RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
कॉलेज पहुँच कर मैं ऑर करण क्लास मे चले गये जबकि शिखा दीदी प्रिन्सिपल के ऑफीस मे चली गई,,
मेरा दिल तो नही था क्लास मे जाने को लेकिन गाओं जाने की वजह से काफ़ी छुट्टियाँ हो गई थी इसलिए कुछ दिन
स्टडी करना ज़रूरी था,,,खैर सारा दिन मैं बोर होता रहा,,जबसे चुदाई का खेल खेलना शुरू किया है
तबसे किसी ऑर काम मे तो दिल ही नही लगता मेरा,,
कॉलेज से फ्री होके मैं ऑर करण घर की तरफ जा रहे थे तभी करण बोला,,,,,,
यार सन्नी कुछ कर ना यार ,,,,,,,,,,,करण बड़ा मायूस होके बोल रहा था,,,,
क्या हुआ साले ऐसा क्यूँ बोल रहा है ऑर क्या करूँ ये बता,,,,,
यार कोई नई चूत का बंदोबस्त कर मेरे भाई,,,,,,,
क्यू साले शिखा ऑर शोबा से इतनी जल्दी दिल भर गया क्या तेरा,,,,,
नही यार लेकिन किसी नही चूत को चखने को बड़ा दिल कर रहा है ,,,,पहले तूने पूजा की चूत के टेस्ट
करवाया मुझे फिर शिखा दीदी ऑर शोबा की चूत का ,,हर चूत मे एक नया स्वाद था ,,ऑर वैसे भी शिखा
की चूत तो मैं रोज मारता हूँ जब भी माँ घर से बाहर कहीं जाती है सब्जी लेने या किसी ऑर काम से तो
तो मैं ऑर दीदी अपना खेल शुरू कर देते है ऑर रात को माँ के सोने के बाद दीदी मेरे रूम मे आ जाती है
या मैं दीदी के रूम मे चला जाता हूँ ,,,,,अभी जब से तू गाओं गया हुआ था तब शोबा दीदी भी रोज आती
थी ऑर हम लोग टाइम मिलने पर फुल मस्ती करते थे,,,,लेकिन अब किसी नई चूत मे लंड घुसने को दिल
करता है,,,,
मैने कहा बात तो ये ठीक बोल रहा है कि हर नई चूत का अपना ही अलग स्वाद ऑर अलग मज़ा होता है,,लेकिन
अब इसको किसकी चूत दिलवा सकता हूँ मैं,,तभी मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया,,,,,
अच्छा ये बता करण की तुझे कैसी चूत चाहिए,,,,,,
कैसी मतलब,,,,चूत जैसी चूत चाहिए मेरे भाई ऑर क्या,,,,,,
अबे साले मेरा मतलब है कि तुझे कैसी चूत अच्छी लगती है उसी तरह की चूत का बंदोबस्त करूँगा
तेरे लिए,,,,
मैं कुछ समझा नही सन्नी भाई,,,,,
अबे मेरा मतलब है कि तुझे कुवारि चूत अच्छी लगती है --या -- साल की छोटी लड़की की,,,,या फिर शोबा ऑर तेरी
शिखा दीदी की तरह 20-20साल की भरे बदन की लड़की की,,,या 25-28 साल की किसी शादीशुदा औरत की जिसकी
शादी को 5-6 हो चुके होते है,,,,या फिर 40-45 साल की बड़ी ऑर मोटी मस्त गान्ड वाली आंटी की,,,,,जिस तरह
की चूत चाहिए हो बता दे मैं बंदोबस्त कर दूँगा,,,,
इसमे क्या फ़र्क होता है सन्नी भाई,,,,,चूत तो चूत है फिर वो --या -- साल की लड़की की हो या 40-45 साल
की मेच्यूर औरत की,,,,,
तू बुद्धू का बुद्धू ही रहना साले अब तक 3 लड़कियों की चूत मांर चुका है फिर भी बचा का बचा
है तू,,,,अबे ---या ---- साल की लड़की के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती पहले तो बड़ी मुश्किल से मानती है फिर
