RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
बात्तमीज़ यहाँ क्यू नंगी कर रहा है मुझे पहले रूम मे तो चल,,,,,फिर नंगी करके जितना दिल करे उतनी
चुदाई कर लेना मेरी लेकिन मैने दीदी की बात को अनसुना करते हुए दीदी की चूत पर हाथ रख दिया ऑर जल्दी से
2 उंगलियाँ दीदी की चूत मे घुसा दी दीदी ने पेंटी नही पहनी हुई थी जिस से मेरे को दीदी की चूत तक जाने मे
कोई परेशानी नही हुई ,,,चूत मे उंगलियाँ तेज़ी से अंदर बाहर होने लगी ऑर सीडियो मे दीदी की सिसकियाँ के
साथ पच पच की आवाज़ का हल्का शोर होने लगा,,दीदी ने जल्दी से अपने एक हाथ को अपने मुँह पर रखा ऑर खुद
की आवाज़ को बंद किया जिस से दीदी की गिरती हुई नाइटी को संभालने के लिए एक ही हाथ रह गया जिसको मैने अपने हाथ पकड़ कर साइड कर दिया ऑर दीदी की नाइटी ज़मीन पर उनकी टाँगों के पास इकट्ठा हो गई दीदी नंगी होते ही
थोड़ा डर गई क्यूकी आज पहली बार मैने उसको यहाँ सीडियो मे नगा किया था उसको डर था कि कहीं कोई
आ ना जाए डर तो मुझे भी था लेकिन दीदी को यहीं नंगा करना ज़रूरी था ,,,,,,इस से पहले दीदी कुछ बोलती
मैने दीदी को अपने शोल्डर पर उठा लिया जिस से दीदी के कमर से उपर का हिस्सा मेरी पीठ की तरफ लटक गया ऑर
दीदी की टाँगे मेरे हाथों मे आगे की तरफ आ गई ऑर मैं दीदी को ऐसे ही उठा कर नीचे मामा के रूम की
तरफ आ गया अंदर डॅड ऑर भुआ का खेल शुरू था ऑर दरवाजा भी लॉक था लेकिन मैने पहले से ही इस रूम की
चाबी उठा ली थी जब डॅड ऑर भुआ उपर किचन मे बातें कर रहे थे ,,यहीं मेरा बंदोबस्त था मैने
डॅड की बातें सुन ली थी कि वो भुआ के लिए मुझे तैयार करने वाले है इसी बात से मेरा डॅड के लिए जो डर था वो
ख़तम हो गया था ऑर डॅड के कुछ करने से पहले मैं कुछ करना चाहता था इसलिए मैं दीदी को सीडियो मे
ही नंगी करने शोल्डर पर उठा कर डॅड ऑर भुआ के पास लेके जा रहा था,,,,
शोबा नंगी मेरे शोल्डर पर थी ओर मैं बनियान ऑर निक्केर मे था मैने निक्केर मे से रूम की चाबी निकाली
ऑर लॉक खोल कर एक ही बार मे दरवाजा पूरा का पूरा खोल दिया ,,,,अंदर बेड पर भुआ सर को बॅड से लगा कर गान्ड
को उपर उठा कर कुतिया की तरह झुकी हुई थी ऑर डॅड पीछे से भुआ की गान्ड मांर रहे थे,,,जैसे ही दरवाजा
खुला तो डॅड के होश उड़ गये ऑर भुआ ने भी अपने सर को उपर उठा कर मेरी तरफ देखा तो थोड़ा डर गई लेकिन
जैसे ही मेरे शोल्डर पर नंगी लटकी हुई किसी लड़की के बदन पर दोनो की नज़रे गई तो उनके फेस पर डर ऑर हैरानी
का मिला जुला भाव देखने को मिलने लगा ,,,,तभी मैने अंदर जाके थोड़ा आगे होके दरवाजे को पैर से बंद
किया ऑर शोबा को ज़मीन पर खड़ा कर दिया ,,,जैसे ही शोबा की नज़रे डॅड ऑर भुआ पर पड़ी तो शोबा के चहरे
