Real Chudai Kahani रंगीन रातों की कहानियाँ
05-16-2019, 12:00 PM,
#24
RE: Real Chudai Kahani रंगीन रातों की कहानियाँ
चुदासी चाची --1

मेरे परिवार मैं कुल ९ लोग थे. उनमे से एक मेरी चाची थी. उसके उम्र कुछ ३२ साल होगी, उसके एक ३ साल के बेटी भी थी जिसका नाम गुडिया था. मेरे पापा और चाचा कपरे के व्यापार करते थें. इसलिए वोह लोग काफी बाहर भी जाते थे व्यापार के लिए.

अब मैं अपनी चाची के बारे में बताने जा रहा हूँ. वो एक मामूली हाउस्वाइफ की तरह नहीं थी, वो काफी पढ़ी लिखी थी और काफी स्मार्ट भी थी. वह देखने में काफी खुबसूरत थी. उनकी चूची काफी अछी साइज़ की थी और उनका गांड बहुत मस्त था. उनका गांड बिलकुल गोल था. बेटी होने के बाद भी वोह काफी सेक्सी लगती थी. लेकीन इसके पहले मैंने उन्हें कभी ऐसे देखा नहीं था. वह मेरे एक दोस्त की तरह थी.

यह तब की कहानी हैं जब डेल्ही में काफी गर्मी पर रही थी. क्योंकी मेरा एक्साम निकट था इसलिए मुझे तेर्रस का रूम मिल गया था ता की मैं मन लगा के पढ़ सकू. परिवार में एक शादी का प्रोग्राम था. इसलिए घर के सब लोग जा रहे थे. मैं नहीं गया क्योंकि मेरे एक्साम सर पे थे. और मेरा ख्याल रखने के लिए मेरी चाची भी नहीं गयी. और गुडिया की तबियत भी कुछ अच्छी नहीं थी. मैं साम को घर वालो को बस स्टेशन छोड के घर आ गया. गुडिया की तबियत ठीक नही थी तो चाची ने कहा डॉक्टर के पास चलते हैं. मेरे पास मोटर साइकिल थी तो बोला आप तयार हो जाओ फिर चलते हैं. वोह अपने कमरे में चली गयी.थोरी देर बाद वोह तयार होके बाहर आ गयी. उन्होंने सलवार सुइट पहना था. और अपनी चूची पे दुप्पटा डाल रखा था. उस ड्रेस में वो काफी अछी लग रही थी.

साम के ७ बजे होंगे और हम मोटर साइकिल पे डॉक्टरसे मिलने के लिए चल पड़े . कुछ ३० मिनट की दुरी पे डॉक्टर था. हम वहां ७:३० तक पहुँच गए. काफी लाइन लगी थे डॉक्टर से मिलने के लिए. थोडा इन्तेज्ज़ार करने के बाद हम डॉक्टर से मिले. उसने कहा की गुडिया को बुखार हैं, थोडा खाने पे ख्याल रखना और बोला हो सके तो कुछ दिनों तक स्तन का दूध ही पिलाना . फिर हम दवा लेके वहां से निकले . रात के ९:३० बजे होंगे औत थोरी थोरी बारिस होने लगे थी.मैं बाइक जोर से चला रहा था ताकि हम भींग न जायं. तभी अचानक से एक कार ने मेरा रास्ता काट दिया और मेरा बैलेंस गड़बड़ा गया. मैं बाइक लेके गिर पड़ा और चाची मेरे ऊपर आ गिरी. मैं मुह के बल गिरा और वो मेरे ऊपर आ गिरी और पहली बार मैंने उनकी चूची महसूस की उनकी चूची काफी नरम थी बात उस वक़्त उस सब का टाइम नहीं था. मैं उठा और उनको भी उठाया. मैंने उनसे पुछा की चोट तो नहीं लगी उन्होंने कहा थोरी सी लगी हैं टांगो में . गुडिया ठीक थी. मैंने उनसे कहा अब की बार दोनों तरफ टांग कर के बैठो . मैंने गुडिया को सामने ले लिया और वोह मेरे पीछे आ गयी. उनको सायद काफी चोट लगी थी, उसने दोनों हाथ मेरे कंधे पे रखे और कहा चलो घर. क्योंकी गुडिया सामने थी तो बार बार उनके चूची मेरी पीठ को छु रही थी. मुझे मज़ा आने लगा. मैंने एक दो बार जान भुज के भी ब्रेक मारा. हर बार उनकी दो नरम नरम चूची मेरी पीठ को छु रही थी .थोरी देर में घर आ गया. मैंन बाइक की सवारी के बहुत मज़े लिए. पहले बार लग रहा था की घर थोडा और दूर होता तो अच्छा होता.

