RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
कुछ
देर मैं ऐसे ही बैठा रहा मेरा हाथ अभी भी उसकी स्कर्ट पर था ऑर दूसरा लंड पर,जब
लंड पूरी तरह सो गया तो मैने उठा कर उसको पयज़ामे के अंदर किया ऑर अपने बेड पे जाके सो
गया,,मैं ज़मीन पर गिरे हुए पानी(स्पर्म) को सॉफ करना भूल ही गया था,,,,
सुबह उठ कर तो याद आया कि मैने ज़मीन पेर ही पानी छोड़ दिया था ऑर उसको सॉफ भी नही
किया था,,,लेकिन ज़मीन की तरफ देखा तो ज़मीन बिल्कुल सॉफ थी,,मैं डर गया कहीं सोनिया
ने उसको देख ना लिया ओर ऑर सबसे बड़ी बात ये थी कि इसको सॉफ किसने किया,,,सोनिया रूम मे
नही थी शायद वो नीचे होगी,,,,,मैं भी तैयार होके नीचे चला गया,,,सोनिया नाश्ता कर
रही थी,,,वो मेरी तरफ बड़ी अजीब नज़रो सी देख रही थी,,,मैं डर गया ,,क्यूकी तभी
डॅड भी वहीं बैठे हुए थे,,मैं डरते हुए डाइनिंग टेबल पे बैठ गया,,ऑर नाश्ता करने
लगा,,,नाश्ता करके मैं ओर सोनिया कॉलेज चले गये,,नेक्स्ट डे कॉलेज मे छुट्टी थी क्यूकी
वेडनेसडे से हमारे टेस्ट शुरू होने थे,,मैं ओर सोनिया घर आ रहे थे तो सोनिया ने बोला
कि मुझे कविता के घर छोड़ देना मुझे टेस्ट की त्यारी करनी है ऑर नोट्स भी तैयार करने
है,,,,,,मैने उसको कविता के घर छोड़ा ऑर घर की तरफ चल पड़ा...घर पहुँचा तो
आज भी बुआ घर पे थी,,,,,अरे बुआ आज भी आप बुटीक पे नही गयी,,
,नही बेटा तेरी मोम घर पे नही है मैं भी चली जाती तो तेरे को खाना कॉन बना कर देता,,,चल तू
फ्रेश होके आजा मैं खाना लगा देती हूँ,,
मैने बोला बुआ फ्रेश बाद मे हो जाउन्गा भूक बहुत लगी है पहले खाना लगा दो प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़...
ठीक है बेटा तुम रूको मैं खाना लगा देती हूँ,,,,,,,
तभी मैने देखा की डॅड उपेर से नीचे आ रहे थे,,,उनके हाथ मे कुछ
फाइल्स थी,,,,अरे डॅड आज आप भी बॅंक नही गये क्या,,,,,
,नही बेटा मैं तो अभी आया मेरी कुछ पुरानी फाइल्स उपेर स्टोर रूम मे पड़ी हुई थी वही लेने आया था,,,इतना बोल कर डॅड
चले गये ऑर बुआ भी खाना लेके आ गयी,,मैं खाना खाने लगा ऑर बुआ सामने वाली चेर पे
बैठ गयी,,,उन्होने अभी तक नाइट सूट ही पहना हुआ था,,जिसके उपेर के 2 बटन खुले हुए
थे ऑर उनका क्लीवेज नज़र आ रहा था,,बुआ ने मुझे उनकी तरफ देखने हुए देख लिया,,
तभी मैने बोला बुआ अभी तो दिन है ऑर आप नाइट सूट ही पहने हो,,,
अरे बेटा मुझे आज बुटीक नही जाना था इसलिए कपड़े चेंज करके क्या करती,,सो मैने नाइट सूट ही पहने
रखा,,,,,,तभी कुछ देर बाद दीदी भी नीचे आ गयी,,,,,,अरे दीदी आप भी कॉलेज नही गयी
आज,,,,,,,,,आज तेरी दीदी की तबीयत ठीक नही थी सन्नी बेटा,,,,
मैं समझ गया कि तबीयत का तो बहाना है आप दोनो ने घर मे मस्ती जो करनी थी,,,,क्यूकी अक्सर जब मोम ऑर मामा जी गाओं जाते है तो बुआ बुटीक नही जाती ऑर दीदी भी बीमारी का बहाना करके घर पे ही
रहती है,,,,,,,,दीदी जाके सोफे पे बैठ गयी ऑर टीवी ऑन कर लिया,,,,मैने भी खाना ख़तम
किया ऑर उपेर अपने रूम मे जाके बाथ लेके टी-शर्ट ऑर बेरमूगा पहन कर नीचे उन लोगो के पास
आ गया,,,,आज दीदी छोटे सोफे पे बैठी हुई थी ऑर बुआ बड़े सोफे पे लेटी हुई थी,,बुआ
