RE: Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
अब मुजसे ओर बर्दास्त नही हो रहा था,मुझे मेरी मा को जल्दी से छोड़ना था,इसलिए मेने हार मान कर ये पक्का कर लिया कि कल मे चाची के पास जा रहा हूँ कि मुझे मंजूर है,सलीम को जल्दी भेज दो मेरी माँ की गान्ड मारने ,ऑर फिर मुझसे चुदवा दो ,मे ये सोचकर सो गया
जब सुबह उठा ,माँ ने मुझे चाइ दी,ऑर फिर मुड़कर जाने लगी,माँ की बड़ी गान्ड मॅक्सी मे बहुत ही शानदार लग रही थी,मेने सोचा ,सलीम भी बेचारा क्या करे ,इतनी मस्त गान्ड को कॉन सबसे पहले नही चोदना चाहेगा
माँ की गान्ड उपर नीचे हो रही थी जब माँ चल रही थी,मेने कल्पना कि कैसे सलीम का 10 इंच का लंड माँ की गान्ड के अंदर बाहर हो रहा है,यही सोचकर मेरा भी खड़ा हो गया,ऑर अपने लंड से बोला,बस थोडा सब्र रख ,बहुत जल्द तू भी माँ गान्ड मे होगा,मे नही चाहता कि माँ की गान्ड मे बिना सेक्स अनुभव के डालकर जल्दी पानी निकालने मे माँ को हीन भावना हो महसूस हो कहीं उनका बेटा नामर्द तो नही ,इससे बढ़िया है थोड़ा अनुभव लेकर माँ की गान्ड मस्त तरीके से मारी जाए जिससे माँ भी खुश मे भी खुश,
11 बजे मे फिर चाची के पास पहुँच गया
मे:चाची,आज मे आपकी गान्ड मारूगा,चाहे कुछ भी हो जाए
चाची:अरे क्या हुआ,इतना उत्सुक क्यो है गान्ड मारने मे,ज़रूर माँ की गान्ड देखकर आया होगा,
मे:कुछ भी हो आज तो आपकी गान्ड मरूगा ही
चाची:ऐसा क्या हुआ ,बता तो सही
मे:मे चाहता हूँ कि जब मे माँ की गान्ड मारु ,तो दमदार तरीके से मारु,
चाची:अच्छा तो ये बात है,अच्छा पहले चाइ पी लेते है
मे:नही चाची ,मुझे बस गान्ड मारनी है
चाची:अरे बेटा मार लेना,मे कब मना कर रही हूँ,पहले चाइ पी लेते है(ये कहकर चाची किचन की ओर जाती है)
मे:मुझसे रहा नही जाता,मे चाची के पीछे किचन मे चला जाता हूँ,ऑर सीधा उन्हे पीछे से पकड़ लेता हूँ,चाची ने अभी तक मॅक्सी पहनी हुई थी ऑर अंदर पैंटी नही पहन रखी थी ,मेरा लंड सीधा माँ की गान्ड के सुराख पे लग जाता है,ऑर मे चाची को अपने दोनो हाथ आगे करके जकड लेता हूँ जिससे मेरे बुरी तरह गान्ड मे फस जाता है,
मेरा लंड चाची की गान्ड मे इतना दबाव बना रहा था कि अगर मॅक्सी नही होती तो चाची की गान्ड मे घुस जाता
चाची:इतनी जल्दी किसलिए कर रहे हो
मे:मुझे गान्ड मारनी है
चाची:कहीं पागल तो नही हो गये
मे:हो गया अभी माँ की गान्ड के लिए,आपकी गान्ड के लिए
मेने चाइ भी नही बनाने दी चाची ने केवल दूध ही डाला था ,लेकिन मेरी उत्सुकता के सामने उन्होने हार मान ली ऑर गॅस बंद कर दिया ऑर अपने आप को ढीला छोड़ दिया,मेने तुरंत चाची की मॅक्सी उपर की,जिससे उनकी गान्ड मुझे दिख गयी ,मेरा लंड तो पानी छोड़ने ही वाला था ,बस मेने कैसे भी करके रुक लिया,ऑर मेने अपना मूह गान्ड मे डाल दिया,
मज़ा आ गया था जब मेने अपना मूह चाची की गान्ड मे डाला,चाची के मूह से भी आह निकल गयी थी मेने सोचा भी नही कि मे कभी जिंदगी मे किसी गान्ड के छेद मे मूह रखुगा,मुझे अपने आप पे विस्वास नही हो रहा था कि मे चाची की गान्ड मे अपना मूह डाल दूँगा,मुझे मेरे शरीर पे कंट्रोल नही था,मुझे नही पता था कॉन क्या करवा रहा है मुझसे,मे बस करे जा रहा हूँ जो मन कह रहा था
मेने अपनी जीब चाची की गान्ड के छेद पे लगाई
चाची-- आह मोहित बहुत अच्छा लग रहा है
मे चाची के छेद को चाटे जा रहा था,चाची की गान्ड का छेद अब बिल्कुल चिकना हो गया था, अब मेने एक उंगली डाली ,मेरी उंगली बिना किसी परेशानी के चाची की गान्ड के छेद मे चली गयी,चाची ने हल्की की आह निकाली
मे:चाची ,क्या गान्ड है तुम्हारी,उंगली डालने मे ही इतना मज़ा आ रहा है,जब लंड डालुगा तो कितना मज़ा आएगा
चाची:मोहित,गान्ड चीज़ ही ऐसी होती है,एक बार जिसको चस्का चढ़ जाए वो बिना गान्ड मारे नही रहता,जैसे मेरे बेटे सलीम को देखो ,जब भी मेरे साथ सेक्स करता है तो मेरी गान्ड ज़रूर मारता है,
मे:चाची फिर भी आपकी गान्ड टाइट है,वो कैसे
चाची:वो मे थोड़े भरे शरीर की हूँ ऑर सलीम ने 3 दिन से मेरी गान्ड भी नही मारी
ऑर तू जानता क्या है गान्ड के बारे मे,तुझे कैसे पता कि मेरी गान्ड टाइट है या नही
मे:वो चाची उंगली डाली तो गान्ड मे
चाची:तो क्या,मेरी गान्ड को सलीम ने चोद चोद कर पूरा खोल दिया है,तू क्या जाने कुवारि गान्ड के बारे मे,
कुवारि गान्ड मे तो एक उंगली डालने मे पानी आ जाता है
वो कुवारि गान्ड को यूही कोई लंड नही खोल सकता,उसके लिए तगड़ा लंड चाहिए होता है,जैसे मेरे बेटे सलीम का है,तेरा लंड तो घुस भी ना पाए ,
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