100 तरह की टेन्षन होती है ,,कहीं किसी को कुछ बता ना दे कहीं कोई लफडा नही हो जाए,,,,20 -22 साल की
लड़की के साथ भी टेन्षन होती है पहले माल मे लेके जाओ फिर शॉपिंग कर्वाओ कभी मूवी के लिए लेके
जाओ फिर कहीं जाके चूत नसीब होती है,,,,,,,,
अच्छा भाई ऑर ये शादी शुदा लॅडीस जो 25-28 की होती है उनमे क्या फ़र्क होता है,,,,
उनमे किसी तरह की कोई टेन्षन आयी होती ना तो वो माल मे जाने को कहती है ऑर ना मूवी के लिए उनको तो
बस लंड का चस्का होता है ओर ऐसी लॅडीस ज़्यादातर वही होती है जिनके हज़्बेंड आउट ऑर कंट्री या फिर आउट
ऑफ टाउन मे जॉब करते है ऑर काम के चक्कर मे अपनी पत्नी को पूरा शारीरिक सुख नही दे पाते ऑर ऐसी
अनसेटईस्फीड लॅडीस खुद को सेटईस्फीड करने के लिए किसी ना किसी मर्द की तलास मे रहती है ऑर इनके साथ कोई
टेन्षन नही होती क्यूकी इनको अपनी इज़्ज़त की बहुत टेन्षन रहती है इसलिए जब पूरी तरह से सेव महसूस करती
है तभी मोका देती है ये तुमको अपने घर आने के या फिर तुम्हारे घर जाने का,,,
अच्छा भाई ऑर ये 40-45 साल की आंटी का क्या लफडा होता है,,,,,,
ये अपने पति के लंड से उब चुकी होती है ऑर नये जवान लंड की तलाश मे रहती है ,,,ऐसी ज़्यादातर
आंटी किसी रंडी से कम नही होती ,,,,,किसी किसी को तो एक टाइम मे 2 या 3 लंड एक साथ लेके ही मज़ा आता है ऑर
ज़्यादातर ऐसी आंटीस हम जैसे जवान लड़को की तलाश मे रहती है जो अपनी जवानी एक जोश मे उनकी मेच्यूर
चूत ऑर मस्त मोटी गान्ड की जबरदस्त चुदाई करते है,,,,इन औरतों को भी कोई टेन्षन नही होती ये अक्सर
अपने पति ऑर दुनिया की नज़रो मे शॉपिंग करने या किटी पार्टी के बहाने से घर से बाहर जाती है ऑर अपने
प्रेमी के संग खूब मस्ती करती है,,,,,
अच्छा सन्नी भाई ,,,आप बोलो कि आपको कैसी चूत अच्छी लगती है ऑर अब तक आपने कितनी चूत का स्वाद चखा
है,,,,,,
देख भाई मुझे तो हर चूत अच्छी लगती है वो चाहे --- साल की कुवारि लड़की हो या 45 साल की मेच्यूर आंटी
,,मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता ऑर वैसे ज़्यादातर मुझे बड़ी उमर की मेच्यूर आंटीस ही अच्छी लगती है बड़ी
ऑर मोटी मस्त गान्ड वाली उनकी गान्ड मारने मे जो मज़ा आता है वो किसी कुवारि लड़की की सील खोलने मे भी
नही आता,,,,,,
सच मे सन्नी भाई ,,तूने कभी ऐसी आंटी की गान्ड मारी है क्या,,,,
हां मारी है बहुत बार मारी है,,,,,,,मैने करण की तरफ मुस्कुरा कर देखते हुए बोला,,,
सच मे सन्नी भाई,,,,प्लीज़ मुझे भी गान्ड मारनी है ऐसी आंटी की आप कुछ करो ना,,,,
वो बच्चे की तरह ज़िद्द करते हुए बोल रहा था,,,,
ठीक है तू थोड़ा टाइम दे मुझे मैं कुछ करता हूँ,,लेकिन बदले मे तुझे भी मेरे लिए कुछ करना
होगा,,,,,
क्या करना होगा सन्नी भाई,,,,,आप मुझे एक बार ऐसी मस्त आंटी की गान्ड मारने के मोका दो बदले मे
