वो मुझे देख रही थी, ठीक वैसे ही जैसे कोई अपने लवर को देखता है..
मैने भी उसे स्माइल पास की.
और फिर मैने जय भैया की तरफ देखा, जो अभी तक आँखे फाडे अपनी छोटी बहन और कज़िन सिस्टर को देखने मे लगे थे, उनकी नज़रें काजल पर तो नही पर पायल दी पर ज़्यादा थी, अब तो मेरा शक और भी पक्का हो रहा था कि ज़रूर वो उन्हे लाइक करते है..
मैने तो झट से हाँ कर दी काजल और दीदी के इस प्लान को सुनकर, जय भैया को भी भला क्या प्राब्लम होने वाली थी, उन्होने भी हाँ कर दी, और फिर कुछ देर बैठकर वो दोनो वापिस चली गयी, जाते हुए उनके कुल्हो को मैं और जय घूर-2 कर देख रहे थे.. जय भाई का तो पता नही पर मेरे मन मे यही आ रहा था कि काश इस वक़्त उन्हे नंगा चलते हुए देख पाता.
अगली सुबह मेरी नींद एक जोरदार आवाज़ के साथ खुली, आँखे खोली तो मेरे सामने सभी लोग खड़े थे, मोम-डॅड, जय, काजल और पायल दी, और उन सभी के हाथ मे एक-2 फ्लवर था, मुझे बहुत अच्छा लगा जब सबने मिलकर मुझे बर्तडे विश किया और मोम ने मेरा मुँह भी मीठा करवाया..
आज का दिन बहुत ख़ास होने वाला था.
फिर सभी नीचे चले गये, और मैं सीधा बाथरूम मे घुस गया और नहा कर ही बाहर निकला.. मैने उस वक़्त सिर्फ़ एक टवल लपेट रखा था.. और जैसे ही मैने अपनी अलमारी खोली तो मैं उछल पड़ा..
मेरी अलमारी मे पायल दी बैठी थी.
मेरी तो कुछ समझ मे नही आया कि ये यहाँ क्या कर रही है, और मुझे डर भी लगा कि उसे इस तरह यहाँ बैठे कोई देख लेगा तो क्या सोचेगा..
पर वो जानती थी कि वो क्या कर रही है.. और मेरी आँखो का डर देख कर वो समझ गयी कि मेरे दिल मे क्या चल रहा है..
वो बोली : “डरो मत, सब नीचे है, अभी कोई उपर नही आएगा, ”
मैं : “पर दी, ऐसे, यहाँ क्यो, ”
वो बड़े ही सेक्सी अंदाज मे बोली : “तुम्हे गिफ्ट भी तो देना था ना, ”
मैं : “गिफ्ट, यहाँ.”
वो अपनी आँखे नचा कर बोली : “और नही तो क्या, ”
मैने भी इस मामले को जल्दी निपटाने के लिए कहा : “ओके दो फिर, जल्दी, इससे पहले कि कोई उपर आ जाए, ”
वो अपनी छातियाँ मेरी तरफ लहरा कर बोली : “आइ आम युवर गिफ्ट, ”
उनकी ये बात मेरे दिल मे उतर गयी सच कहूँ, पायल दी की ये बात सुनकर मुझे इतना प्यार आया कि मैने भी दुनिया की परवाह किए बिना उनके चेहरे को पकड़ा और एक जोरदार स्मूच कर दिया उनके रसीले होंठों पर,
”उम्म्म्ममम माइ बैबी, हॅपी बर्तडे माइ लव,”
और उन्होने भी अपनी शहद की दुकान यानी अपने मुँह की चाशनी मेरे लिए खोल दी, जिसे मैं अपने होंठों से किसी जंगली कुत्ते की तरह चाटने लगा..
मेरे हाथ अपने आप उनके बूब्स पर पहुँच गये और उन्हे ज़ोर-2 से दबाने लगे, मेरा लंड टवल मे पूरा खड़ा होकर सामने वाले हिस्से से बाहर निकल आया जिसे पायल दी ने अपने हाथ मे पकड़ लिया, और फिर मुझे चूमती-2 वो धीरे से नीचे होकर मेरे लंड तक गयी और उसपर भी एक रसीली किस कर दी.
सच मे, अपनी सिस्टर की तरफ से इससे रसीला गिफ्ट मुझे आज तक नही मिला था.
फिर वो उछलकर अलमारी से बाहर निकल आई और बोली : “उम्म्म, मन तो नही कर रहा तुझे छोड़ने का, पर इस वक़्त ज़्यादा पंगा लेना सही नही है, ये तो तेरे बर्तडे की शुरूवात है, आज पूरा दिन तेरे साथ क्या-2 होगा, ये तू भी नही जानता, ”
और मुझे एक आँख मारती हुई वो नीचे चली गयी.
और मैं, टवल मे खड़ा हुआ, उनकी बात सुनकर अपने आने वाले टाइम का इंतजार करने लगा..
उनकी बात मेरे कानो मे गूँज रही थी..’आज पूरा दिन तेरे साथ क्या-2 होगा, ये तू भी नही जानता’.
उन्हे अभी गये हुए 1 मिनिट भी नही हुआ था कि काजल उपर आ गयी… मैं अभी तक पायल दी के होंठों से मिली प्यारी सी स्मूच का स्वाद लेने मे लगा था… काजल को देख कर मैं फिर से घबरा गया..
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