का रंग भी उड़ गया,,,तीनो ऐसे खड़े हुए थे मेरे सामने जैसे कि मैने उनकी चोरी पकड़ ली थी,,,,इस से पहले
कोई कुछ बोलता मैने भी अपने कपड़े निकाल दिए ऑर नंगा हो गया ,,अब रूम मे हम चहरो नंगे थे,,,
जहाँ मैं खुशी ऑर उत्तेजना मे भरा हुआ था वहीं बाकी तीनो डरे हुए थे,,,,,,
अरे आप लोग डर क्यू गये,,,खेल शुरू रखो अपना,,,,,मैने हँसते हुए डॅड से बोला,,,,,
सब लोग चुप चाप रहे कुछ देर तक फिर डॅड बोले,,,,,सन्नी तुम यहाँ क्या कर रहे हो,,डॅड की आवाज़ लड़खड़ा
रही थी,,,,,
मैने सोचा डॅड क्यू ना आज दोनो बाप-बेटा मिलकर अपनी अपनी बेहन से चुदाई करे ,,,,आप अपनी बेहन से
चुदाई करो ,,मैने डॅड को भुआ की तरफ उंगली करके इशारा किया ,,,,,,,,,,,,,,ऑर मैं अपनी बेहन से चुदाई करता
हूँ,,,,,,,मैने अपनी ऑर शोबा की तरफ इशारा करते हुए इतना बोला,,,,
तभी भुआ खुश हो गई ऑर डॅड भी ऑर शोबा ने तो जल्दी से मुझे बाहों मे भर लिया,,,,,,ऑर देखते ही देखते
मैं ऑर शोबा नंगे बदन एक दूसरे को किस करने लगे मैं डॅड ऑर भुआ की तरफ देखता हुआ शोबा को किस का
रेस्पॉन्स देने लगा ,,,डॅड मेरे ऑर शोबा के नंगे बदन किस करने को देख कर खुश थे लेकिन अभी भी
वो थोड़ा डरे हुए थे उनको कुछ समझ नही आ रहा था इतने मे भुआ ने अपनी गान्ड को आगे पीछे करना शुरू
किया जिस से डॅड के लंड पर हलचल होने लगी ऑर डॅड का ध्यान हम दोनो की तरफ से हट गया ऑर उन्होने भुआ को
फिर से कमर से पकड़ कर उनकी गान्ड मारनी शुरू करदी ,,,,
इधर मैं ओर शोबा नंगे बदन किस करते हुए
एक दूसरे के बदन को अच्छी तरह सहलाने लगे मेरे हाथ भी उसकी पीठ पर गर्दन से लेके गान्ड तक फिरने
लगे ऑर उसके हाथ भी मेरे सर से मेरी पीठ तक घूमने लगे ऑर हम दोनो के लिप्स एक दूसरे के लिप्स से कस्स्कर
जकड़े हुए थे ,,,,शोबा आज कुछ ज़्यादा एग्ज़ाइट हो गई थी अब उसको कोई डर नही था ऑर इस बात की खुशी भी थी
कि आज वो डॅड के सामने अपने भाई से चुदवा रही थी इसी बात की खुशी भुआ के चेहरे पर भी झलक रही थी '
लेकिन डॅड अभी तक कुछ डरे डरे लग रहे थे वो भुआ की कमर पकड़ कर तेज़ी से उनकी गान्ड तो मांर रहे थे
लेकिन उनके चेहरे पर डर के भाव सॉफ नज़र आ रहे थे जिनको वो भुआ की चुदाई की मस्ती मे च्छुपाने की
नाकाम कोशिश कर रहे थे ,,मैं ऑर शोबा उस बेड से थोड़ी दूरी पर थे जहाँ डॅड ऑर भुआ चुदाई कर
रहे थे डॅड के डर को कम करने के लिए मैने शोबा को ऐसे ही किस करते हुए अपनी बाहों मे उठा लिया ऑर डॅड
ऑर भुआ के पास बेड पर ले जाके उसको भुआ के चेहरे के पास कुतिया बना कर झुका दिया भुआ तो मेरा इशारा
समझ गई थी ऑर हसके मुझे बता रही थी कि वो समझ गई कि मैं क्या चाहता हूँ लेकिन डॅड का हाल वैसा का वैसा
ही था वो चुदाई का लुफ्त तो उठा रहे थे लेकिन डर का साया भी उनके सर से हटा नही था,,,,,शोबा को बेड पर
