RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
मैं पहले कहने तो लगा था कि एक चूत तो आज तू बाइक पे लेके घूम रहा था लेकिन मैं उसके मुँह से सब सुनना चाहता था,,,तभी मेरे दिमाग़ मे एक बात आई,,,सोचा क्यू ना इसको थोड़ा गुस्सा दिलाया जाए,,,,,साला लड़की लेके घूम रहा था ओर बोल रहा था घर का कोई काम था इसलिए लेट हो गया,,,,मेरे को तडपा रहा है अब इसकी बारी है,,,,,,
देख करण भाई एक चूत का बंदोबस्त किया है मैने लेकिन तुझे वो चूत पसंद आएगी या नही मैं नही जानता,,,,,,
अरे भाई मुझे सब चूत पसंद आएगी वो कैसी भी हो,,,,,,करण एग्ज़ाइट्मेंट मे बोल रहा था,,,,,कॉन है वो जल्दी बताओ भाई,,ऑर कहाँ है,,,,
पहले बता तू गुस्सा तो नही करेगा ना,,,,,,
अरे भाई आप मेरे लिए चूत का बंदोबस्त करो ओर मैं गुस्सा करूँ,,,,,,,,,,,,क्या मज़ाक करते हो,,,,,,जल्दी बोलो कॉन है वो,,,,
नही करण पहले बता तू गुस्सा तो नही करेगा,,,,,क्यूकी जो बात मैं बोलने वाला हूँ तू पक्का गुस्सा करेगा,,,,
अरे भाई नही करता गुस्सा लेकिन बताओ तो सही क्या बात है,,,,,
ठीक है बतता हूँ लेकिन यहाँ नही,,,,कहीं ऑर जहाँ तू ऑर मैं हो बस,,,,,,,
ठीक है भाई तो मेरी कार मे चलते है,,,,,,
मैं बोलने तो लगा कि साले लड़की को लेके बाइक पर घूम रहा था ऑर अब कार पर आया है कॉलेज,,,,
ठीक है चलो कार मे बैठकर बात करते है,,,,,,
हम लोग करण की कार मे बैठ गये ओर उसके कार स्टार्ट करके एसी ऑन कर लिया,,,,,,,,
जल्दी बोलो कॉन है वो भाई,,,,,मेरे से वेट नही होता,,,,,,
तू पहले बोल कि गुस्सा नही,,,,,,,,,,,,,,
नही करता मेरे बाप तू जल्दी बता क्यू तडपा रहा है,,,,
करण मैने तेरे लिए चूत का बंदोबस्त किया है,,,,ऑर ऐसी चूत का कि जिसको तू हर टाइम चोद सकता है बिना किसी डर के जैसे शिखा दीदी को चोदता है,,,,,,
मेरी बात सुनके करण बहुत ज़्यादा खुश हो गया,,,,,,कॉन है वो भाई जल्दी बोलो,,,,,
मैं अलका आंटी यानी तेरी मोम की बात कर रहा हूँ,,,,,,
ये क्या बकवास कर रहा है तू सन्नी ,,,,,करण पूरे गुस्से मे बोला,,,,,,,,तुझे पता है तू क्या बोल रहा है,,,,तू होश मे तो है
वो मेरी माँ है,,,,,,,,
मैं जानता था तू मेरी बात सुनके गुस्सा करेगा इसलिए नही बता रहा था मैं तेरे को,,,,वैसे तूने ही बोला था चूत किसी की
भी हो तुझे कोई फ़र्क नही पड़ता,,,
गुस्सा नही करूँ तो क्या करूँ सन्नी भाई ,,,तू एक बेटे के सामने उसको उसी की माँ के साथ,,,,,,,,,मुझे तो बोलते टाइम ही शरम आती है ऑर तू कहता है मैं गुस्सा नही करूँ,,,,,चूत किसी की भी हो लेकिन मेरी ही माँ की ,,,,,,,,,,,,,,,,करण फिर चुप कर गया,,,,,
तब शर्म नही आई थी जब अपनी ही बेहन की चुदाई की थी तूने,,,,,ज़रा सोच जब तेरी बेहन का मुँह बेडशीट से कवर किया हुआ था' ऑर तू उसकी चुदाई कर रहा था तब तुझे पता चला था कि नीचे लेटी हुई लड़की जिसकी तू चूत मांर रहा है वो तेरी बेहन है,,,,अगर उस टाइम तेरे नीचे तेरी बेहन की जगह तेरी माँ होती तब भी तुझे कुछ पता नही चलता,,,,तू बस मस्ती से चुदाई करता उसकी,,,,
ऐसा मत बोलो सन्नी भाई,,,वो मेरी माँ है
जानता हूँ वो तेरी माँ है तभी बोल रहा हूँ,,,,,कभी तूने उसके बड़े बड़े बूब्स नही देखे,,उसकी मस्त ऑर मोटी गान्ड नही
देखी,,,,उसका भरा हुआ बदन नही देखा,,,,,क्या तेरा दिल कभी नही किया अपनी माँ को चोदने को,,,,
वो थोड़ा चुप हो गया,,,,
देख करण मेरे भाई,,,,अगर तेरी माँ भी तेरे से चुदाई करना शुरू कर देगी तो सोच ज़रा कि तू अपने ही घर मे अपनी बेहन
शिखा को जब दिल करे तब चोद सकता है,,,,ना कोई टेन्षन ना कोई डर ओर तो ऑर तेरी माँ भी तुम दोनो के साथ होगी चुदाई के खेल मे,,,,
