RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
मैं यहाँ अपने ख्यालो मे खोया हुआ था ऑर उधर वो लोग मस्ती मे पागल हुए जा रही थी तभी
मैने देखा कि माँ के जिस्म ने कुछ तेज़ी से झटके खाने शुरू कर दिए मैं समझ गया की माँ का काम
होने ही वाला है तभी शायद रेखा को भी पता लग गया कि माँ का काम होने वाला है तो उसने मामा के
सर को कस्के अपनी चूत पर दबा लिया जिस से मामा समझ गया कि रेखा भी झड़ने को बेताब हो रही है
उधर माँ ने भी मामा के लंड को तेज़ी से मुँह मे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया तो मामा को माँ
की तरफ से भी इशारा मिल गया कि माँ भी झड़ने वाली है तो मामा ने अपनी उंगली को तेज़ी से रेखा की चूत
मे पेलते हुए उसकी चूत को छोड़ना शुरू कर दिया साथ ही अपने लिप्स को कस्के दबा दिया रेखा की चूत
पर ऑर पागलो की तरह चूसने लगा उसकी चूत को साथ ही अपनी कमर हिला कर अपने लंड को माँ के मुँह मे
तेज़ी से अंदर बाहर करने लगा माँ ने भी मामा का साथ देते हुए मामा की कमर को पकड़ा ऑर खुद
मामा की कमर को तेज़ी से हिलाते हुए मामा के लंड को मुँह मे पेलने लगी,,,करीब 2-3 मिनट बाद ही
सब लोगो के जिस्म को झटके लगने शुरू हो गये मैं समझ गया कि सब एक साथ झड़ने वाले है ऑर मैं
सही था मेरे देखते ही देखते माँ की चूत ने पानी निकालना शुरू कर दिया ऑर रेखा उसको पीने लगी
साथ ही रेखा ने भी चूत से पानी को बहाना सुरू कर दिया जिसको मामा ने पीना शुरू कर दिया ऑर उधर
मामा ने भी अपने लंड को तेज़ी से माँ के मुँह मे पेलते हुए अपने लंड से पिचकारिया मारना शुरू कर
दी ऑर मामा के लंड ने भी स्पर्म निकालना शुरू कर दिया मामा के लंड से निकलने वाला स्पर्म माँ के
मुँह से बाहर निकल कर उनके एक गाल की तरफ बहने लगा जिसको माँ ने जल्दी से अपने हाथ से सॉफ किया ऑर
जल्दी ही उस हाथ को भी चाटने लगी साथ ही मामा के पानी को पीने के बाद मामा के लंड को अच्छी तरह
से चाट कर सॉफ करने लगी मामा ने भी रेखा की चूत को तब तक अपने मुँह से अलग नही किया जब तक
रेखा के जिस्म ने आख़िरी झटके के साथ अपनी चूत के पानी की लास्ट ड्रॉप तक माँ के मुँह मे नही छुड़ा
दी थी ऑर मामा उसके पानी को पी नही गया था माँ की चूत ने भी जितना पानी निकाला था रेखा ने भी '
उसकी एक भी ड्रॉप नीचे नही गिरने दी थी ऑर सारा का सारा पानी पी गई थी,,,,,,,
एक दूसरे का पानी पीने का बाद तीनो लोग एक साथ एक दूसरे को हग करके लेट गये ,,मामा बीच मे था जबकि
रेखा ऑर माँ मामा की दोनो साइड पर लेटी हुई थी,,,,,
काफ़ी टाइम बाद इतना अच्छा लग रहा है,,,,क्यूँ सरिता मज़ा आया,,,,,,,,,,मामा ने माँ से पूछा,,,,
हाँ भाई बहुत मज़ा आया लेकिन असली मज़ा तो अभी बाकी है ये तो हल्की सी मस्ती थी बस,,,माँ ने हँसते हुए
बोला,,,,,,,,
सही कहा सरिता दीदी,,,,ये तो हल्की सी मस्ती थी बस लेकिन मैं तो इतनी हल्की मस्ती के लिए भी तरस के रह
जाती हूँ जब आप लोग आते हो या जब अशोक ऑर गीता आते है गाओं मे तभी इतनी मस्ती नसीब होती है मेरे
को वर्ना मैं तो बस मोमबत्ती से या उंगली से काम चलाती रहती हूँ,,,,,वैसे भी अब आप लोग काफ़ी
टाइम बाद आए हो गाओं मे,,,ऑर अशोक ऑर गीता को भी काफ़ी टाइम हो गया है,,,,,
तभी माँ हल्के गुस्से मे,,,,,,,,,,तुझे कितनी बार बोला है कि गीता का नाम मत लिया कर मेरे सामने तू
समझती क्यू नही,,,,,
अरे बेहन गुस्सा क्यू करती है अब तो बहुत टाइम बीत गया है सब बातों को अब तो गुस्सा ठंडा कर ले
अपना,,,,,,मामा माँ के माथे पर किस करते हुए माँ को समझाते हुए बोला,,,,
तभी रेखा मामा के उपर से निकल कर माँ की तरफ आ गई ऑर माँ के बड़े बड़े बूब्स को पकड़ कर
दबाते हुए माँ को बोली,,,,,,,,,,,,ठीक है बाबा नही नाम लेती उसका लेकिन उसकी वजह से मेरे पर गुस्सा मत
करो ऑर बस मस्ती करो,,,,इतना बोलते ही रेखा ने माँ के सर को मामा की तरफ से टर्न करके अपनी तरफ किया
