RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
करण तो ऐसे ही खड़ा हुआ था उसके हाथ भी नीचे लटक रहे थे जबकि पूजा ने उसको हग किया हुआ था,,,,,,
पूजा ने उसके कपड़े निकालने सुरू किए ऑर कारण चुप चाप खुद को नंगा होते देखने लगा ना तो वो कुछ बोल
रहा था ऑर ना कुछ कर रहा था ,,करण के नंगे होते ही पूजा ने उसको बेड पर पीछे की तरफ गिरा दिया ऑर खुद
भी बेड पर चढ़ गई ऑर वापिस करण को लिप्स किस करना शुरू कर दिया साथ मे उसके लंड को हाथ मे ले लिया अभी
उसका लंड बहुत छोटा लग रहा था लेकिन 2 मिनिट मे ही उसने ओकात मे आना शुरू कर दिया था,,,करण भी एक
पंजाबी मुंडा था भरे हुए जिस्म का मालिक,,,जिम नही जाता था लेकिन फिट था ओर वैसा ही फिट था उसका मूसल
जो काफ़ी लंबा था लेकिन मोटा नही था ,,,अब करण को भी मज़ा आने लगा था क्यूकी उसके लंड पर पूजा के हाथ
अपना कमाल दिखा रहे थे ऑर लंड पूरी ओकात मे आ गया था तभी करण ने भी अपना एक हाथ पूजा की पीठ
पर रखा लेकिन पूजा ने उसके हाथ को पकड़ा ऑर अपने बूब पर रख दिया,,,करण थोड़ा झिझक राह था लेकिन
जल्दी ही उसने पूजा के बूब को मसलना शुरू कर दिया था ऑर दूसरे हाथ को पूजा के सर पर रख दिया ऑर उसको किस
का रेस्पॉन्स देने लगा था,,,,,इधर मैने भी मनीषा को किस करते हुए उसकी चद्दर उतार कर साइड पर रख
दी फिर उसको करण ऑर पूजा की एक साइड मे बेड पर ले गया ऑर उसको लेटा कर खुद साइड मे लेट गया ऑर किस करने लगा
एक तरफ जहाँ पूजा करण को गर्म कर रही थी वहीं मैं मनीषा को गरम करने मे लगा हुआ था,,,
अब हम चारो नंगे बदन बेड पर एक दूसरे से लिपटे हुए थे,,,मैं मनीषा को बेड पर लेता कर उसके उपर
होके उसको लिप्स पर किस कर रहा था ऑर वो भी मुझे हल्का सा रेस्पॉन्स दे रही थी ,,वो पता नही क्यू अभी भी
मेरे से कुछ शरमा रही थी क्यूकी किस करते टाइम उसकी आँखें बंद थी ,,मैं उसको किस करते हुए उसके बूब्स
ऑर पेट पर हाथ फिरा रहा था ऑर कभी कभी कमर से होते हुए एक आधी बार उसकी चूत को भी हल्के से टच
कर देता था लेकिन मैं कोई जल्दबाज़ी नही कर रहा था,,,आज मैं कुछ ज़्यादा ही मस्ती के मूड मे था एक तो आज
शिखा की गान्ड की सील खोली थी ऑर उपर से अपने बेस्ट फ्रेंड को भी ज़िंदगी मे पहली चुदाई मे हेल्प कर रहा था
ऑर वैसे भी अब यहाँ किसने आना था ,,हम बिना किसी डर के आराम से मस्ती कर रहे थे,,,
मैने मनीषा को किस करते हुए उसके बूब्स को पकड़ा ऑर प्यार से सहलाते हुए हल्के हल्के दबाने लगा ,,,,मेरे लिप्स मे उसके लिप्स बड़े नज़ाकत ऑर प्यार से जकड़े हुए थे ऑर मैं बड़े आराम से उनको चूस रहा था अब मनीषा ने भी मेरी
किस का रेस्पॉन्स थोड़ी ज़्यादा मस्ती मे देना शुरू कर दिया था,,,,उसके हाथ मेरी पीठ पर घूमने लगे थे
