RE: Hindi kahani कच्ची कली कचनार की
मैने उसकी गान्ड पे एक स्लॅप किया
अनुराधा: आअहह...सॉरी..समझ गयी...
उसने अपने लेग्स बंद किए.. अब मेरा लंड उसकी चूत के होंठो को टच कर रहा था और उसकी थाइस मे फसा था..मैने टवल वेस्ट के अराउंड बाँध दिया...अब वो मुझसे बँधी थी,मेरा लंड उसकी चूत पे था.. उसने नीचे देखा और बोली..
अनुराधा: क्या इसे चोदना कहते हैं.?
मे: नही..अभी लंड बाहर हैं..जब वो चूत के अंदर जाता हैं तो उसे चोदना कहते हैं..खड़ी रह.मैं तुझे अब गोदी मे उठाउंगा..तू जैसी खड़ी हैं वैसी ही रह..
मैने उसके अंडरआर्म्स के बीच हाथ डाला और उसे उठाया और किचिन की ओर जाने लगा.. जैसे जैसे मैं चलने लगा मेरा लंड उसकी चूत पे घिसने लगा..
अनुराधा: आहा...भैया लंड अंदर जा रहा हैं..
मे: नही..सिर्फ़ बाहर घिस रहा हैं...जैसे मैं हिलुगा तेरी चूत मेरे लंड पे घीसेगी...
हम ने खाना लिया और चेर पे बैठे.. मेरा लंड अब भी उसकी लेग्स मे था.हम खाना खाने लगे मगर अनुराधा की साँसे तेज़ होने लगी..
मे: कैसा लग रहा हैं??
उसके निपल्स हार्ड थे और मेरे झान्ट तक गीले हो गये थे इतनी वो भीग गयी थी...
अनुराधा: आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह.भैया बहुत अच्छा लग रहा हैं.ह्म्माहम्म
मे: तेरी चूत देख...
उसने अपनी चूत को टच किया और बोली
अनुराधा: भीग गयी हूँ मैं पूरी तरह से...और तुम्हारा लंड भी..
मे: हाँ..और मेरा लंड तेरी चूत को प्यार करता हैं ना बहुत..
हम खाना खाने लगे और मैं बीच बीच मे उसकी चूत मे उंगली से उसका जूस चाटने लगा...वो मेरी गोद मे बैठी थी और लंड को देख रही थी..
अनुराधा: ऐसा लग रहा हैं जैसे मेरा ही लंड हो..
मे: तेरा ही तो हैं..जो चाहे कर..
खाना खाने के बाद फिर मेरा लंड उसकी चूत के लिप्स मे जाने लगा और वो आह उउह..करने लगी..मैने उससे कहा
मे: जा,,,जाके पैंटी पहन ले...और दिखा कि कितनी गीली हुई हैं तो.. मैं आता हू..
वो बेडरूम मे गयी और अपनी पैंटी पहन ली...तब तक मैं किचन मे से कुछ सामान ले रहा था.. हनी आंड मिल्क. आज मैं उसकी चूत से दूध पीने वाला था. मैं बेडरूम मे गया तो वो बेड पे पैंटी पहन के बैठी थी..मैने उसकी ओर देखा और वो जिस तरह बैठी थी तो उसकी पैंटी पे कॅमेल्टा बन गया था..मैने उससे नंगा होने को कहा. वो झट से नंगी हो गयी और मुझे पैंटी दिखाने लगी.. उसके क्रॉच मे वेट स्पॉट था. मेरे हाथ मे सामान देख कर वो पूछने लगी..
अनुराधा - भैया ये क्या है
मे: आज तुझे चुदाई दिखाउंगा मैं..
मैने पीसी मे से ब्लूफिल स्टार्ट करदी. हार्डकोर.. मैं बेड पे बैठा था और वो मेरी गोद मे. हम एक दूसरे से खेलने लगे. उसने बड़े ध्यान से मूवी देखी और बीच बीच मे लंड से भी खेलने लगी..
मे: ऐसी होती हैं चुदाई..अब बोल चुदेगि मुझसे?
अनुराधा: तुम जो कहोगे भैया..
इतना कहके मैने उसके मूह मे लंड घुसा दिया. वो चूसने लगी. मैने उसके हाथ मेरे बाल्स पे रखा तो वो खेलने लगी. बीएफ देख कर उसे ब्लोवजोब का आइडिया आ गया था थोड़ा थोड़ा.. वो मेरे लंड को चूसने लगी..जीभ से चाटने लगी.. मेरा ऑर्गॅज़म नज़दीक आ रहा था..
मे: अया......अया.....मेरा निकल रहा हैं..एआहह....आह...
वो लंड चूस्ती रही और मैने उसके मूह मे छोड़ दिया अपना कम.. मैं उसके बाल खीचने लगा और अपने लंड को धीरे धीरे घुसाने लगा..
मे: अया...अनुराधा..तू बहोत ही सेक्सी हैं...आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आ तेरी चूत को प्यार करता हूँ..बेड प लेट पैर स्प्रेड करके..
वो लेट गयी..मैने उससे आखे बंद करने को कहा..उसके आखे बंद करने के बाद मैने हनी की बॉटल ली और धीरे धीरे उसके जिस्म पे डालता गया..उसने आखे खोली तो पूछन लगी.
अनुराधा: क्या कर रहे हो? हनी क्यू डाला?
मे: तू स्वीट डिश हैं मेरी..अब मैं तुझे खाउन्गा..
मैने उसके जिस्म पे पड़े हनी को लिक्क करना स्टार्ट किया...उसके निपल्स को चूस्ता रहा...बहोत ही स्वीट लग रहा था उसका जिस्म.. वो आ उउहह कर रही थी और बदन को लहराने लगी..
अनुराधा: आअहह....ऊहह..भीयाया...
मैं उसके निपल को पिंच करता कभी चूस्ता कभी निब्ब्ल करता..वो बहोत गरम हो गयी थी..मैं उसकी चूत को सहलाने लगा.. मैं रुक गया तो उसने आखे खोल दी.. मैने ग्लास मे जो दूध था उसका सीप लिया और उसे मूह मे रखा..उसके लेग्स पकड़ के मैने अपने होठ बिल्कुल उसकी चूत से चिपका दिए और उसकी चूत मे पिचकारी छोड़ दी.. वो चिल्ला उठी..मैने उसे पकड़ के रखा था.. फिर मैने उसके पैर पकड़ के उल्टा खड़ा किया.अब उसका सिर ज़मीन पर और चूत उपर थे. मैने उसकी आखो मे देखा और स्माइल करके उसकी चूत की ओर देखा..मेरा थुका हुआ दूध उसकी चूत मे था.. मैने फिर से उसकी चूत को चूसना स्टार्ट किया बिल्कुल करीब से..
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