झुका कर कुतिया बना दिया जिस से उसकी गान्ड भुआ के चेहरे के करीब चली गई ऑर सर मेरी तरफ आ गया ऑर मैं
उसके सामने बेड से नीचे ज़मीन पर खड़ा हो गया जिस से उसका फेस मेरे लंड के बराबर आ गया ऑर मैने
भी अपने हार्ड लंड को शोबा के मुँह के करीब कर दिया शोबा का मुँह खुल गया ऑर उसने मेरे लंड को पूरा का
पूरा मुँह मे घुसा ईया ,,,,,शोबा का मुँह तो खुला था लेकिन साथ मे किसी ऑर का भी मुँह खुला था मेरा लंड
देख कर ऑर खुला का खुला ही रह गया था ऑर वो मुँह था डॅड का जो मेरे बड़े मूसल लंड को देख कर खुला
का खुला रह गया था ,,,,क्यूकी मेरा लंड डॅड के लंड से दुगना बड़ा था ,,,,डॅड का लंड 4 इंच का था जबकि
मेरा लंड 9 इंच से भी थोड़ा ज़्यादा बड़ा हो गया था ऑर मोटा भी काफ़ी था,,,,मैने शोबा के सर को पकड़ा ऑर '
हल्के से उसके मुँह मे लंड पेलने लगा ,,,जबकि पीछे से भुआ ने एक हाथ से बेड का सहारा लिया ऑर एक हाथ से शोबा
की गान्ड को खोल कर ज़ुबान से चाटने लगी,,,,शोबा के मुँह मे पानी भर गया था मेरा लंड देख कर ऑर मेरा
लंड उसके मुँह मे भरे पानी से फिसलता हुआ उसके लिप्स से रगड़ ख़ाता हुआ उसके गले से नीचे तक जाने लगा था
उसने भी अपनी गर्दन को थोड़ा सीधा कर लिया जिस से लंड को आसानी होने लगी उसके गले से नीचे तक जाने मे ,,,
डॅड भुआ की चुदाई करते हुए मेरे लंड को शोबा के मुँह मे जता देख रहे थे ऑर मैं डॅड के फेस को देख
कर शोबा के सर को पकड़ कर अपने लंड को उसके मुँह मे अंदर बाहर कर रहा था ,,,शोबा खुद अपने एक हाथ
को बेड पर लगा कर ऑर एक हाथ से अपने दोनो बूब्स को बारी बारी मसल्ने लगी थी,,,कुछ देर बाद मेरा दिल किया कि
अब मैं अपने लंड को शोबा की गान्ड मे पेल दूं ऑर मैने जल्दी से शोबा को पकड़ा ऑर उठा कर वापिस झुका
दिया लेकिन अब मैने उसकी गान्ड को अपनी तरफ कर लिया था ऑर उसके सर को भुआ की तरफ ,,,शोबा की गान्ड मेरी
तरफ आते ही मैने अपने लंड को उसकी गान्ड पर रखा ऑर एक ही झटके मे पूरा का पूरा उतार दिया उसकी गान्ड
मे शोबा इस तेज धक्के से सिहर उठी ऑर चिल्लाने लगी लेकिन जैसे ही उसने चिल्लाने के लिए अपना मुँह खोला भुआ ने
जल्दी से उसके सर को पकड़ कर अपने लिप्स से उसके लिप्स को जाकड़ दिया जिस से उसकी चीख रूम मे ही दब कर रह गई
,,,भुआ ने उसको किस करते टाइम मेरी तरफ देखा ऑर हल्का गुस्सा किया मानो वो इशारे मे मेरे को बोल रही हो कि
आराम से करो अगर इसकी चीख सोनिया सुन लेती तो,,,,,मैने भी भुआ की बात समझ कर हाँ मे सर हिला दिया ऑर भुआ
को इशारे मे सॉरी बोल दिया लेकिन इसके बावजूद मैने शोबा की गान्ड मे लंड को तेज़ी से पेलना शुरू कर दिया वो
अभी भी उछल रही थी लेकिन मेरे हाथ उसकी कमर पर कसे हुए थे ऑर उसका सर भुआ के हाथ मे था ऑर उसके