तभी मैने किस करते हुए करण ऑर पूजा की तरफ देखा तो करण भी अब पूजा को किस मे साथ देते हुए अपने
हाथ उसको पीठ पर घुमा रहा था,,,,कुछ ही देर मे मैने देखा कि पूजा उठी ऑर कारण के लंड को पकड़ा ऑर
उसके लंड की टोपी को किस करने लगी,,,,करण के लिए ये पहले एहसास था ,,पहली बार किसी लड़की के सॉफ्ट लिप्स उसके लंड की टोपी को टच हुए थे जिस से उसके बदन मे एक झटका लगा था ऑर वो हल्का उपर उछल गया था पूजा ने
जल्दी ही उसके लंड को हल्के से अपने लिप्स मे भर लिया ऑर मुँह के अंदर कर लिया,,,करण बस मस्ती मे आँखें
बंद करके आराम से लेट गया था उसने अपने हाथ भी बेड पर रख दिए थे,,,वो तो जैसे मस्ती के सातवे आसमान
पर उड़ने लगा था,,,,लेकिन ये उड़ान ज़्यादा देर नही चली ऑर 2 मिनिट मे ही उसने पूजा के सर को पकड़ा ओर उसको
लंड से हटाने लगा लेकिन पूजा ने उसके लंड को नही छोड़ा ऑर मुँह मे लेके चुस्ती रही करण पूरी कोशिश कर
रहा था लेकिन पूजा ने उसको नही छोड़ा ऑर तभी करण के जिस्म ने तेज झटके लिए ऑर वो बेड पर पीछे की तरफ
गिर गया ऑर तेज साँसे लेने लगा,,,,,मैं समझ गया कि वो झड गया था पूजा ने उसके लंड का पानी पी लिया ऑर फिर
उसके साथ बेड पर लेट गई,,,,करण तेज़ी से साँसे ले रहा था उसके माथे पर बहुत ज़्यादा पसीना आ गया था रूम
मे एसी चल रहा था फिर भी वो पसीने से भीगा हुआ था ऑर पूजा उसके माथे से पसीने को अपने हाथ से
सॉफ कर रही थी ऑर हल्की हल्की किस भी कर रही थी,,,,,,
इधर मैने मनीषा को किस करते हुए उसके बूब्स को सहलाना ऑर दबाना जारी रखा ऑर उसने भी अपने हाथों से
मेरी पूरी पीठ को सहलाना जारी रखा हुआ था,,,,कुछ देर बाद मैने उसके लिप्स को अपने लिप्स से आज़ाद किया ऑर
अपने लिप्स को उसके बूब्स पर ले गया मेरे लिप्स बूब्स पर टच होते ही उसने मेरे सर को बूब पर दबा दिया वो
कुछ ज़्यादा ही मस्त हो गई थी अभी तो मैने जस्ट लिप्स को उसके बूब की डुँड़ी पर टच ही किया था ऑर अभी से उसका
ये हाल था उसकी इस हरकत ने मुझे ऑर ज़्यादा मस्त कर दिया ऑर मैने उसके बूब को मुँह मे भर लिया ऑर खा
जाने वाले अंदाज़ मे चूसने लगा ऑर तभी अपने हाथ से उसके दूसरे बूब को मसल्ने लगा उसने भी अपने एक
हाथ को मेरे सर पर रखा ऑर दूसरे को मेरे उस हाथ पर रख दिया जो उसके बूब पर था फिर मेरे हाथ को ज़ोर
से दबाते हुए अपने बूब को भी ज़ोर से मसल्ने लगी,,
,वो अब तक पूरी तरह बेक़ाबू हो चुकी थी ऑर उसकी यही
बात मुझे पागल कर रही थी मैने उसके बूब को पूरा मुँह मे भर लिया ऑर तेज़ी से चूसने लगा ऑर साथ ही दूसरे
वाले को ज़ोर ज़ोर से मसल्ने लगा इतना ज़ोर से मसल रहा था कि कभी कभी उसकी दर्द भारी मीठी आहह निकल