करण चुप रहा कुछ नही बोला,,,,,,
देख भाई मैं इसी चूत का बंदोबस्त कर सकता था ऑर किसी चूत का बंदोबस्त नही कर सकता,,,,,
तभी करण एक दम से बोल पड़ा,,,,,,,,,,,,,,क्या तू अपनी माँ को चोद सकता है,,,क्या तू उसको मना सकता है चुदाई के लिए ताकि तू भी अपनी बेहन शोबा को जब दिल करे तब चोद सके,,,,बोल क्या तू ऐसा कर सकता है,,,,,,
मैने सोचा कि अब इसको क्या बोलू कि मैं तो पता नही कब्से अपनी माँ की चुदाई कर रहा हूँ,,,,
हाँ मैं कर सकता हूँ,,,मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता मेरे सामने मेरी बेहन की चूत हो या माँ की ,,,,वैसे भी मुझे तेरी माँ
की तरह अपनी माँ भी बहुत सेक्सी लगती है,,,,,,,,,,तेरी माँ की तरह मेरी माँ भी बड़े बड़े बूब्स ओर बड़ी गान्ड की मालिक है ,,जिसको देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता है,,,वैसे मेरे घर मे ऑर भी लोग है ,,,मैं अपनी माँ को मना भी लूँगा तो भी शोबा की चुदाई जब दिल करे तब नही कर सकता,,,लेकिन तेरे घर मे तो तेरे ऑर तेरी माँ के अलावा कोई नही है,,,तूने तेरी माँ को मना लिया तो हर टाइम चुदाई का मज़ा ले सकता है तू वो भी बिना किसी डर के,,,,,
मेरे से मेरी माँ की चुदाई की बात सुनके उसका मुँह खुला का खुला रह गया,,,,,,क्या तू सच मे अपनी माँ के बारे मे ऐसा सोचता है
हाँ करण,,ऑर क्या तू नही सोचता,,,खा अपने लंड की कसम कि तुझे तेरी माँ की मस्त गान्ड अच्छी नही लगती,,,,या तुझे मेरी माँ के बड़े बूब्स अच्छे नही लगते,,,,,
वो चुप हो गया,,,,,कुछ नही बोला,,,,,
बोल ना जवाब दे मेरी बात का,,,,क्या तेरा दिल नही करता तेरी माँ को चोदने का ,,क्या तुझे बड़ी गान्ड वाली लॅडीस अच्छी नही लगती जैसे तेरी माँ ऑर मेरी माँ,,,,,,,,,,,
लगती है भाई,,,,,,लेकिन डर भी लगता है,,,,,,,,,वो अपनी माँ है,,,,,चुदाई का दिल करे तो भी हिम्मत नही पड़ती,,,,
उसकी बात सुनके मैं खुश हो गया कि ये तो उतर गया बॉटल मे,,,,,
डरने की कोई बात नही करण ,,,,,,बस हिम्मत से काम लेना होगा,,,,ऑर सच बता तेरा दिल करता है क्या तेरी माँ ऑर मेरी माँ को चोदने का ,,,,,,,वैसे तुझे बता देता हूँ कि मेरा तो बहुत दिल करता है,,,,,,मेरी माँ मुझे अभी बोले तो मैं नंगी करके गान्ड मारनी शुरू कर दूं उसकी,,,,,,तू बता तेरा दिल क्या करता है,,,,,,
मेरा भी बहुत दिल करता है सन्नी भाई,,,,,,,,,,जब भी अपनी माँ को देखता हूँ तो मस्ती मे लंड खड़ा होने लगता है लेकिन ऐसा पहले कभी नही हुआ लेकिन जबसे शिखा दीदी को चोदना शुरू किया है तबसे माँ की मस्त गान्ड अच्छी लगने लगी है,,,,मैं तो कई बार मूठ भी मांर चुका हूँ माँ के नाम की ऑर कयि बार शिखा को चोदते टाइम सोचता हूँ कि मेरी माँ है शिखा की जगह जिसको मैं चोद रहा हूँ,,,,,,,,,,,,,,,वैसे ही मुझे तेरी माँ सरिता आंटी भी अच्छी लगती है,,,,उनके बारे मे भी सोच सोच कर बहुत मूठ मारी है मैने,,,,
साला तू तो बाद कमीना है मेरी तरह,,,,,,,,,,,,,,तो चल ठीक है तू आज से तेरी माँ को पटाने की कोशिश कर ऑर मैं मेरी माँ को
नही भाई मुझे बहुत डर लगता है,,,ना मैं आपकी माँ को पटा सकता हूँ ना अपनी माँ को,जो भी करना है आपको ही करना है,,,मेरी तो गान्ड ही फॅट जानी है एसी वैसी हरकत करते टाइम,,,,
चल साला फट्टू,,,,,,,,,,,,,,,,ठीक है मैं ही कुछ करता हूँ,,,,,,,,,,,बस तू मेरा साथ देना,,,देख मैं कैसे अपनी माँ को ऑर तेरी माँ
को पटाता हूँ फिर मिलकर मज़ा लेंगे अपनी अपनी माँ की मस्त गान्ड का
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