RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
मैं तो ऑर भी ज़्यादा हैरान हो गया था,,,,क्या सच मे दीदी,,,,डॅड ऑर बुआ भी ऐसा करते थे
ऑर नही तो क्या ,,,बुआ मेरे दूध के ग्लास मे नींद की गोली मिला देती थी फिर डॅड उपर इसी रूम मे आके बुआ के साथ मस्ती करते थे ,,,,,,,,ये तब की बात है जब बुआ ने अभी मुझे डॅड के लिए तैयार नही किया था,,,,,मैं रोज रोज सुबह उठती तो सर मे दर्द होता फिर एक दिन बुआ को बात करते सुन लिया था कि वो मेरे दूध के ग्लास मे नींद की गोली डालती थी,,,एक दिन दूध नही पिया मैने ऑर नज़रे बचा कर दूध को फेंक दिया उस रात पहली बार मैने डॅड ऑर बुआ की मस्ती देखी थी,,उसी के बाद बुआ ने मुझे डॅड के लिए तैयार किया था,,
पहले तो मैं ओर बुआ मस्ती करते थे लेकिन एक दिन बुआ ने मुझे नकली की जगह असली लंड लेने का पूछा तो मैने हाँ करदी,,नकली लंड से इतना मज़ा आता था मैने सोचा कि असली लंड से कितना मज़ा आएगा ,,,लेकिन जब पता चला कि वो लंड डॅड का होगा तो मैने मना कर दिया ,,,,
क्यूकी मैं अपने ही बाप से ऐसा कुछ नही करना चाहती थी ,,फिर एक दिन डॅड ऑर बुआ ने मुझे बताया कि मामा माँ की चुदाई करता है ऑर साथ मे विशाल भाई भी होता है ,,,,,,,,,पहले तो मुझे यकीन नही आया लेकिन जब अपनी आँखों से देखा तो यकीन आया,,,,,,,,,,,
क्या दीदी,,आपने देखा था उन लोगो को मस्ती करते,,,,,,,,,,,,,,,मैने बड़ी हैरत से पूछा,,,,,,,,
ऑर नही तो क्या सन्नी,,,,,,,क्या घर की ड्यूप्लिकेट चाबी सिर्फ़ तेरे पास है,,,,इतना बोलके दीदी हँसने लगी,,,,
चल अब जल्दी नीचे जा बाकी बात फिर कभी करते है वैसे भी मेरा मूड बहुत खराब हो रहा है ऑर ज़्यादा इंतेज़ार नही होता मेरे से,, जल्दी से माँ के बड़े बड़े बूब्स को मुँह मे भरने का दिल कर रहा है,,,,,,,,
ठीक है दीदी मैने चलता हूँ लेकिन आप जल्दी मत आना मुझे सब तैयारी करने देना,,,,,,,,,
ठीक है अब जा तू,,ऑर जब मेरे नीचे आने का टाइम हो जाए मोबाइल से मिस कॉल कर देना,,,,मैं आ जाउन्गी,,,,,,
मैने वहाँ से उठा ऑर नीचे चला गया ,,,,,,हम लोगो का प्लान था आज मिलकर माँ के साथ मस्ती करने का,,लेकिन हम माँ को सरप्राइज देना चाहते थे इसलिए ये सब नाटक कर रहे थे,,,,नींद की गोली वाला,,,,,,,,,,,
लेकिन मैं एक बात से थोड़ा हैरान हो गया ,,कैसे साला मेरी माँ ऑर बुआ ने मुझे नींद की गोली दी थी ताकि वो लोग आराम से देल्ही मे विशाल भाई के रूम मे मस्ती कर सके ऑर यहाँ घर पर डॅड ऑर बुआ शोभा को नींद की गोली देते थे ताकि आराम से उसी रूम मे मस्ती कर सके बिना किसी टेन्षन के,,,,,,,,साला मेरा पूरा परिवार ही कमीने ऑर हरामी लोगो का था,,,,,,,चुदाई के लिए कुछ भी करने को तैयार थे सब लोग,,,,,,,,,अब मैं भी तो उतना ही हरामी हो गया हूँ,,,,,,,,,चुदाई करने के लिए मैं भी अब कुछ भी करने को तैयार रहता हूँ,,,जैसे आज कर रहा हूँ,,,,,,,,,,
मैं नीचे गया तो देखा माँ किचन मे बर्तन धो रही थी,,मैने माँ को पीछे से जाके अपनी बाहों मे भर लिया,,,,,