मैं कुछ भी करने को तैयार हूँ,,,,,,
चल ठीक है देखता हूँ मैं क्या कर सकता हूँ तेरे लिए,,,,
बातें करते हुए हम करण के घर पहुँच गये ,,मैने करण को ड्रॉप किया ऑर अपने घर चला गया,,
घर पहुँचा तो बेल बजाने के बाद भी दरवाजा नही खुला मुझे लगा कि डॅड ऑर बुआ अंदर मस्ती
कर रहे होंगे लेकिन भुआ की कार नज़र नही आ रही थी ऑर ना ही शोबा दीदी की अक्तिवा थी वहाँ पर,,,,आज तो
मेरे पास दूसरी चाबी भी नही थी जो खुद दरवाजा खोलके अंदर चला जाता तभी एक बार ऑर बेल बजाई
तो सोनिया ने आके दरवाजा खोला ऑर जल्दी से वापिस मूड के उपर अपने रूम की तरफ चली गई,,,,,उसके जाने के
बाद मैं अंदर आया ऑर किचन मे जाके पानी पिया क्यूकी जब सोनिया दरवाजा खोलके मेरी तरफ गुस्से से
देख रही थी मेरा तो गला ही सूख गया था डर के मारे ,,,साली ऐसी गुस्से मे देखती थी जैसे कि मैने कोई
चोरी की है,,,,,पानी पीने के बाद मैं नीचे के रूम मे देखने लगा तो वहाँ कोई नही था फिर मैं
उपर आने रूम मे चला गया जहाँ सोनिया बेड पर लेटी हुई थी मेरे अंदर आते ही उसने मुझे देखा ऑर
मैने जल्दी से अपने बेग से लॅपटॉप निकाला ऑर बॅग को रूम मे रखके वहाँ से बाहर निकल गया ऑर सीधा
उपर वाले ड्रॉयिंग रूम मे आके ज़मीन पर लगे मट्रीस पर लेट गया ऑर गेम खेलने लगा,,,,लेकिन गेम
खेलते हुए मेरे दिमाग़ मे एक ऑर गेम चल रही थी कि करण को अब किसी 45 साल की आंटी की गान्ड मारने
का वादे तो कर दिए लेकिन अब आगे क्या करूँ,,,,,तभी एक सॉलिड प्लान आया दिमाग़ मे ऑर मैं दिल ही दिल मे
खुश होने लगा उसके बारे मे सोच कर,,,,,,
उस दिन ज़्यादा कुछ नही हुआ सोनिया अपने रूम मे लेटी रही ऑर मैं ड्रॉयिंग रूम मे,, रात को खाना खाने
के बाद मैं अपने रूम मे नही सोना चाहता था क्यूकी मुझे सोनिया से डर लगता था इसलिए मैं अपनी
चद्दर ऑर पिल्लो लेके ड्रॉयिंग रूम मे जाने लगा लेकिन तभी भुआ ने मुझे मना कर दिया,,,,मुझे
लगा कि शायद डॅड ऑर भुआ को रात को ड्रॉयिंग रूम मे मस्ती करनी होगी तभी मुझे वहाँ जाने से रोक
रहे है लेकिन उपर तो सोनिया होगी ऑर ये लोग इतने पागल नही कि सोनिया के होते हुए यहाँ ऐसी वैसी हरकत
करते फिरे वैसे भी नीचे माँ नही है ऑर मामा भी नही भुआ ऑर डॅड मोम-डॅड के रूम मे भी मस्ती
कर सकते है,,,,खैर मैं वहाँ से नीचे चलने लगा तभी भुआ किचन मे चली गई ऑर मुझे अंदर से
डॅड की आवाज़ आने लगी,,,,,डॅड ऑर भुआ किचन मे बातें कर रहे थे,,,,,
सन्नी को नीचे क्यूँ भेज दिया गीता उसको यहीं उपर सोने देती तुम हम लोग नीचे मस्ती कर लेते,,,,,डॅड ने
भुआ से बोला,,,,,,,
नही अशोक मेरा दिल नही करता सरिता के रूम मे तेरे साथ चुदाई करने को ऑर वैसे भी वो बेड हम तीनो
के लिए छोटा लगता है मुझे यहाँ ड्रॉयिंग रूम मे ज़्यादा जगह है ऑर तुम मैं ऑर शोबा आराम से
मस्ती कर सकते है,,,,
नही मुझे यहाँ उपर कोई मस्ती नही करनी उपर सोनिया होती है ,,,डॅड की आवाज़ मे थोड़ा डर था,,,,,हम लोग