हम लोग घर के अंदर गए. चाची सोफे पे जाके बैठ गई . उसे सायद काफी दर्द हो रहा था. मैंने पुछा कहा पे चोट लागी हैं, तो उन्होंने कहा घुटने के ऊपर. मैंने कहा मुझे दिखाओ ज़रा इस पे वोह थोरा असमंजस में पड़ गयी क्योंकी चोट उनकी जांघ पर लगी थी और सायद वो मुझे अपनी जांघ दीखाने में सरमा रही थी. मेरे बार बार बोलने पे वो मान गयी. उसने कहा की कपडे बदलने के बाद मैं देख सकता हूँ. फिर वो अपने कमरे में चली गई . थोरी देर बाद ड्रेस बदल के बाहर आयी. उसने एक रात में पहनने की क़मीज़ पहन रखी थी जो उनके गले से लेकर पाऊँ तक आ रही थी. वोह सोफा पे आके बैठी,मैंने उनको बोला अब दिखाओ तो उन्होंने कहा की ठीक हो जायेगा पर मैं बोलता ही गया. फिर वो मानगई और अपना गाउन ऊपर करने लगी.धीरे से उसने अपना गाउन घुटने तक ऊपर किया. चोट घुटने से थोरी ऊपर लगी थी. अभी मेरे सामने उनकी नंगी टांग दिख रही थी. मैंने उनका गाउन लेके थोडा ऊपर किया तो मुझे चोट दिख गया. काफी कट गया था. मैंने बोला की मैं दुकान से दवाई ले के अता हूँ. फिर मैं जा कर दवाएं ले आया. मैं जब घर में घुसा तब वो खाना बना रही थी. मैंने बोला मैं कुछ पट्टी ले आया हूँ ताकी चोट के ऊपर लगा सको. उसने बोला ठीक हैं पहले खाना खा लेते हैं फीर पट्टी बाँध देना लकिन मैंने कहा नहीं अभी करते हैं. फीर उसने बोला ठीक हैं और आके सोफा पे बैठ गई . मुझे अभी बहुत मज़ा आ रहा था क्योंकी मैं एक बार फीर उनकी नंगी जांघ को देख पा रहा था .

मैं सोफे के निचे बैठ गया और उसको गाउन उठाने को कहा. धीरे धीरे उसने गाउन को घुटने के ऊपर किया. उनकी टाँगे बिलकुल साफ़ थी , एक भी बाल नहीं था. उनकी जांघ बहुत गोरी और मक्खन क़ि तरह नरम थी उनकी जांघ देख के मेरे सब रिश्ते नाते खिड़की के बाहर चले गए. मैं उउनकी सेक्सी जांघो को निहारने लगा. फीर उनसे बोला की चोट क्या ज्यादा हैं उन्होंने बोला नहीं ज्यादा गहरा नहीं हैं. फीर मैं उठा और थोरा गरम पानी ले आया ताकी चोट को साफ़ कर सकू . एक कटोरी में थोरा गरम पानी लाया और साफ़ करने लगा. जब जब मैं उनकी जांघो को छु रहा था तो मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. और इसी मज़े में गलती से गरम पानी हाथ से गिर गया और उनके गाउन पे जा गीरा.पानी काफी गरम था और उन्होंने एक झटका सा दिया. उस झटके में उसका गाउन थोडा ऊपर हो गया और क्योंकी मैं निचे बैठा था, मुझे उनकी पैन्टी दिख गई . उसने लाल रंग की पैन्टी पहने थी. मुझे यह दृश्य कुछ पलो के लिए ही देखने को मिला. लेकिन उस में मैंने उनकी चुत को देख लिया था. उनकी चुत के वहां बाल बिलकुल नहीं थे. बिलकुल साफ़ थी . वो पक्का चुत के बाल काट देती थी. इससे जादा मुझे कुछ नहीं दिखा. उसके गाउन पे पानी आ गया था तो उसने अपनी दूसरी टांग पर से भी गाउन उठा लिया. अभी वो दोनों जांग तक नंगी थी. मैं भगवान को धन्वाद दे रहा था एक्सिडेंट के लिए. उसके बाद मैंने उनकी चोट पे दवाई लगाई. उन्हें काफी दर्द हो रहा था. मैंने बोला अभी मैं इस्पे पट्टी कर देता हूँ. तो चाची ने बोला ठीक हैं. मैंने उनको टांग थोरा उठाने के लिए बोला ताकी मैं पट्टी बांध सकू. उन्होंने वैसे ही किया और फीर से मेरी आखों के सामने ज़न्नत दिख रही थी . उनका गाउन उठ गया और उनकी चुत मुझे दिखने लगी .

