Antarvasna kahani नजर का खोट
04-27-2019, 12:33 PM,
#17
RE: Antarvasna kahani नजर का खोट
मैं- भाभी पर कोई ऐसी बात है ही नहीं जो मैं तुमसे छुपाऊ मैं नहीं जानता की आपको ऐसा क्यों लगता है शायद इसलिए की पिछले कुछ दिनों से हम साथ में पहले की तरह बाते नहीं कर पाते पर भाभी आपको तो सब पता ही है मैं किस तरह से उलझ गया हु समय रेत की तरह मेरी मुट्ठी से फिसलता जा रहा है और मुझ कोई राह सूझ नहीं रही है अब कौन बेटा अपने ही पिता की बात काटेगा पर ये नालायकी मेरे माथे आन पड़ी नजरे नहीं मिला पाता हु मैं उनसे पर क्या कर अब 



भाभी- पुरुषार्थ करो तुम्हारे साथ कितने लोगो का भाग जुडा है कुंदन जो इस सहकारी इस जमींदारी के कोल्हू में पिस रहे है जुम्मन से मदद मांगो माना की राणाजी ने मना किया है पर अगर चोरी छिपे कुछ थोडा बहुत हो जाए तो कोई बुराई नहीं और फिर मैं तो हु ही सामने से नहीं नहीं तो पीछे से मैं तुम्हारी मदद करुँगी हाथ पैरो से नहीं तो पैसो से तुम्हे जितने पैसे चाहिए मैं दूंगी तुम्हे तुम्हे गाँव में कोई ट्रेक्टर ना देगा तो आस पास किसी को देखो पैसे दो वो मदद करेगा तुम्हारी 



मैं- भाभी पर राणाजी का सिक्का है आस पास से भी कोई नहीं आएगा 



भाभी- प्रयास तो करो तुम मुझे तुम पर जो विश्वास है उसका मान रखोगे ना 



मैंने भाभी के पैरो को हाथ लगाया और मैने अपने सर पर वो स्पर्श पाया जो शायद माँ ने कभी नहीं दिया था फिर हमने खाना खाया फिर भाभी ने मेरे कमरे में ही डेरा डाल दिया मुझे नींद नहीं आ रही थी बस भाभी के खुबसूरत चेहरे को ही देखता रहा पता नहीं कब तक 



“सो जाओ देवर जी अब ऐसे एकटक निहारोगे तो नजर लग जाएगी मुझे ” भाभी ने करवट बदलते हुए कहा 



मैं- आप जाग रही है भाभी 



वो- हा, पर तुम्हे कैसी है ये बेचैनी 



मैं- सच कहू तो पता नहीं भाभी 



वो-वो ही तो मैंने बार बार पूछा तुमसे की जो भी है दिल में बता सकते हो इतना तो हक़ है मुझे 
भाभी ने ऐसे बात बोल दी थी दिल को छू गयी थी मैंने भाभी की आँखों में ठीक वैसा ही देखा जैसे मुझे उस लडकी में दीखता था पर मैं उसको क्या बताता कुछ था ही नहीं बताने को क्योंकि बात बस ठीक से शुरू भी तो नहीं हुई थी मैं उठकर भाभी के बिस्तर पर बैठ गया और उसके हाथ को अपने हाथ में ले लिया वो मुस्कुराती रही पता नहीं कब भाभी नींद के आगोश में चली गयी पर मैं बैठा रहा


अगले दिन मैं प्रधानाचार्य जी से मिला और पुरे एक हफ्ते की छुट्टी के लिए आवेदन किया कुछ सवाल जवाब के बाद उन्होंने इस हिदायत के साथ की पढाई पर कोई आसर ना हो छुट्टी दे दी उसके बाद मैं कैसेट वाले से मिला थोड़ी देर बैठा आयत को न देख पाने का मलाल बहुत हुआ पर कल मैं आही नहीं सका था तो अपने दिल की हसरत दिल में लिए मैं वहा से वापिस हुआ घर आया तो देखा की राणाजी घर पर ही थे मैंने पता नहीं क्या सोच कर उनसे बात करने को सोचा 



मैं- आपसे कुछ कहना था 



वो- हम्म्म 



मैं- जी मुझे ना एक कार चाहिए 

राणाजी ने मुझे ऊपर से निचे तक देखा और फिर थोड़े व्यंग्य से बोले- अभी तुम लायक नहीं जब हो जाओगे तो सोचेंगे 