माँ को पता नही था कि मैं किचन मे आ गया हूँ इसलिए जैसे ही मैने माँ को बाहों मे भरा माँ एक दम से डर गई ऑर पीछे मूड गई,,,,,
क्या हुआ माँ इतना डर क्यू गई,,,,,,मैने थोड़ा पीछे हटते हुए बोला,,,,,
तुम हो सन्नी बेटा मुझे लगा कहीं सुरिंदर आ गया है वो भी ऐसे ही आ टपकता है ऑर शुरू हो जाता है,,,ये भी नही सोचता कि घर मे कॉन है ऑर कॉन नही,,,,,अभी भी मुझे ऐसा ही लगा कि उसने मुझे पकड़ा है ऑर मैं इसीलिए डर गई क्यूकी शोभा घर पर है,,,,,,
माँ अब मत डरो शोभा सो चुकी है ,,मैने उसकी कॉफी मे नींद की गोली मिला दी थी ,,अब वो आराम करने लगी थी,,,,थोड़ी देर मे गहरी नींद मे होगी वो,,,
माँ ने आगे बढ़ कर मुझे हल्की किस की,,,,,,,,,,सुरिंदर को या मेरे को पहले ये आइडिया क्यू नही आया नींद की गोली वाला ,,पहले ही शोभा को नींद की गोली दे देते ऑर आराम से मस्ती करते,,,,सुरिंदर को ऐसे बाहर भी नही जाना पड़ता ऑर मेरी चोट की खुजली भी इतनी बेक़ाबू नही होती,,,,,,,,,चल कोई बात नही अब तूने तो सुला दिया है शोभा को अब सुरिंदर नही तो क्या हुआ हम दोनो मस्ती करते है लेकिन अगर सुरिंदर भी साथ होता तो मज़ा आ जाता ,,,,,
जानता हूँ माँ तेरे को 2 लंड से ही ज़्यादा मज़ा आता है,,,,,तुम मामा को फोन क्यूँ नही करती,,,,,,
बेटा जब तूने नींद की गोली डालने को बोला था शोभा की कॉफी मे ऑर जैसे ही तू उपर गया था मैने तेरे मामा को फोन किया था लेकिन वो नशेड़ी कमीना अपना फोन घर पर ही छोड़ कर गया है,,,,,
चलो कोई बात नही माँ एक बार शोभा को सो जाने दो फिर मैं इतना मज़ा दूँगा कि तुमको मामा की कमी महसूस नही होगी,,,,,मैने अपने हाथ माँ के बूब्स पर रख दिए ओर ज़ोर से दबा दिए,,,,,
माँ की हल्की आअहह निकल गई ऑर मैने माँ का मुँह खुलते ही अपनी ज़ुबान को माँ के मुँह मे घुसा दिया ऑर देखते ही देखते हम माँ बेटे की जबरदस्त किस शुरू हो गई,,,,माँ मेरे लिप्स को खाने लगी ऑर मैं भी माँ के लिप्स को खा जाने वाले अंदाज़ मे चूसने ऑर हल्के से काटने लगा,,,,,साथ ही माँ के बड़े बड़े बूब्स को हाथों मे लेके ब्लाउस के उपर से मसल्ने लगा,,,
कुछ देर हम ऐसे ही खड़े किस करते रहे ,,,मैं माँ के बूब्स को दबाता रहा ऑर माँ ने भी मेरे लंड को निक्केर के उपर से दबाना शुरू कर दिया था,,,,,
चल बेटा जल्दी चल मेरे रूम मे अब ऑर ज़्यादा सबर नही होता,,,,,,
मैं ऑर माँ दोनो माँ के रूम मे चले गये,,,,,
माँ ने अंदर जाते ही जल्दी से साड़ी निकाल दी ऑर मैने भी अपनी निक्केर ऑर टी-शर्ट निकाल दी,,,,जितनी देर मे माँ की साड़ी निकली उतनी देर मे मैं बिल्कुल नंगा हो गया,,,,,नंगा होते ही मेरा 9 इंच का लंड अपनी पूरी ओकात मे अपना सर उठा कर खड़ा हो गया ,,,,माँ अपने ब्लाउस ऑर पेटिकोट को खोलते टाइम मेरे लंड को घूर रही थी मानो नज़रो ही नज़रो मे खा रही थी मेरे लंड को,,,,,
कुछ 2 मिनट मे ही मैं ओर माँ दोनो नंगे हो गये,,,,
|