लिप्स भुआ के लिप्स मे थे जिस से वो चाह कर भी चिल्ला नही सकती थी ऑर मैने भी इसी बात का फ़ायदा उठा कर तेज़ी से उसकी गान्ड मारना जारी रखा,,,,,,,
कुछ देर ऐसे ही मैं ऑर डॅड अपनी अपनी बेहन की गान्ड मारते रहे लेकिन कुछ देर
बाद भुआ का पानी निकल गया क्यूकी डॅड ऑर भुआ कब्से चुदाई कर रहे थे पानी निकालने के बाद भुआ ने डॅड
को पीछे हटने को बोला ऑर डॅड साइड हो गये लेकिन तभी भुआ ने हाथ पकड़ कर शोबा को बेड पर आगे खींच
लिया जिस से मेरा लंड उसकी गान्ड से निकल गया इतने मे डॅड बेड पर आके लेट गये ऑर भुआ ने शोबा का हाथ पकड़
कर उसको डॅड के उपर कर दिया ऑर शोबा भी टाँगें खोल कर डॅड के उपर हो गई डॅड ने अपने लंड को शोबा की
चूत मे घुसा दिया मैं भी बेड के उपर आ गया ऑर अपने लंड को वापिस शोबा की गान्ड पर रखा ऑर फिर से '
तेज़ी से धक्का लगा कर एक ही बार मे पूरा लंड घुसा दिया शोबा की गान्ड मे शोबा के बदन ने अब फिर 1-2
झटके मारे थे लेकिन वो चिल्लाई नही थी ऑर अगर चिल्लाई भी होती तो मुझे पता नही लगता क्यूकी डॅड ने उसके
सर को पकड़ कर अपने सर के करीब कर लिया था ऑर शोबा को किस करने लगे थे,,,डॅड नीचे से कमर उछाल -2
कर शोभा की चूत मारने लगे साथ ही उसके सर को पकड़ कर किस करने लगे ऑर मैं पीछे से अपने हाथों से
शोबा के बूब्स को मसलता हुआ उसकी गान्ड की दमदार चुदाई करने लगा,,तब तक भुआ की साँसे थोड़ी ठीक हो
गई ऑर वो उठकर मेरे पास आ गई ऑर मेरे सर को पकड़ कर अपने बूब्स पर रख दिया मैने भी भुआ के बूब्स
को एक एक करके चूसना ऑर काटना शुरू कर दिया ऑर भुआ खुद अपनी चूत पर हट से सहलाने लगी ऑर मेरे सर को
एक हाथ से अपने बूब्स पर दबाने लगी मैं भी शोबा की गान्ड की मस्ती मे पागल होके भुआ के बूब्स को तेज़ी
से चूसने लगा भुआ का बूब ज़्यादा बड़ा नही था इसलिए मैं काफ़ी हद तक पूरा बूब्स मुँह मे भरने की
कोशिश करने लगा ऑर इसी वजह से मेरे दाँत हल्के से भुआ के बूब्स पर लग जाते ऑर भुआ की अह्ह्ह्ह निकल जाती
ऑर भुआ फिर से मुँहे पूरा बूब मुँह मे भरने का इशारा करते हुए मेरे सर को अपने बूब्स पर ज़ोर से दबाने
लग जाती ताकि मैं फिर से पूरा बूब मुँह मे भरने की कोशिश करू ऑर मेरे दाँत भुआ के बूब्स पर लग जाए,,
करीब 10 मिनट की ऐसी चुदाई के बाद शोबा भी मेरा ऑर डॅड का साथ छोड़ने लगी थी क्यूकी उसके बदन के झटके
कुछ ज़्यादा तेज हो गये थे ऑर भुआ ने इस बात को समझ लिया था इसलिए खुद की चूत से हाथ हटा कर जल्दी से
मेरे आगे झुक गई ऑर मेरे हाथ को पकड़ कर अपनी गान्ड पर रख दिया फिर जल्दी से अपने हाथ पर थूक लगा
कर उसको अपनी गान्ड पर लगा दिया फिर मेरे हाथ को पकड़ कर मुझे गान्ड मे उंगली करने का इशारा किया,,
भुआ को पता लग गया था कि शोबा झड़ने वाली है इसलिए अब वो खुद को तैयार कर रही थी ऑर ख़ास्स्कर वो अपनी
