RE: Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
चाची:अब बहुत देर हो गयी है,तू जब तक तेरी माँ को सेक्स के लिए नही बोल सकता जब तक मेरा बेटा तेरी माँ के साथ सेक्स नही कर लेता,ऑर मेरा बेटा तो है ही गान्ड का दीवाना,जब से तेरी माँ की गान्ड देखी है,तब से पागल है गान्ड मारने को,तेरी माँ की गान्ड है ही ऐसी,इतनी बड़ी गान्ड मे बड़ा लंड डालकर दमदार चुदाई ना करो ये डूब मरने वाली बात है
मे:चाची ,कुछ करो मुझे भी गान्ड खोलनी है
चाची:अभी तेरी उमर ही क्या है,एक दो बार सेक्स किया है मेरे से ऑर तेरा लंड अभी सही नही हुआ,अभी सेक्स करेगा तो घाव पड़ सकता है,
मे:मे तो आपकी गान्ड मारने आया था
चाची:प्यार से,चल तेरा लंड मे शांत करती हूँ,ऑर चाची नीचे बैठ गयी ,मेरा लंड पाजामे से बाहर निकाला ,ऑर मूह मे ले लिया
मे:आह चाची,(मे सब कुछ भूल गया)मज़ा आ गया ,
अब मे आगे पीछे करने काग़ा तो चाची ने लंड बाहर निकाल के बोला अभी घाव भरा नही है ,10-15 दिन बाद तेरी मर्ज़ी हो तब सब कर लेना
ऑर फिर चाची फिर से लंड चूसने लगी ,ऑर मे उनके अनुभव के सामने नही टिक पाया ऑर मेरे लंड ने पानी छोड़ दिया,जिसे चाची पी गयी,
चाची:मज़ा आया
मे:हाँ चाची, ऑर फिर मे वापस घर आके सो गया
मुझे बहुत मज़ा आया कारेब 20 दिन बिना मूठ मारे कैसे रहा ये मे ही जानता हूँ,हालाँकि इसी बीच बहुत सारी ग़लतियाँ हुई,(जो मे यहाँ बता नही सकता ,अल्लाउ नही है,ऑर कुछ लोग को पसंद नही है)
अगले दिन जब उठा तो मे खुश था लेकिन इतना खुश नही था क्योकि मुझे आज पता चला चाची कैसे मेरी माँ की गान्ड खुलवाएगी अपने बेटे से ऑर मे कुछ नही कर पा रहा था सच ये था मे चाची की सहायता के बिना माँ से सेक्स नही कर सकता ,मे इस बात से भी दुखी नही था कि चाची का बेटा सलीम मेरी माँ के साथ चुदाई करेगा,दुखी था तो बस केवल इस बात से कि मुझे गान्ड पसंद है ,ऑर जिस गान्ड को मे दुनिया से सबसे जाड़ा पसंद करता हूँ,उसी गान्ड को कोई ऑर खोले ,मुझे ये मंजूर नही था,
अब केवल एक ही काम रह गया था ,कैसे सलीम से पहले माँ की गान्ड मारी जाए,लेकिन ये होगा कैसे मुमकीन,क्योकि चाची ही एक रास्ता है मुझे मेरी माँ तक पहुचाने के लिए,ऑर चाची के बिना ये संभव नही था,
मेरा माइंड बहुत तेज़ी से काम कर रहा था ,अब जानता था चाची की मदद की ज़रूरत पड़ेगी ,अब मे सोच रहा था कैसे चाची को बेवखूफ़ बनाया जाए कि मे माँ के साथ सेक्स कर लूँ सलीम से पहले ,इसके लिए पहले मुझे ये बात माँ को बिना बताए कैसे भी बतानी होगी कि उनका बेटा उनके साथ सेक्स करना चाहता है,उस दिन बस मे यही सोचता रहा ऑर कब पूरा दिन निकल गया ,पता नही चला
अगले दिन
मुझे मेरी माँ को मेरी सेक्स इच्छा के बारे मे बताने के लिए मुझे किसी ऐसे की ज़रूरत होगी जो मेरी मदद कर सकता है
मेरा दिमाग़ तेज़ी से दौड़ने लगा कि कॉन हो सकता है,तब मुझे याद आया सलीम किसी की बात कर रहा था ,नाम था मनोहर रेगर,वो हमारे कॉंपाउंड मे सॉफ सफाई करने का काम करता है ऑर अपनी फॅमिली के साथ रहता था,
ऑर कुछ दिन पहले उसका सलीम के साथ उसका झगड़ा हो गया था ,ऑर उनके बीच बोल चाल बंद थी
सलीम ने बताया था कि वो उसकी माँ ऑर बहन को जमकर चोदता है,ऑर उसका लंड उस से मोटा ऑर लंबा है ऑर दिन भर मेहनत करने के कारण कई घटे तक वो बिना झड़े चोद सकता है,
ऑर उसने कई मालकिनो को चोदा है,क्योकि अधिकतर मालिक काम पे चले जाते है ऑर वो अपनी बीवी को संतुष्ट नही कर पाते ,इस मोके का फ़ायदा उठा कर वो बहुत सी औरतो को अपनी गुलाम बना चुका है
मुझे इस बात की खुशी थी कि वो गान्ड को ज़्यादा पसंद नही करता था,लेकिन कभी कभार मार लेता था,वो बिल्कुल बेशर्म था,वो अपने ऑर अपनी माँ के बीच सेक्स को खुलकर बताता था,यही चीज़ दिखाने मुझे सलीम उसके पास ले गया था,(जब हम एक दूसरे को थोड़ा बहुत जानते थे)
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