RE: Adult Kahani छोटी सी भूल की बड़ी सज़ा
अमित का लंड मेरी चूत के कामरस से पूरी तरहा भीगा हुआ था. सोनिया उसके लंड को हिलाते हुए धीरे-2 नीचे झुकने लगी. उसके होंटो और मेरी चूत के बीच सिर्फ़ 2-3 इंच का फाँसला ही रह गया था. और चूत के ठीक सामने अमित का लंड था. उसने झुकते हुए अमित के लंड को मूह में भर लिया. और ज़ोर-2 से सर हिलाते हुए, अमित के लंड को चूसने लगी. में ये सब देख कर और गरम हुई जा रही थी…..अमित ने मेरी टाँगो को घुटनो से मोड़ कर ऊपेर उठाया,और मेरी जाँघो को ज़ोर से पकड़ लाया. फिर उसने एक हाथ से सोनिया के बालों को पकड़ा और उसका सर पीछे खेंचते हुए, अपने लंड को उसके मूह से बाहर निकल लिया. फिर उसने सोनिया के बालो को पकड़े हुए, उसके फेस को मेरी चूत की तरफ बढ़ा दिया. अगले ही पल उसने सोनिया के बालो को छोड़ कर मेरी टाँगो को पकड़ कर और फैला दिया.
इससे पहले कि मैं कुछ कर पाती, सोनिया ने अपनी जीभ को नॉकदार बनाते हुए, मेरी चूत के छेद पर लगा दिया. मैं जल बिन मछली की तरह तड़प उठी. पर मैं अपने आप को छुड़ा नही पा रही थी. क्योंकि अमित ने मेरी टाँगो को फेला कर ज़ोर से पकड़ रखा था……सोनिया अपनी जीभ मेरी चूत के छेद पर रगड़ रही थी. सुर्प-2 की आवाज़ से ऐसा लग रहा था. जैसे कि वो मेरी चूत से बह रहा सारा पानी पी जाएगी. मेरे आँखे फिर से मस्ती मे बंद हो गयी…..
मैं: अह्ह्ह्ह सोइना आहह ईए ईए क्याअ कर मत करो अह्ह्ह्ह उंह सीयी आह बेटाअ अहह हट जाअ….
मेरी मस्ती का कोई ठिकाना नही था. मेरी कमर अपने आप ही झटके खाने लगी. जिससे मेरी चूत बार-2 सोनिया के मूह पर दब जाती, और वो और ज़ोर से मेरी चूत की फांको को मूह में भर कर चूसने लगती…..फिर अमित ने मेरी टाँगो को पकड़ और ऊपेर उठा दिया. इतना ऊपेर कि, मेरी गान्ड बेड से 3 इंच ऊपेर उठ गयी…और अगले ही पल सोनिया ने मेरी चूत को चाटते हुए, एक तकिया मेरी गान्ड के नीचे लगा दिया. मेरी चूत से निकल रहा पानी, और सोनिया का थूक बहता हुआ मेरी गान्ड के छेद की तरफ जा रहा था…..जैसे ही सोनिया ने मेरी गान्ड के नीचे तकिया लगाया. अमित ने मेरी टाँगो को छोड़ दिया. नीचे तकिया होने के कारण मेरी गान्ड अब कुछ ज़यादा ही ऊपेर उठ चुकी थी…….
सोनिया अभी भी मेरी चूत को चाट रही थी. मैं मस्ती आहह ओह्ह्ह्ह बस उफ्फ किए जा रही थी….तभी मेरा पूरा बदन एक दम से कांप गया. जब अमित ने अपने फन्फनाते हुए लंड का गरम सुपाडा मेरी गान्ड के छेद पर लगा दिया. मेरे पूरे बदन में सनसनी दौड़ गयी……”
आह नही अमित वहाँ नही प्लीज़ “ मेने सिसकते हुए कहा……एक तो अमित के लंड का गरम सुपाडा मेरी गान्ड के छेद पर रगड़ खा रहा था. और ऊपेर से सोनिया मेरी चूत के छेद को चाट रही थी. बस सिर्फ़ कहने को मना कर रही थी…..पर मैं बिकुल भी विरोध नही कर पा रही थी…..मेरी चूत से निकला काम रस और सोनिया का थूक मेरी गान्ड के छेद पर आ रहा था…….जिससे मेरी गान्ड का छेद नरम हो गया था. अमित ने धीरे अपने लंड के सुपाडे को मेरी गान्ड के छेद पर दबाना शुरू कर दया.
जब उसके लंड का गरम सुपाडा मेरी गान्ड के छेद पर रगड़ खा रहा था, तब एक मस्ती भरी सनसनी मेरे बदन में दौड़ रही थी…….पर जैसे ही उसके लंड का सुपाडा मेरी गान्ड के छेद को फेलाता हुआ थोड़ा सा अंदर घुसा, मेरे पूरे बदन में दर्द की तेज लहर दौड़ गयी. मेरा पूरा बदन एक दम से ऐंठ गया. मेने अपने आप को दर्द से बचाने के लिए अपने पैरो को हिलाना शुरू कर दिया. पर अमित ने मेरी टाँगो को कस के पकड़ा हुआ था. अमित अपने लंड के सुपाडे को मेरी गान्ड के टाइट छेद में अंदर घुसाने लगा……में दर्द से एक दम चीख उठी.
“अहह अमित मर गयी मैं छोड़ दे मुझे आह मेरी गान्ड फॅट जाएगी.ओह्ह्ह अमित अह्ह्ह्ह आहह माआ” अमित ने अपने लंड के सुपाडे को दबाते हुए, मेरी गान्ड के छेद मे घुसा दिया था. दर्द की तेज लहर मेरे बदन में दौड़ गयी. मेरा पूरा बदन दर्द के कारण काँपने लगा……पर अमित को मेरी हालत पर ज़रा भी तरस नही आया…..उसने मेरी जाँघो को पकड़ कर ऊपेर उठाते हुए, मेरी चुचियों से सटा दिया. और अपनी पूरी ताक़त से एक जोरदार धक्का मारा. अमित का आधा लंड मेरी गान्ड में घुस कर फँस गया…….
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