ऑर जल्दी ही फिर से माँ के लिप्स को अपने लिप्स मे जाकड़ लिया,,,माँ अभी कुछ देर पहले हल्के गुस्से मे थी
लेकिन रेखा के किस करते ही एक पल मे माँ ने हथियार डाल दिए थे,,,,,
मामा--तेरे को अच्छी तरह पता है रेखा कि सरिता को शांत कैसे किया जाता है,,,,,,,,,,,
नही सुरिंदर ये मेरे को शांत नही ऑर ज़्यादा मस्त करके मेरी आग को भड़का देती है ,,माँ ने एक पल
के लिए अपने लिप्स रेखा के लिप्स से हटा कर इतना बोला लेकिन तभी रेखा ने जल्दी से माँ के लिप्स को कस्के जाकड़
लिया अपने लिप्स मे ऑर दोनो हाथों से माँ के बूब्स को दबाते हुए माँ के उपर लेट गई ,,,,माँ ने भी
जल्दी से अपनी बाहों मे जाकड़ लिया रेखा को ऑर उसकी किस का रेस्पॉन्स देते हुए रेखा की पीठ को अपने
दोनो हाथों से सहलाने लगी ,,,,मामा ने भी अब तक अपने लंड को हाथ मे लेके मसलना शुरू कर दिया
ऑर देखते ही देखते मामा फिर से मैदान मे उतरने को तैयार हो गया,,,,तभी रेखा ने मामा के लंड
को अपने हाथ मे पकड़ा ऑर कुछ देर हिलाने के बाद मामा को उठकर उसके पीछे जाने को बोला इतने मे
माँ ऑर रेखा दोनो ने अपनी टाँगें खोल ली ऑर मामा भी जल्दी से दोनो की टाँगो के बीच जाके अपने
घुटनो के बल बैठ गया ,,,माँ नीचे लेटी हुई थी जबकि रेखा माँ के उपर लेटी हुई थी उन दोनो के बड़े-2
बूब्स आपस मे एक दूसरे से चिपके हुए थे जिस तरह से उनके लिप्स एक दूसरे के लिप्स से चिपके हुए थे
,,
माँ के हाथ रेखा की पीठ पर थे जबकि रेखा का एक हाथ माँ के बूब्स पर ऑर दूसरा हाथ अपने ऑर
माँ के पेट के बीच दबके माँ की चूत पर पहुँच गया था ऑर रेखा ने माँ की चूत मे उंगली डाल
कर माँ की चूत को तेज़ी से चोदना शुरू कर दिया था माँ भी मस्ती मे उसी अंदाज़ मे रेखा की पीठ
को सहलाते हुए कभी रेखा के सर को सहलाते हुए रेखा की जबरदस्त किस कर रही थी इतने मे मामा ने
अपने लंड पर थूक लगाया ऑर जल्दी से रेखा की चूत पर रखा लेकिन तभी रेखा ने माँ के बूब्स से
अपना हाथ हटा कर पीछे जाके मामा के लंड को पकड़ लिया ऑर अपनी चूत से मामा के लंड को हटा कर
अपनी गान्ड पर रख दिया मामा ने भी लंड के गान्ड पर टिकते ही तेज़ी से धक्का लगा दिया ऑर मामा का
लंड एक ही बार मे पूरा उतर गया रेखा की गान्ड मे लेकिन मामा को धक्के मारने मे थोड़ी मुश्किल
हो रही थी इसलिए रेखा जल्दी से अपने घुटने मोड़ कर कुतिया बन गई ऑर अपनी गान्ड को थोड़ा हवा मे
उठा लिया लेकिन उसने अपने लिप्स को माँ के लिप्स से अलग नही किया ऑर ना ही अपने हाथ को माँ की चूत से
दूर किया वो ऐसे ही माँ को किस करती रही ऑर ऐसे ही माँ की चूत मे उंगली भी करती रही,,,माँ ने भी
जल्दी से अपने एक हाथ को रेखा की पीठ से हटा लिया ऑर नीचे करके रेखा की चूत पर ले गई ऑर जैसे तेज़ी
से रेखा माँ की चूत मे उंगली कर रही थी उतनी ही तेज़ी से रेखा ने भी माँ की चूत मे उंगली करना
शुरू कर दिया रेखा एक दम मस्ती मे आ गई ऑर अपने लिप्स को माँ के लिप्स से अलग करके सिसकियाँ लेने लगी
आअहह उुउऊहह ससूउर्रीन्न्ड्दी र्रर आईसीए हहिि ज्जूओर्र ल्लाग्गाआ
क्कार्र छ्छूओद्दड़ म्मूउज़्झहीई ऊओरर त्टीजजिई ससीए घहुउस्साअ आपपन्ना म्मूस्साल्ल म्मीरीईइ
गगाआंन्ँदडड़ म्मीई क्कूवई रीहाम्म म्मांत्त क्काररन्ना म्मीररी पपीए ऊरर त्टीजज क्काार
ससूउर्रीन्न्ड्दी र्ररर आअहह पफाड्दड़ डदीए म्मीररीईई गगाणनद्दद्ड कककूऊऊऊ आहह
उूुुउऊहह हहययइईईई,,,,,,,मामा ने भी जल्दी से अपने दोनो हाथों को रेखा
की कमर पर रखा ऑर मजबूती से रेखा की कमर पर पकड़ बना कर अपनी स्पीड तेज करदी ऑर जैसे ही
मामा की स्पीड तेज हुई वैसे ही रेखा की सिसकियाँ भी ऑर तेज हो गई नीचे से माँ के हाथ की स्पीड भी रेखा
की चूत पर ऑर रेखा के हाथ की स्पीड माँ की चूत पर तेज हो गई आअहह ईस्स्स्सीई हहिईीईईईईई
ऊओररर त्टीजीीीइ ससीए छ्छूड़दूव म्मूउज़्ज्झहही ससूउर्रणनीयददीर्रर आर्र टीज्जिि ससीए ,,,,,,आईसीई हहिईिइ
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