मैं- पर भाई सा के पास भी है जो बस खड़ी ही रहती है मैं नयी नहीं मांग रहा वो खटारा जीप भी चलेगी 



राणाजी-भाई सा की तरह काबिल बन छोरे हसरते तो सबकी होती है पर उनसे कुछ ना होता चल भीतर जा 



मैं जुम्मन से मिला पर बात बनी नहीं क्योंकि राणाजी का हुकुम गांव में कोई नहीं टाल सकता था तो वो भी चाह कर मदद नहीं कर पाया पर उसने फिर भी भरोसा दिया की चोरी छिपे उससे जितना बन पड़ेगा वो करेगा मैंने एक नजर घडी पर डाली दस बज रहे थे दिन के मैंने साइकिल ली और सीधा उस उजाड़ जमीन की तरफ हो लिया पूजा के घर पर बड़ा सा ताला टंगा हुआ था पुराने ज़माने का 
खैर, मैं पंहुचा वहा तो देखा की मेरे औजार ऐसे ही पड़े थे आसमान को देख का लग रहा था की बरसात पड़ेगी और मैं भी वैसा ही चाहता था

खैर खोदना शुरू किया पर जो काम ट्रेक्टर की गोडी से होता मैं अकेला भला क्या कर पाता पर फिर भी कोशिश तो करनी थी ही तक़रीबन तीन घंटे मैंने बहुत मेहनत की फिर बरसात होने लगी आस पास सर छुपाने की जगह भी नहीं थी पर मुझे काम भी करना था और थकान भी थी तो मैं उस पुराने कुंवे के पास जो पत्थरों का चबूतरा बना था वही पर लेट गया बारिश की बूंदों के बीच 



लेटे लेटे ही मैंने देखा की अपनी बकरियों को हांकते हुए पूजा भीगती हुई मेरी तरफ ही आ रही थी मैंने देखा वो बार बार अपने चेहरे पर आ गयी बालो की लटो को हटाती वो ऊपर से लेकर निचे तक भीगी हुई थी जब वो थोडा मेरे पास आई तो मैंने उसे आवाज दी तो उसका ध्यान मेरी तरफ आया और वो तेजी से मेरी और आने लगी 



वो- यहाँ क्या कर रहा है बारिश में 



मैं- बस भीग रहा हु 



उसने अपने पशुओ को बरसात से बचने के लिए पेड़ो की ओट में किया और फिर मेरे पास ही आकार बैठ गयी और जैसे ही उसने अपने बालो को पीछे की और किया कसम स दिल की धड्कने बढ़ सी गयी उसके पुरे चेहरे से पानी टपक रहा था बल्कि यु कहू की उसके गालो को उसक होंठो को चूम चूम कर जा रहा हो बेहद खुबसुरत लग रही थी उसने पकड़ लिया मेरी नजरो को और कंपकपाते हुए बोली- क्या देख रहा है कुंदन 



तुम्हे “ बस इतना ही कह सका मैं
पता नही वो मेरा वहम था या फिर कुछ और पर मैंने उसकी आँखों में एक हया सी देखि और फिर उसने नजरे दूसरी तरफ घुमा ली 



पूजा- तुम्हे भीगना पसंद है 



मैं- बहुत 



वो- मुझे भी 



मैं- हमारी आदते बहुत मिलती हैं ना 



वो—पता नहीं 



वो उठी और फिर सामने जो बरगद का पेड़ था उसकी तारफ चल पड़ी अपने चेहरे पर पड़ते पानी को पोंछते हुए मैं बस उसको देखता रहा दरअसल ऐसे भीगते हुए उसको देखना आँखों को बहुत सुकून दे रहा था वो पेड़ के निचे जाकर बैठ गयी मैं चबूतरे पर बैठे हुए उसको देखता रहा और वो मुझे बरसात पता नहीं क्यों बहुत प्यारी सी लगने लगी थी 
Reply


Messages In This Thread
RE: Antarvasna kahani नजर का खोट - by sexstories - 04-27-2019, 12:33 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,479,369 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,048 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,223,423 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 924,975 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,641,596 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,070,484 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,933,674 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,999,092 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,010,256 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 282,833 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)