गान्ड को मेरे मूसल के लिए तैयार कर रही थी शायद अब भुआ का मन था मेरे मूसल को गान्ड मे लेने का,,
शोबा ने डॅड के सर से अपना सर दूर किया ऑर बदन को जोरदार झटके मारते हुए हल्की हल्की आहह भरते हुए
चूत से पानी बहाना शुरू कर दिया वो पानी डॅड के पेट पर गिरने लगा ऑर मैने देखा कि डॅड उस पानी को अपने
हाथ से अपने पेट से उठा कर चाटने लगे थे डॅड की इस हरकत से मैं बहुत मस्त हो गया ऑर शोबा की गान्ड को
कस्के पकड़ कर उसकी गान्ड मे तेज़ी से लंड पेलने लगा लेकिन तभी भुआ ने मेरे हाथों से शोबा की कमर को
आज़ाद किया ऑर शोबा को डॅड के उपर से उतार दिया मैं थोड़ा गुस्सा हो गया था लेकिन एक ही पल मे मेरा गुस्सा
शांत भी हो गया क्यूकी भुआ ने शोबा को तो नीचे उतार दिया था लेकिन अब खुद अपनी टाँगें खोल कर डॅड के
उपर आ गई थी ऑर अपने हाथ से डॅड के लंड को अपनी चूत पर रखके खुद ही नीचे होके लंड को चूत मे
घुसा लिया था ऑर सर को नीचे करके डॅड को किस करने लगी थी ऑर तभी मेरी टाँग पर हाथ मार कर मुझे भी
लंड गान्ड मे घुसाने को बोलने लगी मैने भी जल्दी से आगे बढ़के अपने लंड को भुआ की गान्ड मे घुसा
दिया मेरा लंड भुआ की गान्ड मे भी एक ही बार मे पूरा घुस गया था क्यूकी मेरे लंड पर शोबा की गान्ड का
पानी लगा हुआ था जिस वजह से मेरा लंड बहुत चिकना हो गया था ऑर एक ही बार मे पूरा घुस गया था भुआ की
गान्ड मे लेकिन भुआ शोबा की तरह उछली नही थी बल्कि उसने तो मेरे लंड को पूरा अपनी गान्ड मे निगल लिया
था ऑर डकार भी नही लिया था,,,,,,,भुआ शोभा से कहीं पहले से ये खेल खेलती आ रही थी ऑर काफ़ी मन्झि हुई
खिलाड़ी थी लेकिन फिर भी मेरे मूसल के अंदर घुसने से उसके बदन ने 1-2 हल्के झटके तो ज़रूर मारे थे,,
लेकिन भुआ चिल्लाई नही थी,,,मैं 2 -3 मिनट तो ऐसे ही भुआ की गान्ड मारता रहा लेकिन मैं एक ही तरह से
चुदाई करके थक गया था इसलिए मैने अपने लंड को भुआ की गान्ड से बाहर निकाल लिया ऑर खड़ा हो गया मेरे
खड़े होते ही ऑर लंड के गान्ड से बाहर निकलते ही भुआ मुझे घूर कर देखने लगी मानो गुस्से मे बोल रही
हो कि तूने अपने मूसल को बाहर क्यूँ निकाला इतना मज़ा आ रहा था तूने मज़ा खराब क्यूँ किया,,मैने भुआ की तरफ
देखा ऑर झुक कर अपने हाथ भुआ की कमर से घुमा कर उनके पेट पर रखे ऑर जल्दी से भुआ को डॅड के उपर से
उठा लिया मेरे ऐसे करने से भुआ दंग रह गई ऑर डॅड भी बड़ी हैरानी से मुझे देखने लगे लेकिन मैं मस्ती मे
पागल हो चुका था ऑर ऐसे ही भुआ को गोद मे उठा कर फिर एक हाथ से भुआ की कमर को पकड़ कर एक हाथ से
अपने लंड को पकड़ कर भुआ की गान्ड पर रख दिया इतनी देर मे डॅड भी उठकर खड़े हो गये थे ऑर उन्होने
भुआ के हाथ पकड़ कर अपने शोल्डर पर रखे ऑर भुआ को सहारा देते हुए भुआ के सामने खड़े हो गये ऑर