मैंने उनको बोला की तुम टीवी देखो तो सायद जादा दर्द नहीं होगा, असल मेरा प्लान था क़ि वो आराम से टीवी देखे और मैं आराम से उनकी चुत देखू. मेरा प्लान चल गया और वो टीवी देखने लगी. मैं भी आराम से उनकी चुत देखने लगा. उन्होंने एक लाल चड्डी पहनी थी जो काफी अच्छी ब्रांड का लग रही थी . चड्डी थोड़ी पारदर्शी थी और मैं उनकी चुत उसके अन्दर से देख सकता था. चाची की चुत काफी टंच थी . वो टीवी देखने में व्यस्त थी और मैं भी मोका पा के उनकी चुत देख रहा था. उनकी चुत काफी पींक रंग की थी . मेरा लंड तो ९० डिग्री पे खड़ा हो चूका था. थोरी देर बाद उन्होंने पुछा क़ि हो गया. मैंने फीर जल्दी से पट्टी लगाई और अपने कमरे में चला गया. मैंने तुरंत अपने खड़े हुएलंड को निकाला और हिलाने लगा . थोरी देर में मैंने अपना सारा माल नीकाल दिया. चाची की चुत मेरे आँखों के सामने अभी भी झलक रही थी . फीर थोरी देर बाद मैं निचे आया. चाची तब खाना लगा रही थी. मैंने पुछा गुडिया कहा हैं तो उन्होंने बोला वो तो सो गयी. अभी मेरे मन में एक ही बात चल रही थी की कैसे फिर से चाची की चुत देखू. फीर मैंने एक प्लान सोचा, की अगर मैं चाची को मेरे कमरे में सोने के लिए मना लू तो रात को सोने के बाद मैं कुछ और कर सकता हूँ. मैंने चाची को बोला की गुडिया की तबियत भी ठीक नहीं हैं और आपको भी चोट लगी हैं, इसलिए आज आप लोग मेरे कमरे में सो जाओ ताकी कुछ जरूरत पड़ने पर रात को मैं मदद कर सकू. उन्होंने पहले तो न बोला फीर थोडा बोलेन पर मान गई. मैं बहुत खुस हो रहा था की मेरा हर प्लान कामयाब हो रहा था.. फीर हम खाने के लिए बैठे . फीर अचानक उन्होंने कहा की मैं बहुत अच्छा हूँ और उनका बहुत ख्याल रखता हूँ.. उन्होंने यह भी कहा की मैंने अपने चाचा जैसा नहीं हूँ.. पता नहीं उन्होंने यह क्यों कहा लेकिन जो भी हो मुझे बहुत अच्छा लगा सुन के.. फीर खाने के बाद उन्होंने बोला की गुडिया को लेकर ऊपर जाओ और वो बाकी के काम ख़तम कर के १० मिनट में आ रही हैं. मैंने भी वैसा ही किया. मैंने गुडिया को मेरे बिस्तर पे सुला दिया. और मैं अपनी पढाई वाली टेबल पे जा बैठा. थोड़ी देर में चाची आ गयी. उसने अपना गाउन बदल दिया था, क्योंकी उस पे तो मैंने पानी गीरा दिया था. यह गाउन भी कुछ वैसा ही था लेकिन इस में सीने के ऊपर की तरफ कुछ बटन थे. सायद रात को गुडिया को दूध पिलाने के लिए उसने ऐसा गाउन पहना था. मैं बहुत खुस था उसे देख के.