जाती थी ,,उधर पूजा ने फिर से करण के लिप्स को अपने लिप्स मे जाकड़ लिया ऑर किस करनी शुरू करदी थी करण भी
उसका साथ पूरी मस्ती मे दे रहा था क्यूकी अब खुद-ब-खुद करण के हाथ पूजा के बूब्स को सहलाने लगे थे
ऑर पूजा भी अपने हाथ से करण के लंड को सहला रही थी तभी पूजा उठी ऑर करण के उपर चढ़ कर अपने सर को
करण के लंड की तरफ ऑर टाँगों को करण के सर की तरफ करके 69 के पोज़ मे आ गई थी ऑर जल्दी से करण के
आधे खड़े लंड को मुँह मे लेके चूसने लगी थी करण कुछ समझ नही पा रहा था क्यूकी उसका पहला तजुर्बा
था करण ने मेरी तरफ देखा ऑर मैने मनीषा के बूब को मुँह से निकाल कर करण को ज़ुबान से पूजा की
चूत चाटने का इशारा किया ऑर करण ने ना चाहते हुए भी अपनी ज़ुबान निकाली ऑर पूजा की चूत पर हल्के से
लगा दी लेकिन पूजा की चूत को चाटा नही जस्ट ज़ुबान को वहाँ टच ही किया तभी पूजा ने अपनी गान्ड को
नीचे किया ऑर चूत को करण के लिप्स से लगा दिया ऑर खुद ही गान्ड को मटक मटका कर चूत को करण के लिप्स
से रगड़ने लगी,,,करण का फेस पूजा की चूत से ढक सा गया था मुझे ये देख कर थोड़ी हँसी आ रही थी
लेकिन मैं वापिस अपने काम मे लग गया ऑर मनीषा के बूब को चूसने लगा,,,मैं बारी बारी से उसके बूब को
चूस ऑर काट रहा था ऑर दूसरे वाले को हाथ मे लेके दबा रहा था,,,,कुछ देर बाद मैने अपने हाथ को
मनीषा की चूत पर रख दिया ऑर चूत को सहलाने लगा तभी उसने भी अपने हाथ मेरे लंड पर रखा ऑर हल्के
से दबा दिया,,,,मैने करण की तरफ देखा तो वो अभी भी सर को पूजा की चूत से बचाने की कोशिश मे लगा
हुआ था,,,,तभी मैने मनीषा को इशारा किया ऑर उसने मेरा इशारा समझा ऑर बेड से उठ गई ऑर मैं उसकी
जगह पर लेट गया ऑर उसके अपने उपर ऐसे लेटा लिया जैसे पूजा करण के उपर थी ,,,,मनीषा ने उपर आते ही अपनी
बेहन की तरह जल्दी से मेरे लंड को मुँह मे भर लिया ऑर चूसने लगी मैने भी कोई देर नही की ऑर जल्दी से उसकी
गान्ड पर हाथ रखे ऑर उसकी चूत को अपने लिप्स से लगा लिया,,,करण ये सब देख रहा था,,,मैं बड़ी मस्ती
मे मनीषा की चूत को चाटने लगा ऑर मनीषा भी मेरे लंड को उतनी ही मस्ती से चूसने लगी,,,,अब करण ने
भी मेरी तरह पूजा की गान्ड को दोनो हाथों से पकड़ा ऑर चूत को मुँह मे भर लिया उसके चहरे से एसा लग
रहा था कि वो ये नही करना चाहता था लेकिन मुझे देख कर ऑर पूजा के द्वारा उसके लंड चूसे जाने की मस्ती
मे वो ऐसा करने लगा था,,,वो भी मेरी तारह पूजा की चूत को मुँह मे भरके ऐसे चूसने लगा था जैसे कि
पूजा के लिप्स पर किस कर रहा था,,,,पूजा भी उसके पूरे लंड को मुँह मे लेके गले से नीचे उतार रही थी करण
का लंड लंबा था लेकिन मोटा नही था इसलिए पूजा आराम से उसको गले से अंदर तक ले रही थी करण भी मस्ती