खुद अपने हाथ भुआ की टाँगो पर रख कर भुआ की दोनो टाँगो को खोल कर अपनी कमर की दोनो साइड करके
भुआ की टाँगो के बीच मे आ गये ऑर लंड को भुआ की चूत मे घुसा दिया भुआ मेरे ऑर डॅड के बीच मे
सॅंडविच बनके रह गई ,,,,
मैं भुआ की गान्ड को तेज़ी से चोदने लगा ऑर एक हाथ से भुआ मे बूब को मसल्ते
हुए एक हाथ से भुआ की गान्ड को पकड़ कर सहारा देने लगा सामने से डॅड भुआ की खुली टाँगो के बीच मे
आके भुआ की टाँगो को हाथ मे पकड़ कर भुआ की चूत की चुदाई करते हुए भुआ के एक खाली पड़े बूब को
मुँह मे भरके चूसने लगे ,,,भुआ के दोनो हाथ डॅड के शोल्डर पर थे ऑर भुआ डॅड का सहारा लेते हुए डॅड
की गर्दन पर किस करते हुए हल्के से काटने लगी ,,डॅड मस्ती मे ऑर तेज़ी से भुआ की चूत की चुदाई करने लगे थे
मेरी स्पीड तो पहले से ही काफ़ी तेज थी लेकिन अब ऑर भी ज़्यादा तेज हो गई थी ,,,
करीब 10 मिनट की दमदार चुदाई के बाद मैं झड़ने वाला था ऑर मैने झड़ने से पहले ही शोबा को
इशारा कर दिया ऑर शोबा जल्दी से मेरे पास आ गई क्यूकी मैं भुआ की गान्ड मे नही शोबा के मुँह मे झड़ना
चाहता था ऑर शोबा भी यही चाहती थी इसलिए एक इशारा मिलते वो जल्दी से मेरे पास आ गई शोबा के पास आते ही
डॅड ने भुआ को दोनो बाहों मे जाकड़ लिया ऑर गोद मे उठाया वो जान गये थे कि मैं पीछे हटने वाला हूँ ऑर
उनको अकेले ही भुआ को गोद मे उठाना होगा ,,,,,मैने जल्दी से अपने लंड को भुआ की गान्ड से बाहर निकाला ऑर
शोभा के मुँह मे घुसा दिया ऑर एक ही पल मे लंड ने पिचकारियाँ मारना शुरू कर दिया ऑर पानी निकालना शुरू
कर दिया शोबा ने भी पानी को गले से नीचे गटकना शुरू कर दिया जितना पानी लंड से निकला शोबा ने सारा पानी
पी लिया ऑर बाद मे लंड को भी चाट कर सॉफ कर दिया ,,,तब तक डॅड ने गोद मे पकड़ कर भुआ को बेड पर लेटा
दिया ऑर खुद भुआ के उपर चढ़ कर भुआ की चुदाई करने लगे,,,,,,,,,हम लोग करीब 45 मिनट से चुदाई कर रहे
थे जिस दौरान मैं भुआ ऑर शोबा एक बार झड चुके थे लेकिन डॅड तो मेरे आने से भी पहले से भुआ की
चुदाई कर रहे थे लेकिन अब तक उनका पानी नही निकला था वो अभी भी भुआ के उपर लेट कर तेज़ी से भुआ की चुदाई
कर रहे थे भुआ भी मस्ती मे डॅड को किस करती हुई डॅड की पीठ पर हाथ घुमा रही थी,,मैं थक कर बेड
पर लेट गया ऑर शोभा मेरे उपर आके मुझे किस करने लगी ऑर मेरे सर पर हाथ फेरने लगी वो मेरी साँसों को
शांत करने की कोशिश करने लगी थी,,,,मैं थका हुआ आराम करने लगा लेकिन डॅड अभी भी चुदाई कर रहे थे
भुआ की लेकिन ज़्यादा देर नही करीब 10 मिनट के बाद डॅड ने भुआ की चूत को पानी से भर दिया ऑर तभी भुआ
ने भी पानी निकालना शुरू कर दिया फिर वो दोनो भी हान्फते हुए बेड पर लेट गये,,,,,,