नीचे ही चलते है ,,,,,
लेकिन नीचे भी तो सन्नी होगा ,,,सोनिया से डर लगता है सन्नी से डर नही लगता क्या,,,,,
नही सन्नी से डर नही लगता वो देख लेगा तो उसको भी शामिल कर लेंगे अपने खेल मे ऑर मुझे लगता है
कि वो भी खुशी खुशी आ जाएगा हमारे साथ मस्ती करने,,,,
ये क्या बोल रहे हो अशोक,,,वो सन्नी है तुम्हारा बेटा,,,,
अरे तो फिर क्या हुआ तुमने भी तो मेरे लिए शोबा की चूत को तैयार किया है अब मेरा भी तो फर्ज़ बनता है
कि मैं तेरे लिए एक लंड का बंदोबस्त करू ओर सन्नी से अच्छा ऑर जवान लंड किसका होगा,,,,वैसे तो मैं तेरे
लिए विशाल को तैयार करने वाला था लेकिन ,,,,तभी डॅड चुप हो गये,,,
ठीक है अशोक जैसा तुम कहो,,,,वैसे मेरा भी बहुत दिल करता है कोई जवान लंड लेने को,,,,
ऐसा करो तुम नीचे चलो मैं थोड़ी देर मे आती हूँ,,,,
ठीक है गीता मैं तेरे लिए सन्नी को तैयार करता हूँ,,,,,डॅड ने पूरे यकीन से बोला
तुम सच मे मेरे लिए सन्नी को तैयार कर सकते हो अशोक,,,,भुआ ने हैरान होके डॅड से पूछा,,,,,
साली पता नही कितनी बार मेरा मूसल ले चुकी है अपनी चूत ऑर गान्ड मे ,,अब कितनी भोली बनके ड्रामा
कर रही है मेरे बाप के सामने,,,,,
हाँ गीता मैं सन्नी को तैयार कर सकता हूँ,,,,मुझे पता है उसको कैसे तैयार करना है तुम बस बोलो
कि तुमको सन्नी का लंड चाहिए या नही,,,,,
हाँ भाई मेरा तो बहुत दिल कर रहा है देखो ना अभी चूत मे पानी आने लगा सन्नी का नाम सुनते
ही,,,,
ठीक है मैं कोशिश करूँगा तेरे लिए सन्नी को तैयार करने की,,,,,
अच्छा अब मैं चला तुम जल्दी आना नीचे,,,,ओर अकेली मत आना शोबा को साथ लेके आना,,,,,डॅड ने भुआ से बोला,,,,,
नही आज वो नही आएगी बोल रही थी तबीयत ठीक नही है,,आज सिर्फ़ हम दोनो मस्ती करेंगे,,,,
ठीक है मैं चलता हूँ तुम नीचे आ जाओ ऑर ज़रा ध्यान से आना सोनिया से बचके,,,,
ठीक है तुम जाओ मैं आती हूँ,,,,
इस से पहले डॅड बाहर आते मैं भाग कर नीचे चला गया ऑर आज रात के लिए अपना बंदोबस्त कर लिया
ऑर जल्दी से मोम-डॅड के रूम मे जाके सो गया,,,,
मैं जाके मोम-डॅड के रूम मे लेट गया ऑर सोने के नाटक करने लगा तभी दरवाजा खुला ऑर डॅड अंदर
आ गये,,,,,,
अरे सन्नी तुम यहाँ क्या कर रहे हो,,,,डॅड ने मेरे से पूछा,,,,
डॅड वो मामा के रूम मे एसी ठीक से काम नही करता इसलिए मैं यहाँ इस रूम मे आ गया भुआ ने मुझे
ड्रॉयिंग रूम मे सोने को मना कर दिया था वर्ना मैं उपर वहीं सो जाता ,,,,,,
लगता है तेरा सोनिया से झगड़ा चल रहा है तभी तू अपने रूम मे नही सो रहा,,,,,,,
इस से पहले डॅड कुछ ओर बोलते ये पूछते मैने सर दूसरी तरफ घुमा लिए ऑर पिल्लो को सर के उपर रख लिया,,
ठीक है बेटा तुम यहीं सो जाओ मैं सुरिंदर के रूम मे जाके सो जाता हूँ,,,,,,,,डॅड वहाँ से जाने लगे,,