मे उसकी चूत को अब भूखे कुत्ते की तरह खाने लगा था,,
इधर मैने मनीषा की चूत को अपने मुँह से लगा रखा था ऑर उसने भी मेरे आधे लंड को मुँह मे ले रखा
था ऑर सर को उपर नीचे करते हुए चूस रही थी ऑर साथ ही एक हाथ से मेरे लंड को उपर नीचे कर रही थी वो
आधे से ज़्यादा लंड को मुँह मे नही ले रही थी ऑर ना ही ऐसी कोई कोशिश कर रही थी उसके मुँह मे जितना भी लंड
था वो उसी से खुश थी ऑर उसी को मस्ती मे चूस रही थी,,,मैं भी इतने मे ही खुश था क्यूकी वो अभी नई
खिलाड़ी थी इस खेल की जितना कर रही थी बहुत अच्छा कर रही थी ऑर मेरे को मस्त कर रही थी,,,मैने भी उसकी चूत
को पूरा मुँह मे भरा हुआ था ऑर हाथ से उसकी गान्ड को सहला रहा था तभी मैने अपनी उंगली गान्ड के होल
पर रखी ऑर हल्के से दबा कर अंदर घुसा दी मेरी उंगली बड़े आराम से अंदर चली गई थी फिर मैने 2 उंगली
ट्राइ की तो 2 उंगली भी आराम से अंदर चली गई,,,मैं समझ गया कि पीछे कुछ दिनो मे मेरे बाप ने इसकी गान्ड को
खूब मारा होगा तभी ये थोड़ी खुल गई थी लेकिन मेरे लंड के लिए तो अभी भी किसी सील बंद गान्ड जैसी ही थी
,,,,,,,,,कुछ देर बाद मुझे करण की सिसकियाँ सुनाई देने लगी मैने मनीषा की चूत से अपने फेस हटा कर
देखा तो पूजा अब सीधी होके करण के उपर लेटी हुई थी ऑर करण के लंड को चूत मे लेके खुद ही उपर नीचे हो
रही थी ऑर नीचे लेटा हुआ करण बस सिसकियाँ लेता हुआ आआहएं भर रहा था,,,,लेकिन उसके हाथ पूजा के बूब्स
को मसल रहे थे,,,,,मेरे से भी अब रहा नही गया मैने भी जल्दी से मनीषा को नीचे उतारा हो खुद उसके
उपर चढ़ कर लंड को चूत मे घुसा दिया,,ऑर तेज़ी से चुदाई करी शुरू करदी,,,,,,लंड चूत मे जाते ही चुदाई
के मज़े ने मनीषा को मस्ती मे भर दिया ऑर उसके जल्दी से मेरे सर को पकड़ा ऑर अपनी तरफ खीच लिया ऑर लिप्स
को मेरे लिप्स से जकड कर किस करने लगी मैने भी मस्ती मे उसकी किस का रेस्पॉन्स देने शुरू कर दिया तभी
मैने गर्दन घुमा कर देखा तो करण ने भी अपने हाथ पूजा के बूब्स से हटा कर उसके सर पर रखे ऑर
उसके सर को अपने करीब कर दिया पूजा ने मेरी तरफ हँसते हुए देखा मानो बोल रही थी कि बच्चा देख देख
कर सब कुछ सीख रहा है,,,,,मैने भी पूजा को आँख मारते हुए उसकी स्माइल का जवाब दिया ऑर मनीषा को
किस करने मे बिज़ी हो गया,,करीब 10 मिनिट से मैं ऑर कारण पूजा ऑर मनीषा की चुदाई कर रहे थे कभी
पूजा करण की चेस्ट पर किस करने लग जाती थी तो कभी करण को किस करने तो कभी करण उसके बूब्स को मसल
रहा होता था,,,,इधर मैं भी मनोशा को किस कर रहा था तो कभी उसके बूब्स को चूसने लग जाता था,,,,,,
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