फीर वह बेड के एक तरफ जाकर सो गई . मैंने सारे लाइट बंद कर दिए और अपने टेबल का लम्प जला दिया. गुडिया बीच में सो रही थी और चाची एक तरफ सो रही थी. मेरा टेबल उसी तरफ था. वो सर पे एक हाथ रख कर सीधे हो के सो रही थी. मैं अपनी किताब छोड़ के सिफ चाची को ही देख रहा था. उनकी दोनों चूची गाउन के ऊपर उभर के आ रही थी . उनका पेट भी एक दम चिकना था. मैंने कभी
चाची को इस नज़र नहीं देखा था. लेकिन अभी मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. थोरी देर बाद अचानक उन्होंने मुझे आवाज़ दी और कहा क़ि एक तकिया ले आओ ताकी वो अपनी टांगो को उसपे रखे. मैंने एक बड़ा सा तकिया ला दिया. फीर मैंने उनसे कहा की अपनी गाउन को थोडा ऊपर कर ले ताके चोट खुले में रहे. चोट तो एक बहाना था मैं तो उनके नंगी जांघ देखना चाहता था. इस बार चाची ने एक बार में ही मेरी बात मान ली . उन्होंने अपनी गाउन को ऊपर कर लिया और अपनी नंगी जांघ को मेरे सामने खोल दिया. मेरा लंड फीर से खड़ा हो गया. गरमी भी काफी थी, मैंने सोचा टोइलेट जाकर थोडा लंड को आराम दे आता हूँ. गरमी काफी थी और कुलर चल रहा था. मैंने टोइलेट जाने से पहले कुलर को चाची के तरफ कर के मैं टोइलेट चला गया. अन्दर जाकर मैं नंगा हो गया और शॉवर के निचे खड़ा हो गया. मेरा लंड खड़ा था फटने की हालत में था. मैं चाची की चुत को सोच कर लंड को जोर जोर से हिलाने लगा. दो मिनट में मेरा सारा माल बाहर आ गया. फीर नहा के मैं बाहर निकला.

बाहर आने के साथ मैंने जो देखा मेरे तो होश उड़ गए. कुलर की हवा की वजह से चाची का गाउन काफी ऊपर जा चूका था. उसकी जांघ पूरी तरह से नंगी थी. मैंने तुरंत जा के अपनी टेबल की लाइट भुजा दी . फीर वापस आ के बेड़ के नीचे बैठ गया. वहां से मुझे उनकी पूरी चुत और गांड दिखने लगी . चाची ने वही लाल चड्डी पहन रखी थी. चाची एक तरफ मुड के सो रही थी और मुझे उनकी गांड भी दिख रही थी . उनकी चड्डी उनकी पूरी गांड को
कवर नहीं कर रही थी . उनकी चड्डी वैसे वाली थी जो गांड के बीच में घुस जाती हैं. चाची की लगभग पूरा गांड ही दिख रही थी . उनकी गांड के गोलाई देख के मैं पागल हो रहा था. मैं उनकी गांड को छूना चाहता था. फीर मेरी नज़र उनकी चुत पर गयी. उसकी चुत बड़े बड़े को मदहोश कर सकती थी . उनकी चुत का उभार चडी के ऊपर से दिख रहा था. अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था.लेकिन मैं थोरा डरा हुआ भी था के कैसे मैं उनकी गांड और चुत पर हाथ फेरु.
क्रमशः...............
Reply


Messages In This Thread
RE: Real Chudai Kahani रंगीन रातों की कहानियाँ - by sexstories - 05-16-2019, 12:00 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,455,275 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 539,215 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,213,473 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 917,559 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,626,327 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,059,061 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,913,912 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,934,617 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,984,538 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,518 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 2 Guest(s)