डॅड आप भी यहीं सो जाओ उस रूम मे एसी ठीक से नही चलता है,,,,,
कोई बात नही बेटा मैं फॅन चला कर सो जाउन्गा मुझे कोई प्राब्लम नही एसी कि ना चलने से,,,,,,,
मैं सुरिंदर के रूम मे सो जाता हूँ बेटा तुम आराम से सो जाओ यहाँ इतने बोलके डॅड वहाँ से चले गये,,
मैने मन मे सोचा कि एसी चला कर भी अपने भुआ की चुदाई करके गर्म हो होना है फिर एसी चले या ना
चले क्या फ़र्क पड़ता है,,,,
वही हुआ जिसका मुझे पहले से शक था,,,,,,,,ऑर मैं भी ऐसा ही चाहता था कि डॅड मामा के रूम मे जाके
सो जाए,,,ताकि मैं अपने प्लान को आगे बड़ा सकूँ,,,,
करीब 30-40 मिनट बाद मैं माँ के रूम से निकला ऑर मामा के रूम मे पास चला गया ऑर अंदर से बहुत
हल्की आवाज़ आ रही थी जो भुआ की थी भुआ ऑर डॅड का खेल शुरू था अंदर ऑर भुआ की सिसकियाँ सुनाई दे रही
थी मुझे लेकिन भुआ ज़्यादा ज़ोर से आवाज़ नही कर रही थी मैने दरवाजे पर कान लगा कर खड़ा हुआ था तभी मुझे हल्की
आवाज़ सुनाई दे रही थी ,,,
मैं वहाँ से उपर चला शोबा के रूम मे चला गया,,,,,शोबा रूम मे लेटी हुई थी लेकिन अभी तक सोई नही
थी,,,,,
तुम यहाँ क्या कर रहे हो सन्नी ऑर कहाँ थे तुम मैने तुमको तुम्हारे रूम मे भी देखा था ,,तुमने तो
बोला था कि तुम ड्रॉयिंग रूम मे सोने वाले हो लेकिन तुम तो वहाँ भी नही थे,,,,,
मैं नीचे के रूम मे सो रहा था क्यूकी भुआ ने मुझे ड्रॉयिंग रूम मे सोने से मना किया था,,,इतना बोलते
हुए मैं शोबा के बेड पर बैठ गया ऑर शोबा भी उठकर बैठ गई तभी मैने शोबा के बूब्स पर हाथ रख
दिया ऑर ज़ोर से दबा दिया,,,,,शोबा की हल्की आहह निकल गई,,,,,,,,,,आराम से दीदी साथ वाले रूम मे सोनिया है,,,,
तुम भी आराम से करो सन्नी दर्द होता है,,,ऐसे ज़ोर से मस्लोगे तो दर्द होगा ओर मैं चिल्लाउन्गी ना,,,,
ठीक है अब आराम से करूँगा तुम आराम से लेट जाओ दीदी,,,,,
ना बाबा ना यहाँ नही यहाँ डर लगता है मुझे,,,हम नीचे चलते है,,,,
दीदी ने नीचे जाने की बात इसलिए कही थी क्यूकी मैने दीदी को बोला था कि भुआ ने मुझे ड्रॉयिंग रूम मेर सोने को
मना किया है तो दीदी को लगा होगा कि भुआ ऑर दाद आज ड्रॉयिंग रूम मे होंगे,,,
यहीं तो मैं चाहता था,,,,,,,ठीक है दीदी चलो नीचे चलते है ,,,मैने दीदी का हाथ पकड़ा ऑर हम दोनो
हल्के कदमो से नीचे जाने लगे लेकिन मैने दीदी को सीडियों मे ही रोक लिया ऑर जल्दी से दीदी को बाहों मे भर
लिया ऑर पूरे ज़ोर से दीदी को बाहों मे जाकड़ कर दीदी के लिप्स को किस करने लगा,,,,दीदी भी मेरे इस हमले से एक
दम सुन्न्ं हो गई ओर मैं पागलो की तरह दीदी को किस करता रहा,,,,तभी दीदी को होश आया ,,,,,अरे यहाँ क्यू
शुरू हो गया तू लगता है आज कुछ ज़्यादा ही मूड मे है तू,,,चल रूम मे चलते है ,,,लेकिन मैने दीदी के
बोलते बोलते ही दीदी के नाइटी को शोल्डर से खिसकाना शुरू कर दिया ऑर नाइटी खिसक कर दीदी के बूब्स के पास
आ गई,,,,,,,,
|