के बूब्स ज़्यादा बड़े तो नही थे लेकिन फिर भी हल्के-2 नज़र आ रह थे क्यूकी उनकी नाइटी
के उपेर वाले बटन कूले हुए थे,,,,दीदी का ध्यान टीवी की तरफ था बुआ भी टीवी देखने मे
मस्त थी ऑर मैं बुआ के बूब्स देखने मे,,,तभी बुआ ने मेरी तरफ देखा ऑर हँसने लगी,,
मैने डरकर नज़रे चुरा ली ऑर टीवी देखने लगा,,,,फिर मेरी हिम्मत ही नही हुई दोबारा बुआ
की तरफ देखने की,,,,
शाम क 6:30 बजे ऑर दाद घर पे आ गये,,
,डॅड सोनिया नही आई आपके साथ,
,नही बेटा उसकी कॉल आई थी मुझे कि टेस्ट की त्यारी करनी है इसलिए आज वो कविता क घर पर ही रहेगी रात को
वो बोल रही थी कि आप लोगो के टेस्ट शुरू होने वाले है ,
,यस डॅड वेडनेसडे से टेस्ट शुरू हो रहे है,,,कुछ ऑर भी बोला था क्या सोनिया ने डॅड,,,
,नही बेटा ओर तो कुछ नही बोला,,क्यू कुछ ऑर भी बात करनी थी क्या उसने मुझसे,,,
,नही डॅड मैं तो ऐसे ही पूछ रहा था,,मैंडर रहा था कहीं सोनिया ने डॅड को बता ना दिया हो कि कल हमारी कॉलेज से छुट्टी है,,क्यू कि मैने भी घर पे किसी को नही बताया था कल की छुट्टी के बारे मे ,,मैं कल बुआ ऑर
दीदी को मस्ती करते देखना चाहता था,,,,,
रात को डिन्नर करने के बाद मैं अपने रूम मे चला गया,,थोड़ी देर गेम खेली फिर 10:30
को बाथरूम मे जाके बुआ ऑर दीदी की वेट करने लगा,,लेकिन 11 बजे तक कोई नही आया ,मैं
चुप-चाप बाहर जाके लेट गया ऑर सो गया,,रात को करीब 1 बजे मुझे बड़ी प्यास लगी मैं
उठ कर बाहर गया बाहर के हॉल मे एक फ्रिड्ज रखा हुआ था मैने फ्रिड्ज मे से पानी की
बॉटल निकाली ऑर पानी पीने लगा,,पानी पीने के बाद मैं अपने रूम की तरफ जा रहा था तभी
मुझे बुआ के रूम से हल्की सी आवाज़ आई,,,,,ओह आआहह
मैं समझ गया कि चुदाई का खेल शुरू है मैं डोर के की होल से अंदर देखने लगा ऑर
तभी मुझे दूसरी तरफ के रूम( जो कि बुआ का ड्रॉयिंग रूम है) का डोर खुलने की आवाज़
आई,,मैं झट से अपने कमरे मे चला गया मुझे लगा कहीं डॅड ना हो,,लेकिन मैने सोचा कि
डॅड का उपेर क्या काम,,,,,मैने अपने रूम से कीहोल मे से बाहर देखा तो वो डॅड नही थे
बुआ थी,,,मैने सोचा अगर बुआ उस रूम मे थी तो दीदी किसके साथ एंजाय कर रही थी,,
बुआ ने नाइट गाउन पहना हुआ था जो आगे से पूरी तरह खुला हुआ था,,मैने देखा कि बुआ
ने ना तो ब्रा पहनी हुई थी ऑर ना ही पैंटी,,,बुआ अपने रूम मे चली गयी ऑर तभी बुआ
वापस आ गयी बुआ के साथ मे दीदी भी थी जो बिल्कुल नंगी थी,,,बुआ उसको साथ लेके साथ
वाले ड्रॉयिंग रूम मे चली गयी,,,ड्रॉयिंग रूम मे डोर के बंद होने की आवाज़ सुनके मैं अपने
रूम से बाहर निकला ओर ड्रॉयिंग रूम की तरफ चल पड़ा,,,मैने अंदर देखने की ऑर
आवाज़ सुनने की बड़ी कोशिश की बट कोई फ़ायदा नही हुआ,,,डोर लॉक था ओर कीहोल के सामने
भी कर्टन था ऑर अंदर हल्की आवाज़ मे म्यूज़िक चल रहा था जिसकी वजह से मुझे कोई ओर
आवाज़ भी सुनाई नही दे रही थी,,,,,,मैं निराश होके वापिस अपने रूम मे चला गया,,
मैं इतना ज़्यादा निराश सा हो गया कि अब मेरा दिल भी नही किया कुछ करने को ,,मैं बेड पे
लेट गया ऑर सो गया,,,,
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