काफ़ी टाइम तक रूम मे सन्नाटा रहा,,,,,डॅड ऑर भुआ एक तरफ लेटे हुए थे जबकि मैं एक तरफ लेटा हुआ था ऑर शोबा
मेरे उपर लेट कर मेरे को हल्की हल्की किस कर रही थी,,,,,,,
क्यू गीता मज़ा आया आज एक साथ 2 लंड से चुदाई करवाने मे,,,,,,डॅड की आवाज़ से कमरे का
सन्नाटा टूट गया,,,,,,,डॅड ने भुआ के सर पर हाथ फेरते हुए पूछा,,,,,
भुआ ने भी एक हल्की मुस्कान चेहरे पर लाके डॅड की बात का जवाब दिया,,,,,,हाँ अशोक बहुत
मज़ा आया आज एक साथ 2 असली लंड से चुदाई करवाने मे,,,,इतना मज़ा पहले कभी नही आया क्यूकी
अभी तक एक लंड नकली होता था ऑर एक असली,,,,
हाँ सही कहा गीता ,,एक असली लंड मेरा होता था ऑर एक नकली लंड प्लास्टिक वाला,,,,डॅड ने
हँसते हुए जवाब दिया,,,,,,
हाँ भाई लेकिन उस नकली लंड से इतना मज़ा नही आता था जितना आज सन्नी के असली लंड से आया है, बुआ ने कहा
क्यूकी पहले कभी सन्नी के लंड से इतना मज़ा नही आया क्या जितना आज आया है,,,,डॅड ने थोड़ा
ज़ोर से हँसते हुए बोला,,,
डॅड की बात सुनकर भुआ का मुँह खुला का खुला रह गया ऑर साथ मे मेरा भी,,,,क्यूकी डॅड
को मेरे ऑर भुआ के बारे मे कुछ नही पता था ऐसे हमे लगता था लेकिन शायद डॅड को
भी सब पता था,,,,आख़िर वो मेरा बाप था,,,,,
भुआ एक डरे हुए चेहरे को देख कर डॅड हँसने लगे,,,,,,,तुम क्या सोचती थी गीता कि तुम
मुझे नही बताओगी तो मुझे कभी तुम्हारे ऑर सन्नी क बारे मे पता नही चलेगा क्या,,,
वो मैं तुमको बोलने ही वाली थी भाई लेकिन ,,,,,,,,,,,भुआ ने थोड़ी धीमी आवाज़ मे बोला,,,,
कोई बात नही गीता,,,,,मैं जानता हूँ तुम मेरे से झूठ नही बोल सकती कभी ,,,तुम मुझे
एक ना एक दिन बता ही देती सन्नी के बारे मे ,,डॅड ने भुआ को किस करते हुए बोला,,,,,ये तो
शोबा ने बताया था मुझे,,,,,
भुआ ने थोड़ा गुस्से से शोबा की तरफ देखा तो शोबा ने अपने चेहरे को मेरी तरफ मोड़ लिया
ऑर भुआ से बचती हुई मुझे किस करने का नाटक करने लगी,,,,
गुस्सा मत करो गीता ,फिर क्या हुआ जो शोबा ने बता दिया एक ना एक दिन तुम भी तो बता ही
देती मुझे,,,,,ऑर वैसे भी मैने कयि बार सन्नी की बाइक देखी थी रात को तुम्हारे बुटीक
मे,,,मुझे शक तो पहले से था लेकिन शोबा ने मुझे सब बता कर शक को यकीन मे बदल
दिया,,,,,मुझे इस बात का गुस्सा नही है कोई,,,,,,,,तुम टेन्षन मत लो,,,,
पता तो मुझे भी कब्से था डॅड आपके ऑर भुआ के बारे मे,,मैने भी हँसते हुए डॅड की
बात ख़तम होते ही बोलना शुरू कर दिया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आप कैसे देल्ही जाने का बोलकर भुआ
के बुटीक पर जाते थे ऑर कार को स्टेशन पर पार्क करके वापिस ऑटो मे आते थे,,,,,,ऑर फिर
भुआ के साथ साथ मनीषा ऑर पूजा की चुदाई करते थे,,,,,सब पता है मुझे,,,,,,,,
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